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❤️❤️ भोजपुरी ग़ज़ल ❤️❤️
❤️❤️ भोजपुरी ग़ज़ल ❤️❤️
Vijay kumar Pandey
बहता जल कल कल कल...!
बहता जल कल कल कल...!
पंकज परिंदा
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -183 के दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -183 के दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
4475.*पूर्णिका*
4475.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम पुरमासी के चाँद सी...
तुम पुरमासी के चाँद सी...
शिवम "सहज"
4474.*पूर्णिका*
4474.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
4473.*पूर्णिका*
4473.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*वो खफ़ा  हम  से इस कदर*
*वो खफ़ा हम से इस कदर*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अज़ीयत में शुमार मत करिए,
अज़ीयत में शुमार मत करिए,
Dr fauzia Naseem shad
..
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*प्रणय प्रभात*
सीखा रहा उड़ना मुझे, जिस गति से सैयाद ।.
सीखा रहा उड़ना मुझे, जिस गति से सैयाद ।.
RAMESH SHARMA
“कारवाँ”
“कारवाँ”
DrLakshman Jha Parimal
गीत- कभी हँसकर कभी रोकर...
गीत- कभी हँसकर कभी रोकर...
आर.एस. 'प्रीतम'
कनि कहियौ ने श्रीमान..!
कनि कहियौ ने श्रीमान..!
मनोज कर्ण
मिथिला -मैथिली: असमंजस स्थिति।
मिथिला -मैथिली: असमंजस स्थिति।
Acharya Rama Nand Mandal
हमर सभके
हमर सभके
Acharya Rama Nand Mandal
जीवन क्या है ?
जीवन क्या है ?
Ram Krishan Rastogi
*मेरा सपना*
*मेरा सपना*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हँसना चाहता हूँ हँसाना चाहता हूँ  ,कुछ हास्य कविता गढ़ना चाहत
हँसना चाहता हूँ हँसाना चाहता हूँ ,कुछ हास्य कविता गढ़ना चाहत
DrLakshman Jha Parimal
ब्रह्म तत्व है या पदार्थ या फिर दोनों..?
ब्रह्म तत्व है या पदार्थ या फिर दोनों..?
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
" रास्ता उजालों का "
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
#क़तआ / #मुक्तक
#क़तआ / #मुक्तक
*प्रणय प्रभात*
नयनों में नहीं सनम,
नयनों में नहीं सनम,
Radha Bablu mishra
प्रेम की मर्यादा
प्रेम की मर्यादा
singh kunwar sarvendra vikram
सुना था कि मर जाती दुनिया महोबत मे पर मैं तो जिंदा था।
सुना था कि मर जाती दुनिया महोबत मे पर मैं तो जिंदा था।
Nitesh Chauhan
देख कर चल मेरे भाई
देख कर चल मेरे भाई
Radha Bablu mishra
🙅आज का ज्ञान🙅
🙅आज का ज्ञान🙅
*प्रणय प्रभात*
कहे साँझ की लालिमा ,
कहे साँझ की लालिमा ,
sushil sarna
मनमानी किसकी चली,
मनमानी किसकी चली,
sushil sarna
बड़ा सरल है तोड़ना,
बड़ा सरल है तोड़ना,
sushil sarna
तेरी मासूमियत देखकर
तेरी मासूमियत देखकर
Dr.sima
मैं नास्तिक क्यों हूॅं!
मैं नास्तिक क्यों हूॅं!
Harminder Kaur
🙅दूसरा पहलू🙅
🙅दूसरा पहलू🙅
*प्रणय प्रभात*
सभ्यता
सभ्यता
Rambali Mishra
*कुछ संयम कुछ ईश कृपा से, पापों से बच जाते हैं (हिंदी गजल)*
*कुछ संयम कुछ ईश कृपा से, पापों से बच जाते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मुकम्मल हो नहीं पाईं
मुकम्मल हो नहीं पाईं
Dr fauzia Naseem shad
मोहब्बत ने आज हमको रुला दिया
मोहब्बत ने आज हमको रुला दिया
Jyoti Roshni
उसके दिल में आया तो दिन में रात कर देगा
उसके दिल में आया तो दिन में रात कर देगा
Jyoti Roshni
😢आप ही बताएं😢
😢आप ही बताएं😢
*प्रणय प्रभात*
4472.*पूर्णिका*
4472.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
कभी कभी चाह होती है
कभी कभी चाह होती है
हिमांशु Kulshrestha
हे भारत की नारी जागो
हे भारत की नारी जागो
Dheerendra Panchal
🙅आज का मत🙅
🙅आज का मत🙅
*प्रणय प्रभात*
अबूझमाड़
अबूझमाड़
Dr. Kishan tandon kranti
"दुधावा डैम"
Dr. Kishan tandon kranti
4471.*पूर्णिका*
4471.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दोस्ती की हद
दोस्ती की हद
मधुसूदन गौतम
#परिहास-
#परिहास-
*प्रणय प्रभात*
सूखता पारिजात
सूखता पारिजात
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
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