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कोरोना काल।
कोरोना काल।
Kumar Kalhans
खुद ही पीना सीख गए।
खुद ही पीना सीख गए।
Kumar Kalhans
जीजा जी ।
जीजा जी ।
Kumar Kalhans
एक ही पल होता है टूटने का।
एक ही पल होता है टूटने का।
Kumar Kalhans
कुंडलियां
कुंडलियां
Kumar Kalhans
आओ इश्को करम की बात करें, आओ तेरे सनम की बात करें।
आओ इश्को करम की बात करें, आओ तेरे सनम की बात करें।
Kumar Kalhans
मैं जब भी चाहूंगा आज़ाद हो जाऊंगा ये सच है।
मैं जब भी चाहूंगा आज़ाद हो जाऊंगा ये सच है।
Kumar Kalhans
मैं लेकर सब्र का इतिहास बैठा हूँ।
मैं लेकर सब्र का इतिहास बैठा हूँ।
Kumar Kalhans
इक दूजे की बोटी हम नुचवाते हैं।
इक दूजे की बोटी हम नुचवाते हैं।
Kumar Kalhans
आप हर जगह हों सरकार जरूरी तो नहीं।
आप हर जगह हों सरकार जरूरी तो नहीं।
Kumar Kalhans
ऐसे बरसो तरस गए नयनो से पानी बरसे।
ऐसे बरसो तरस गए नयनो से पानी बरसे।
Kumar Kalhans
साहेब की अंतर्दृष्टि।
साहेब की अंतर्दृष्टि।
Kumar Kalhans
भेज रहा हूँ पास आपके ताजे ताजे गीत।
भेज रहा हूँ पास आपके ताजे ताजे गीत।
Kumar Kalhans
खुशी तो आयी टुकड़े टुकडे , गम पर हरपल पास रहा।
खुशी तो आयी टुकड़े टुकडे , गम पर हरपल पास रहा।
Kumar Kalhans
जरा अदब से मुझसे मिला करो।
जरा अदब से मुझसे मिला करो।
Kumar Kalhans
मां और पिता के आंसू।
मां और पिता के आंसू।
Kumar Kalhans
लोग कहते हैं बहुत बुरा हूँ मैं।
लोग कहते हैं बहुत बुरा हूँ मैं।
Kumar Kalhans
हाँ मैं दोमुंहा हूं।
हाँ मैं दोमुंहा हूं।
Kumar Kalhans
सूरज रोज नहीं आएगा।
सूरज रोज नहीं आएगा।
Kumar Kalhans
जहाँ इंसान मौसम की तरह न रंग बदलते हों।
जहाँ इंसान मौसम की तरह न रंग बदलते हों।
Kumar Kalhans
मरना पड़ता है।
मरना पड़ता है।
Kumar Kalhans
पानी की तरह बनना सीखो।
पानी की तरह बनना सीखो।
Kumar Kalhans
वो इक पूजनीय हैं।
वो इक पूजनीय हैं।
Kumar Kalhans
आएगा एक दिन क़ज़ा बनकर।
आएगा एक दिन क़ज़ा बनकर।
Kumar Kalhans
प्याला।
प्याला।
Kumar Kalhans
सच कहता हूं मैंने मेले देखे हैं।
सच कहता हूं मैंने मेले देखे हैं।
Kumar Kalhans
तब्दील होकर बन गया यह बाज़ क्यों है।
तब्दील होकर बन गया यह बाज़ क्यों है।
Kumar Kalhans
पीड़ा कैसे समाप्त होती है।
पीड़ा कैसे समाप्त होती है।
Kumar Kalhans
इक अदद बेटे की ख़्वाहिश में बेचारी कोख को।
इक अदद बेटे की ख़्वाहिश में बेचारी कोख को।
Kumar Kalhans
प्याला।
प्याला।
Kumar Kalhans
मुझे प्रेम और पूजा में कुछ अंतर नहीं दिखाई पड़ता।
मुझे प्रेम और पूजा में कुछ अंतर नहीं दिखाई पड़ता।
Kumar Kalhans
कितने ग़मगीन हैं जमाने में।
कितने ग़मगीन हैं जमाने में।
Kumar Kalhans
बेहयाई हया का नया नाम है।
बेहयाई हया का नया नाम है।
Kumar Kalhans
किसी ने पूजा मुझे अपना मुकद्दर समझा।
किसी ने पूजा मुझे अपना मुकद्दर समझा।
Kumar Kalhans
जो मुझे तुमसे मिला है मैं वही लौटा रहा हूं।
जो मुझे तुमसे मिला है मैं वही लौटा रहा हूं।
Kumar Kalhans
अर्द्ध रात्रि अंधकार में हुआ।
अर्द्ध रात्रि अंधकार में हुआ।
Kumar Kalhans
प्याला।
प्याला।
Kumar Kalhans
रंग तुम जिस रोज छू लोगी कहर बरपाओगी।
रंग तुम जिस रोज छू लोगी कहर बरपाओगी।
Kumar Kalhans
अंगवस्त्र
अंगवस्त्र
Kumar Kalhans
किसी की आंख का आंसू।
किसी की आंख का आंसू।
Kumar Kalhans
जाने क्यों उससे ही अदावत थी।
जाने क्यों उससे ही अदावत थी।
Kumar Kalhans
मान लें।
मान लें।
Kumar Kalhans
मयखाने में जाकर बैठे खुद ही पीना सीख गए।
मयखाने में जाकर बैठे खुद ही पीना सीख गए।
Kumar Kalhans
कोई शौक नहीं मेरी ज़रूरत है शायरी।
कोई शौक नहीं मेरी ज़रूरत है शायरी।
Kumar Kalhans
नजरों से नजरें मिलाना आ गया।
नजरों से नजरें मिलाना आ गया।
Kumar Kalhans
महबूब मेरा करता है कोई खता नहीं।
महबूब मेरा करता है कोई खता नहीं।
Kumar Kalhans
खूब इस दुनियां में हमने है तमाशा देखा।
खूब इस दुनियां में हमने है तमाशा देखा।
Kumar Kalhans
प्याला।
प्याला।
Kumar Kalhans
निर्ममता का नाम जगत है।
निर्ममता का नाम जगत है।
Kumar Kalhans
नदी
नदी
Kumar Kalhans
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