शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) Language: Hindi 896 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 17 Next शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "टूट रही है माला प्यारे" झूठ बोलते, आँख मरोरी, हाथ को जोड़े, सीना चौड़ा, कन्धे गिरते, त्वचा सिकुड़ती, रक्त गर्म है, लगी बीमारी, ये दुनियादारी, कितनी नारी, देखी भारी, आँख फुटाउ, काँपे कंकाल, कितने-कितने, माया... Hindi · मुक्तक 1 1 257 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "मेरे स्नेह को, पुकारना, अपने गीत से" मेरे स्नेह की, पगी चुनौती, लेकर देखना, तुम व्यापक हो, जाओगे अन्तरिक्ष में, वहाँ से दुनिया की, भाग दौड़ रूठ, जाएगी तुमसे, अकेले रहकर भी, वहाँ कितनी शान्ति, होगी समुद्र... Hindi · मुक्तक 1 289 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "मैं अकेला हूँ पर एक हूँ" जो खुशी, तुम्हारी नज़र में, है श्वेत श्याम, अनन्त की गोद में, तुम्हें देखना निरा, आलोक प्रमोद संग, खड़ा हूँ मैं अकेला, सरसराती पवन, टौंटी से गिरते, जल की टिप-टिप,... Hindi · मुक्तक 504 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "लक्ष्य से भटके अग़र, शरण कौन देगा मनुज" से, एक, महज़, द्वेष कब, प्रकट होता, कामना प्रखर, टिकी रही अधिक, तो निश्चित प्रयास में, लक्ष्य से भटके अग़र, शरण कौन देगा मनुज, तुझे,यह समझकर देख।।1।। से, द्वन्द, अथक,... Hindi · मुक्तक 1 547 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "किसी को क्या मिला-बिना प्रेम" अब्र^ पर है, रोशनी दिखाई दी, शुद्ध देह को ।।1।। ^बादल देह को जानो, उसमें सुन्दर जो, हृदय पथ ।।2।। उस पथ में, चलता राहगीर है, जो वहीं स्थिर।।3।। स्थिर... Hindi · हाइकु 3 451 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 29 Mar 2021 · 1 min read कुछ मिला है-वैराग्य पथ साधन पर, साध्य का महत्व ये, वैराग्य ही हैं।।1।। खोज कर तू, यत्र तत्र सर्वत्र, प्रभु हर जगह।।2।। यही आनन्द, और कहीं नहीं है, सब व्यर्थ है ।।3।। क्या मुक्ति... Hindi · हाइकु 1 220 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 28 Mar 2021 · 1 min read नज़र को, बे-नज़र करके तू श्रम करो रे, क्षण क्षण सदैव, रुको मत यूँ।।1।। रुकना नहीं, कार्य तुम्हारा प्रिय, सत्य कथन।।2।। बढ़ते चलो, तुम प्रकाशित हो, तुम देव हो।।3।। पुण्य क्षीण तो, देव भी गिरते... Hindi · हाइकु 354 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 28 Mar 2021 · 1 min read यही जीवन की पूर्णिमा है। अंतस से जब मिटे बुराई, ध्येय पर ही दृष्टि जमी हो, बाधाओं की अग्नि जलाकर, अपने में ही स्थिर रहकर, योग प्रयोग करें नित नव, प्रकृति के आकर्षण बल को,... Hindi · कविता 469 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 28 Mar 2021 · 1 min read प्रवचन से कुछ न हो, आत्मसात से विरत वह, देखकर यह सब दीन हीन कर्म ये।।1।। यह ग़रीब, वह भी ग़रीब है, स्ववचन से।।2।। अन्तःकरण, कैसे पवित्रतम, झूठ बोलते।।3।। प्रवचन से, कुछ न हो, मानव, आत्मसात से... Hindi · हाइकु 2 561 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 28 Mar 2021 · 1 min read कर्म विकर्म और अकर्म सब प्रभु पवित्र मठ, तन का है स्वरूप, सत्य असत्य।।1।। मानव हुआ, प्रतिफल जो है ये, सत्कर्म भक्ति।।2।। मौक्तिक टूटा, फिर पिरोया देह, नवीनता है।।3।। सदा है वो, नज़दीक बहुत, सतर्क रहो।।4।।... Hindi · हाइकु 380 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 27 Mar 2021 · 1 min read होली आनन्द रूप राग की बात, तिमिर में कब हो, जो अज्ञान का ।।1।। प्रतीक है ये, होली अज्ञान पर, जय ज्ञान की।।2।। ब्रह्म ने भी है, होली आनन्द रूप, खेली निकुंज।।3।। आसान... Hindi · हाइकु 1 1 289 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Mar 2021 · 1 min read होली पे त्याग की पिचकारि लेके होली पे त्याग की पिचकारि लेके, प्रेम गुलाब जल भीजि भीजि के, अमिय की चाह में लोटि लोटि के, फाग की धुन्ध में समेटि तोरि के, आयें सब मिलके आनन्द... Hindi · कविता 1 351 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 11 Mar 2021 · 1 min read **शिवरूप गुरुदेव** निवसतिममहृदयेपार्वतीशंकरौ इव, विनस्यति ममसमस्तावगुणत्वानि, प्रकाशका: ज्ञानार्णवा: अहर्निश: , प्रणमति तं गुरुवरःशिवरात्रिदिवसे। अर्थ-जो रात्रि दिवस ज्ञान के समुद्र को प्रकाशित करने वाले है, जो मेरे हृदय में माँ पार्वती और महादेव... Hindi · कविता 494 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Mar 2021 · 1 min read ***मृत्यु का प्रतिबिम्ब था वह** ***कोरोना काल का समय*** संवेदना थी, मर्म था, छिपा कोई कर्म था, नेह के नाते, द्वेष के संग किसी ने, ग़ैर छोड़ा, गुलाम थे, आज़ाद भी थे, उन क्षणों में,... Hindi · कविता 366 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Mar 2021 · 1 min read ️भैया!यह देखो बाबाजी का ठुल्लू️ रूप बसन्ती चितवन लेकर, घूम रहा था उपवन-उपवन, देख रहा था जीवन का कुछ, रूप मिले कुछ जादू जैसा, पर देखा यहाँ हर साख पर, बैठा रहता मूक-बधिर उल्लू, भैया!यह... Hindi · कविता 1 2 458 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Feb 2021 · 1 min read यह विचार स्वदेशी है साँच को आँच नहि, उद्यम में दिन रात नहि, जीवनु, बिनु मातु नहि, यह विचार स्वदेशी है।।1।। भोजन,बिनु भात नहि, मित्र की कोई जाति नहि, दया बिनु साधु नहि, यह... Hindi · कविता 1 2 448 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 23 Nov 2020 · 1 min read आत्मिक झरना उस उनींदी नींद के बस, मोह की दीवार पर क्यों, क्षणिक, व्याकुल संकुलों में, चेतना की शुद्ध मूरत, है समेटे अखिलता को, देखता शुभ चाँदनी, क्या सोचता है नर धनी... Hindi · कविता 2 453 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Oct 2020 · 1 min read उत्स जय का खोजता हूँ है मरण भी दूर मुझसे, ध्येय की है धरा निर्मल, मिट गए हैं द्वेष स्थिर, बस निशा बाकी है हल्की, कूँजती विजय-कोकिल की ध्वनि, रिस रही है मंद गति से,... Hindi · कविता 1 331 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 May 2020 · 1 min read अपनी पीड़ा किसे कहूँ शान्त पड़ गए चित्त चितेरे, भाषा की परिभाषा क्लान्त, भग्न देह पर शेष बचा है, यौवन ज्वर का एक प्रमाण, अगणित भूधर ख़ाक हो गए, इसे देखकर किसे सहूँ, हे... Hindi · कविता 1 587 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 5 May 2020 · 1 min read प्रिय! सिंह सा दहाड़ना स्वीकृति के रूष्ट राग में, संशय के जब द्वार खुले हों, अतुल, निरन्तर, अवरोधों के, सम्मुख हो पाषाण खड़े हों, भय सीमा में घिर जाने पर, अंतःकरण को पुकारना, प्रिय!सिंह... Hindi · कविता 1 1 305 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 May 2020 · 1 min read @@शब्द भूल गएँ हैं गीत@@ प्रेम पिघल जाता है जब, वसुधा पर दुःख अनन्त हों, रश्मि यहाँ जब रही अकेली, सतरंगी संगीत वह कहती, क्षीण-क्षीण जब हुआ हृदय है, रहा न निकट कोई भी मीत,... Hindi · कविता 1 520 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 May 2020 · 1 min read ###बन्धन थे वह टूट गए हैं### बन्धन थे वह टूट गए हैं, निष्ठुरता भी कहाँ ठहरती, संकल्पों की उठी अग्नि में, बुद्धि अपना हवन है करती, क्षुद्र संकटों से न घबराकर, निज कौशल की नाव बनाएँ,... Hindi · कविता 1 1 629 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Apr 2020 · 1 min read ##कब मिटेगी जीवन की कारा## संक्षिप्त जीवन की धुरी में, याद आते जो पुष्पपथ पर, दूर तक दिखता न कोई, हाय! यह कैसा समय है, हर दिशा है रिक्त सूनी, पर भरा है दुःख सारा,... Hindi · कविता 2 589 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Mar 2020 · 1 min read ️⭐अभी हार नहीं मानूँगा️⭐ सधे धैर्य से संयम रखकर, प्रतिक्षण पथ पर सम्भल सम्भलकर, हृदय में अप्रितम भाव जगाकर, युद्ध भूमि पर कण्टक क्यों न मिलें, विजय का अन्वेषण कर डालूँगा, अभी हार नहीं... Hindi · कविता 1 399 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 22 May 2019 · 1 min read परिणाम आ रहें हैं,परिणाम आ रहें हैं हाथों के इशारे कमल खिला रहे हैं, परिणाम आ रहें हैं,परिणाम आ रहें हैं। देखेंगे भैया पप्पू बाँहें हैं ऊपर करते, चुनाव हार कर वह इटली पसन्द करते, देखिये के... Hindi · मुक्तक 292 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 May 2019 · 1 min read जो प्रेम रँग में रँगा हुआ है नई प्रीति है नई उमंगें, अवसर का है 'भाव' समुन्दर, भाव जगे हैं हृदय नेत्र से, अब देखेंगे वह अनन्त पर, खोजेंगी हर एक नया ढंग, जग में देखेंगी वह... Hindi · कविता 246 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 14 Apr 2018 · 1 min read ✍✍काश्मीर का एक दरिंदा, नाजुक तन को कुचल गया✍✍ आह भी कैसे निकली होगी, उस बेटी से पीड़ा की, कोमल तन पर उस कुत्ते ने जंजीरों से क्रीड़ा की, तनिक भी रहम न उपजा दिल में,जो बालक पर ही... Hindi · कविता 1 266 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 21 Mar 2018 · 1 min read ✍✍हरे जो मन की पीरों को, अगर कोई मित्र ऐसा हो✍✍ हरे जो मन की पीरों को, अगर कोई मित्र ऐसा हो, हृदय वेदना को जो दूर कर दे, अगर कोई मित्र ऐसा हो, समीप में बैठकर जो कभी-कभी गुफ़्तगू कर... Hindi · गीत 339 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 18 Mar 2018 · 1 min read ???हनुमत सहाय करो अब मेरी??? हनुमत सहाय करो अब मेरी, जन्म बीति रह्यो मेरो भगवन कब लो लगाऊँ टेरी, अँखियाँ बरसे पुनि-पुनि मेरी हरहुँ विपति प्रभु सिगरी, हाथ पसारूँ अरु का करि डारु परो रहो... Hindi · मुक्तक 308 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Mar 2018 · 1 min read ✍✍भई,शुद्ध वायु अब नहीं शहर में✍✍ वायु हुई विष से भी विषैली, साँसों में घुसती मृत्यु की थैली, प्रकृति बदलता पागल यह नर, बुरे नतीज़े न सोचे अक्सर, कैसे जिएंगे मृत्यु के घर में, भई,शुद्ध वायु... Hindi · कविता 600 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 15 Mar 2018 · 1 min read ??विचारों का प्रयोजन= सही व उचित निर्णय=उद्देश्य प्राप्ति?? प्रयोजन संग उठते विचार, मन को देते स्फूर्ति अपार, साहस संचय की करते पुकार, अगणित टक्कर दें बार-बार, मत सोचो ऐसे दीन वचन, क्षीण करें जो उद्देश्य तपन।।1।। मन के... Hindi · कविता 236 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 12 Mar 2018 · 1 min read ****धीर धरो, मत व्याकुल हो**** लक्ष्य प्राप्ति की आशा में, जीवन संघर्ष की परिभाषा में, हिम सी शीतलता अपनाकर, ज्ञान का तेजस्वी दीप जलाकर, भ्रमित न हो, नहीं कायर हो, धीर धरो, मत व्याकुल हो॥1॥... Hindi · कविता 591 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 9 Mar 2018 · 1 min read ***होली के हुलारे रंग*** होली के हुलारे रंग, बरसेगें अंग-अंग, उल्लास के संग अरु प्रीति के आनन्द में, हर्ष की वेला में बरसे जब लाल रंग, लोगन के मुख को मिलाओ वानर संग में,... Hindi · मुक्तक 398 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 Mar 2018 · 1 min read ✍✍मिलन ऐसा हो होलिका पर,द्वेष मिट जाएँ सभी के✍✍(होली की शुभकामनाओं सहित) मिलन ऐसा हो होलिका पर,द्वेष मिट जाएँ सभी के, प्रेम की गंगा बहे धरा पर, मैल मिट जाएँ सभी के, सुख की वर्षा हो गगन से,अवसाद अदृश्य हो जाएँ उर... Hindi · कविता 279 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Feb 2018 · 1 min read ??व्यथित न कर पाती मेघ गर्जना प्रलय काल की?? व्यथित न कर पाती मेघ गर्जना प्रलय काल की, धीर धरे जो विपति काल में हर प्रकार की, मार्ग उदय हो और लक्ष्य मिले, जो भ्रमित न हो, शुभ सोच... Hindi · कविता 1 347 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 13 Feb 2018 · 3 min read प्रिया-प्रियतम संवाद केन्द्र बिन्दु---वही चिर परचित पकौड़ा (चाय-पकौड़ा श्रंखला कविता संख्या-03) प्रिया उवाच:- प्रिया ने बड़े प्रेम प्रियतम को पुकारा, आँखों से देकर तिरछा सा इशारा, बुरे वक्त में कौन किसका सहारा ? कुछ तो करो, अब होता न गुजारा, सरकारें... Hindi · कविता 367 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 11 Feb 2018 · 1 min read ✍चाय चाय करते रहे....(चाय-पकौड़ा श्रृंखला दोहा, कविता क्रमांक-02)✍ चाय चाय करते रहे,तन से निकली हाय, पकौड़ा अब तैयार हैं, तब तो छानो चाय।।1।। पकौड़ा बेचन में चला, मन में राखी खोट, लाभ हुआ या हानि हुई, न देंगे... Hindi · दोहा 1 1 810 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 Feb 2018 · 1 min read ✍गरीब भी अमीर भी अब पकौड़ा खाएगा✍(चाय-पकौड़ा श्रृंखला कविता क्रमांक-01) चाय से जुड़े थे इसलिए कि जोश आएगा, काला धन था जो स्विस में वो भी आएगा, हाय! न सोचा था कि घर भी बिक जाएगा। गरीब भी अमीर भी... Hindi · कविता 545 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Feb 2018 · 1 min read ??अहो अहो नर क्या नहीं?अपना भाग्य विधाता है?? लक्ष्य अगर ऊँचा हो तो परिश्रम भी बनता है, क्या बंजर भूमि में कभी पुष्प नहीं खिलता है? पुष्प का ऐसे खिलना, जीवन का सिद्धान्त सिखाता है, अहो अहो नर... Hindi · कविता 346 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Feb 2018 · 1 min read ???ऋतुराज बसन्त को भयो आगमन??? ऋतुराज बसन्त को भयो आगमन, सुगन्ध भरी वायु बहाने लगी है। किसी कोटर से झाँकी दिखाती है शीत, आने जाने को नाटक रचाने लगी है। फूल पत्ती बिखेरें नवरंग भलो,... Hindi · मुक्तक 273 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Jan 2018 · 1 min read ✍✍आज इस प्यारे वतन पर जान भी मैं वार दूँगा✍✍ सुर भी जिस पर तरसते हैं,पुण्य कर लें, जन्म लेकर, नर नहीं पशु ही बना दो, आर्य भूमि पर, प्रभु आशीष देकर, उस विभु आशीष से, भारत माँ का श्रृंगार... Hindi · कविता 330 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 21 Jan 2018 · 1 min read ??भाव में विचार में बने रहो हनुमान मेरे?? भाव में विचार में बने रहो हनुमान मेरे, मन की चलायता को दूरि करि डारो प्रभु। उर में बसो सिय राम रूप रंग लेके, कलुष मिटाय, धैर्य वीरता जगाओ प्रभु।।1।।... Hindi · मुक्तक 353 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 14 Jan 2018 · 1 min read ??सिंह सा लड़ता रहूँगा लक्ष्य को पाने की हद तक?? सिंह सा लड़ता रहूँगा लक्ष्य को पाने की हद तक, इस गगन को नत करूँगा, जान तन में है मेरे जब तक, आदर्श का चोला पहनकर,लक्ष्य को मैं भेद दूँगा,... Hindi · कविता 2 625 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 9 Jan 2018 · 2 min read ??अनन्त श्री युक्त पूज्य गुरुदेव के नाम की व्याख्या?? पूज्य गुरुदेव के नाम की विशद व्याख्या का प्रयास मेरे द्वारा किया गया है। जिस पर मैं पहले कुछ पंक्तियाँ अपनी क्षमा प्रार्थना के लिए अर्पित करता हूँ। चूँकि गुरु... Hindi · मुक्तक 322 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Jan 2018 · 1 min read ???रूप टपकते थे कभी जिनसे किसी....??? रूप टपकते थे कभी जिनसे किसी ज़माने में, सिकुड़ती खाल और झुर्रियाँ लिए मिलते हैं। क्या उन्हें नहीं पता था इस जिन्दगी का हश्र ? कि इस मिट्टी से उठे... Hindi · कविता 330 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Dec 2017 · 1 min read ✍✍ऐसे नवबर्ष हर वर्ष आते रहेंगे ✍✍(पाश्चात्य नववर्ष-2018 के शुभकामनाओं सहित) ऐसे नववर्ष, हर वर्ष आते रहेंगे, आनन्द के क्षण यूँ ही लाते रहेंगे, उन्हें हम न भूलें, जिन्हें तंग करता यह रूपया, व्यर्थ धन, नववर्ष पर, न खर्च करें कृपया... Hindi · कविता 392 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Dec 2017 · 2 min read ??माँ सर्वश्रेष्ठ धन?? बड़ा बन-ठन के निकला था मार्ग पर। ग्रामीण परिवेश में पला बढा था झनुआ। अतः उस पर शहरी सोच का अभाव था।बहुत खुश था कि शहर पहुँच कर खूब पैसे... Hindi · लघु कथा 313 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 24 Dec 2017 · 1 min read ✍?हौंसले पस्त हों जाए तो बल............✍? हौंसले पस्त हों जाए तो बल के क्षण याद करो। ख़ुद को जिन्दा करने के लिए, खुद से ही बात करो।।1।। कमज़ोर बनाती है ज़माने में बुरे लोगों की सोहबत,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 282 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Dec 2017 · 1 min read ✍✍गम्भीर शब्द गूँजते✍✍ गम्भीर शब्द गूँजते, विवेक को हैं ढूँढते, प्रसंग तो यहाँ वहाँ, उसे तो ढूँढते कहाँ, सत्य के उस आधार में, ईश के रूप साकार में, जीवनवृत्त तो बहुत बड़ा, ज्यों... Hindi · कविता 253 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Dec 2017 · 1 min read ✍प्रबुद्ध नर हुँकार भर ✍ निराश मानव में मेरी यह कविता निश्चय ही उत्साह का प्राकट्य करेगी- जय हनुमान प्रबुद्ध नर हुँकार भर, वीरता को पार कर, परिश्रम की आँधियों में, निराशा को तार-तार कर... Hindi · कविता 1 305 Share Previous Page 17 Next