guru saxena Language: Hindi 246 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next guru saxena 6 Nov 2022 · 1 min read पंच चामर छंद ( भगवती वंदना) भगवती वंदना ******××***** पंचचामर छंद 16 वर्ण ज र ज र ज ग 121 212 121 212 121 2 दयालु मात शारदे । सुकर्म के विचारदे। कटत्व दोष मार दे,... Hindi 569 Share guru saxena 6 Nov 2022 · 1 min read शार्दूलविकीडित ( छंद सरस्वती वंदना ) शार्दूल विक्रीडित छंद मगण सगण जगण सगण तगण तगण गुरू। वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाइयाँ । ***************** सरस्वती वंदना ×××××××××× देवी है विनती विशेष तुझसे, लाचार हैं तार... Hindi 110 Share guru saxena 4 Nov 2022 · 1 min read काशी महिमा ( सवैया) काशी महिमा सवैया छंद मात्रा पतन सहित ************ किसके कब अंग लगी कर संग, सही मुखड़ा कुँ छिपावत काशी। सिमटी सिकुड़ी झिझकी दब के , दिल की हर बात दबावत... Hindi 97 Share guru saxena 3 Nov 2022 · 1 min read कलाधर घनाक्षरी छंद कलाधर घनाक्षरी छंद रगण जगण रगण जगण रगण जगण रगण जगण रगण जगण + 1गुरू =31वर्ण ********************* जान ले मरा धरा राम नाम का महत्व ××××××××××××× राम नाम ही करे... Hindi 73 Share guru saxena 3 Nov 2022 · 1 min read दोहे (द्वादशी ) गुरु कुल से ÷ दोहा द्वादशी ****************** 1 दोहे मन मोहे सदा, सुनो शिष्य धर ध्यान। कीचड़ से दूरी रखो बनकर कमल समान। 2 आस लगाये भानजा,लखे आपकी ओर। मामा... Hindi 159 Share guru saxena 3 Nov 2022 · 1 min read जीवन का यथार्थ (मंदाक्रान्ता छंद) जीवन का यथार्थ मंदाक्रान्ता छंद मगण भगण नगण तगण तगण, 2 गुरू = 4/6/7 कुल 17 वर्ण ××××××××××××××× मेला जैसा, जगत अपना, चंद रोजों चलेगा। धीरे-धीरे, हिम उपल सा, देखते... Hindi 1 1 212 Share guru saxena 3 Nov 2022 · 1 min read हाकलि छंद ( परशुराम संवाद समापन) परशुराम संवाद ( समापन) हाकलि 14 मात्राएँ तीन चौकल के बाद एक गुरू ************ परशुराम यह धनु मेरा लो कर में। चाहे चिंता या डर में। बल दिखला डोरी खींचो।... Hindi 124 Share guru saxena 31 Oct 2022 · 1 min read कुण्डलिया छंद गुरु कुल से ÷ कुण्डलिया छंद दोहा + रोला ************* सुअर गंदगी चाहता, लेय सूंघकर जान । कहाँ पड़ी कैसी पड़ी,साफ करे मैदान। साफ करे मैदान, किसी के मन नहिं... Hindi 108 Share guru saxena 31 Oct 2022 · 1 min read विजया घनाक्षरी (चुनाव चर्चा) विजया घनाक्षरी छंद चुनाव चर्चा *********** लगाके फोन वावरी,सजन को बतावरी, हों सोय तो उठावरी,जरा नहीं लजाव री। सहेली सब आवरी प्रचार हेतु जावरी, लचक लोच लावरी,दिखाना मत तावरी। पड़ा... Hindi 159 Share guru saxena 27 Oct 2022 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी (मित्र इत्र ) मनहरण घनाक्षरी स्वभाव का प्रभाव **************** मित्र इत्र के समान,बंद करके न रखो, थोड़ा सा भी खुला तो ,महकता अभी भी है तोता बूढा हो चला तो,अंग थोड़े शिथिल हैं,... Hindi 278 Share guru saxena 26 Oct 2022 · 2 min read परशुराम संवाद पद्धरि, पद पादाकुलक, चौपाई गोपी अरिल्ल पादाकुलक जयकरी पुनीत ,गुपाल श्रृंगार आदि। छंद। परशुराम संवाद ****************** पद्धरि छंद 16 मात्राएँ अंत में लघु गुरू लघु ×××××× भृगुवंशी हाथ कुठार देख। जलते आँखों अंगार देख।। नीचा सबने कर लीन्ह शीश। लख चाप रहे वे... Hindi · कविता 161 Share guru saxena 26 Oct 2022 · 2 min read महा श्रृंगार छंद, कैकयी राम संवाद महाश्रृंगार छंद 16 मात्राएँ आदि में त्रिकल द्विकल अंत में द्विकल त्रिकल। गुरू लघु होना चाहिए। ******************* कैकेई राम संवाद ****************** तिलक की सोच रहे मह राज, अवध को बहुत... Hindi · कविता 303 Share guru saxena 26 Oct 2022 · 1 min read पुरानी यादें (भाग 01) श्रंगार छंद पुरानी याद नये संदर्भ श्रृंगार छंद 16 अंत में गुरू लघु या लघु गुरू हास्य कवि प्यारे गुरू प्रसाद। सभी से न्यारे गुरू प्रसाद।। छंद नभ तारे गुरू प्रसाद। भाग... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 156 Share guru saxena 25 Oct 2022 · 2 min read गड़बड़ चेला अड़बड कथन (गुरु कुल में ) गड़बड़ चेला अड़बड़ कथन ×××××××××××××× 10/6=16 अंत में तगण 221 10/6=16 अंत में जगण 121 तुम करो गुरू जी, भले चोट । किसको प्यारे न ,लगें... Hindi 1 1 107 Share guru saxena 25 Oct 2022 · 1 min read उज्ज्वला छंद (गुरू चेला ) गुरू चेला संवाद ( गुरु कुल में ) गुरू कथन उज्ज्वला छंद 10/5/पर यति 15 मात्राएँ अंत में रगण अर्थात 212 ×××××××××××××××××× माथे में व्यापी पीर है आँखों से बहता... Hindi 1 1 83 Share guru saxena 25 Oct 2022 · 1 min read तबियत का हाल छंदों का व्याकरण गुरु कुल में (खैर खबर संवाद ) छंद श्रृंगार 16 ××××××××÷××××× अरुण तुम तबियत पर दो ध्यान। गुरू की बात अभी से मान । बराबर लिखो लगन से छंद। सभी... Hindi 1 1 163 Share guru saxena 25 Oct 2022 · 1 min read पदपादाकुलक 16 मात्राएँ परशुराम संवाद पदपादाकुलक 16 मात्राएँ मोटनक प्रारंभ में एक गुरू अवश्य। अंत में लघु लघु गुरू। परशुराम संवाद **************** हो टूक टूक शिव चाप पड़ा। भृगुवंशी देखें नैन गड़ा । बोले फिर... Hindi · कविता 110 Share guru saxena 25 Oct 2022 · 1 min read दिवाली मनायें दिवाली मनायें दिवाली मनायें 122 122 122 122 122 122 122 122 ****************** चलो यार मिलके दिवाली मनायें। यहाँ से वहाँ से अँधेरा भगायें। कहीँ से धरा खोद मिट्टी मँगाई।... Hindi · कविता 174 Share guru saxena 25 Oct 2022 · 2 min read पुरानी यादें (उत्तर) श्रृंगार छंद 16 मात्राएँ आदि में त्रिकल अंत गुरू पुरानी यादें ************* सरल सुन्दर सुकुमारी रमा ।। नई कोंपल सी प्यारी रमा ।। नेहकारी हितकारी रमा । मुझे कर देना... Hindi · कविता · हास्य 122 Share guru saxena 8 Aug 2022 · 6 min read अमर शहीद मंशाराम जसाठी(ताम्रकार), गुरु सक्सेना अमर शहीद मंशाराम जसाठी(ताम्रकार) जन्म 20नवम्बर 1913 शहादत 23अगस्त 1942. , ××××××××××××××× भारत छोड़ो आंदोलन शहीद मंशाराम अट्ठारह सौ संतावन में,हम लगातार सौ साल लड़े। आजादी पाने लुटे-पिटे। गोलियां खाईं... Hindi · कविता 2 1 440 Share guru saxena 8 Aug 2022 · 1 min read अरसात सवैया गुरू महिमा अरसात सवैया 7भगण 1 रगण गुरू महिमा ××××××××××× साँचहुँ चंचल है मन की गति, एकहि ठौर न जो थिर हो रहे। लालच लोभ सतावत काम, समेटत पाप निरन्तर ही बहे।... Hindi · कविता 251 Share guru saxena 14 Mar 2022 · 1 min read हमारा भारत ( कविता) पुनीत छंद पुनीत छंद 15 मात्राएँ अंत तगण हमारा भारत ************* अपना भारत सबकी शान। इसमें सभी गुणों की खान।। चलता सदा सत्य की राह । दुनिया भर में इसकी चाह ।।... Hindi · कविता 432 Share guru saxena 14 Mar 2022 · 1 min read गोपी एवं श्रृंगार छंद (होली) सुकून की कविता श्रृंगार गोपी मिक्चर ××××××××× श्रृंगार मित्र ने भेजा है संदेश । नहीं है मिथ्या इसमें लेश।। तुम्हारे जब रहता हूँ पास। अलग ही होता है अहसास। बड़ा... Hindi · कविता 309 Share guru saxena 14 Mar 2022 · 1 min read राणा सवैया टाइप धुन एक सलाह ****************** 1 बोल नहीं अलगाव के बोल, जो प्रेम मिटे पड़े देश से जाणा। शायर है बस शायर ही रह, ना बन व्यर्थ सियासती स्याणा।... Hindi · सवैया 254 Share guru saxena 6 Mar 2022 · 1 min read विमोहा छंद विमोहा छंद 212 212 हार में जीत है,यार से प्रीत है जीत में हार है,प्यार का सार है जिंदगी में कभी,जानलो ये अभी। दूर होना नहीं, नेह खोना नहीं। चाहते... Hindi · कविता 475 Share guru saxena 6 Mar 2022 · 1 min read तोटक तोटक 112,112, 112,112 4 सगण 12 वर्ण ललगा,ललगा,ललगा,ललगा ******************** चलते चलते कुछ तो कहिये । अब तो तुमको चलना चहिए यह धार बहाय रही सबको, इसमें खुश हो खुद भी... Hindi · कविता 211 Share guru saxena 6 Mar 2022 · 1 min read शुभ गीता छंद 27 मात्राएँ शुभ गीता छंद 27 मात्राएँ 15/12 पर यति 12 12 221 2 2 21 222 12 राम सेतु निर्माण ************** मना खुशी कपिदल लगे हैं, राम की जय जय करें।... Hindi · कविता 506 Share guru saxena 19 Feb 2022 · 1 min read राधा छंद राधा छंद 13/9 यति के पहले और बाद त्रिकल ********** देना है किसको वोट, चुनो मन ही मन। अब चाह रहे हो सुखी,आपका जीवन। दिल में भी लगे न ठेस,... Hindi · कविता 219 Share guru saxena 18 Feb 2022 · 1 min read राधिका छंद तेरी याद राधिका छंद 13/9 यति आदि द्विकल,यति पहले बाद त्रिकल जरूरी। तेरी याद ******** तू छोड़ मुझे यों कहाँ, चली गई बता। गलती कहाँ कौन हुई, बोल यों न सता ।... Hindi · कविता 1 1 219 Share guru saxena 18 Feb 2022 · 1 min read राधिका छंद राधा छंद 13/9 यति के पहले और बाद त्रिकल अनिवार्य आदि में द्विकल ***************** मतदाता से ××××××÷÷×××× देना है किसको वोट, चुनो मन ही मन। अब चाह रहे हो सुखी,आपका... Hindi · कविता 2 1 1k Share guru saxena 1 Jul 2021 · 1 min read नर्मदा की कृपा (घनाक्षरी छंद) नर्मदा की कृपा घनाक्षरी छंद हमारे ही सामने ये,मामूली से आदमी थे, आज चारो ओर फिरे ,नाम की दुहाई है । नर्मदा की सेवा भक्ति भाव से मिला है सब,... Hindi · मुक्तक 2 1 369 Share guru saxena 24 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी ( वृत्यानुप्रास) चुनाव चुनाव की चर्चा वृत्यानुप्रास अलंकार घनाक्षरी छंद गुलों में गुलाब ,गेंदा गली गली गमके हैं, गुदना गुदाय गोरी गालन पै गांव की। कान पै कमल,मोदी माथे पै लिखाय नाम, भाजपा... Hindi · घनाक्षरी 1 1 413 Share guru saxena 24 Jun 2021 · 1 min read अर्थान्तरन्यास अलंकार घनाक्षरी गुरू जी के छंद अर्थान्तरन्यास अलंकार मनहरण घनाक्षरी ************** शहद से अमृत को,कुत्ता न पसंद करे, भूल से भी खाएगा न,जिंदा रह पाएगा । मक्खी सब कुछ खाय,बैठने कहाँ न... Hindi · घनाक्षरी 1 1 309 Share guru saxena 23 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी (अर्थान्तरन्यास अलंकार) गुरू जी के छंद अर्थान्तरन्यास अलंकार मनहरण घनाक्षरी ************** शहद से अमृत को,कुत्ता न पसंद करे, भूल से भी खाएगा न,जिंदा रह पाएगा । मक्खी सब कुछ खाय,बैठने कहाँ न... Hindi · घनाक्षरी 705 Share guru saxena 21 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी छंद (बेकार सेवक) विरोधाभास एवं बक्रोति अलंकार घनाक्षरी छंद ************ पेट भर जाय यही, हमारा पुरस्कार, चाहे पद पाके पापी पूरी पेटियाँ भरें । पहले डरे न कभी, सच बात कहने में, उलट... Hindi · घनाक्षरी 367 Share guru saxena 10 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी ( मोबाइल पिटाई) घनाक्षरी छंद असंगति एवं ललित अलंकार *********** हमारे तुम्हारे बीच, बीच में ही रही बात, अपनी सहेली को भी,नहीं बतलाई थी । सावधानी पूरी रखी,डैडी बिना कारण के, ऐसे कैसे... Hindi · घनाक्षरी 2 1 495 Share guru saxena 9 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी छंद (विभावना अलंकार) प्यार प्यार की घनाक्षरी विभावना अलंकार जहाँ बिना कारण के कार्य हो ************** हमने सोचा था किसी, को पता नहीं चलेगा, चुपके से सदा प्यार के दिये जलाएँगे । जब मन... Hindi · घनाक्षरी 2 3 397 Share guru saxena 1 Jun 2021 · 1 min read गरीबी की चिंता (कविता ) गरीबी की चिंता ********* नहीं नहीं यह देह प्रदर्शन, गलती नहीं गोरियों की । करी गरीबी ने ही हालत, खस्ता युवा छोरियों की । कोई चारा नहीं बचा है, किससे... Hindi · कविता 1 373 Share guru saxena 29 May 2021 · 1 min read गजल (हो नहीं सकता) गुरु जी कहिन हो नहीं सकता वंदे मातरम सा कोई नारा हो नहीं सकता। हमें मां भारती से कोई प्यारा हो नहीं सकता। जिसकी घर घाट में कश्ती डूबने से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 504 Share guru saxena 19 May 2021 · 1 min read मयंक से मन की बात मयंक से मन की बात घनाक्षरी छंद सुन्दर सफेद झक्क आप हैं मयंक राज, निशा सत्तापति कौन,आपसा निशंक है । आपके कारण हर तारा पाया है प्रकाश, धनी है उजाले... Hindi · घनाक्षरी 1 334 Share guru saxena 19 May 2021 · 1 min read नियम और कानून निभाना पड़ता है गीतिका नियम और कानून निभाना पड़ता है । कोरोना में धैर्य जुटाना पड़ता है । दिन में घर संध्या को जाना पड़ता है । पुलिस नजर से फेस बचाना पड़ता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 461 Share guru saxena 19 May 2021 · 1 min read राधिके आ न सकूँ मिलने गुरू जी कहिन रसखान की झलक अनुप्रास अलंकार किरीट सवैया राधिके आ न सकूँ मिलने, मन में अब कीजिये धीरज धारन। आवत जावत में प्रतिबंध, सो बंद लगो सब देश... Hindi · कविता 341 Share guru saxena 10 May 2021 · 3 min read कविता ( माँ की ममता) माँ की ममता ************ बचपन में ही माँ बाप स्वर्ग को धाए । घर पालन पोषण जिसका हुआ पराए । वह थी सुन्दर मानो महके फुलवारी। अच्छे घर ब्याही गई... Hindi · कविता 1 1 383 Share guru saxena 1 May 2021 · 1 min read घनाक्षरी (मजदूर दिवस) गरीब गाथा घनाक्षरी छंद बचा दाना पानी नहीं, सुरक्षित छानी नहीं, पीर कोई जानी नहीं, कैसे पेट भरना । नहीं मिले मजदूरी,सबने बनाई दूरी लाक डान मजबूरी,छोड़ते हैं घर ना... Hindi · घनाक्षरी 381 Share guru saxena 30 Apr 2021 · 1 min read कविता ( कोरोना मिर्ची ) सयाने की सीख ************* बिना काम के घर से बाहर, सिर्फ घूमने मत जाओ । मास्क लगाकर ढक लो चहरा, जरा नहीं गफलत लाओ । यह बीमारी कोरोना की ,... Hindi · कविता 1 2 317 Share guru saxena 26 Apr 2021 · 1 min read गीतिका (गुरू चेला) गुरु चेला संवाद गीतिका शब्द व्यर्थ के जोड़े चेला । अभिधा से सिर फोड़े चेला । उनके चमचे गुण्डे लुच्चे , तू क्यों मूँछ मरोड़े चेला । छंद छिछोरों की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 513 Share guru saxena 26 Apr 2021 · 1 min read टेर पुकार टेर पुकार घनाक्षरी छंद दया सिंधु दीनानाथ, दामोदर दिगपाल, दुर्दशा दीनों की देख, दरद दुराइये । खौलता है रक्त वक्त देख सख्त नियम ले , मर रहे भक्त, उन्हें दवा... Hindi · घनाक्षरी 1 322 Share guru saxena 25 Apr 2021 · 1 min read गीतिका (गजल) गीतिका के लिए *********** आपदा में कुछ लगे व्यापार करने के लिए। अस्पतालों में जगह न,पांव धरने के लिए । आसमानी दाम आक्सीजन कहीं इंजेक्शन, ले रहे हैं नोट गोदामों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 344 Share guru saxena 23 Apr 2021 · 1 min read घनाक्षरी (झोल है ) एक अनुभूति मनहरण घनाक्षरी चाहते बचाना जिसे,बचा नहीं पाए उसे, नहीं मिली आक्सीजन,क्योंकि अनमोल है । यहाँ मरे वहाँ मरे, मरते ही जा रहे हैं, बेचारे गरीबों की तो,नैया डाँवाडोल... Hindi · घनाक्षरी 2 1 347 Share guru saxena 23 Apr 2021 · 2 min read कोई तो जिम्मेदार है ।(कविता कोरोना) कोरोना काल है एक सवाल है ******** कोई वोट कबाड़ रहा है कोई नोट कबाड़ रहा है । किसी किसी को ये सीजन है मँहगी बेचे आक्सीजन है आँसू नहीं... Hindi · कविता 3 380 Share Previous Page 3 Next