Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
601 posts
Page 12
"मुक्तक"- ( इस जीवन का हाल )
Ajit Kumar "Karn"
हसीं ख़्वाबों में !
हसीं ख़्वाबों में !
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"-- पल वो कितना अजीब था !
Ajit Kumar "Karn"
बच्चों का भविष्य अधर में !
बच्चों का भविष्य अधर में !
Ajit Kumar "Karn"
प्रतियोगिता का प्रथम स्थान !
प्रतियोगिता का प्रथम स्थान !
Ajit Kumar "Karn"
बहुत संघर्ष किया हम सब ने !
बहुत संघर्ष किया हम सब ने !
Ajit Kumar "Karn"
ख़्वाबों की दुनियाॅं का सच !
ख़्वाबों की दुनियाॅं का सच !
Ajit Kumar "Karn"
शर्तों पे आधारित प्यार....
शर्तों पे आधारित प्यार....
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"-- ज़िंदगी का ये सफ़र....
Ajit Kumar "Karn"
आश्चर्य तो तब होता है जब....
आश्चर्य तो तब होता है जब....
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"-- मेरे सपनों में....
Ajit Kumar "Karn"
जीवन समर !
जीवन समर !
Ajit Kumar "Karn"
ज़िंदगी सबकी अग्नि-परीक्षा ले रही !
ज़िंदगी सबकी अग्नि-परीक्षा ले रही !
Ajit Kumar "Karn"
ग़रीबी एक अभिशाप है !
ग़रीबी एक अभिशाप है !
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"-- ( खेतों में हरियाली )
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"-- पढ़-लिखकर भी....
Ajit Kumar "Karn"
आहिस्ता-आहिस्ता....
आहिस्ता-आहिस्ता....
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- आज का ये मौसम !
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक" : पहली मुलाकात !
Ajit Kumar "Karn"
ग़ज़ल : ( किसने सोचा था.... )
ग़ज़ल : ( किसने सोचा था.... )
Ajit Kumar "Karn"
जगी आशा की किरण....
जगी आशा की किरण....
Ajit Kumar "Karn"
आईना झूठा है !
आईना झूठा है !
Ajit Kumar "Karn"
रस
रस "काव्य की आत्मा" है !
Ajit Kumar "Karn"
मैं तो पराया हूॅं !
मैं तो पराया हूॅं !
Ajit Kumar "Karn"
नया ज़माना आ गया !
नया ज़माना आ गया !
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक" ( बारिश )
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक" ( जो तुम ज़ुदा न होते )
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक" ( नेता के बोल )
Ajit Kumar "Karn"
वो कौन थी...?
वो कौन थी...?
Ajit Kumar "Karn"
ग़ज़ल : ( बारिश का मौसम )
ग़ज़ल : ( बारिश का मौसम )
Ajit Kumar "Karn"
अपने ख़्वाबों को सजा लें !
अपने ख़्वाबों को सजा लें !
Ajit Kumar "Karn"
कहाॅं चली गई छोड़ कर तू !
कहाॅं चली गई छोड़ कर तू !
Ajit Kumar "Karn"
क्या मुझे भूल जाएगी वो?
क्या मुझे भूल जाएगी वो?
Ajit Kumar "Karn"
मैं टूट चुका हूॅं !
मैं टूट चुका हूॅं !
Ajit Kumar "Karn"
क्या हम ख़ुश हैं ??
क्या हम ख़ुश हैं ??
Ajit Kumar "Karn"
जान साॅंसत में है !
जान साॅंसत में है !
Ajit Kumar "Karn"
अनुशासन
अनुशासन
Ajit Kumar "Karn"
शब्द कम नहीं पड़ेंगे !
शब्द कम नहीं पड़ेंगे !
Ajit Kumar "Karn"
काश, मैं इक छोटी सी....
काश, मैं इक छोटी सी....
Ajit Kumar "Karn"
" विवाह "
Ajit Kumar "Karn"
" धैर्य "
Ajit Kumar "Karn"
कवि की कविता !
कवि की कविता !
Ajit Kumar "Karn"
वो अपनापन ही तो है !
वो अपनापन ही तो है !
Ajit Kumar "Karn"
उतना प्यार ना दें !
उतना प्यार ना दें !
Ajit Kumar "Karn"
रिश्ते का मोह !
रिश्ते का मोह !
Ajit Kumar "Karn"
बाॅंट लेंगे ख़ुशियाॅं !
बाॅंट लेंगे ख़ुशियाॅं !
Ajit Kumar "Karn"
जायेगा ये पर.....
जायेगा ये पर.....
Ajit Kumar "Karn"
माॅं तू जो होती !
माॅं तू जो होती !
Ajit Kumar "Karn"
"बड़ाई"
Ajit Kumar "Karn"
Page 12
Loading...