संतोष बरमैया #जय 61 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid संतोष बरमैया #जय 5 May 2018 · 1 min read लालच का असर लच लच लच रहा , लालच की ओर सदा। लालच के आगे आज, मानव भी सो गया। लूट, लूट, लूट, लूट, लूट ही मचाये सदा। दानवी प्रवृत्तियों में, मानव ही... Hindi · घनाक्षरी 442 Share संतोष बरमैया #जय 14 Feb 2018 · 1 min read शिव महिमा शिव महिमा ★★★★★■■ देवों के भी देव कहाते, भोले से पर नाथ कहाते। दर्शन कठिन तपस्या इनकी, जो मांगे वह वर दे जाते।। #सोमनाथ ने तपे चंद्र को, तब दक्ष... Hindi · कविता 410 Share संतोष बरमैया #जय 3 Feb 2018 · 1 min read ।।आखिरी पल तक तके रस्ता है माँ।। ★★★★★★★★★★★★ बस समय पर सुत नहीं पहुँचा वहाँ। आखिरी पल तक तके रस्ता है माँ।। बेबसी में बंद की आँखे अभी । बह रहे आँसू कहें हर दासताँ ।। सर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 265 Share संतोष बरमैया #जय 26 Dec 2017 · 1 min read जूते की अभिलाषा पढ़िए पैरोडी शीर्षक - #जूते_की_अभिलाषा ★★★★ चाह नहीं, चरनन देवों की, बन, चरण-पादुका तर जाऊँ। विश्व-सुंदरी के गहनों में, मैं सजूँ, भाग्य फिर इतराऊँ।। ★★★★ चाह नहि जनता को लूटने,... Hindi · कविता 840 Share संतोष बरमैया #जय 26 Dec 2017 · 1 min read #इक_सयाना_चाहता_हूँ ★★★★ मैं घरों घर इक सयाना चाहता हूँ। फिर बुजुर्गों का .जमाना चाहता हूँ।। ★★★★ खो गये एकल जहाँ में सब के सब ही, मैं सभी को घर ... बुलाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 527 Share संतोष बरमैया #जय 26 Dec 2017 · 1 min read ।।मरहम नहीं।। ★★★★★ तू फलक का है खुदा तो हम जमीं पर कम नहीं। वस्ल की हो रात कैसे गर जमीं पर हम नहीं।। ★★★★★ हम नहीं तो इश्क की हर इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 238 Share संतोष बरमैया #जय 14 Dec 2017 · 1 min read ।। बूँद बन गिरने लगा ।। ★★★ प्रेयसी का प्रेम तपती रेत सा तपने लगा। तब बुझाने आग प्रियतम मेघ सा सजने लगा।। ★★★ बज उठा संगीत मन में प्रेम धुन की तान पर। प्रेम की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 234 Share संतोष बरमैया #जय 14 Dec 2017 · 1 min read ।।हर जश्न तेरे द्वार पर।। ★★★★ दे दुआएँ लिख रहा हूँ गीत तेरे प्यार पर। तू रहे जग-जीत बनकर प्यार के संसार पर।। ★★★★ गुनगुनाता शख्स हर हो इस जहाँ में प्यार से। तू वही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 612 Share संतोष बरमैया #जय 14 Dec 2017 · 1 min read ।।चल एक छोटा सा घर बनाते है।। चल एक छोटा सा घर बनाते हैं इस लाल काले हरे नीले आसमान के नीचे, पेड़ों की पत्तियों के झुरमुट के पीछे, चल एक छोटा सा घर बनाते है, तेरे... Hindi · कविता 460 Share संतोष बरमैया #जय 14 Dec 2017 · 2 min read ।। क्या होता है भाई माँ ।। निःशब्द निरूत्तर पाई माँ। है आज तलक घबराई माँ। बच्चे का छोटा प्रश्न सुनो, कहता क्या होता भाई माँ? बहुत सुना मैंने शाला में, यहाँ - वहाँ औ गौशाला में... Hindi · कविता 496 Share संतोष बरमैया #जय 14 Dec 2017 · 1 min read #इस तरह बेटी बिदा हो जाती है# # इस_तरह_बेटी_बिदा_हो_जाती ★★★★★ आज दशा पर बेटी की यह, बाबुल नीर बहाये। ब्याह रचाने बेटी का खुद, दिल पत्थर रख जाये।। माँ खुश भी है पर रो-रोकर, बुरा हाल कर... Hindi · कविता 270 Share संतोष बरमैया #जय 22 Nov 2017 · 1 min read बहती हवा का प्रश्न एक ग़ज़ल ******* ★★★ रोशनी आँखों की खुद ही धुंध में खोता चला। आदमी हर आदमी बस धुंध ही बोता चला।। ★★★ बात हर वह जानकर भी बात को समझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 361 Share संतोष बरमैया #जय 22 Nov 2017 · 1 min read हुनर जांबाज दे जाना एक ग़ज़ल ★★★★ विरासत में उड़ानों का मुझे हर राज दे जाना। अधूरे ख्वाब जो छूटे वही सब आज दे जाना।। ★★★★ समय की चाल से आगे भला जाता कहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 255 Share संतोष बरमैया #जय 15 Oct 2017 · 1 min read नजर कातिल दिखाई दे जिधर घूमे नज़र तेरी उधर #महफ़िल दिखाई दे। हुनर पे जाँ लुटी सबकी, नज़र कातिल दिखाई दे।। हमीं बेचैन हैं बैठे, #तन्हाई क्यूँ चली आई। हमें तो प्रेम-सागर में, नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 427 Share संतोष बरमैया #जय 15 Oct 2017 · 1 min read नमन बेटियों ★★★ तुम सजाओ धरा ये गगन बेटियों। आज जीवन बनाओ चमन बेटियों।। ★★★ नाज इतना करें आज आवाम भी। सब करें जोड़कर कर-नमन बेटियों।। ★★★ राह कोई चलो ध्यान हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 570 Share संतोष बरमैया #जय 15 Oct 2017 · 1 min read गजल बन रहो आरजू है यही तुम गजल बन रहो। चाँदनी रात में इक कँवल बन रहो।। चाँदनी पूर्णिमा की गगन में खिले। जिंदगी में सदा तुम धवल बन रहो।। प्यार की राह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 304 Share संतोष बरमैया #जय 29 Sep 2017 · 2 min read गजल आजादी के दीवाने #सरदार_भगतसिंह_जी के जन्मदिन पर उपहार स्वरूप मेरी ये गजल सादर भाव समर्पित????????? भगतसिंह नाम कह दो आज भी मन काँपते दुश्मन। गरज कर आँख दिखला दो अभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share संतोष बरमैया #जय 27 Sep 2017 · 1 min read गजल साथियों तुम बढ़ो आज रफ़्तार से। मत डरो मत डिगो, आज की हार से।। हार से जान लो जीत का राज क्या? जान कर पग धरो नीति उपचार से।। दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 406 Share संतोष बरमैया #जय 22 Aug 2017 · 1 min read बिछड़ी हुई गली बिछड़ी हुई गलियों में बीती कहानी देखी। जगह-जगह में यादों की छिपी निशानी देखी।। परत हट गई है, धुंध भी आँखों की हटी अब। गुजरा गली तो बचपन की जिंदगानी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 285 Share संतोष बरमैया #जय 22 Aug 2017 · 1 min read आँचल का एहसास माँ ! मुझको याद नही परंतु, ऐसा पल आया होगा। प्रसव-वेदना ने पल-पल हि, तुझको तड़पाया होगा।। पाकर गोदी में मुझको फिर, मन यूँ हर्षाया होगा। सारे जहान का सुख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 319 Share संतोष बरमैया #जय 25 Jun 2017 · 3 min read ????बेटी की व्यथा???? ???तुम्हारी परवरिश में कमी नहीं है माँ??? बेटी की व्यथा???????? माँ! तेरी ये बेटी आज बड़ी हो गई जिन रास्तों पर तूने चलना सिखाया , उन्हीं रास्तों पर मैं खड़ी... Hindi · कविता 496 Share संतोष बरमैया #जय 17 Jun 2017 · 1 min read ???? अधूरी बातें ???? *********** अधूरी बातें *********** मेरी आँखों के सामने वो हर दिन सजती रही। मेरी अधूरी बातें दिल को हर दिन डसती रही।। लगुन से बड़ी हल्दी तक दरोज उसे हल्दी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 255 Share संतोष बरमैया #जय 17 Jun 2017 · 2 min read ???#" सुहागरात एक एहसास"#??? ????? "सुहागरात एक एहसास"???? ?दाम्पत्य जीवन की पवित्र, पहली सीढ़ी , पहली बात। उलझन में दिल, अजीब ख्याल, कैसी होती है सुहागरात।। ?दो अनजाने सहमे दिल, हुई है चंद सिर्फ... Hindi · कविता 1k Share संतोष बरमैया #जय 2 Jun 2017 · 1 min read सफर मोहब्बत का चलो फिर किस्सा मोहब्बत का सुनाते है। पुरानी इश्क की गली से घूम आते है।। ठिठुरते बैठना दहलीज, सर्द रातों में। पल इंतजा के जहाँ अदब से निभाते है।। मायूश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 260 Share संतोष बरमैया #जय 2 Jun 2017 · 1 min read ◆◆◆◆◆जुगाड़◆◆◆◆◆ जैसे ही शीर्षक श्री ने पटल विषय जुगाड़ बताया। हमने भी बेहतर कविता प्रेषित करने मन बनाया। चलने लगी दिमाग पर सोच की तेजधार की आरी। शब्दों को काट जोड़... Hindi · कविता 429 Share संतोष बरमैया #जय 2 Jun 2017 · 1 min read नारी की गौरव गाथा नारी पर गीत गजल कविता, शायरी करते रहे। रह-रह बात सशक्तिकरण पे, जोर दें कहते रहे।। नारी बल को कम ना कहना, पाठ सब पढ़ते रहे। नारी शक्ति इतिहास पर... Hindi · कविता 987 Share संतोष बरमैया #जय 29 May 2017 · 1 min read ******भाव कलम के****** छटा प्रातः की देख कर मन भाव ऐसे उठ गये। इंद्रधनुष रंगों ने मानो, नभ में रंग भर गये।। रंग सिंदूरी सजा है यों, धरा मांग भर रही। प्रीतम के... Hindi · कविता 242 Share संतोष बरमैया #जय 29 May 2017 · 1 min read ***** पेट अग्नि***** ●★●★●★●★●★●★● जला नहीं है आज फिर, चूल्हा गरीब घर का। है चर्चा लाचार, बेबस, गरीब की गुजर का।। दे दिया है लकड़ी उसने, औरों को जलाने चूल्हे। पर ये मुमकिन... Hindi · कविता 289 Share संतोष बरमैया #जय 27 May 2017 · 1 min read मानव की मनमानी का प्रकृति चिट्ठा खोल रही यहाँ, है मानव की मनमानी का। धूप की तपन, बढ़ती गर्मी, असर है ये बेइमानी का।। उमर कम , झड़ते सफेद बाल, आधे गोरे लटकते गाल।... Hindi · कविता 302 Share संतोष बरमैया #जय 26 May 2017 · 1 min read ये मोक्ष धाम विधा - हाइकु सुंदर मन। हरे भरे है वन। स्वस्थ जीवन।। भौतिक सुख। सब जी का जंजाल। मोह अंजान।। मन मोहिनी। चंचल चितवन। ये मोह जाल।। निःस्वार्थ प्रेम। प्रभु हरि... Hindi · हाइकु 392 Share संतोष बरमैया #जय 25 May 2017 · 1 min read गुलाब विधा - हाइकू श्रद्धा अर्पण। चरणों में नमन। भेंट गुलाब।।1।। वीरों की राह। समर्पण के भाव। बिछे गुलाब।।2।। प्रेम प्रतीक। महके उपवन। खिले गुलाब।।3।। नव-यौवन। प्रियतम के हाथ। भाए गुलाब।।4।... Hindi · हाइकु 268 Share संतोष बरमैया #जय 25 May 2017 · 1 min read जिंदादिल वीर जवान उठो, बनो शोले हे ! वीरों, अब वतन ए राह बुलाती है। दिखलाओ जिंदादिली प्यारों, अब वतन ए चाह बुलाती है।। खौलता है नहीं क्या खूँ अब, कटे सर सरहद... Hindi · कविता 345 Share संतोष बरमैया #जय 25 May 2017 · 1 min read माँ वंदना ?????मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ????? ★ माँ वंदना ★ माँ के चरणों में समर्पित हे ! जन्मदात्री, तेरी जय ! हो, ममतामयी, चरणों में वंदन। शत शत नमन करूँ... Hindi · कविता 408 Share संतोष बरमैया #जय 24 May 2017 · 1 min read आ अब लौट चले उस गाँव आ अब लौट चले उस गाँव। जहाँ माँ के आँचल की छाँव।। करघा, आँगन बैठ के माँ, सपने बुनती है बेटे तेरे। जीवन के दिन चार रहे, खुश, हर पहर... Hindi · कविता 558 Share संतोष बरमैया #जय 24 May 2017 · 1 min read वीर शौर्य माँ की कोख में पलता यहाँ बच्चा शौर्यमय हो जाता है। तन मन वचन से सज-धज, बच्चा, इस पुण्य धरा पे आता है।। नौ माह तक पंचतत्वों का, सम्पूर्ण ख्याल... Hindi · कविता 1 548 Share संतोष बरमैया #जय 27 Apr 2017 · 1 min read ??आखिरी चाहत गजल?? जीने की मेरी औ आखिरी चाहत गजल। जान भी निकले यहाँ, बस लिखते वक्त गजल।। लेकर जा रहे हो, मुझको जब अंतिम सफर। यात्रा में गाते हो सब मिले जन्नत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 339 Share संतोष बरमैया #जय 27 Apr 2017 · 1 min read ??क्या मेरा है मुकद्दर?? तू अपनों के साथ है, ये तेरा है मुकद्दर। मैं अपनों में पराया, क्या मेरा है मुकद्दर।। चाँद फीका फीका हुई चाँदनी मद्धम मद्धम। हर गीत तुझ पे रूप क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 222 Share संतोष बरमैया #जय 23 Apr 2017 · 1 min read ??पौधा लगवाते जाएँ?? हर जन दूजे तक मेरी बात पहुंचाते जाए। चार पौधे जीवन में लगा वृक्ष बनाते जाए।। पर्यावरण प्रदूषण पर करें निरंतर चिंतन। लाभ-हानि, परिणाम भविष्य समझाते जाए।। हो जाएगा मिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 244 Share संतोष बरमैया #जय 23 Apr 2017 · 1 min read ## क्या खोया क्या पाया"" क्या खोया क्या पाया हमने इस तकरार में? बिखरे रिश्ते-नाते गलतफहमी के शिकार में।। रेत के कुछ बना घरौंदे करते थे आवाजाही। कितना मजा जब लड़ते थे बचपन के प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 426 Share संतोष बरमैया #जय 23 Apr 2017 · 1 min read ??गरीबी का श्रृंगार?? माँ ने दिया जन्म, इन सीढ़ियों में, माँ की ये मजबूरी थी। गरीबी ने घेरा, इस कदर, तकदीर से ही दूरी थी।। पर सपने, माता पिता के, अब नही गरीब... Hindi · कविता 303 Share संतोष बरमैया #जय 23 Apr 2017 · 1 min read ??? हाय रे गर्मी??? तपता सूर्य। चिलचिलाती धूप। ऊफ, ये गर्मी।।1।। भीषण आग। झुलसता बदन। हाय रे गर्मी।।2।। सहमे तरु। पथ तपती रेत। जाय न गर्मी।।3।। सरि निस्तेज। बयार बहे तेज। छाय है गर्मी।।4।।... Hindi · हाइकु 287 Share संतोष बरमैया #जय 23 Apr 2017 · 1 min read """"""""""""गजल"""""""""" तू ही मेरी सुबह, तू ही शाम है। हर धड़कन मिरी अब तेरे नाम है।। नाम लेते है मुझे देख सब तिरा। जिक्र ए इश्क मेरा अब खुलेआम है।। यूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 251 Share संतोष बरमैया #जय 23 Apr 2017 · 1 min read ##### माता-पिता##### उठाओ कलम अब, कलम चलाओ तुम। चरणों में मात-पिता, नमन कराओ तुम।। खोलो भाग्य द्वार अब, खोओ अवसर नही, आओ ले आशीष ज्ञान चक्षु खोल जाओ तुम।। खूब लिख जाओ... Hindi · घनाक्षरी 324 Share संतोष बरमैया #जय 23 Apr 2017 · 1 min read """"अधिकार"""""" कर हिस्सा रत्ती-रत्ती, बिखर रहा परिवार है। यह कैसा हक, कैसा अपनों का विचार है।। जाति धरम् आरक्षण पर, जारी सतत् लड़ाई। ग्रन्थ ध्वज राष्ट्रगान पर, होते ...रोज वार है।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 248 Share संतोष बरमैया #जय 23 Apr 2017 · 1 min read """"""नेता जी """""" व्यंग्य ********* मेरे देश का दुर्भाग्य, यहां नेता बूढ़ा होता है। नवयुवक बूढ़ा होते तक, नेता को ढोता है ।। सोच पर न जा पगले, बुढ़ापा भूत दिखलाए। नवयुवक भविष्य... Hindi · कविता 1 664 Share संतोष बरमैया #जय 8 Apr 2017 · 1 min read ""बता दीजिए हुजूर"" इस तरह चोरी-चोरी आया न कीजिए। दिल में लगा के आग जाया न कीजिए।। हो गई मोहब्बत तो बता दीजिए हुजूर, दिल में रख बात वक्त जाया न कीजिए।। यादों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share संतोष बरमैया #जय 8 Apr 2017 · 2 min read प्रकृति का निराला खेल (दृश्य-:- एक परिवार जिसमें माता-पिता-डॉक्टर,3 बच्चे, डॉक्टर साहब घर पर नही है। दो बच्चे घर के अंदर खेल रहे , एक माँ के साथ.........आगे ..............पढ़िए......""प्रकृति का निराला खेल"""") ममतामयी माता... Hindi · कविता 454 Share संतोष बरमैया #जय 7 Apr 2017 · 1 min read ""साजिश"" देखते ही देखते सपना कोई टूट गया। एक साजिश औ अपना कोई छूट गया।। रख गलत इरादा हर फैसला करते थे वो, चुप्पी से मेरी हर बार नया कोई रूठ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 248 Share संतोष बरमैया #जय 7 Apr 2017 · 1 min read धर्म के ठेकेदार इतिहास के पन्नों में, मिलती गवाही जहाँ। धर्म ठेकेदारो ने , ..…की सदा तबाही यहाँ ।। युद्ध परिणामों पे, ..........बहू प्रमाण है यहाँ। मनगणन्त विषयों पे , हुए युद्ध निर्माण... Hindi · कविता 832 Share संतोष बरमैया #जय 7 Apr 2017 · 1 min read """पाप-पूण्य""" पाप-पुण्य की नगरी, ये मानव जीवन। पाप-पुण्य की घघरी, ये मानव जीवन।। कर्म रूप हो ईश्वरी, पुण्य कहा जाता है। कर्म रूप हो राक्षसी, पाप गिना जाता है।। पुण्य कमाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 779 Share Page 1 Next