जगदीश लववंशी 533 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next जगदीश लववंशी 15 Mar 2022 · 1 min read ईश्वर सर्व समर्थ कहीं ख़ुशी कहीं गम, यह जीवन का खेल। कभी बिछड़ना होता, और कभी बनता मेल।। कभी होंठो पर हँसी, कभी होते नम नैन। कभी आनंद अपार, कभी मन होता बेचैन।।... Hindi · कविता 247 Share जगदीश लववंशी 13 Mar 2022 · 1 min read रिश्ता तेरा मेरा यह रिश्ता, बड़ा ही है गहरा। खुशियाँ समाए न, जब देखूँ तेरा चेहरा।। पास तेरे यूँ बैठकर, मिलता बहुत सुकून। मन के इस मंदिर में, खिल जाते है... Hindi · कविता 2 471 Share जगदीश लववंशी 7 Mar 2022 · 1 min read पेड़ो से ही अपना जीवन पेड़ो से ही अपना जीवन, मत करो इनका तुम दोहन, तपती धरती कटते जंगल, बोलो कैसे हो फिर मंगल, घुमड़ - घुमड़ मेघ आते, बिन बरसे ही रह जाते, नित... Hindi · कविता 223 Share जगदीश लववंशी 1 Mar 2022 · 1 min read आओ फिर से धरा सजाए आओ फिर से धरा सजाए, मिलकर हम पेड़ लगाए, शुद्ध हवा मिलेगी भरपूर, यह कर्तव्य निभाए जरूर, छूट न जाए अब कोई छोर, सुखद होगा आने वाला दौर, पेड़ो से... Hindi · कविता 1 249 Share जगदीश लववंशी 20 Feb 2022 · 1 min read सुबह सुबह की सैर सुबह - सुबह की हवा, लगती है जैसे हो दवा, जब तन से टकराती, मुझको बहुत सुहाती, नींद आलस्य सब हरती, मन में ताजगी भरती, दिन सुहाना बन जाता, काम... Hindi · कविता 1 361 Share जगदीश लववंशी 19 Feb 2022 · 1 min read सब अच्छा होता है !!! सब अच्छा होता है !!! ---------------------------------------------------- प्रेम से जब कोई बोले, अंतर्मन के वो द्वार खोले, संबंध हृदय से जुड़ जाता, खुशियाँ फिर नवरस घोले, जीवन बन जाता खुशहाल,... Hindi · कविता 254 Share जगदीश लववंशी 3 Feb 2022 · 1 min read मुझको बचपन फिर दिखता !!! मुझको बचपन फिर दिखता !!! एक सुंदर सलोना था गाँव, जहाँ पेड़ पौधों की थी छाँव, पगदंडियो का था वो जमाना, प्रेम स्नेह हीं था बस कमाना, हरियाली बहुत... Hindi · कविता 1 244 Share जगदीश लववंशी 24 Jan 2022 · 1 min read सच कहूँ...!!! कोहरा छाया, तम गहराया, सच कहूँ...! गुमसुम है साया, उदास मित्र, धूमिल चित्र, सच कहूँ...! स्थिति विचित्र, उसके बिन, सुख जाए छिन, सच कहूँ....! वो है अभिन्न, बहुत प्यारा, जग... Hindi · कविता 1 279 Share जगदीश लववंशी 14 Jan 2022 · 1 min read मकर संक्रांति पर्व मकर राशि में सूर्य हो, तब आए यह पर्व । खुशियाँ मिलती पर्व से, सब करते फिर गर्व।।1 सबसे पहले कीजिए, उठकर जल्दी स्नान। पर्व मकर संक्रांति का, फिर दे... Hindi · दोहा 1 1 523 Share जगदीश लववंशी 9 Jan 2022 · 1 min read !!!! तिलक सिन्दूर- एक प्राकृतिक मनोरम शिव स्थान !!! गाँव जमानी से लगा, आठ किमी है दूर। सड़क मार्ग से आइए, कभी तिलक सिन्दूर।।1 शिव शंकर से प्रार्थना, करे चढ़ा सिन्दूर। भोले देते भक्त को,खुशियों का फिर नूर।।2 कल... Hindi · दोहा 1 404 Share जगदीश लववंशी 1 Jan 2022 · 1 min read नव वर्ष बेला हैं नव वर्ष की, हर्षित हैं संसार। प्रभु से इतनी प्रार्थना, रोग न आये द्वार।।1 आओ हम स्वागत करें, आया हैं नव वर्ष। प्रेम स्नेह से लग गले, खूब... Hindi · दोहा 1 508 Share जगदीश लववंशी 20 Dec 2021 · 1 min read नेता ऐसा चाहिए धूम मची हैं गाँव में, लगता पास चुनाव। यहाँ वहाँ नेता दिखे, लेकर याचक भाव।।1 चर्चा हैं हर चौक में,किसको देंगे वोट। वोट उसे देंगे नहीं, जिसके मन में खोट।।2... Hindi · दोहा 1 285 Share जगदीश लववंशी 12 Dec 2021 · 1 min read गाँव की सुंदरता हरियाली यह गाँव की, देती बहुत सुकून। मन प्रसन्नता से भरे , दिल में खिले प्रसून।। सुनकर चिड़ियों की चहक, सब जाता मैं भूल। कितनी सुंदर प्रकृति हैं, खिले चहुँओर... Hindi · दोहा 1 1 1k Share जगदीश लववंशी 11 Dec 2021 · 1 min read दोहे मन को भाए जीवन में करना नहीं, मन को कभी निराश। कर्म करो तुम फिर खुले,सभी कष्ट के पाश।। 1 आते रहते हैं यहाँ, सुख व दुःख के चक्र। होते जो विचलित नहीं,... Hindi · दोहा 347 Share जगदीश लववंशी 8 Dec 2021 · 1 min read दोहे मन को भाए खुल जाए बंधन सभी, भज ले तू श्री राम। पत्थर भी सब तर गए, लिखें हुए प्रभु नाम ।।1 जब कोई राह न दिखे, तम हीं तम चहुँओर। एक आस... Hindi · दोहा 484 Share जगदीश लववंशी 2 Dec 2021 · 1 min read नशा एक सामाजिक बुराई नशा नाश की राह हैं, होता सभी तबाह। जीवन बीते कष्ट में, पल पल निकले आह।।1 बच्चें तड़पे भूख से, पत्नी रोती रोज। पति दारू में व्यस्त हैं, मना रहा... Hindi · दोहा 1 270 Share जगदीश लववंशी 18 Nov 2021 · 1 min read नए युग का यह चलन नया खिड़की से देख रहा हूँ, गाँव को मैं ताक रहा हूँ, गलियाँ लगती सुनसान, भटक गई अब मुस्कान, गुमसुम हैं प्यारा बचपन, दिखता नहीं अपनापन, घर के कोने में बैठकर,... Hindi · कविता 347 Share जगदीश लववंशी 20 Oct 2021 · 1 min read समय यूँ गुजर गया समय यूँ गुजर गया, बचपन मेरा ले उड़ा। मैं बेबस देख रहा हूँ, कर दिल को कड़ा।। लगती हैं छोटी अवधि, जैसे बात हो कल की। छिन गया वो बचपना,... Hindi · कविता 1 1 274 Share जगदीश लववंशी 20 Oct 2021 · 1 min read माता - पिता मात पिता के त्याग को, जाओ कभी न भूल। सुत को देते फूल हैं, खुद चुन लेते शूल।। मात पिता को मानता, बूढ़ेपन में भार । ऐसे सुत के जन्म... Hindi · दोहा 2 800 Share जगदीश लववंशी 19 Oct 2021 · 1 min read आओ चले देखने दशहरा आओ चले देखने दशहरा, सब चले दशहरा जीतने, ले हाथों में सब हथियार, बज रहें देखों ढ़ोल नगाड़े, गलियों में गूँज रहीं जयकार, लाठी, तलवार और बंदूक, चले देखों बच्चें... Hindi · कविता 273 Share जगदीश लववंशी 19 Sep 2021 · 1 min read !!! वराह अवतार !!! पाप अधर्म ने डाला डेरा, जग में छाया घोर अंधेरा, जब धरा पर असुर आए, नक्षत्र सूर्य चंद्र डगमगाए, कश्यप दिति की दो संतान, पाकर ब्रह्मा जी का वरदान, असुरो... Hindi · कविता 2 1 324 Share जगदीश लववंशी 14 Sep 2021 · 1 min read मिट्टी मेरे गाँव की मिट्टी मेरे गाँव की, जब तन से लगती। बचपन की हर याद, फिर से महक उठती।। बिन बोले ही, सब कुछ याद दिलाती। मुझको हर पल, फिर से पास बुलाती।।... Hindi · कविता 1 1k Share जगदीश लववंशी 14 Sep 2021 · 1 min read हाँ मैं हिंदी बोलता हूँ... !!! हाँ मैं हिंदी बोलता हूँ !!! गर्व से कहता हूँ, कि मैं हिंदी बोलता हूँ, हाँ मैं हिंदी लिखता हूँ और जानता भी हूँ, हाँ हैं, हिंदी मेरी भाषा,... Hindi · कविता 1 281 Share जगदीश लववंशी 5 Sep 2021 · 1 min read साका श्याम जी की छत्री ------------------------------------------------------------------------- सुनो सुनो एक कहानी, जिसमे हैं राजा और रानी, लगती नहीं हैं यह पुरानी, सुनते जब भी हम जुबानी, साका श्याम की यह जागीर, पास बहता हैं निर्मल नीर,... Hindi · लेख 1 570 Share जगदीश लववंशी 5 Sep 2021 · 1 min read नरसिंहगढ का किला आओ चले हम देखने, नरसिंहगढ का किला। कहलाता मिनी कश्मीर, हैं यह राजगढ़ जिला।। दूर पहाड़ी पर हैं स्थित, खड़ा देखो सीना ताने। लेकर वैभव की गाथा, जो न देखें... Hindi · कविता 439 Share जगदीश लववंशी 30 Aug 2021 · 1 min read जय श्री कृष्ण ------------------------------------------------------- अधर्म जब बढ़ने लगे,जन जन करें पुकार। भू से हरने पाप को, प्रभु लेते अवतार।।1 त्रेता में श्री राम ने, किये असुर संहार। पाप अधर्म असत्य से, मुक्त हुआ... Hindi · दोहा 1 275 Share जगदीश लववंशी 29 Aug 2021 · 1 min read मेरी कविता मेरे मन के भावों की, तुम सुंदर रचना हो। सरल सरस् शब्दों में, विचारों की वंदना हो।। तपती वसुंधरा पर, तुम शीतल छाया हो। कोई न तुमको भूले, ऐसी तुम... Hindi · कविता 252 Share जगदीश लववंशी 14 Aug 2021 · 1 min read जब हाथ में हो किताब जब हाथों में हो किताब, समझ लेता यही खिताब, पढ़कर मन को बहलाता, दुनिया को मैं पहचानता, जितनी बार मैं पढ़ लेता, हर बार नया ज्ञान लेता, पढ़ने का नशा... Hindi · कविता 1 293 Share जगदीश लववंशी 8 Aug 2021 · 2 min read मेरा प्रिय साथी... ------------------------------------------------------ आज बरसों बाद मेरा साथी अचानक ही मेरे सामने आ गया , वैसे तो हरपल मेरे साथ ही रहता है । जहाँ जहाँ मैं गया, वह भी मेरे साथ... Hindi · लेख 2 612 Share जगदीश लववंशी 5 Aug 2021 · 5 min read ऐसा लगता कल की ही बात हो बात 1995-96 की है, जब मैं कक्षा 8 वी में माध्यमिक शाला गाँगाहोनी , तहसील- ब्यावरा, जिला राजगढ़ म.प्र. में पढ़ता था । उस समय आसपास के गाँवो में प्राथमिक... Hindi · लेख 2 417 Share जगदीश लववंशी 31 Jul 2021 · 4 min read समय एक समान नहीं रहता मोहन और सोहन दोनों साथ-साथ एक ही विद्यालय में पढ़ते थे । मोहन गरीब था, उसके पिताजी दूसरों के खेत पर काम कर ,अपने परिवार का पालन पोषण करते थे... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 2 727 Share जगदीश लववंशी 29 Jun 2021 · 1 min read बरस जाओ बादल प्यारे... बरस जाओ बादल प्यारे, सूखे खेत तुम्हें पुकारें, सबकी उम्मीद हैं तुमसे, बिन पानी सब तरसे, जब पानी खूब बरसेगा, कोई फिर न तरसेगा, अन्न से होंगे खेत भरे, कोई... Hindi · कविता 295 Share जगदीश लववंशी 17 Jun 2021 · 1 min read पिता चेहरे की मुस्कान है पिता ह्रदय की धड़कन है, पिता चेहरे की मुस्कान है । अंग - अंग ऋणी पिता का, पिता संतान का जहान है ।। पग-पग पर पिता सहारा है, पिता से... Hindi · कविता 1 1 356 Share जगदीश लववंशी 9 Jun 2021 · 1 min read आओ मिलकर पेड़ लगाए आओ मिलकर पेड़ लगाए, अपनी धरती को हम बचाए, बढ़ रहा हैं प्रदूषण चहुँओर, संकट में हैं आने वाला दौर, देख रहे बढ़ती गर्मी कटते पेड़ , हो रहा प्रकृति... Hindi · कविता 1 257 Share जगदीश लववंशी 31 May 2021 · 1 min read धूम्रपान मत कीजिए धूम्रपान मत कीजिए, होते रोग अनेक । बात हमारी मानिए, देते सलाह नेक ।। तम्बाकू सेवन जो करें । तन में बीमारियाँ वो धरे । इतना ही नहीं सुन यारा,... Hindi · कविता 1 400 Share जगदीश लववंशी 30 May 2021 · 1 min read झूठ झूठे जन पर कीजिए, कभी नहीं विश्वास । जीवन भर सदा चुभते, बनकर वो जन फाँस ।।१ कभी न तुम फैलाइए, जो होती अफवाह । ऐसी खबरें देश को, करती... Hindi · दोहा 1 432 Share जगदीश लववंशी 30 May 2021 · 1 min read किताबें जब मन होता उदास, होती किताबें पास, मिट जाता हर संशय, यह बात है निश्चय, अकेले में मुझे हँसाती, मित्रों सम लुभाती, होती है लाजवाब, पढ़कर हो पूरे ख्वाब, इतिहास... Hindi · कविता 402 Share जगदीश लववंशी 21 May 2021 · 1 min read बरसात का मौसम खिल उठते है चेहरे, जब आती बरसात । झूम उठती है नदियाँ, आते तरु पर पात ।।१ मिट्टी उठती है महक, प्रकृति होती प्रसन्न । करते किसान बोवनी, तभी उपजता... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 7 459 Share जगदीश लववंशी 16 May 2021 · 4 min read बरसात की रात के आँसू जुलाई का महीना था, विद्यालय खुल चुके थे । मोहन ने अपने गाँव से आठवीं की परीक्षा उत्तरीण करने के बाद शहर में आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · लघु कथा 1 3 562 Share जगदीश लववंशी 11 May 2021 · 1 min read मित्रों का संग लाए है हम तोहफा, कर लीजिए कबूल । अंतर्मन के शब्द हैं, कविता के ये फूल ।। जब होता मित्रों का संग, खुशियों के खिलते रंग, हर दिन उत्सव बन... Hindi · कविता 2 2 787 Share जगदीश लववंशी 5 May 2021 · 1 min read दोहे मन को भाए विपदा के इस काल में, मत भूलो ईमान । सेवा का यह समय हैं, बने रहो इंसान ।। काला बाजारी नहीं, करो आप श्रीमान । लोभ लालच में पड़कर, मत... Hindi · दोहा 2 2 426 Share जगदीश लववंशी 3 May 2021 · 1 min read फिर से खुशियाँ भरो एक रोग के कहर से, आँसूओ की लहर से, दुनिया ग़मगीन हुई, मौत के हर पहर से, उखड़ रहीं हैं साँसे, आकर रोग के झाँसे, कैसे संभाले सबको, उल्टे पड़े... Hindi · मुक्तक 1 1 384 Share जगदीश लववंशी 26 Apr 2021 · 1 min read विश्वास मन के विश्वास को, कम न होने दे यार । तेरी सकारात्मकता से, दुश्मन जाएंगे हार ।। इतना मत सोच, मन को न कर अशांत । मन की जीत से... Hindi · कविता 480 Share जगदीश लववंशी 25 Apr 2021 · 1 min read सुहावनी शाम देखों देखों दूर गगन, चमके चंदा हो मगन, उड़ रहें पंछी प्यारे, देखों कितने हैं सारे, सुन उनकी चहचाहट, दूर होती सब घबराहट, पवन कर रहीं हैं शोर, रवि छुपने... Hindi · कविता 1 374 Share जगदीश लववंशी 23 Apr 2021 · 1 min read मेरी साथी- मेरी पुस्तक मेरे हर पल की साथी, मेरे मन की वो सारथी, लगता बड़ा पुराना नाता, जन्म जन्म से पहचानता, उसके बिन हूँ बहुत अधूरा, पाकर उसको मैं होता पूरा, जब मन... Hindi · कविता 1 1 374 Share जगदीश लववंशी 20 Apr 2021 · 1 min read गुजर जाएंगे यह दिन रात घुल गया जो जहर, बरसा रहा कहर, जल रहें शहर शहर, कब जाएगा ठहर, मुश्किल हैं हर पहर, देख मौत की लहर, कैसे हो जन्दगी बसर, हल ढूँढती हर नजर,... Hindi · कविता 1 273 Share जगदीश लववंशी 10 Apr 2021 · 1 min read मन का संशय.... मन का संशय मिटे नहीं, मन बड़ा चंचल रुके नहीं, ज्ञान के सम्मुख टिके नहीं, जब रहता खाली सुने नहीं, कर्म करते रहो, रुकना नहीं, सत्य के साथ बढ़ो, झुकना... Hindi · कविता 595 Share जगदीश लववंशी 5 Apr 2021 · 1 min read मास्क लगा ले भैया... !!! मास्क लगा ले भैया !!! मास्क लगा ले भैया, राह देखती मैया, इसी से पार होगी नैया, यही जीवन का खिवैया, मास्क लगा ले भैया, वायरस की है पुरवैया,... Hindi · कविता 1 1 321 Share जगदीश लववंशी 3 Apr 2021 · 1 min read नेक बनें जब करते हैं संघर्ष, तब ही मिलता हर्ष, करने पड़ते हैं कर्म, यही कहता हैं धर्म, सुख दुःख में समान, हर पल रहें मुस्कान, कर ले परहित काम, होते नहीं... Hindi · कविता 319 Share जगदीश लववंशी 2 Apr 2021 · 1 min read गाँव की होली... आओ खेलें होली यारा। रंगों से झूमें गलियारा। भूलकर सारे भेद भाव, खुशियों से नाचे गाँव सारा,।। दौड़ो दौड़ो उसको पकड़ो। रंग लगाकर खूब जकड़ो । छूट न पाए देखों... Hindi · मुक्तक 405 Share Previous Page 3 Next