Vaishnavi Gupta (Vaishu) Language: Hindi 130 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Vaishnavi Gupta (Vaishu) 11 Aug 2022 · 1 min read ✍️आसमाँ के परिंदे ✍️ इस बड़ी सी दुनिया में छोटा सा जहाँ चाहिए, आसमाँ के परिंदे है खुद का आसमाँ चाहिए। ✍️वैष्णवी गुप्ता कौशांबी Hindi 5 6 322 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 11 Aug 2022 · 1 min read ✍️सफ़लता ✍️ सफ़लता की भी अजीब ज़िंदगानी है, सफ़लता की ये पुरानी कहानी है, सफ़लता मुश्किलों की एक दुनिया है, जहाँ कहीँ आग तो कहीं पानी है, जो डर गया सफ़लता के... Hindi · कविता 4 6 174 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 9 Aug 2022 · 1 min read ✍️सब्र कर✍️ सब्र कर ऐ बंदे तेरा वक़्त भी आयेगा, उस ख़ुशी को आने तो दे, ये गम भी चला जायेगा, अभी मुश्किलों का दौर हैं, अभी दुश्मनो का शोर है, जब... Hindi 5 6 290 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 9 Aug 2022 · 1 min read ✍️अपने ....... रिश्तों के खातिर दुनिया से खुद को हराये बैठे है , फिर भी अपनो की शक़्ल में न जाने कितने दुश्मन बनाये बैठे है, सोचा था अपनो की खुशियों मे... Hindi 6 6 357 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 8 Aug 2022 · 1 min read ✍️कैद ✍️ दम घुट रहा है चारदीवारी मे मेरा, कहीँ तो बाहर निकलना है मुझे, नहीं रहना है कैद में, बेखौफ़ परिंदा बन उड़ना है मुझे। ✍️वैष्णवी गुप्ता कौशांबी Hindi 5 8 256 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 7 Aug 2022 · 1 min read शुरू हो गया है संघर्ष, शुरू हो गया है संघर्ष, बस जीत जाना बाकी है, चल दिया है सफ़र पे, बस तुम्हें हमसफर बनाना बाकी है। ✍️वैष्णवी गुप्ता कौशांबी Hindi 3 2 202 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 7 Aug 2022 · 1 min read ✍️ मुस्कुराहट ✍️ ये मुस्कुराहट बड़ी ही अजीब चीज होती है, जब दिल करता है हँसने का, तब हँसी नहीं आती, जब हँसी आती है, तब दिल उदास हो जाता है, की कितनी... Hindi 4 6 142 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 6 Aug 2022 · 1 min read अजीब दौर से गुज़र रही ज़िंदगी, अजीब दौर से गुज़र रही ज़िंदगी, न दिल का पता न सांसो का, समझ लो सिर्फ इतना ही, समुंदर उफान पर है इन आँखों का। ✍️वैष्णवी गुप्ता कौशांबी Hindi · आज दिल परेशान है 5 4 158 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 6 Aug 2022 · 2 min read ✍️ये रीतियाँ ✍️ समाज के हज़ार बंधनों ने यु जकड़ रखा है, बढ़ नहीं पा रहे कदम युं पकड़ रखा है, ये बंधन ये रिवाज़ बड़े ही अजीब है, जो सच्चे है दिल... Hindi · कविता 4 4 292 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 5 Aug 2022 · 1 min read ✍️जरूरत है तुम्हारी ✍️ काश मेरी एक आवाज़ पर तुम दौड़े चले आते, सच आज बहुत जरूरत है तुम्हारी, काश मेरे जख्मों पर तुम मरहम लगाते, सच आज बहुत जरूरत है तुम्हारी। ✍️वैष्णवी गुप्ता... Hindi · आज दिल परेशान है 5 4 261 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 4 Aug 2022 · 1 min read कहता है ये दिल मेरा, कहता है ये दिल मेरा, ये हिंदुस्तां हमारा है, नही है दूसरा ऐसा, सारे जहाँ से प्यारा है, वतन के आन के खातिर हम अपनी जाँ लुटा देंगे, वतन अपना... Hindi · ग़ज़ल 3 2 299 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 4 Aug 2022 · 1 min read ✍️महज़ बातें ✍️ वो चला गया छोड़कर, बस उसकी यादें रह गयी, वो प्यारी खूबसूरत बातें, महज़ बातें रह गयी। ✍️वैष्णवी गुप्ता कौशांबी Hindi · शेर 3 2 231 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 3 Aug 2022 · 1 min read ✍️गलती ✍️ गलत को गलती कह देने से गुनाह कम नही हो जाते, सिर्फ गलती ही की होती तो ऐसी सज़ा नही पाते, माफ़ी तो दूर कोई सज़ा न देना चाहे, इतना... Hindi 5 6 326 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 2 Aug 2022 · 1 min read हमारी ग़ज़लों ने न जाने कितनी मेहफ़िले सजाई, हमारी ग़ज़लों ने न जाने कितनी मेहफ़िले सजाई, दिल मे फिर से जीने की उम्मीदें जगाई , सोचा था इसी से अपनो को खुश रखेंगे, पर हमारी ये फ़ितरत हमारे... Hindi · शेर 6 6 281 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 2 Aug 2022 · 1 min read तुझसे रूबरू होकर, तुझसे रूबरू होकर, सिर्फ इतना ही कहना है मुझे, ज़िंदगी चंद लम्हों की ही क्यों न हो, बस तेरे साथ ही रहना है मुझे। ✍️वैष्णवी गुप्ता कौशांबी Hindi · शेर 4 4 469 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 1 Aug 2022 · 1 min read ✍️रिश्तेदार.. ✍️ मुमकिन नहीं उन रन्जिशों को भुलाना, जो हर वक़्त ज़ेहन मे रहती हैं, क्या कहे तकलीफ उन आँखों की, जो अपनो मे छिपे दुश्मनो को सहन करती हैं, नज़रों मे... Hindi 5 6 278 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 30 Jul 2022 · 1 min read ✍️वो कौन है ✍️ वो हसीं ख़्वाब है, वो अफ़्ताब है, क्या करे तारीफ़, क्या कहे, जान है हमारी वो लाजवाब है, मिले तो खुशकिस्मती न मिले तो दर्द है, किस्मत से नहीं दिल... Hindi · कविता 6 6 614 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 29 Jul 2022 · 1 min read मेरे हर खूबसूरत सफर की मंज़िल हो तुम, मेरे हर खूबसूरत सफर की मंज़िल हो तुम, मेरे प्यार की कस्ती का साहिल हो तुम, हर वक़्त बस तुम्हें मांगती हु खुदा से, मेरी हर दुवाओं में शामिल हो... Hindi 5 6 257 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 29 Jul 2022 · 1 min read अमावस के जैसा अंधेरा है इस दिल में, अमावस के जैसा अंधेरा है इस दिल में, पूनम के जैसी रोशनी है तुम्हारी, समंदर के जैसे मझधार है इस दिल में, सहारे के जैसी कस्ती है तुम्हारी, मुझमे हर... Hindi 3 2 260 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 28 Jul 2022 · 1 min read ✍️न जाने वो कौन से गुनाहों की सज़ा दे रहा है, ✍️न जाने वो कौन से गुनाहों की सज़ा दे रहा है, रात से सुबह हो गई दिल अब भी सिसकियां ले रहा है। Hindi 5 4 354 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 28 Jul 2022 · 1 min read नाराज़ होकर नाराग़ज़ी से मेरी, नाराज़ होकर नाराग़ज़ी से मेरी, उसने मुँह मोड़ लिया, मैंने हाथ छुड़ाने की कोशिश क्या की, उसने झट से हाथ छोड़ दिया। ✍️वैष्णवी गुप्ता कौशांबी Hindi 5 6 186 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 26 Jul 2022 · 1 min read ✍️रात का माहौल✍️ आज रात बहुत घनी लग रही है, चारों तरफ निस्तबता मानो सब कहीं चले गए हो, इस सन्नाटे मे सिर्फ़ एक आवाज़, पत्तों के टकराने की, हवा की गति तेज... Hindi 3 4 197 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 26 Jul 2022 · 1 min read वक़्त ✍️ तेरे कदमो में सितारे बिछाने को, मैं अपनी ज़मी दे दू, काश कभी तू वक़्त मांगे, और मैं पूरी ज़िंदगी दे दू। ✍️वैष्णवी गुप्ता कौशांबी Hindi 3 4 119 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 24 Jul 2022 · 1 min read गिरती रही मैं राहों में उन्होंने संभाला हैं मुझे, गिरती रही मैं राहों में उन्होंने संभाला हैं मुझे, ज़िंदगी की हर मुसीबत से बाहर निकाला हैं मुझे, कहते तो सभी हैं हम तुम्हारे अपने हैं, पर ज़िंदगी ने सिखा... Hindi 4 4 153 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 22 Jul 2022 · 1 min read किससे किस लहजे मे बात करनी है, किससे किस लहजे मे बात करनी है, हम बखूबी जानते है, अपनो मे कितने अपने है, अच्छे से पहचानते है। -वैष्णवी गुप्ता कौशांबी Hindi · कविता 3 4 342 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 26 Apr 2022 · 1 min read सिर्फ तुम्हारे हैं ना जाने कितने दिन तेरे बिना गुज़ारे हैं, हर लम्हा तेरी यादों के सहारे हैं, किसी गलतफहमी में मत रहना मेरी जान, तुमसे दूर होकर भी हम सिर्फ तुम्हारे हैं,... Hindi · कविता 6 10 214 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 25 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा मैंने रब से ख्वाहिश की, जिसे पूरा किया मेरे पापा ने, मैंने चलने की कोशिश की, मुझे रास्ता दिया मेरे पापा ने, मैंने उड़ने की कोशिश की, मुझे आसमाँ दिया... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 16 412 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 23 Apr 2022 · 1 min read सीख लिया है हारती हुई बाज़ी को जीत जाना सीख लिया हैं हमने, हारती हुई बाज़ी को जीत जाना सीख लिया हैं हमने, अब कोई कितना भी दिल दुखाए, हंसकर गम भुलाना सीख... Hindi · कविता 11 8 369 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 19 Apr 2022 · 1 min read जादूगर...... एक जादूगर की कहानी उसकी परी की ज़ुबानी, एक प्यारी सी परी थी एक जादूगर के पास, वह उसके लिया थी बेहद खास, रोज़ सुबह वह उसे जगाता, खुले आसमां... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 17 16 802 Share Vaishnavi Gupta (Vaishu) 19 Apr 2022 · 1 min read कुछ कहना है.. पापा आपसे कुछ कहना है बात सुनेंगे क्या, कुछ वक़्त चाहिये आपका साथ चलेंगे क्या, बहुत कुछ कहना चाहती हुँ पर नहीं कह पाती क्यों क्युंकि डरती हुँ आपसे, बहुत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 23 18 901 Share Previous Page 3