सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2758 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 18 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Aug 2022 · 1 min read मिसरी सी मीठी प्यारी बातें **मिसरी सी मीठी प्यारी बातें** ************************* मिसरी सी मीठी हैं प्यारी बातें, खुद ही खुद से तो हैं हारी बातें। यादों की बस्ती में बसती सांसें, सारे जग से तेरी... Hindi · ग़ज़ल 161 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Aug 2022 · 1 min read प्यार में बहुत कुछ खोया है प्यार में बहुत कुछ खोया है ********************** प्यार में बहुत कुछ खोया है, दिल बहुत दिनों तक रोया है। बोझ जिंदगी का यारों सारा, भार बाजुओं पर ही ढोया है।... Hindi · ग़ज़ल 254 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Aug 2022 · 1 min read प्रभु जी बसते सांस में *** प्रभु जी बसते सांस में **** ************************* प्रभु जी आओ तो कभी वास में, प्रभु जी हम बैठें इसी आस में। प्यासी अखियाँ हैं डगर देखती, प्रभु जी तुम... Hindi · ग़ज़ल 173 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Aug 2022 · 1 min read रक्षाबंधन ******* रक्षाबंधन ******* ********************** रेशम के धागे में प्यार है, भाई - बहनों का सरदार है। सूनी बाँहें राहें देखती, राखी का आया त्योहार है। भ्राता बहना का सम्मान करे,... Hindi · ग़ज़ल 196 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Aug 2022 · 1 min read कमल जन्मदिवस *** कमल-जन्मदिवस *** ********************* सुन्दर मनोहर रूप पाया, मनभावन मनमोहक काया, कमल रूपी पुष्प कमल है, जन्मदिन मनोरम है आया। चाल मस्त गजानन्द जैसी, नाज-नखरीली है पैदाइशी, सरल सरस् स्वभाव... Hindi 159 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Jul 2022 · 1 min read हमको कहीं भाता नहीं **** हमको कहीं भाता नही **** *************************** आप बिन हमको कहीं भाता नहीं, डोलता मन सांस खुल आता नहीं। छोड़ कर नग़मे तराने प्रार्थना, गीत - गजलें भी कभी गाता... Hindi · ग़ज़ल 211 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Jul 2022 · 1 min read तीज का त्योहार है *2122 2122 212* ***** तीज का त्योहार है ***** ************************* आज आया तीज का त्यौहार है। खेत फसलों से भरे गल्हार हैं। औरतें सारी झुलाती चाव से, झूलती झूले लगा... Hindi · ग़ज़ल 202 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jul 2022 · 1 min read तिनके को डूबते का सहारा है। ** डूबते को तिनके का सहारा है ** **************************** डूबते को तिनके का सहारा है, आखिरी पल पर मिलता किनारा है। भागता वो आता आ रहा अब भी, जो सदा... Hindi · ग़ज़ल 173 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jul 2022 · 1 min read दहेज प्रथा ******** दहेज - प्रथा ******** *************************** दहेज - प्रथा बुरी बहुत बुराई है। सुन कर सूखी आँखें भर आईं हैं। सुबह से देर रात अथक काम करे, दो पल भी... Hindi 342 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jul 2022 · 1 min read धीर धरो प्रभु विचलित मन में धीर धरो प्रभु विचलित मन में *********************** धीर धरो प्रभु विचलित मन में, आग लगी चितवन तन-मन में। माया ठगनी है ठगती जाए, कोई नहीं मेरी पेश आए, ध्यान हटे... Hindi · गीत 86 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jul 2022 · 1 min read महके सुने मयखाने ****** महके सूने मयखाने ****** **************************** महके सूने ये फिर से मयखाने हैं, टूटा दिल ले कर आये दीवानें हैं। खोये - खोये रहते प्यारी बातों में, मस्ती में मुस्कराते... Hindi 63 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jul 2022 · 1 min read ਬਰਸੀ ******** ਬਰਸੀ ******* ********************* ਬੱਦਲਾਂ ਦੇ ਓਹਲੇ ਮਾਂ ਤੇ ਬਾਪੂ, ਹੰਜੂਆਂ ਚ ਬਰਸੇ ਮਾਂ ਤੇ ਬਾਪੂ। ਵੇਲ਼ਾ ਨੰਘ ਗਿਆ ਓ ਮਾੜਾ, ਕਿਦਾ ਲੱਗਿਆ ਸਾਨੂੰ ਸਾੜਾ, ਜੱਗ ਤੋਂ ਤੁਰ ਗਏ ਮਾਂ... Punjabi · ਕਵਿਤਾ 1 165 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jul 2022 · 1 min read हे।राम ******* है ! राम ******** ********************** हे ! राम तेरे अनेक नाम। कण-कण में समाये हैं राम। तेरे सहारे हम हैं किनारे, तुम बिना हम हैं बेसहारे, बिगड़े बनाए सब... Hindi · गीत 2 1 80 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jul 2022 · 1 min read दिल का प्यारा आ गया * दिल का प्यारा आ गया * ********************* दिल का प्यारा है आ गया, मनमोहक मुखड़ा भा गया। सुंदर सूरत सिर पर चढ़ी, आँखों का तारा छा गया। गजलें-नगमें सब... Hindi · ग़ज़ल 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jul 2022 · 1 min read उल्फ़त में जवानी *उल्फ़त में जवानी (गीत)* ********************* बहुत छोटी जिंदगानी है, उल्फ़त से भरी जवानी है। वक्त पल में निकल जाता, हाथ कुछ नहीं है आता, शेष रह जाती निशानी है। उल्फ़त... Hindi 1 80 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jul 2022 · 1 min read मियां-बीबी ****** मियां-बीबी (दोहावली) ******* ******************************** जलेबी धरी थाल में,मुँह से निकली लार। बीबी बैठी बगल में,रोक दिया यह कार।। भार्या भय से ना उठे,खाने मेरा हाथ। टेढ़ी आँखे टोकती,पूरा हुआ... Hindi · दोहा 139 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jul 2022 · 1 min read हे। शारदे माँ आये हम शरण में हे । शारदे माँ आये हम शरण में ************************* हे । शारदे माँ आये हम शरण में, हमे तार दे माँ आये हम शरण मे। तुम ज्ञानसागर हमें राह दिखाओ,... Hindi · गीत 296 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jul 2022 · 1 min read नैन नशीलों से मय पिला दो तुम * नैन नशीलों से मय पिला दो तुम * **************************** नैन-नशीलों से ही मय पिला दो तुम, सैर - सपाटा रूहों का करा दो तुम। चार दिनों का जीवन है... Hindi · ग़ज़ल 220 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jul 2022 · 1 min read उड़ाओ मत मजाक गरीब का * उड़ाओ मत मज़ाक गरीब का * **** 1222 1212 1212 **** उड़ाओ मत मज़ाक तुम गरीब का, खुदा मालिक सदैव बदनसीब का। दुखी दिल की दवा दया रही सदा,... Hindi 216 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jul 2022 · 1 min read दो पल मिलो सजना ******* दो पल मिलो सजना ******** ******* 1222 1222 1222 ******* कभी आ कर हमें दो पल मिलो सजना। कहीं दो दिल खिलें दो पल मिलो सजना। नहीं मुमकिन अकेले... Hindi · ग़ज़ल 79 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jul 2022 · 1 min read छोटी छोटी बातें * छोटी-छोटी बातें (गीत) * ********************* छोटी - छोटी सी ये बातें। कब बन जाती लंबी बातें। दो दिन की यहाँ जिंदगानी, मत करो कभी बेईमानी, दो दिन की जैसे... Hindi 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jul 2022 · 1 min read चाँद सा मुखड़ा हसीं देखा नही चाँद सा मुखड़ा हसीं देखा नहीं ************************ ****2122 2122 212**** ************************ चाँद सा मुखड़ा हसीं देखा नहीं, आज से पहले मिला मौका नहीं। रात - दिन सपने तिरे आते रहे,... Hindi · ग़ज़ल 127 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jul 2022 · 1 min read हँसना नही आता ****** हँसना नही आता ******* *****1222 1222 1222 ***** कहूँ क्या आपसे कहना नही आता, मिले जो गम हमे सहना नही आता। किनारों साथ हम दोनों खड़े अक्सर, नदी की... Hindi · ग़ज़ल 88 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jul 2022 · 1 min read साली देखी मद से भरी ***साली देखी मद से भरी (दोहावली)*** ********************************* कानों में बाली सजी ,पायल की झंकार। जाली में मुखड़ा छिपा,क़ातिल नैन कटार।। काली श्यामल मेघ सी,उलझे-उलझे बाल। मय प्याली साली लगे,सुंदर गोरे... Hindi · दोहा 251 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jul 2022 · 1 min read न मंजिल न ठिकाना ***** न मंजिल न ठिकाना ***** *************************** न ही मंजिल न ही ठिकाना मिला है, न ही माँझी न ही किनारा मिला है। फिरे हम बेसहारा बन कर आवारा, न... Hindi · कविता 268 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jul 2022 · 1 min read तेरी नसीहत **** तेरी नसीहत **** **** 1222 1222*** ******************* मिली तेरी नसीहत है, बनी भारी मुसीबत है। कहा हमसे नहीं कुछ भी, यही बातें गनीमत है। ख़फ़ा ही हो मिले पहले,... Hindi 244 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jul 2022 · 1 min read आज़ाद ************ आज़ाद ************ ******************************* आजाद था आजाद वो आजाद ही गया, गुलाम देश की राह कर आज़ाद ही गया। गोरों की गुलामी उसे मंजूर नही थी, मंजूरी को कर नामंजूर... Hindi 207 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jul 2022 · 1 min read सावन की बारिश ****सावन की बारिश**** ********************* सावन की बारिश है आई, मेघों की ध्वनि दी सुनाई। उमड़-उमड़ है बादल गरजे, काली घटा अन्धेरा पसरे, फैली गरमी दूर भगाई। सावन की बारिश है... Hindi · गीत 231 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jul 2022 · 1 min read आदत ****** आदत ****** *** 1222 1222 *** हमें तेरी हुई आदत, सुधरती भी नहीं आदत। सहा हमने तुझे हर दम, बिगड़ती ही गई आदत। दुखाती दिल बहुत मेरा, बुरी लगती... Hindi · ग़ज़ल 165 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jul 2022 · 1 min read जीना नहीं आता ***जीना नहीं आता*** ******************* ****1222 1222**** ******************* उसे जीना नहीं आता, मुझे मरना नहीं आता। गलत जो काम हो जाए, सही करना नहीं आता। सदा खाये यहाँ धोखे, शकल पढ़ना... Hindi · ग़ज़ल 226 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jul 2022 · 1 min read बातें बनी अतीत ****बातें बनी अतीत (छप्पय- छंद)**** ******************************** बातें बनी अतीत , हो जाती बहुत भारी। यादें देती चीर , बन कर बड़ी बीमारी। सीना करती शीत , चढ़ती जैसे खुमारी। मंद... Hindi · कुण्डलिया 169 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jul 2022 · 1 min read प्यारी हरकत **** प्यारी - हरकत ***** ********************* महफ़िल में शिरक़त की है। पूरी हर हरसत की है। खुद की कुरबानी दे कर, तन-मन-धन दौलत की है। प्रेमी बन कर जीवन -... Hindi · ग़ज़ल 344 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jul 2022 · 1 min read बेच रहे हैं देश ***** बेच रहें हैं देश (दोहवली) ****** ******************************** भगत सिंह सूली चढ़े,आज़ाद हुआ देश। जिनके हाथों में दिया , बेच रहें हैं देश।। देशभक्त बदनाम कर,करें देश पर राज। हरकतें... Hindi · दोहा 235 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jul 2022 · 1 min read शिक्षक करेंगे कावड़ सेवा ** शिक्षक करेंगे कावड़ - सेवा ** ************************** पाठ - पढ़ाई से क्या लेना-देना। शिक्षा - शिक्षण को है मिटा देना। छोड़कर काम पढ़ाई-लिखाई का, कावड़ियों की सेवा में लगा... Hindi · गीत 170 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jul 2022 · 1 min read आप आये हो साथ निभाने को आप आये हो साथ निभाने को ************************* आप आये हो साथ निभाने को, गीत - नग़मे आलाप सुनाने को। आरजू रहती है शेष जिगर अंदर, मौत से अपना हाथ मिलाने... Hindi · ग़ज़ल 135 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jul 2022 · 1 min read निहारे दिल ***** निहारे दिल ***** **** 1222-1222 **** ******************** सुनो सजना पुकारे दिल, मिलो आकर बुलाये दिल। बहुत ही खूबसूरत हो, लगा कर मन निहारे दिल। कसम से क्या बताये हम,... Hindi · ग़ज़ल 84 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jul 2022 · 1 min read नारी ******** नारी (कुंडलियां) ********* ******************************* नारी तुम नारायणी,सहती सारा भार। तू ही जीवनदायिनी,देती जग को तार। देती जग को तार,रहकर आप दुखयारी। पूर्ण करती काज,होती निलय रखवाली। नर करता आघात,सहती... Hindi · कुण्डलिया 344 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jul 2022 · 1 min read मुसाफिर लौट घर चले **** मुसाफिर लौट घर चले **** **** 2212 2212 212 ***** ************************** हम हैं मुसाफिर लौट कर घर चले, अब छोड़ कर तेरा वतन दर चले। तेरे बिना जीना न... Hindi · ग़ज़ल 1 177 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jul 2022 · 1 min read ਰੁੱਤ ਸਾਵਣ ਦੀ ******* ਰੁੱਤ ਸਾਵਣ ਦੀ ******* ************************** ਆ ਗਈ ਪਿਆਰੀ ਰੁੱਤ ਸਾਵਣ ਦੀ, ਰਿਮਝਿਮ ਪਿਚਕਾਰੀ ਰੁੱਤ ਸਾਵਣ ਦੀ। ਡੁੱਬੇ ਢੂੰਗੀਆਂ ਸੋਚਾਂ ਵਿਚ ਆਸ਼ਕ ਨੇ, ਦਿਲ ਤੇ ਬਹੁਤ ਭਾਰੀ ਰੁੱਤ ਸਾਵਣ ਦੀ।... Punjabi 139 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jul 2022 · 1 min read चाँद सी परी छोरी ***** चाँद सी परी छोरी ****** ************************** रंग - रूप की गौरी तेरे क्या कहने, चाँद सी परी छोरी तेरे क्या कहने। लूटती हमीं को मादक प्यारी आँखें, आप सी... Hindi · ग़ज़ल 285 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jul 2022 · 1 min read नीर सा निखरता बदन है ***** नीर सा निखरता बदन है ***** ****************************** नीली - नीली झील में चमकता बदन है। नीले - नीले नीर सा निखरता बदन है। खोया - खोया सा मिले बहुत... Hindi · ग़ज़ल 191 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jul 2022 · 1 min read मुश्किल है बताना ******** मुश्किल है बताना ********* ******************************** यौवन का बोझ भारी मुश्किल है बताना, लगती हर चीज़ प्यारी मुश्किल है बताना। बागों में रौनकें गुल से खिलता गुलिस्तां, खिलतें है फूल... Hindi · ग़ज़ल 82 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jul 2022 · 1 min read मंहगाई ******* मंहगाई (कुंडलियां) ******** ******************************* बुरी नीति सरकार की,भूखे मरते लोग। दाने - दाने को फिरे,लगा भुखमरी रोग। लगा भुखमरी रोग,भयजनक बीमारी। मंहगाई घनी - घोर, जनता गई हारी। पाँच... Hindi · कुण्डलिया 135 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jul 2022 · 1 min read चंदा सी सूरत में को लुभाती **चंदा सी सूरत मन को लुभाती** ************************** चंदा सी सूरत मन को लुभाती है, आँखों ही आँखों से बुलाती है। नभ में छायी घन घोर अंधेरी, काली रातों में वो... Hindi · ग़ज़ल 177 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jul 2022 · 1 min read क़ातिल है शोभन परी *** क़ातिल है शोभन परी *** ************************ भरी महफ़िल में बदनाम हुआ, चलो यारों फिर भी नाम हुआ। बहुत क़ातिल हैं शोभन परी, नज़र तीखी से वो काम हुआ। अदा... Hindi · ग़ज़ल 177 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jul 2022 · 1 min read बात सुनो गिरधारी **बात सुनो गिरधारी** ******************* मेरी बात सुनो गिरधारी। दर-दर भटकी मैं हूँ हारी। कोई न जाने चित्त पीड़ा, रोक न पाऊँ लोभी कीड़ा, यह कैसी है दुनियादारी। मेरी बात सुनो... Hindi · गीत 246 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Jul 2022 · 1 min read स्वान आया ***** सावन आया ****** ********************** सावन आया मन भर आया, मन भर आया साजन आया। छम-छम बरसे काली बदली, नभ में होती अदला - बदली, कभी धूप कभी घोर छाया।... Hindi · गीत 127 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Jul 2022 · 1 min read ਗੱਲਾਂ ਬਹੁਤ ਹਨ ****** ਗੱਲਾਂ ਬਹੁਤ ਹਨ ****** ************************* ਕੀ ਕਰਾਂ ਮੈਂ ਗੱਲ ਗੱਲਾਂ ਬਹੁਤ ਹਨ, ਕੀ ਕਰਾਂ ਮੈਂ ਹੱਲ ਹੱਲਾਂ ਬਹੁਤ ਹਨ। ਮਿਰਜ਼ਾ ਸੋਹਣਾ ਯਾਰ ਤੁਰਿਆ ਆਵੇ, ਕੀ ਕਰਾਂ ਪਸੰਦ ਪਸੰਦਾਂ ਬਹੁਤ... Punjabi 137 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Jul 2022 · 1 min read कैसे मनाऊँ *** रूठकर बैठी सजनी मनाऊँ कैसे *** ********************************* रूठ कर है दर बैठी सजनी कैसे मनाऊँ, मुंह फूला कर बैठी सजनी कैसे मनाऊँ। जान कर अंजानी परियों सी हूर प्यारी,... Hindi · ग़ज़ल 152 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Jul 2022 · 1 min read है! भगवान तुम वरदान दो *हे!भगवान तुम वरदान दो* ********************** हे ! भगवान तुम वरदान दो, सुख-शांति अमूल्य दान दो। हम जन तो हैं बहुत अज्ञानी, तेरी महिमा हमने जानी, भर-भर भंडार तुम ज्ञान दो।... Hindi · गीत 73 Share Previous Page 18 Next