Anoop 'Samar' 253 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read तलाश लगता हैं शायद वाकिफ़ नहीं हैं तु मेरी ज़िद से! गर आ जाँऊ अपनी पर तो खुदा भी तलाश लूँ! ?-AnoopS 22 JAN 2020 Hindi · मुक्तक 2 194 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read खूबसुरत हाँ अब इतना भी खूबसुरत भी नही बनाया खुदा ने हमको! मगर नज़र भर के हम जिसे देख ले उसे उलझन डाल दे! ?-AnoopS© 25 JAN 2020 Hindi · मुक्तक 2 335 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read कारोबार कारोबार करता हूँ मैं उधार खुशियाँ बाँटने का! वक्त पर कोई लौटाता नहीं इसलिये घाटे में हूँ! ?-AnoopS© 27 JAN 2020 Hindi · मुक्तक 2 182 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read दोनों का रिश्ता नज़रो से बहुत दुर हैं पर दिल के करीब हैं! मगर उस का मैं हूँ और वो मेरा नसीब हैं! मिला न कभी, न कभी जुदा हुआ मुझ से! हम... Hindi · मुक्तक 2 163 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read सहर टूट जाते हैं जब मेरे हज़ारो ख्वाब! तब कहीं जा के एक सहर होती हैं! ?-AnoopS© 29 JAN 2020 Hindi · मुक्तक 2 318 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read फ़ितरत मैं अपनी फ़ितरत में किसी को शुमार नहीं करता हूँ! मिले न मिले कोई मुझ जैसा मैं खुद से प्यार करता हूँ! ?- AnoopS© 12 Nov 2018 Hindi · मुक्तक 2 172 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read औकात जो निभा न सकूँ ऐसा मैं वादा नहीं करता! बात अपनी औकात से ज्यादा नहीं करता! तमन्ना मैं भी रखता हूँ आसमां को छुने की! बस औरो को गिराने का... Hindi · मुक्तक 2 393 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read दस्तक बस एक दस्तक सी होती रही हैं कहीं मेरे अंदर! मैं रात भर बे-खबर सोता रहा ज़िंदगी ओढ़ कर! ?-AnoopS© 02 Feb 2020 Hindi · मुक्तक 2 218 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read मन्ज़िल पहुँचना चाहता हूँ मैं बस अपने आप की हद तक! मैं अपने आप को ही मन्ज़िल बना कर चलता हूँ! ?-AnoopS© 02 Feb 2020 Hindi · मुक्तक 2 185 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read उसूल खुद के उसूल कभी कभी यूं भी तोड़ता हूँ! खता औरो की हो और हाथ मैं जोड़ता हूँ! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 2 303 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read कहानी ढूँढते रह गये वो किस्सों में हम को! हम तो अब भी सिर्फ़ कहानी में थे! लौट कर आ भी गये वो किनारे पर! पर हम तो अब भी वहीं... Hindi · मुक्तक 3 230 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read धड़कनो की सरगम चुपके से गुज़रते हैं जब वो मेरे दिल से हो कर! धड़कनो की सरगम से जान लेता हूँ के वो गुज़रे! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 2 186 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read गुटुरगुं गुटुरगुं करता हैं रोज़ आकर एक कबुतर मेरी छत की मुंडेर पर.! लगता हैं शायद वो कोई पैगाम लाता हैं मेरे किसी खास का.! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 168 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read हुनर बस मेरा यही अंदाज जमाने को खलता है! हुनर होने के साथ भी सीधा कैसे चलता है! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 215 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read जीतने की ज़िद जीतने की ज़िद हैं खुद से और खुद को ही हराना हैं! नहीं हूँ मैं भीड़ दुनिया की मेरे अंदर एक ज़माना हैं! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 2 191 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read कर्ज़दार ज़रा समझा दो तुम अपनी इन यादों को! तंग करती हैं दिन रात कर्ज़दार की तरह! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 2 307 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read अज़नबी बन के अज़नबी मुझ से सवाल पुछते हो! सब कुछ तुम्हे पता हैं क्या हाल पुछते हो! हर पल डरा के हमको न जी पाओगे तुम! पहले छोड़ गये हमको... Hindi · मुक्तक 2 367 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read परिंदे परिंदे भी अब ठिकाना बदलने के इंतज़ार में हैं! पतझड़ का आना लाज़मी हैं दिल के बगीचे में! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 2 359 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read ऐ ज़िंदगी बस एक बार इतना ही बताना है तुमको! ऐ ज़िंदगी कुछ भी तो नहीं मिला हमको! प्यार मुहब्बत का सिला कुछ भी नहीं हैं! दर्द के सिवा कुछ भी नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 272 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read मुसाफ़िर मुसाफ़िर कल भी था मैं, मुसाफ़िर आज भी हूँ! कल उस की तलाश थी आज अपनी तलाश हैं! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 2 212 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read याद महसूस हो रही है हवा में उसकी खुशबू! लगता है मेरी याद में वो साँस ले रहे हैं! ~ Anoop S© 7 Feb 2015 Hindi · मुक्तक 1 407 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read मेहमान वो चुप जब रहता हैं तो आसान दिखता हैं! बात शुरु कर दे तो फ़िर तुफ़ान दिखता हैं! जो लाया अपने घर बना कर मुझे मेहमान! वो अपने घर में... Hindi · मुक्तक 1 446 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read दास्ता ना छेड़ अब मुझको, रहने दे य़की तक दास्ता मेरी! कहुँगा सच तो जल ही जायेगा दिल तेरा ज़बा मेरी! ?--अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 404 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read तुफ़ान वो चुप जब रहता हैं तो आसान दिखता हैं! बात शुरु कर दे तो फ़िर तुफ़ान दिखता हैं! जो लाया अपने घर बना कर मुझे मेहमान! वो अपने घर में... Hindi · मुक्तक 1 210 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read कुछ नहीं मिला हमको बस एक बार इतना ही बताना है तुमको! ऐ ज़िंदगी कुछ भी तो नहीं मिला हमको! जब बुरे थे तो चरचा था अपना हर तरफ़! भले बनकर देखा कुछ नहीं... Hindi · मुक्तक 1 378 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read सहर टूट जाते हैं जब मेरे हज़ारो ख्वाब! तब कहीं जा के एक सहर होती हैं! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 200 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read इम्तिहान इम्तिहान में आये मुश्किल सवाल सा हूँ मैं! हर किसी ने छोड़ा मुझको बिना समझे ही! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 2 204 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read ज़िंदगी ज़िंदगी देती हैं एक मौका हमेशा हमको! आसान अल्फ़ाज़ में जिसे कल कहते हैं! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 243 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read दोस्त रख तू अपनी बादशाहत अपने पास ऐ ज़िंदगी! बस हमको एक दोस्त दे दे तू मुस्कुराने के लिये! ~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 204 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read सब्र सब्र कर मुसीबत के दिन भी गुज़र जायेंगे! हँसी उड़ाने वालो के भी चेहरे उतर जायेंगे! ?अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 2 202 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read शहर वो अपने शहर में न पहचाने ये अलग बात हैं! उनके शहर में अपनी भी तो पहचान बहुत हैं! ?-अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 190 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read अल्फ़ाज चलता हूँ मैं ढ़क कर अपने इन गहरे ज़ख्मो को! उनके अल्फ़ाज भी बहुत नमकीन लगते हैं मुझे! ?-अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 184 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read शेर ज़िंदगी मार रही हैं मुझे बार बार ठोकरो से! बर्ताव कर रहा हो मालिक जैसे नौकरो से! ?~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 181 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read शेर मैं जब भी छुने के लिये निकलता हूँ बुलंदी को! हवा झट लाकर पटक देती हैं ज़मी पर मुझको! ?~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 213 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read शेर तहज़ीब हैं हमको भी दुश्मनो को सज़ा देने की! हाथ नहीं उठाता हूँ मगर नज़रो से गिरा देता हूँ! ?~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 179 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read शेर बरगद के दरख़्तों की तरह हैं वजूद अपना! ताउम्र खड़े रहते है जहाँ दिल लग जाता हैं! ?~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 205 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read शेर एक बार तुम मेरा हाथ थाम के देखो तो सही! लोग जल जाएंगे महफ़िल में चिरागों की तरह! ?~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 195 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read शेर दरिया की तरह हैं मेरा जीने का सलीक़ा! चुपचाप से बहता हूँ और मौज में रहता हूँ! ?~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 447 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read शेर एक तुम ही हो जो समझते ही नहीं बातों को हमारी! यहाँ जमाना हमारे शेर पढ़कर दीवाना हुआ रखा हैं! ?~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 213 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read शेर उबल रही हैं ज़िन्दगी अपनी चाय की तरह! हम हैं कि घूंट घूंट का मज़ा लिए जा रहे हैं! ?~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 227 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read बेदर्द ज़िंदगी ज़िन्दगी हमारी कितनी बेदर्द हो गयी! खुशी भी न जाने कहाँ दफ़न हो गयी! इश्क लिखा सबकी तकदीर में खुदा ने! हमारी बारी पर तो स्याही खत्म हो गई! ?-अनूप... Hindi · मुक्तक 1 197 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read शेर ऐ दुनिया तेरी रौनक़ से मैं अब ऊब रहा हूँ ! वो चाँद हमको कहते हैं और मैं डूब रहा हूँ ! ?-अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 159 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read शायरी शायद झूठ बोलना जो नहीं सीखा मैने कभी! इसलिए ही तो करते हैं लोग नफ़रत हम से! ?-अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 365 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read शायरी मेरी हिम्मत को परखने की गुस्ताखी न कर! मैं तो तुफ़ानो का रुख मोड़ना भी जानता हूँ! ?-अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 230 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read सहारा न मिला उनका हाथ थाम के भी कोई सहारा न मिला! मैं वो लहर हूँ जिसे कोई भी किनारा न मिला! हम तो सहारा बने थे हर बुरे वक़्त में उन का!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 430 Share Anoop 'Samar' 23 Jan 2020 · 1 min read दिल का हाल तेरी मोहब्बत भूल भुलैया का एक जाल हैं! उसमे खो चुका हूँ बस खुद से ये सवाल हैं! निकलना चाहता हूँ बस तेरे इस दिखावे से! मोहब्बत के नाम पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 338 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read कुछ शेर मतलबी लोगों के लिए "मतलबी और दोगले लोगों के लिए तोहफ़ा" 1- आजकल तो वो लोग भी झूठा बोलते हैं हमें! जिन्होंने कभी आज तक सच बोला ही नहीं! 2- पलट सकता हैं वक़्त... Hindi · मुक्तक 2 2 273 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read कुछ शेर... 1- ज़िन्दगी तुझ को जैसे चलना है वैसे ही चल! हमने तुझ से सब उम्मीदें वैसे भी छोड़ दी हैं! 2- आ जाना तुम जब टूट कर बिखर जाओ! बहुत... Hindi · मुक्तक 7 405 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read पतंग पतंग डोरी चरखी सब ले आया हूँ खरीद कर! हवा उनके घर की तरफ़ चले तो पतंग उँडाऊ! ?-AnoopS.© 15 Dec 2019 Hindi · मुक्तक 7 385 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read वक़्त हूँ ज़नाब कदम दर कदम मैं बदलता रहता हूँ यूँ ही! वक़्त हूँ ज़नाब एक जगह ठहरता ही नहीं! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 7 451 Share Previous Page 3 Next