You must be logged in to post comments.
धन्यवाद जी ।
धन्यवाद । बहुत खूब ।
उजड़े हुए गुलशन में अब जी नहीं लगता। लौट जाना चाहता हूं सपनों की बहार में।
श़ुक्रिया !
धन्यवाद जी ।