अशोक सोनी 136 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 अशोक सोनी 17 Apr 2020 · 1 min read अपना देश बहुत है सुन्दर दूर देश से मामा आए मेरे प्यारे मामा आए । पहले जब मामा आते थे साथ खिलौने ले आते थे कितना हंसते और हंसाते दूर देश की बात बताते अबकी... Hindi · गीत 1 2 241 Share अशोक सोनी 11 Apr 2020 · 1 min read असली वज़ह अदिति ने अपने पति विमर्ष से कुछ परेशान होते हुए कहा -" देखिए आजकल कोरोना की बड़ी खबरें आ रही हैं , इसलिए मैंने कुछ सोचा है । यदि बुरा... Hindi · लघु कथा 295 Share अशोक सोनी 10 Apr 2020 · 1 min read मेरे अज़ीज़ अभी तो तेरी अलामत ए वफ़ा महफूज़ है मेरे पास , देखना है अज़ीज़ की मुसाफ़ात का हकदार हूं कब तलक । Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 257 Share अशोक सोनी 10 Apr 2020 · 1 min read मान भी जाओ यार अब तो मान भी जाओ यार थम गई दुनिया की रफ्तार तुम क्यों होते हो बेज़ार अब तो घर में चैन से बैठो संकट में भी यूं न ऐंठो बाहर... Hindi · गीत 1 308 Share अशोक सोनी 9 Apr 2020 · 1 min read दर्द ये चुप की इन्तेहा है कि दिल कहीं और है और दर्द कहीं होता है । Hindi · मुक्तक 1 2 502 Share अशोक सोनी 8 Apr 2020 · 2 min read राष्ट्र-धर्म सबसे ऊपर है आज सारी दुनिया जब अप्रत्याशित और विषम परिस्थितियों से जूझ रही है । देश ही नहीं अपितु समूचा विश्व जब कोरोना के कहर से उबरने में लगा है , और... Hindi · लेख 320 Share अशोक सोनी 7 Apr 2020 · 1 min read नर्स डाॅक्टर सेवकजन , इन सबका आभार तब्लीगी मरकज हुआ , कैसा पतित जमात । किया कलंकित राष्ट्र को , और पृष्ठ आघात ।। कोरोना का कोप है , बंद हुए बाजार । सड़क दुकाने हाट सब... Hindi · दोहा 2 597 Share अशोक सोनी 4 Apr 2020 · 1 min read मन फिर सपनों की रखवाली में निरत हुआ मन । तुम बिन सूनी फुलवारी से विरत हुआ मन । Hindi · मुक्तक 3 496 Share अशोक सोनी 4 Apr 2020 · 1 min read खुशियों से नाता जोड़ो ग़म की उम्र कितनी होती है खुशी कहां ज्यादा सोती है थोड़ा-थोड़ा गम अब छोड़ो और खुशियों से नाता जोड़ो चाहे दुःख की घड़ी रही हो चाहे जैसी हवा बही... Hindi · कविता 2 216 Share अशोक सोनी 4 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल चलो फिर हालात ए मुल्क बदलते हैं फिर इक नये सवालात पर उलझते हैं कभी कम होती नहीं क्यों दुश्वारियां चलो इन दुश्वारियों को ही बदलते हैं मुश्किल नहीं है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 226 Share अशोक सोनी 4 Apr 2020 · 1 min read चिड़िया रानी ओ चिड़िया रानी ! मत आना तुम अब घर आंगन बहुत विषैली हवा हो गई गली - नगर सन्नाटा है रह जाना अब उपवन कानन यहां विषैला कांटा है पहले... Hindi · कविता 1 416 Share अशोक सोनी 3 Apr 2020 · 1 min read क्वारंटाइन मनाओ पूर्व काल में रोम में हुए महान एक संत प्रेम से वैलेंटाइन कहलाए दुनिया में प्रेम का संदेशा लाए बोले बनो सामाजिक दुनिया में प्रेम फैलाओ लगकर गले ,साथ में... Hindi · कविता 1 2 223 Share अशोक सोनी 2 Apr 2020 · 1 min read सुख सुन्दर संसार करो हे राम जगत के सूत्रधार जगती पर उपकार करो हे ! दिशा-दिशा में धरा-व्योम में कण-कण में और रोम-रोम में बसते हो परिपालक बनकर अपने जन से प्यार करो हे... Hindi · गीत 2 242 Share अशोक सोनी 31 Mar 2020 · 1 min read विश्वास सदा विजयी होता है विश्व के अंतहीन जनशून्य परिपथ में मंगल और अमंगल के मध्य तीव्र वेग से संचलित होता नि:शब्द , सारथी रहित एक रथ । सारथी का न होना इंगितीकरण है किसी... Hindi · कविता 2 390 Share अशोक सोनी 30 Mar 2020 · 1 min read अकल ठिकाने आ गई बेटाराम सात दिनों से घर में बंद हैं मिस्टर भोंदूराम घर से बाहर निकलें कैसे बंद हुए सब काम ध्यान से ये सब देख रहा था मिट्ठू तोताराम देखा कैसी होती... Hindi · कविता 2 252 Share अशोक सोनी 30 Mar 2020 · 2 min read चीन का पाप कृत्य आज के इस वैश्विक संकट में सभी देश चिंतित और भयभीत हैं और सब चीन को सन्देह की दृष्टि से देख रहे हैं । विभिन्न देशों का चीन के प्रति... Hindi · लेख 2 3 433 Share अशोक सोनी 27 Mar 2020 · 2 min read आपदकाल में सबका सहयोग विपदा की इस घड़ी में यह समाचार अत्यंत सुखद अनुभूति दे गया कि भारत के कुछ महत्वपूर्ण धर्म-संस्थानों ने अपने उन आस्थावान भक्तों की आस्था को जीवित रखने का सराहनीय... Hindi · लेख 2 3 278 Share अशोक सोनी 25 Mar 2020 · 1 min read संकटकाल में धर्म संस्थान साथ निभाएं भारत में अनेक धर्म संस्थान हैं , जहां प्रतिदिन हजारों-हजार लोग अपनी अगाध आस्था के साथ अपने आराध्य देवी-देवताओं के दर्शनार्थ जाते हैं । लम्बी थका देने वाली कतारों में... Hindi · लेख 2 264 Share अशोक सोनी 24 Mar 2020 · 1 min read पापा घर में पल दिन कैसे आए ये गांव शहर में बहुत दिनों में ठहरे अब पापा घर में अचानक ये कैसी मुश्किल आन पड़ी है सहमे-सहमे लोग और विपदा की घड़ी है... Hindi · कविता 440 Share अशोक सोनी 20 Mar 2020 · 1 min read क्या उसे इंसाफ मिला वो सर्द मौसम वो सर्द रात अमानवीय दुष्कृत्य घात-प्रतिघात उद्वेलित समग्र राष्ट्र । मां की अकथ व्यथा पिता का संताप लम्बी लड़ाई जीवन की मृत्यु के साथ समवेत आक्रोश समवेत... Hindi · कविता 2 488 Share अशोक सोनी 12 Mar 2020 · 2 min read कभी पिता को भी पढ़ना जिसने तुम्हें गढ़ा है क्या उस पिता को तुमने पढ़ा है कभी फुर्सत मिले तो पढ़ना पढ़ना और समझना उसके एक-एक हर्फ उसके एक-एक शब्द स्नेह में पगे होंगे लेकिन... Hindi · कविता 2 582 Share अशोक सोनी 7 Mar 2020 · 1 min read मां का होना भीतर मन में इस जीवन में मां का होना जैसे किसी दरख़्त की घनी छांव सुख की नींद बेफिक्री का अहसास रिश्तों को जोड़ता जैसे कोई पुल-पुख्ता । उंगलियों का... Hindi · कविता 2 275 Share अशोक सोनी 7 Mar 2020 · 1 min read महिला वनिता नार प्रीत स्नेह समृद्धि सुख सकल विश्व आधार भिन्न रूप में पूजिए महिला वनिता नार । Hindi · मुक्तक 2 352 Share अशोक सोनी 6 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल कैसा है माहौल कि दहलने लगे हैं लोग चलते हुए भी कितना संभलने लगे हैं लोग । कल तक थी दिलों में राय जो पुख़्ता यकबयक फिर कैसे बहलने लगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 255 Share अशोक सोनी 16 Oct 2017 · 1 min read तुम्हारी प्रतीक्षा मैंने अपनी पूरी उम्र कैद कर ली है इन आंखों में दिनों की गिनती अर्थहीन लगती है अब मैंने तो बरस के बरस इन आंखों के रास्ते तुम्हारी प्रतीक्षा में... Hindi · कविता 604 Share अशोक सोनी 14 Oct 2017 · 1 min read राजनीति में संत हो गए ईश्वर,अल्लाह,ईसा,नानक एक ही हैंं जब सारे तो जन-मन को ठगने की खातिर कितने सारे पंथ हो गए । लोभी लम्पट भोगी सारे भेष बदल सब हो गए न्यारे अमिट आस्था... Hindi · कविता 387 Share अशोक सोनी 1 Oct 2017 · 1 min read एक ग़ज़ल बीते लम्हों को भी नादान चुराने निकले लोग माज़ी के इस तरह दीवाने निकले । भूलना चाहा जिसे रश्मो रिवाजों की तरह बातों-बातों मेंं कई और फसाने निकले । तरबतर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 574 Share अशोक सोनी 1 Oct 2017 · 1 min read एक निर्भीक सच एक सच अपने पैने नाखून के साथ झूठ की ओर बढ़ता हुआ और उससे बचने के लिए समवेत होता झूठ डैने फड़फड़ाता कभी घेरता कभी भागने को आतुर किन्तु कदम-दर-कदम... Hindi · कविता 1 587 Share अशोक सोनी 30 Sep 2017 · 1 min read खाली जेबें भर रहे हैं नित नए सम्मान लेकर नित नए उन्वान लेकर और हम क्या कर रहे हैं खाली जेबें भर रहे हैं । तुम भी ज़रा उत्पात कर लो मन से मन की... Hindi · कविता 283 Share अशोक सोनी 28 Sep 2017 · 1 min read फिर मुझे तुम याद करना गुलमोहर इक प्रीत-सा गुलमोहर मन-मीत-सा जब तेरे आंगन लगाऊं अंजुरी में नीर लेकर सींचती उसको जतन से फिर मुझे तुम याद करना । छोड़ धीरे बालपन को तरूण होगा गुलमोहर... Hindi · गीत 1 271 Share अशोक सोनी 27 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल आदमी को यकबयक क्या सुरूर हो गया, खुद से खुद जाने कैसे वह दूर हो गया । इन्सानियत में इतनी दुश्वारियां तो न थीं, फिर छोड़ने को क्यों कर मज़बूर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 296 Share अशोक सोनी 26 Sep 2017 · 1 min read मन-मीत मधुऋतु का आनंद भी देखा , देखी पतझर की भी रीत । सावन में झूले की पींगे , और गोरी का सावन गीत । जीवन के इस विकल चक्र में... Hindi · कविता 303 Share अशोक सोनी 25 Sep 2017 · 1 min read गाँव का खत एक गाँव ने खत लिखा किसी शहर के नाम भाई तुम इतने चर्चित, मैं इतना गुमनाम । पले बढ़े हम एक फिज़ा में देश की हम संतान नहीं पूछ हमारी... Hindi · कविता 348 Share अशोक सोनी 22 Sep 2017 · 1 min read गिरगिट एक गिरगिट अचानक रूप बदलने लगा नये-नये रंग में पल-पल ढलने लगा । उसको यों करता देख एक गिरगिट दूसरे से बोला यार !यह अकारण क्यों बदल रहा है चोला... Hindi · कविता 429 Share अशोक सोनी 20 Sep 2017 · 1 min read यादें वहाँ कौन है तेरा ,तुझको कोई बुलाए क्यूँ । खुद के सताए हैं अगर ,तुझको कोई सताए क्यूँ ।। सारे ज़माने का दर्द उठाने की ताब है । अपने जिगर... Hindi · कविता 512 Share अशोक सोनी 20 Sep 2017 · 1 min read धूप की नदी तुम्हारे और मेरे घर के बीच दोपहर को आज भी बहती है पतली-सी धूप की नदी । किन्तु अब बदल गए हैं, प्रतिबद्धताओं के सारे समीकरण । अब तुम नहीं... Hindi · कविता 546 Share Previous Page 3