Chunnu Lal Gupta Language: Hindi 68 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Chunnu Lal Gupta 18 Jun 2024 · 1 min read !! पर्यावरण !! जब कली एगो खिल जाई खिल के ऊ खिलखिलाई जब ताल में मछली डोली डाली पर बुलबुल बोली सुहाना, चिरईयन कऽ शोर लागी कट जाई अन्हरिया,अजोर लागी जब पवन कऽ... Hindi · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता-मऊ 54 Share Chunnu Lal Gupta 6 May 2024 · 1 min read *** मैं प्यासा हूँ *** *** मैं प्यासा हूँ *** ------------------------ मानवीय संवेदनाओं की गहन अभिलाषा हूँ • मैं प्यासा हूँ - ऊंचे-ऊंचे महल,आफिसों,बंगलों में जीवन ढूंढ रहे पक्षियों में आज़ निराशा हूँ • मैं... Hindi · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 126 Share Chunnu Lal Gupta 15 Apr 2024 · 1 min read ** राम बनऽला में एतना तऽ..** ** राम बनला में एतना तऽ...** --------------------------------------------- माई-बाप के बचनिया लेके ओढ़े के पड़ी कुछहू कऽह देई केहू,मेहर छोड़े के पड़ी राम बनऽला में एतना तऽ, करे के पड़ी --------------------------------------------... Hindi · चुन्नू लाल गुप्ता · निर्गुण भजन 379 Share Chunnu Lal Gupta 31 Mar 2024 · 1 min read *** आप भी मुस्कुराइए *** *** आप भी मुस्कुराइए *** ---------------------------------- * मुझे देखकर एक फूल मुस्कुराने लगा मेरी बदहाली पर तरस खाने लगा मुझसे पूछा कि क्यों उदास हो * मैंने कहा लोग मुझे... Hindi · चुन्नू लाल गुप्ता · प्रेरक प्रसंग 1 1k Share Chunnu Lal Gupta 24 Mar 2024 · 1 min read *** होली को होली रहने दो *** *** होली को होली रहने दो *** ---------------------------------------------------------------- लाल,बैंगनी मुखड़ों में बच्चों की टोली रहने दो जग के सारे बैर मिटा दो,मीठी बोली रहने दो फूहड़ गाली,फूहड़ गाने पहचान नहीं... Hindi · कविता · चुन्नु लाल गुप्ता-मऊ 1k Share Chunnu Lal Gupta 18 Mar 2024 · 1 min read **** फागुन के दिन आ गईल **** **** फागुन के दिन आ गईल **** -------------------------------------------------------------- लाल,बैंगनी,नीला,पीला,बासंतिक रंग छा गईल बाग़,बगईचा,जंगल,झाड़ी,पोर-पोर गदरा गईल ताल,तलैय्या,दरिया,पोखर सब के सब सुघरा गईल * अईसन लागऽता हमरा के,फागुन के दिन आ गईल... Hindi · कविता · चुन्नु लाल गुप्ता-मऊ 614 Share Chunnu Lal Gupta 1 Mar 2024 · 1 min read !! सोपान !! ** प्रथम सोपान थाना है,बिज़नस का ज़माना है, बिज़नस को बढ़ाना है जांच कहीं पड़ताल कहीं कोई तहक़ीकात नहीं घर से पकड़ के लाना है रोड़वेज बतलाना है किसे पकड़ना... Hindi · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 102 Share Chunnu Lal Gupta 21 Feb 2024 · 1 min read !! पत्थर नहीं हूँ मैं !! भटकता रहा हूँ लेकिन, ब़ेदर नहीं हूँ मैं हलचल है आँधियों में,बेख़बर नहीं हूँ मैं दोराहे पर हूँ लेकिन, रहगुज़र नहीं हूँ मैं तश्वीर का हिस्सा हूँ, पलभर नहीं हूँ... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · चुन्नू लाल गुप्ता 145 Share Chunnu Lal Gupta 20 Feb 2024 · 1 min read !! परदे हया के !! परदे हया के फाड़-फाड़ वो कमसिन हो गए लज्ज़त मिली जो उनको वो नमकीन हो गए तन ढकने का सलीका भी आता नहीं जिनको होठों पर लगा लाली वो हसीन... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · चुन्नू लाल गुप्ता 1 206 Share Chunnu Lal Gupta 20 Feb 2024 · 1 min read " ऐसा रंग भरो पिचकारी में " प्रेम रंग की बौछारें हैं भीगो अबकी बारी में नेह,स्नेह,भाव,प्रीत के रंग भरो पिचकारी में बैर,द्वेष के भाव मिटे सब प्रेम उगे हर क्यारी में फुहारों से ग़मक उठे मन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 584 Share Chunnu Lal Gupta 20 Feb 2024 · 1 min read !! होली के दिन !! गुझिया,पापड़,पकवान सभे सब घुमि-घुमि के खाई गए ! चुन्नू मुन्नू गोलू, पप्पू सब खाई के भांग बऊराई गए ! होलिका में जरावै के खातिर लाला की गुमटी उठाई गए !... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 1 755 Share Chunnu Lal Gupta 20 Feb 2024 · 1 min read !! आशा जनि करिहऽ !! सहारा दीन दुखियन कऽ, केहू नाही आज़ बा आशा जनि करिहऽ भईया बिगड़ल समाज़ बा मोल नईखे रहि गईल लोगवन के प्यार के मोबाईल बिगाड़ देहऽलस घर के संस्कार के... Poetry Writing Challenge-2 · गीत · चुन्नू लाल गुप्ता 1 681 Share Chunnu Lal Gupta 18 Feb 2024 · 1 min read !! बोलो कौन !! दानवता के विष बेल को आगे बढ़ रोकेगा कौन ! असुरों का वध करनेवाला बोलो राम बनेगा कौन !! सीता पर कुदृष्टि डालते पहले उन्हें वधेगा कौन ! हर तन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 1 412 Share Chunnu Lal Gupta 17 Feb 2024 · 1 min read " वो क़ैद के ज़माने " याद आतें हैं अक्सर वो, क़ैद के ज़माने वो, थालियों की लाइन गैरों से दोस्तानें सिसकती ज़िंदगियां अनसुलझे अफसाने वो, बेचैन रातें क़ैदी, नये-पुराने याद..................... वो, बेबसी, ग़म, लाचारी अल्फ़ाज़ो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 118 Share Chunnu Lal Gupta 15 Feb 2024 · 1 min read !! ये सच है कि !! सजा रिश्तों के गुलदस्ते वो घर को घर बनाती है बहाकर प्रेम की गंगा हमें चलना सिखाती है अनेकों रंग फूलों के पिरो माला बनाती है सदा दुश्वारियां सहकर हमें... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 112 Share Chunnu Lal Gupta 15 Feb 2024 · 1 min read !! शिव-शक्ति !! •• काशी नगरी त्रिशूल धरे शशि माथे पर मुस्कान भरे गंगाजी जटा से बहें झर-झर जग के जैसे, सब पाप हरे विष रोक हलाहल ग्रीवा में 'प्रभु' देवन के उद्धार... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 171 Share Chunnu Lal Gupta 15 Feb 2024 · 1 min read !! हे उमां सुनो !! हे उमां सुनो, हो भाग्यवती प्रभुवर'वर'आज़ तुम्हारे हैं गले में विषधर की माला नीलकंठ बने पी विष प्याला शशि माथे पर चमकें चम-चम शिव मस्त मलंग निराले हैं हे उमां... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 1 902 Share Chunnu Lal Gupta 15 Feb 2024 · 1 min read " लो आ गया फिर से बसंत " •• लो आ गया फिर से बसंत ------------------------------- नीरसता में रस घोल-घोल कलियों की आंखें खोल-खोल भरने उर में अनुराग कंत •• लो आ गया फिर से बसंत तरुओं में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 1 797 Share Chunnu Lal Gupta 11 Feb 2024 · 1 min read !! यह तो सर गद्दारी है !! पग-पग पर रिश्वतखोरी है,यह हक़ उनको सरकारी है सिंगल ड्यूटी, डबल कमाई--यह तो सर गद्दारी है ------ तरह तरह की लूट मची है, माल सभी सरकारी है चोरी, हत्या, लूट,... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · चुन्नू लाल गुप्ता 246 Share Chunnu Lal Gupta 10 Feb 2024 · 1 min read !! दर्द भरी ख़बरें !! "भड़क" उठीं चिंगारियां था ख़ामोश शहर कल बेख़ौफ़ हवाओं में होने लगी हलचल ----- सम्हल सम्हल के चल दर्द भरी ख़बरें सुन सुन हुए पागल दहशत में हर शहर है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 115 Share Chunnu Lal Gupta 10 Feb 2024 · 1 min read " बंदिशें ज़ेल की " समय को सामने से निकलता देख तु, हाथ मलेगा पश्चाताप के अग्नि में जलेगा अपने आप से रूठ जायेगा हृदय जब टूट जायेगा जब कोई अनहोनी सी खबर आयेगी समय... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 1 153 Share Chunnu Lal Gupta 10 Feb 2024 · 1 min read " आज़ का आदमी " मनचाहा मिल जाए दुकान ढूंढता है कहां मन्दिरों में कोई भगवान ढूंढता है ज़मीर बेच- बेच कर पहचान ढूंढता है सफ में चोरों के रहकर ईमान ढूंढता है ओंछी सी... Poetry Writing Challenge-2 · चुन्नू लाल गुप्ता · लेख 1 95 Share Chunnu Lal Gupta 6 Feb 2024 · 1 min read " न जाने क्या है जीवन में " विधाता क्या तेरे मन में न जाने क्या है जीवन में रहूँगा क़ैद पिंजड़े में या उड़ जाऊंगा उपवन में मिलेगा कोई उजड़ा वन या छू लूंगा गगन को मैं... Poetry Writing Challenge-2 · ईश प्रार्थना · चुन्नू लाल गुप्ता 782 Share Chunnu Lal Gupta 5 Feb 2024 · 1 min read " क़ैदी विचाराधीन हूँ " उदासियों का शहर है तड़पन भरा एक शीन हूँ हालात घर के सोचता बैठा हुआ ग़मगीन हूँ ----- क़ैदी विचाराधीन हूँ माहौल है ज़ुदा-ज़ुदा मैं ख़ुद में ही तल्लीन हूँ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 126 Share Chunnu Lal Gupta 5 Feb 2024 · 1 min read " ज़ेल नईखे सरल " इहाँ जे भी मिलल, हमके आपन लगल -------------------- केहू कहत रहल -- सब्र कऽ बाँध दिल से जब टूटे लगल आँसू-अंखियन कऽ साथ छूटे लगल गुमसुम रहलीं केहू आके पूछे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 122 Share Chunnu Lal Gupta 2 Feb 2024 · 1 min read " ज़ख़्मीं पंख " रोक देते हैं, ज़ख़्मीं पंख परिंदों के सफ़र क़ैद में ज़िन्दगी ढाहो ना इतना भी कहर घरौंदे आँधियां तोड़ें यूं दरख्तों से कर जबर गुस्ताखियों की बस्ती में उलझा रहा... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · चुन्नू लाल गुप्ता 155 Share Chunnu Lal Gupta 2 Feb 2024 · 1 min read " प्रार्थना " हे उमापति, सुन लो विनती हृदय से बुलाया करते हैं इंसान न रहना चाहे जहां दिन रात सताया करते हैं पल-पल टूटते अरमां जहां उस बस्ती में हम रहते हैं... Poetry Writing Challenge-2 · ईश प्रार्थना · चुन्नू लाल गुप्ता 79 Share Chunnu Lal Gupta 2 Feb 2024 · 1 min read " रे, पंछी पिंजड़ा में पछताए " हाय रे हाय कुछ भी समझ न आए, रे पंछी, पिंजड़ा में पछताए - २ घंटा गिने,पहरिया गिने सप्ताह,दिन,दुपहरिया गिने दिनवा गिनत रह जाए - रे पंछी अंखियां लोर बहाए... Poetry Writing Challenge-2 · चुन्नू लाल गुप्ता · दर्द भरे गीत 739 Share Chunnu Lal Gupta 2 Feb 2024 · 1 min read " मन मेरा डोले कभी-कभी " * देख परिंदों की आज़ादी मन मेरा डोले कभी-कभी काश कि,मैं आज़ाद हो पाऊं मैं भी अपने घर को जाऊं सैर करुँ मैं, शहर सभी मन मेरा........................ क़ैद ये बंदा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 359 Share Chunnu Lal Gupta 1 Feb 2024 · 1 min read " बीता समय कहां से लाऊं " रूठे जन को कैसे समझाऊं बीता समय कहां से लाऊं चिड़ियों की चह-चह सुनता जब आंख मेरी भर आती है कैसे होंगे बीवी बच्चे यादें सदा सतातीं हैं किससे कहूं,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · चुन्नू लाल गुप्ता 189 Share Chunnu Lal Gupta 31 Jan 2024 · 1 min read " क़ैद में ज़िन्दगी " तीस की उमर में पचास सी लगती है क़ैद में ज़िन्दगी, उदास सी लगती है ये ऊँची दीवारें, और बेवश हैं आंखें ये फूलों की डाली बेज़ार सी लगती है... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · चुन्नू लाल गुप्ता 1 401 Share Chunnu Lal Gupta 30 Jan 2024 · 1 min read " लोग " अपनों के ज़ुल्म आप ही, सहते रहे हैं लोग सैलाब -ए- अश़्क में भी, बहते रहे हैं लोग हालात -ए- ज़ख्म कैसे हैं,वो कह नहीं सकते दर्द दिल में रखकर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · चुन्नू लाल गुप्ता 206 Share Chunnu Lal Gupta 13 Nov 2023 · 1 min read !! बच्चों की होली !! भांग का शरबत भांग की गोली खट्टी, मीठी बहकी बोली रंग गुलाल खेलती टोली यही तो है बच्चों की होली गुझिया, पापड़ जामुन की गोली हरा,बैगनी रंग रंगोली धूम धड़ाका... Hindi · Chunnu Lal Gupta · कविता 1 630 Share Chunnu Lal Gupta 9 Nov 2023 · 1 min read "आओ मिलकर दीप जलायें " "आओ मिलकर दीप जलायें" *🪔**🪔**🪔**🪔* खुशियों से दामन भर जायें आओ मिलकर दीप जलायें जग के सारे कलुष मिटायें कांटों को मह,मह महकायें प्रीत की बाती घी से भरकर घोर... Hindi · Chunnu Lal Gupta · कविता 298 Share Chunnu Lal Gupta 31 Aug 2023 · 1 min read !! रक्षाबंधन का अभिनंदन!! भाई बहन के स्नेह का बंधन बार-बार तुझको अभिनंदन दीया, बाती, रोली, चंदन थाल,आरती,सरस,भाव-मन बार-बार तुझको अभिनंदन नोंक-झोंक, ख़ुशी,आलिंगन निश्छल प्रेम,औलोकिक बंधन बार-बार तुझको अभिनंदन रक्षा, सूत्र, सुमन, समर्पन मनमोहक... Hindi · Chunnu Lal Gupta · कविता 379 Share Chunnu Lal Gupta 22 Aug 2023 · 1 min read !! मन रखिये !! मन रखिये, फूल गुलाब सा जो, महके आठो याम चलिए, दो पग प्रेम के सुबह,दुपहरी,शाम मन-मस्तिष्क निर्मल रहे स्नेह रहे निष्काम तन-मन,जन-धन स्वस्थ रहें नयनन को अभिराम कीर्तन,पुजा, पाठ से... Hindi · Chunnu Lal Gupta · कविता 205 Share Chunnu Lal Gupta 7 Aug 2023 · 1 min read " बेदर्द ज़माना " ख़ामोश समन्दर है दिल में उठती है टींस कोई लहर नहीं है अश्कों में सैलाब बहुत पर मुश्किल है कोई नहर नहीं बेदर्द ज़माना क्या जाने इल्ज़ाम ही है कोई... Hindi · Chunnu Lal Gupta · कविता 615 Share Chunnu Lal Gupta 7 Aug 2023 · 1 min read " बेशुमार दौलत " पतझड़ के मौसम में अबकी सावन बन छा जाने दो 'प्रेम' दोस्तों का देखेंगे दुश्मन को आ जाने दो आशिक़ हैं सब फूलों के कांटों की चुभन बताने दो मिलेंगे... Hindi · Chunnu Lal Gupta · कविता 246 Share Chunnu Lal Gupta 25 Jul 2023 · 1 min read " लहर लहर लहराई तिरंगा " लहर लहर लहराई तिरंगा,देशवा में शान से आंख उठाके जे भी देखी जाई अपना जान से देख फिरंगी डेरा के भगलंऽ जन जन के अभियान के बच्चे बुढे जवां जोश... Hindi · Chunnu Lal Gupta · देश भक्ति गीत 665 Share Chunnu Lal Gupta 24 Jul 2023 · 1 min read !! प्रार्थना !! विधाता क्या तेरे मन में न जाने क्या है जीवन में रहूंगा क़ैद ख़ुद में ही या उड़ जाऊंगा उपवन में मिलेगा कोई उजड़ा वन या छू लूंगा गगन को... Hindi · Chunnu Lal Gupta · कविता 4 4 928 Share Chunnu Lal Gupta 29 Jun 2023 · 1 min read !! कुद़रत का संसार !! कांटों बीच सुमन को देख ले भौंरों का अनुराग़ प्रेम का पथ है ज़रा कठिन पर बहती है रसधार * रे पगले, कुद़रत का संसार रिमझिम रिमझिम बरस रही है... Hindi · Chunnu Lal Gupta · कविता 950 Share Chunnu Lal Gupta 19 Jun 2023 · 1 min read !! कुछ दिन और !! खड़ी दुपहरी की तपिस में छांव की खोज में रहिएगा जिस गांव में बचपन गुजरा है उस गांव की ख़ोज में रहिएगा तुझमें बसती दुनियां जिसकी सम्हाल के रक्खा आंचल... Hindi · Chunnu Lal Gupta · कविता 1 2 442 Share Chunnu Lal Gupta 10 Jun 2023 · 1 min read !! घड़ी समर की !! घड़ी समर की सामने धरा को चुम वंद कर तरेरते जो,नयन देख पीट - पीट खण्ड कर हार को भी जीत में बदल-बदल अखण्ड कर सौम्य पथ को छोड़ दे... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 269 Share Chunnu Lal Gupta 8 Jun 2023 · 1 min read !! जलता हुआ चिराग़ हूँ !! जलता हुआ चिराग़ हूँ, यूं तो जमानें के लिए लोग जलाते हैं, अंधेरा मिटाने के लिए --- मंदिरों के ठौर, देखी हैं कुछ सच्चाईयाँ बोलते पत्थर नहीं, सच को बताने... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 729 Share Chunnu Lal Gupta 7 Jun 2023 · 1 min read !! जानें कितने !! (१) अम्न के राह में जाने रोड़े हैं कितने लोग अपनों में दुश्मन बटोरे हैं कितने ज़ुल्म सहने की"चुन्नू" कोई हद तो होगी नफ़रतों ने घर जाने तोड़े हैं कितने... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 820 Share Chunnu Lal Gupta 7 Jun 2023 · 1 min read !! दो अश्क़ !! ज़श्न -ए- आज़ादी के मौके पर,आज़ तराना गायेंगे वतन पे जो कुर्बान हुए हैं, याद सभी को आयेंगे आंखों में आंसू होंगे और लम्हें याद वो आयेंगे छाती पर क्या... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 495 Share Chunnu Lal Gupta 6 Jun 2023 · 1 min read !! निरीह !! 'उदण्ड' को दण्ड कहां वह फांद ज़ाल को जाते हैं अक्सर निरीह पशु पक्षी पड़ गफ़लत में फंस जाते हैं शिकार,शिकारी के वश हो निष्प्राण देंह हो जाते हैं सिंह,सियार,लकड़बग्घे... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 644 Share Chunnu Lal Gupta 4 Jun 2023 · 1 min read !! चमन का सिपाही !! कब तक रहेगी आज़ादी ये क़ायम जहां का सिपाही वतन बेचता हो ! "फर्ज़"है, जिनका चमन को बचाना सिंचना चमन को,चमन को सज़ाना चमन के ख़ुशी को चमन रौंदता हो... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 1 509 Share Chunnu Lal Gupta 4 Jun 2023 · 1 min read !! फूल चुनने वाले भी !! बारिश से शाय़द बच जाता मैं भीगा हूँ, टूटे छातों से गैरों की क्या बात करूं अपनें ही खेल रहे जज़्बातों से हृदय हुआ छ्लनी सा है, जीवन के लगते... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 261 Share Chunnu Lal Gupta 3 Jun 2023 · 1 min read !! एक चिरईया !! दूर देश से एक चिरईया मेरे छत्त पर आती है आँखों में पानी भर-भर कर अपनी व्यथा सुनाती है पटे पड़े हैं ताल तलैया कैसे प्यास बुझाऊँ मैं छोटे-छोटे पंख... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 310 Share Page 1 Next