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Language: Hindi
323 posts
Page 3
समाज की समुन्द्र रूपी अनन्त गहराई में
समाज की समुन्द्र रूपी अनन्त गहराई में
Bhupendra Rawat
युद्ध का परिणाम सदैव होता है, हार या जीत परन्तु
युद्ध का परिणाम सदैव होता है, हार या जीत परन्तु
Bhupendra Rawat
ख्वाबों को तोड़ कर उसका घर बनाता हूँ
ख्वाबों को तोड़ कर उसका घर बनाता हूँ
Bhupendra Rawat
आप लड़े हो आज तक हिन्दू मुसलमान बोल कर
आप लड़े हो आज तक हिन्दू मुसलमान बोल कर
Bhupendra Rawat
अपनी नींद ज़ाया न कर
अपनी नींद ज़ाया न कर
Bhupendra Rawat
मज़हब की इस दौड़ में गुम हो गया है,आदमी
मज़हब की इस दौड़ में गुम हो गया है,आदमी
Bhupendra Rawat
जीवन का संघर्ष
जीवन का संघर्ष
Bhupendra Rawat
विकास एक प्राकृतिक विद्रोह
विकास एक प्राकृतिक विद्रोह
Bhupendra Rawat
ख़ामोश रह कर अक्सर गुनगुनाता हूँ
ख़ामोश रह कर अक्सर गुनगुनाता हूँ
Bhupendra Rawat
मैं भी तन्हा हूँ
मैं भी तन्हा हूँ
Bhupendra Rawat
जीवित रहना भी समान है मृत होने के
जीवित रहना भी समान है मृत होने के
Bhupendra Rawat
इश्क़ में हर जंग क़बूल है मुझे जहाँ की हर शर्त मंज़ूर है मुझे
इश्क़ में हर जंग क़बूल है मुझे जहाँ की हर शर्त मंज़ूर है मुझे
Bhupendra Rawat
कहाँ लिखी जाती है पाक मोहब्बत की दास्ताँ
कहाँ लिखी जाती है पाक मोहब्बत की दास्ताँ
Bhupendra Rawat
शीर्षक----कोरोना का प्रहार
शीर्षक----कोरोना का प्रहार
Bhupendra Rawat
अब कोई मज़हब दिखाई नही देता
अब कोई मज़हब दिखाई नही देता
Bhupendra Rawat
वो इंसान मुझे हिंदुस्तान का ग़द्दार दिखाई देता है
वो इंसान मुझे हिंदुस्तान का ग़द्दार दिखाई देता है
Bhupendra Rawat
नही बचा शायद कोई इंसा शुक्रिया हैवान बनाने के लिए
नही बचा शायद कोई इंसा शुक्रिया हैवान बनाने के लिए
Bhupendra Rawat
लहराते बागों में श्मशान दिखाई देता है
लहराते बागों में श्मशान दिखाई देता है
Bhupendra Rawat
सत्ताधीश जब मौन धारण कर लेते है
सत्ताधीश जब मौन धारण कर लेते है
Bhupendra Rawat
अब मुझे कोई इंसान नज़र नही आता
अब मुझे कोई इंसान नज़र नही आता
Bhupendra Rawat
कल आप कोसोगे खुद को
कल आप कोसोगे खुद को
Bhupendra Rawat
बस्ती जलाने तुम ही आगे आए थे
बस्ती जलाने तुम ही आगे आए थे
Bhupendra Rawat
हिंसा और परिणाम
हिंसा और परिणाम
Bhupendra Rawat
तुम्हें अपने ऊपर गुमाँ बहोत है तुम्हारे जैसे इंसा बहोत है
तुम्हें अपने ऊपर गुमाँ बहोत है तुम्हारे जैसे इंसा बहोत है
Bhupendra Rawat
ज़िन्दगी की दौड़ में
ज़िन्दगी की दौड़ में
Bhupendra Rawat
हम तो ठहरे मुसाफिर
हम तो ठहरे मुसाफिर
Bhupendra Rawat
लिबास ओढ़कर नया साल आ गया
लिबास ओढ़कर नया साल आ गया
Bhupendra Rawat
कोई झूठे वादें नही करता
कोई झूठे वादें नही करता
Bhupendra Rawat
मैं जुगनुओं को पनाह देता हूँ
मैं जुगनुओं को पनाह देता हूँ
Bhupendra Rawat
तुझे पाकर खुद को भूल गया हूँ मैं देख अब तुझ सा हो गया हूँ मैं
तुझे पाकर खुद को भूल गया हूँ मैं देख अब तुझ सा हो गया हूँ मैं
Bhupendra Rawat
मशरूफ है वो अब उन्हें मशरूफ रहने दो
मशरूफ है वो अब उन्हें मशरूफ रहने दो
Bhupendra Rawat
वो अब सताने लगें है सपनो में भी आने लगे है
वो अब सताने लगें है सपनो में भी आने लगे है
Bhupendra Rawat
दर्द था जख्म का पता भी नहीं
दर्द था जख्म का पता भी नहीं
Bhupendra Rawat
तुझे देखने को चाह में
तुझे देखने को चाह में
Bhupendra Rawat
जब देश के रक्षक खुद भक्षक बन जाते है
जब देश के रक्षक खुद भक्षक बन जाते है
Bhupendra Rawat
ना ही था वो ना ही कोई मैं था
ना ही था वो ना ही कोई मैं था
Bhupendra Rawat
एक सुंदर उपहार होती है बेटियां
एक सुंदर उपहार होती है बेटियां
Bhupendra Rawat
काश मैं भी होती पत्थर की मूर्त
काश मैं भी होती पत्थर की मूर्त
Bhupendra Rawat
क्यों तुम दूर चली गई
क्यों तुम दूर चली गई
Bhupendra Rawat
सदा तुम यूं ही मुस्कुराते रहना
सदा तुम यूं ही मुस्कुराते रहना
Bhupendra Rawat
हां भारत देश बदल रहा है
हां भारत देश बदल रहा है
Bhupendra Rawat
कविता बनाई नहीं जाती
कविता बनाई नहीं जाती
Bhupendra Rawat
गुमसुम रहने की आदत हो गयी है
गुमसुम रहने की आदत हो गयी है
Bhupendra Rawat
रहने दे तू मेरे पास तो है
रहने दे तू मेरे पास तो है
Bhupendra Rawat
आओ एक दूजे से कुछ सलाह मशविरा कर लेते है
आओ एक दूजे से कुछ सलाह मशविरा कर लेते है
Bhupendra Rawat
माँ मेरे साथ मेरा साया बना फिरती है
माँ मेरे साथ मेरा साया बना फिरती है
Bhupendra Rawat
तेरी यादे मुझे तेरे से रिहा होने नहीं देती
तेरी यादे मुझे तेरे से रिहा होने नहीं देती
Bhupendra Rawat
मिलन तो दो रूह का होता है क्यों लोग जिस्म का खेल समझते है
मिलन तो दो रूह का होता है क्यों लोग जिस्म का खेल समझते है
Bhupendra Rawat
कितनी अजीब कहानी है प्यार उनका अब मेरे लिए निशानी है
कितनी अजीब कहानी है प्यार उनका अब मेरे लिए निशानी है
Bhupendra Rawat
अब उस बेवफ़ा से दिल क्या लगाना
अब उस बेवफ़ा से दिल क्या लगाना
Bhupendra Rawat
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