धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 92 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 28 Feb 2019 · 1 min read शहीद ज़हन में अगरचे सदाकत न होगी! कभी आपसे फ़िर मुहब्बत न होगी!! भले लाख़ कोशिश करे ये ज़माना! मगर पाक फ़िर से सियासत न होगी!! शहीदों से रोशन हमारा वतन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 432 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 27 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक सृजन चाँद आया नज़र चांदनी हो गई! तीरगी थी जहां रोशनी हो गई! जब से थामी कलम है मेरे हाथ ने, खूबसूरत हंसी ज़िंदगी हो गई! *************************** हौसलों से मेरे है... Hindi · मुक्तक 1 1 451 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 17 Jan 2019 · 1 min read *मानवता* (1)मानवता करती रुदन,टूटी मन की आस! कलियुग के इस दौर में,गायब है विश्वास!! (2)दानवता हावी हुई,मानवता पर आज! करनी पर इंसान की,रब को आती लाज!! (3)मानवता पिसने लगी,अब तो चारों... Hindi · दोहा 1 1 1k Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 8 Nov 2018 · 1 min read माँं ईश्वर का वरदान है माँ! सकल गुणों की खान है माँ!! जिस पर सजता हर सुर हो! वो दिलकश सी तान है माँ!! ममता की वो अनुपम मूरत! आन-बान और... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 33 606 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 22 Aug 2018 · 1 min read *दोहे* ??????????????? दिनांक : 22-08-2018 दिन : बुधवार ??????????????? ⚡️⚡️विषय- सावन⚡️⚡️ ?????विधा-दोहा????? ??????????????? (1) मोहक सावन कर रहा, बरखा की बौछार! भूलो सारी नफरतें, दिल में भर लो प्यार!! (2) सावन... Hindi · दोहा 1 522 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 12 Jul 2018 · 1 min read *प्रभु की दुआ* पांडवों को प्रभु की दुआ मिल गई! साथ उनकी निराली अदा मिल गई!! **************************** तीरगी चीरने आज जुगनू चले! रोशनी की उन्हें जो सदा मिल गई!! ***************************** भाव के पारख़ी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 315 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 18 Jun 2018 · 1 min read *मौत ही आखिरी हक़ीक़त हैं* पाक़ लहज़े में की क़िफायत है! आपसे बस यही शिक़ायत है! जिंदगी के हसीन मौसम की! मौत ही आखिरी हक़ीक़त हैं!! दौर कैसा चला ज़माने में! आज मिलती कहां सदाक़त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 498 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 13 Jun 2018 · 1 min read *नारी का सम्मान* करो सम्मान नारी का निगाहों में हया रखना! समर्पण भाव को लेकर ज़हन अपना खुला रखना!! क़लम की धार से चाहे बदल देना सभी मंज़र! सदाकत जो अलग करती नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 534 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 11 Apr 2018 · 1 min read हौंसला दिल का जगाना चाहता हूं हौंसला दिल का जगाना चाहता हूँ! गर्दिशों में मुस्कुराना चाहता हूँ!! ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: तीरगी को रौंदने का है इरादा! बन के'जुगनू जगमगाना चाहता हूँ!! ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: बात रिश्तों की अगर हो ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 330 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 11 Jan 2018 · 1 min read *आपका हो गया* कभी उनसे जब सामना हो गया! बड़ा ही अजब मामला हो गया!! ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: छिपाते रहे हाल दिल का मगर! ग़मे ज़िंदगी आइना हो गया!! ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: हमेशा निभाता वफ़ा का चलन!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 563 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 11 Jan 2018 · 1 min read *अच्छा नहीं लगता* नज़ारा लाख दिलकश हो मगर अच्छा नहीँ लगता! रखे जो दूर छाया को शज़र अच्छा नहीँ लगता!! :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: खुशी सारे ज़माने की भले मौजूद हो लेकिन! भरा ग़म है अगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 297 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 3 Jan 2018 · 1 min read * ख़ज़ाने निकल आए* 221 ,1221, 1221, 122 मिट्टी के' हटाते ही' ख़ज़ाने निकल आए! दिन रात अनायास सुहाने निकल आए! आकाश ने' पैग़ाम दिया तूफ़ान का' लेकिन! चालाक़ हवाओं के' बहाने निकल आए!!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 237 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 12 Oct 2017 · 1 min read "आँसू" "आँसू" ******* (1) दर्द से रिश्ता बनाना आ गया ! ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: आँख में आँसू छिपाना आ गया ! ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: नफरतों को आज सारी भूल कर , ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: उल्फ़तों के गीत... Hindi · मुक्तक 284 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 6 Oct 2017 · 1 min read *वफा का चलन* चरागे-मुहब्बत बुझाना नहीं। हमें याद रखना भुलाना नहीं!! ************************* अगर या मगर से किनारा करो! बहाने कभी तुम बनाना नहीं!! ************************* भले घूम लेना ज़माने में' तुम! कहीं माँ से'... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 431 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 6 Sep 2017 · 1 min read *ज़बान* ज़बान का जो खरा नहीं है! यकीन उसपे ज़रा नहीं है!! :::::::::::::::::::: लगे असंभव उसे हराना! वो आंधियों से डरा नहीं है!! :::::::::::::::::::: समझ सके ना किसी की' पीड़ा! के'... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 314 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 8 Aug 2017 · 1 min read *दरिया,दोस्ती,तिश्नगी़,खुशी,समंदर,मौजिज़ा,आइना, ज़िंदगी* सुहानी ज़िदगी को तुम कभी दुश्वार मत करना ! न हो मालूम गहराई तो' दरिया पार मत करना ! मुसाफ़िर हौंसला रखना हमेशा ही ज़माने में , सजाये दिल ने'... Hindi · मुक्तक 398 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 29 Jul 2017 · 1 min read *देशप्रेम* फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन 2122 2122 212 इस वतन से प्यार करना सीखिए ! ये चमन गुलज़ार करना सीखिए ! पाक की नापाक हरकत देखकर, हौंसले अंगार करना सीखिए ! :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::... Hindi · मुक्तक 283 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 16 Jul 2017 · 1 min read *वोटों का मौसम है आया* *वोटों का मौसम है आया* वोटों का मौसम है आया ! संग अपने नेता जी लाया !! :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: वादे करके मीठे - मीठे ! भोली जनता को भरमाया !! ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::... Hindi · कविता 282 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 23 Jun 2017 · 1 min read *वक्त बदलेगा हमारा देखना* *वक्त बदलेगा हमारा देखना* वक्त बदलेगा हमारा देखना ! शान से होगा गुज़ारा देखना !! ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: गरदिशों के काफ़िले को रौंदकर ! ज़िंदगी देगी सहारा देखना !! ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: अज़्मो-हिम्मत की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 483 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 14 Jun 2017 · 1 min read * मंज़िलों के दीप* मेरी हिम्मत देखकर जब रास्ते चलने लगे ! मंज़िलों के दीप हर सू खुद ब खुद जलने लगे !! :::::::::::::::::::::::: हसरतें दिल की जगी सब थी निहां जो अब तलक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 657 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 25 May 2017 · 1 min read *हर खुशी माँग ली* हर खुशी माँग ली दोस्तों के लिये! खैर-मकदम किया दुश्मनों के लिये!! :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: प्यार से हैं सभी काम बनते यहाँ! ज़िंदगानी नहीँ नफ़रतों के लिये!! :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: रोज़ धरने करें कौम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 485 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 23 May 2017 · 1 min read *गर्दिशों के दौर में भी मुस्कुराना चाहिये* वज़्न - 2122 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र - बह्रे रमल मुसम्मन महज़ूफ़ क़ाफ़िया - बुझाना ( आना) रदीफ़ - चाहिये गर्दिशों के दौर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 254 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 14 Apr 2017 · 1 min read *पत्थरों के दिल* वज़्न - 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन शानो'शौकत से भरे जो घर मिले पत्थरों के दिल वहीं अक्सर मिले फूल जिनके हाथ में दे आये हम आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 604 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 13 Mar 2017 · 1 min read *होली* समां रंगीन होली का बड़ा दिलकश नज़ारा है ज़माने भर की' खुशियों का निराला सा पिटारा है बड़े छोटे यहाँ सारे सभी हुड़दंग में डूबे गिले शिकवे सभी भूले लगाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 369 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 9 Feb 2017 · 1 min read *बेटियाँ* ईश्वर का उपहार बेटियाँ वीणा की झनकार बेटियाँ ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: सारी धरा सुनहरी लगती अम्बर का श्रृगांर बेटियाँ ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: आगे हरदम जाती बढ़ती खुशियों की बौछार बेटियाँ ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: हर बाधा को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 443 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 9 Feb 2017 · 1 min read *हमेशा* *हमेशा* 122 122 122 122 फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ मुहब्बत सभी से करे जो हमेशा! नज़र में खुदा की रहे वो हमेशा!! ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: गमों की सताती जिसे है दुपहरी!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 466 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 1 Feb 2017 · 1 min read दवा से जो नही होते *दवा से जो नहीँ होते* 1222 1222 1222 1222 दवा से जो नहीँ होते दुआ से काम होते हैं! जहाँ में आज भी ऐसे करिश्मे आम होते हैं!! ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: गलत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 331 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 12 Jan 2017 · 1 min read *बेटियाँ* आसमां छू रही आज हैं बेटियाँ ! इक महकता हुआ राज़ है बेटियाँ !! देश के मान को जग में ऊँचा किया ! कम किसी से कहाँ आज हैं बेटियाँ... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 686 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 27 Dec 2016 · 1 min read *मौत से नज़रें मिलाना आ गया* 2122 2122 212 दर्द दिल का फ़िर लबों पर आ गया याद जब गुज़रा ज़माना आ गया फूल को दिल में बसाया था मगर ख़ार से दामन सजाना आ गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 363 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 16 Oct 2016 · 1 min read *जुबां* 1222 1222 1222 1222 सदा बोलो सँभलकर ही जुबां तलवार होती है! नज़ाकत से रखो इसको ये' तीखी धार होती है !! :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: निराली हर अदा इसकी सभी का दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 289 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 21 Sep 2016 · 1 min read *ज़िंदगी ने अब किया* 2122 2122 2122 212 फाइलातुन फाइलातुन फाइलातुन फाइलुन ज़िंदगी ने अब किया दिल को हमारे शाद है फूल जैसी हर डगर से हो रहे आबाद है :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: प्रीत के ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 305 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 26 Aug 2016 · 1 min read *बेटियाँ* 2122 2122 2122 212 थम गयी साँसें सभी जबसे पढ़ा अख़बार है ! अब भगत-आजाद की इस देश को दरकार है! :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: दे रही आँखें गवाही अब हमारी पीर की!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 737 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 12 Aug 2016 · 1 min read *अश्क* अश्क आँखों में दबाना सीख ले दर्द में भी मुस्कुराना सीख ले प्रीत के ही गीत तू गाये सदा वैर को दिल से भुलाना सीख ले अब कहाँ मिलती पुरानी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 474 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 11 Aug 2016 · 1 min read *शिक्षा* शिक्षा से फैले उजियारा मिट जाता सारा अँधियारा तिजारत ये पर आज बनी नैतिकता से किया किनारा निर्धन के बच्चों की खातिर बँद हुआ है इसका द्वारा(134A) बिना पढ़े डिग्री... Hindi · कविता 540 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 9 Aug 2016 · 1 min read विमौहा छंद छंद- विमोहा मापनी- 212 212 (गालगा गालगा) आप जो मिल गये फूल हैं खिल गये मन सुवासित हुआ दीप से जल गये *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 560 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 9 Aug 2016 · 1 min read *झील* झील, नदी,झरने,तालाब ईश्वर का उपहार है मानव क्यों ये' भूल गया अब इनसे ही संसार है इनके बिन सब कुछ रीता अंतस में है पीर जगे इनको सदा सुवासित रखना... Hindi · मुक्तक 372 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 5 Aug 2016 · 1 min read *जिन्दगी* ईश्वर का उपहार जिन्दगी एक निराला प्यार जिन्दगी साहस और लगन मत छोड़ो इन का है शृंगार जिन्दगी हरदम खुशबू तुम बिखराओ है फूलों का हार जिन्दगी गीत सुहाने गाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 297 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 4 Aug 2016 · 1 min read *रहमत* छाया है इक समां सुहाना आया लब पर एक तराना हँसवाहिनी की रहमत से पाया है अनमोल खज़ाना *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 514 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 1 Aug 2016 · 1 min read *बचपन* खुशियों का खजाना बचपन हर ग़म से अंजाना बचपन कोशिश कोई लाख करे पर लौट कभी न आना बचपन *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 1 514 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 31 Jul 2016 · 1 min read *चाँद को देखकर* चाँद को देखकर चाँद कहने लगा ईद की ही तरह अब तू' मिलने लगा देख लूँ आज जी भर उसे प्यार से जोर से दिल हमारा धड़कने लगा रात ढलने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 400 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 29 Jul 2016 · 1 min read *दर्द* आधार छंद =आनंदवर्धक मापनी =2122 2122 212 ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: दर्द में भी मुस्कुराना आ गया आँख में आँसू छिपाना आ गया ~~~~~~~~~~~~~~~~~ नफरतों को दिल 'से 'सारी भूल कर प्रीत के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 492 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 29 Jul 2016 · 1 min read *सच की आदत* सच की आदत बहुत बुरी है कड़वी ये इक तेज छुरी है कलियुग में अपराध मगर नैतिकता की नेक धुरी है *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 473 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 27 Jul 2016 · 1 min read *नील गगन* नील गगन में चमके तारा लगता है वो बड़ा ही प्यारा रंग धवल सा निखरा निखरा झलके हरदम हसीं नजारा नील गगन में चमके तारा हरि भजन का करे इशारा... Hindi · कविता 1 504 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 27 Jul 2016 · 1 min read *लम्हों* गुजरे लम्हों को जाने दो इक नयी सुबह को आने दो दिल से अब सारे गम भूलो तुम गीत खुशी को गाने दो *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 393 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 27 Jul 2016 · 1 min read *सावन* सावन की है छटा निराली छाये सभी और हरियाली बागों में अब झूला झूलें सब के मुख पर आयी लाली *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 496 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 22 Jul 2016 · 1 min read *दुआ का असर* आधार छंद-वाचिक भुजंगप्रयात मापनी -122 122 122 122 दुआ का असर ये दुआ का असर है लगे अब सुहानी सी हर इक डगर है मिले क्यों खुशी गम के' साये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 538 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 15 Jul 2016 · 1 min read *लूट* इंसा इंसा को लूट रहा नश्वर माया ये कूट रहा बेमानी हुए रिश्ते-नाते डर ईश्वर का छूट रहा *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 299 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 14 Jul 2016 · 1 min read *अम्बर पर छाने की धुन* अम्बर पर छाने की धुन में बदले परिभाषा पूरी होती उसके मन की हर इक अभिलाषा परम्परा के धागों में जो फ़ंसता ना कभी जग को राह वही दिखलाता करता... Hindi · मुक्तक 480 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 11 Jul 2016 · 1 min read *कलियुग* गफलत में है सो रहा कलियुग का इंसान पूजा पत्थर की करे मान इसे भगवान *धर्मेन्द्रअरोड़ा* ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ तोल सदा ही बोलिये,मुख से मीठे बोल हीरा जनम अमोल है,माटी में ना... Hindi · दोहा 290 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 11 Jul 2016 · 1 min read *प्रतिज्ञा* मन का दीप जलायेँगे गीत खुशी के गायेँगे फूलों सा बनकर के हम इस जग को महकायेँगे *धर्मेन्द्र अरोड़ा* Hindi · मुक्तक 430 Share Page 1 Next