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Tag: कविता
185 posts
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माँ भारती सी पूज्य गंगे मातु जल तुम धारतीं, स्वच्छता संकल्प ले हम सब उतारें आरती।
माँ भारती सी पूज्य गंगे मातु जल तुम धारतीं, स्वच्छता संकल्प ले हम सब उतारें आरती।
अनुराग दीक्षित
मेहमान है भगवान का एक रूप निराला।
मेहमान है भगवान का एक रूप निराला।
अनुराग दीक्षित
मन की पीड़ा का मोल नहीं।
मन की पीड़ा का मोल नहीं।
अनुराग दीक्षित
नेक जो राह दिखाये वो पिता होता है।
नेक जो राह दिखाये वो पिता होता है।
अनुराग दीक्षित
दर्द चाहत भरा इक हसीं जाम है ।
दर्द चाहत भरा इक हसीं जाम है ।
अनुराग दीक्षित
हँसता हूं मुस्काता हूँ, मै गीत खुशी के गाता हूँ।
हँसता हूं मुस्काता हूँ, मै गीत खुशी के गाता हूँ।
अनुराग दीक्षित
कथनी करनी में भेद न कर !
कथनी करनी में भेद न कर !
अनुराग दीक्षित
आह मन की व्यथा, एक सघन पीर है ।
आह मन की व्यथा, एक सघन पीर है ।
अनुराग दीक्षित
कभी न हारी मैं हूँ नारी।
कभी न हारी मैं हूँ नारी।
अनुराग दीक्षित
तुम तो हो नादां मोहब्बत क्या करोगी ।
तुम तो हो नादां मोहब्बत क्या करोगी ।
अनुराग दीक्षित
हिंदी पूरे हिन्द की आवाज बने !
हिंदी पूरे हिन्द की आवाज बने !
अनुराग दीक्षित
अब हो वीरो ऐसा बसंत !
अब हो वीरो ऐसा बसंत !
अनुराग दीक्षित
कितनी प्यारी आयी होली !
कितनी प्यारी आयी होली !
अनुराग दीक्षित
दामन में लेकर के खुशियां दौड़ा दौड़ा आया बसंत !
दामन में लेकर के खुशियां दौड़ा दौड़ा आया बसंत !
अनुराग दीक्षित
बेवफाई के किस्से सुने हैं बहुत, सुनते जाओ बफाओं की बाते भी दो !
बेवफाई के किस्से सुने हैं बहुत, सुनते जाओ बफाओं की बाते भी दो !
अनुराग दीक्षित
ओ मीत मेरे प्यारे ओ मीत पुराने, सुन सुन रे मेरे गीत सुन मेरे तराने !
ओ मीत मेरे प्यारे ओ मीत पुराने, सुन सुन रे मेरे गीत सुन मेरे तराने !
अनुराग दीक्षित
एक दिल मिला जागा सा एक जुवां मिली सोई सी
एक दिल मिला जागा सा एक जुवां मिली सोई सी
अनुराग दीक्षित
भारत के जन गण मन का अभिमान तिरंगा हो।
भारत के जन गण मन का अभिमान तिरंगा हो।
अनुराग दीक्षित
आया रे नव वर्ष लिए नव हर्ष और उल्लास !
आया रे नव वर्ष लिए नव हर्ष और उल्लास !
अनुराग दीक्षित
भेजूँ तोहफा क्या तुमको तुम्ही कुछ कहो,
भेजूँ तोहफा क्या तुमको तुम्ही कुछ कहो,
अनुराग दीक्षित
नव वर्ष की आस
नव वर्ष की आस
अनुराग दीक्षित
नव वर्ष
नव वर्ष
अनुराग दीक्षित
जिन्दगी है एक कोरी सी किताब।
जिन्दगी है एक कोरी सी किताब।
अनुराग दीक्षित
गम के दरिया में न कूदो दोस्तों , ये वो दरिया है जहाँ तेजाब बहता है !
गम के दरिया में न कूदो दोस्तों , ये वो दरिया है जहाँ तेजाब बहता है !
अनुराग दीक्षित
हर कोशिश कुछ देकर जाती, कठिन राह आसान बनाती।
हर कोशिश कुछ देकर जाती, कठिन राह आसान बनाती।
अनुराग दीक्षित
मुझे क्या हो जाता है !
मुझे क्या हो जाता है !
अनुराग दीक्षित
पृष्ठ जीवन के पलटता जा रहा हूँ !*****************
पृष्ठ जीवन के पलटता जा रहा हूँ !*****************
अनुराग दीक्षित
प्यार की मूरत को दिल सा एक मंदिर चाहिए ! ***********
प्यार की मूरत को दिल सा एक मंदिर चाहिए ! ***********
अनुराग दीक्षित
समय का चक्र पूर्ण गतिमान उद्यमी को उद्यम संधान ! ****
समय का चक्र पूर्ण गतिमान उद्यमी को उद्यम संधान ! ****
अनुराग दीक्षित
आदमी खुद को ही छलने लगा है, हवाओं में ज़हर घुलने लगा है।
आदमी खुद को ही छलने लगा है, हवाओं में ज़हर घुलने लगा है।
अनुराग दीक्षित
पद्मिनी मातृ शक्ति सम्मान, अप्रतिम जौहर की प्रतिमान !************
पद्मिनी मातृ शक्ति सम्मान, अप्रतिम जौहर की प्रतिमान !************
अनुराग दीक्षित
साहित्य हित साधन बने,  हित  साध्य हो सबको अहो!***
साहित्य हित साधन बने, हित साध्य हो सबको अहो!***
अनुराग दीक्षित
मनुज तू क्यों इतना मगरूर  मोह-मद मादकता में चूर।  *******************
मनुज तू क्यों इतना मगरूर मोह-मद मादकता में चूर। *******************
अनुराग दीक्षित
ज़िंदगी चार पल को न ठहरी कभी, रेत सी हर घड़ी ये फिसलती रही !*********************
ज़िंदगी चार पल को न ठहरी कभी, रेत सी हर घड़ी ये फिसलती रही !*********************
अनुराग दीक्षित
ये कौन खता करवाता है,कैसे होती है मनमानी, अब कितनी होंगी क़ुरबानी ! *******************
ये कौन खता करवाता है,कैसे होती है मनमानी, अब कितनी होंगी क़ुरबानी ! *******************
अनुराग दीक्षित
करोगी तुम सोलह श्रृंगार, निहारोगी दर्पण हर बार !**************
करोगी तुम सोलह श्रृंगार, निहारोगी दर्पण हर बार !**************
अनुराग दीक्षित
वो रात सुहानी आती है ! ***************
वो रात सुहानी आती है ! ***************
अनुराग दीक्षित
उजाला गर नहीं होगा, अँधेरा कौन रोकेगा ! *******
उजाला गर नहीं होगा, अँधेरा कौन रोकेगा ! *******
अनुराग दीक्षित
मनुज में है असीम सामर्थ्य, समझ लो लगे लोक हित अर्थ !************************
मनुज में है असीम सामर्थ्य, समझ लो लगे लोक हित अर्थ !************************
अनुराग दीक्षित
तुम्हारी ये मोहक मुस्कान, विकल कर जाती जीवन प्रान ! ******************
तुम्हारी ये मोहक मुस्कान, विकल कर जाती जीवन प्रान ! ******************
अनुराग दीक्षित
धैर्य गुण सबसे प्रबल प्रधान, मनुज को ये रहस्य वरदान !
धैर्य गुण सबसे प्रबल प्रधान, मनुज को ये रहस्य वरदान !
अनुराग दीक्षित
जो सच पूछो तो जीने को फ़क़त इतनी जरुरत है !**************
जो सच पूछो तो जीने को फ़क़त इतनी जरुरत है !**************
अनुराग दीक्षित
शब्द नाद हैं शब्द ब्रह्म हैं, शब्द गीत स्वर धारा हैं !
शब्द नाद हैं शब्द ब्रह्म हैं, शब्द गीत स्वर धारा हैं !
अनुराग दीक्षित
शब्द होते हैं अति अनमोल, इन्हें तू सोच समझ कर बोल !
शब्द होते हैं अति अनमोल, इन्हें तू सोच समझ कर बोल !
अनुराग दीक्षित
मेरा हो हर अरमान तुम्हीं !
मेरा हो हर अरमान तुम्हीं !
अनुराग दीक्षित
तुम मन मेरा बहलाओ रे !
तुम मन मेरा बहलाओ रे !
अनुराग दीक्षित
विद्या बुद्धि देऊ मातु शारदे नमन करूँ, वाणी तन मन में शक्ति मातु भर दे!
विद्या बुद्धि देऊ मातु शारदे नमन करूँ, वाणी तन मन में शक्ति मातु भर दे!
अनुराग दीक्षित
आँखें हृदय का द्वार हैं, संवेदना संचार हैं!
आँखें हृदय का द्वार हैं, संवेदना संचार हैं!
अनुराग दीक्षित
साथी साथ सुहाना तेरा जीवन बगिया महकाए ।
साथी साथ सुहाना तेरा जीवन बगिया महकाए ।
अनुराग दीक्षित
नव जागरण उद्घोष,शंख नाद हो हिंदी !
नव जागरण उद्घोष,शंख नाद हो हिंदी !
अनुराग दीक्षित
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