आर.एस. 'प्रीतम' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 110 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 आर.एस. 'प्रीतम' 5 May 2018 · 1 min read #ग़ज़ल-54 #ग़ज़ल तेरी गली से हम गुज़र के प्यार देखेंगे सपने तिरे हमदम हज़ारों बार देखेंगे/1 छूकर लबों से फूल फैंकों या शिला मारो लेकर ज़ख्म कूचा तिरा हम यार देखेंगे/2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 266 Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 May 2018 · 1 min read #ग़ज़ल-55 ईद का चाँद तू बन नहीं सुन ज़रा ख़्वाब में ही सही मिल कहीं सुन ज़रा/1 याद मीठी बड़ी हो गई आपकी स्वाद गुड़ से लगे है यहीं सुन ज़रा/2... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 227 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 May 2018 · 1 min read #ग़ज़ल-56 अरक़ान–फ़ाइलुन+फ़ाइलुन+ फ़ाइलुन वज़्न–212+212+212 रदीफ़-से काफ़िया-आज-काज-राज-नाज़-ताज-लाज-बाज मैं नहीं हम बने आज से हो ख़ुशी आपके काज से/1 एक सबपर नज़र है रखे बेख़बर वो नहीं राज़ से/2 सुन वफ़ाई न करना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 263 Share आर.एस. 'प्रीतम' 1 May 2018 · 1 min read #ग़ज़ल-57 अरक़ान-फ़ाइलुन+फ़ाइलुन+फ़ाइलुन मीटर--212+212+212 भेद होता ज़हर जानिए भावना पर क़हर जानिए/1 यार मिल दे मज़ा प्यार का हो जुदा तो फिकर जानिए/2 झूठ सच फ़लसफे नाम दो क्या सही है नज़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 215 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Apr 2018 · 1 min read #ग़ज़ल-58 अरक़ान= फ़ाइलुन +फ़ाइलुन+फ़ाइलुन+फ़ा वज़्न..212-212-212-2 ग़ज़ल हम मिलें अब चलेंगें सफ़र में प्यार जागा हुआ दिल ज़िगर में/1 आज हर शै लुभाती लगे है मौज बसती चले दिल-शहर में/2 दूरियाँ रो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 240 Share आर.एस. 'प्रीतम' 29 Apr 2018 · 1 min read #ग़ज़ल-59 अरक़ान (बहर या छंद). मफ़ऊलात.2221+2221+222 दिल में आ निकल तो फिर न जाओगे अश्कों से फिसल तो फिर न जाओगे/1 लाखों हैं हसीं देखो जिधर भी तुम गिरगिट-से बदल तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 263 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Apr 2018 · 1 min read #ग़ज़ल-60 वज़्न...212---212---212---22 ले गई दिल सनम इस कदर मेरा हो गया दास जैसा ज़िगर मेरा/1 आहटें हों गली चौंक मैं जाऊँ युग हुआ बीतता इक पहर मेरा/2 लौट आ दिल पुकारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 209 Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 Feb 2018 · 1 min read #ग़ज़ल-62 मापनी..2122-2122-12122 ************************* रदीफ़..देखा क़ाफिया..क़सूर..सरूर..नूर..हुज़ूर.. ज़रूर.. गरूर..दूर जान आँखों में ग़ज़ब का क़सूर देखा। आज हमने प्यार का फिर सरूर देखा।। (मत्ला) झुक गई ये यूँ हया से नज़र न टूटी।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 221 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Feb 2018 · 1 min read #ग़ज़ल-61 दो रंग मोहब्बत के होते हैं ज़माने में कुछ लोग हँसते तो कुछ रोते हैं ज़माने में/1 रब दी लकीरें हाथों की मिटती नहीं प्यारे क़िस्मत लिखे लेखे सब ढ़ोते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल बहर..1222-1222-122 ******************** रदीफ़.. बुरा है काफ़िया.. ग़म-दम-नम-कम-सम-हम-तम हमें यूँ ना सताओ ग़म बुरा है। सुनो तुम बिन हमारा दम बुरा है।। कभी जी ना सकूँगा सुन ज़रा तू। बिना तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 450 Share Previous Page 3