Ajit Kumar "Karn" 600 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next Ajit Kumar "Karn" 17 Oct 2021 · 1 min read सबकी अच्छाई चुरा लो ! सबकी अच्छाई चुरा लो ! ############## सबकी अच्छाई चुरा लो सबकी खामियाॅं भुला दो बहुत बड़ा तुम बन जाओगे गर बिल्कुल ऐसा ही कर दो ! सबमें ही गुण-अवगुण होते... Hindi · कविता 7 4 764 Share Ajit Kumar "Karn" 15 Oct 2021 · 1 min read आपस में सभी भाई-भाई हैं ! आपस में सभी भाई-भाई हैं ! ################ लड़ते हैं...., झगड़ते हैं.... कभी गले भी मिलते हैं ! एक साथ उठते, बैठते हैं ! किसी-किसी बात पर तो.... शिकवा,शिकायत भी करते... Hindi · कविता 8 748 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Oct 2021 · 1 min read किसी का बुरा नहीं चाहते कवि ! किसी का बुरा नहीं चाहते कवि ! ################## कभी भी किसी का बुरा नहीं चाहते कवि ! ना ही कभी धूमिल होने देते वे अपनी छवि! उन्हें तो स्वच्छंद उड़ान... Hindi · कविता 7 4 487 Share Ajit Kumar "Karn" 13 Oct 2021 · 1 min read आज खुशियाॅं लौटी हैं ! आज खुशियाॅं लौटी हैं ! ############# बहुत दिनों के बाद.... आज खुशियाॅं लौटी हैं ! दहक रहा था.... तन - बदन मेरा ! उखड़ा-उखड़ा सा था.... नादां ये मन मेरा... Hindi · कविता 7 4 670 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Oct 2021 · 1 min read सफ़र को यादगार बना जाना ! सफ़र को यादगार बना जाना ! ################# चला जा रहा हूॅं.... चला जा रहा हूॅं.... सफ़र में बस यूॅं ही , चला ही जा रहा हूॅं !! ना कोई मंज़िल... Hindi · कविता 5 4 638 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Oct 2021 · 1 min read त्योहार के इस मौसम में.... त्योहार के इस मौसम में.... ############### कुछ बेहतर करने का हम प्रण लें ! त्योहार के इस मौसम शानदार में !! उन सारी खामियों को जड़ से भूलें... जो घटित... Hindi · कविता 6 2 595 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Oct 2021 · 2 min read "ज़रूरत" "ज़रूरत" ##### सभी भागे भागे फिरते हैं.... अपनी ज़रूरतों के पीछे ! फिर भी ज़रूरतें किसी की , कभी भी पूरे ही ना होते ! कितनी कश्मकश भरी है.... ये... Hindi · कविता 8 9 700 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Oct 2021 · 1 min read "हाइकु" "हाइकु" ##### कैसा ज़माना ना है कोई ठिकाना ख़्वाबों में डूबा । कोई इतना परेशां क्यूॅं हो रहा धीरज रखें । बमुश्किल ही मंज़िल मिली हमें दूर ना होंगे ।... Hindi · हाइकु 7 4 730 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Oct 2021 · 1 min read क्या सिर्फ़ छू सकता वही आसमान है? क्या सिर्फ़ छू सकता वही आसमान है? ##################### सुधी पाठकों का प्यार जिसने पा लिया , उसने मानो नया इक संसार बना लिया ! उसकी बयानबाजी से क्या फ़र्क पड़ता?... Hindi · कविता 7 610 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Oct 2021 · 1 min read 'पूज्य राष्ट्रपिता को प्रणाम' ! 'पूज्य राष्ट्रपिता को प्रणाम' ! ???????? सत्य, अहिंसा का जिसने दिया था सुंदर सा संदेश अहिंसा के जिस पुजारी को नापसंद थी ईर्ष्या,द्वेष सदैव चाहते वे कि आपस में ना... Hindi · कविता 6 10 518 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Oct 2021 · 1 min read किसी तरह से उसने आसमान छुआ ! किसी तरह से उसने आसमान छुआ ! ##################### इतने दिनों की उदासी अब ख़त्म हुई ! दिल से दिल की शुरू आज जश्न हुई ! छाया जो था अंधकार सा... Hindi · कविता 5 2 595 Share Ajit Kumar "Karn" 30 Sep 2021 · 2 min read आपस में मिल-जुलकर रहें ! आपस में मिल-जुलकर रहें ! ################ आपस में सदा मिल-जुलकर रहें ! एवं एक दूसरे की भावनाऍं समझें ! हमारा ये जीवन बहुत ही कीमती है ! हरेक कठिनाइयों का... Hindi · कविता 9 4 836 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Sep 2021 · 2 min read पुरुषों को भी जीने दें ! पुरुषों को भी जीने दें ! ############# आपको किसने कहा था.... मेरा पीछा करने के लिए ! और यदि पीछा किया भी तो.... बीच राह में साथ छोड़ने के लिए... Hindi · कविता 6 4 618 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Sep 2021 · 1 min read विचित्र घड़ी.... विचित्र घड़ी.... ######## बहुत ही विचित्र घड़ी आ गई है ! कोई किसी को पूछ तक नहीं रहा है ! जो आपस में गहरे दोस्त हुआ करते थे ! वो... Hindi · कविता 6 939 Share Ajit Kumar "Karn" 25 Sep 2021 · 2 min read साहित्य का मान बढ़ाएं ! साहित्य का मान बढ़ाएं ! ############## लोग रचना की हर पंक्ति पढ़ते तक नहीं ! कौन सा शब्द सही और कौन सा है गलत, यह देखते तक नहीं ! बिना... Hindi · कविता 8 6 631 Share Ajit Kumar "Karn" 24 Sep 2021 · 2 min read किसी तरह.... किसी तरह.... ######## मेरा ये जीवन यूॅं ही कट जाए किसी भी तरह..... किसी न किसी तरह कष्ट तो बहुत सारे हैं.... जिसे हम सह नहीं पाते हैं पर ईश्वर... Hindi · कविता 5 2 759 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Sep 2021 · 1 min read सबका ही उद्धार होगा ! सबका ही उद्धार होगा ! •••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मैं तो सदा सबकी भलाई ही चाहता ! नहीं कभी किसी की उम्मीद हूॅं तोड़ता ! किसी के सफ़र का साथी ही बन... Hindi · कविता 5 608 Share Ajit Kumar "Karn" 18 Sep 2021 · 1 min read रात के ॲंधेरे में किसी ने वार किया ! रात के ॲंधेरे में किसी ने वार किया ! •••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ रात के ॲंधेरे में किसी ने वार किया ! पीठ के पीछे से वो कड़ा प्रहार किया ! सच... Hindi · कविता 5 492 Share Ajit Kumar "Karn" 16 Sep 2021 · 2 min read जय हिन्दी ! जय हिन्दुस्तान !! जय हिन्दी ! जय हिन्दुस्तान !! ••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मैं हर तरफ ही देख रहा हूॅं ! लोग प्रायः हिन्दी भाषा का इस्तेमाल तो करते हैं ! पर लिपि के रूप... Hindi · कविता 4 813 Share Ajit Kumar "Karn" 14 Sep 2021 · 2 min read "हिन्दी" : राष्ट्रभाषा कब बनेगी....? "हिन्दी" : राष्ट्रभाषा कब बनेगी....? ×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•×•× हिन्दी की इतनी दुर्दशा , मुझसे देखी नहीं जाती ! अपने ही देश में ये भाषा , कदापि पूजी नहीं जाती !! व्यापक प्रसार... Hindi · कविता 7 4 1k Share Ajit Kumar "Karn" 12 Sep 2021 · 1 min read फेसबुक पर मेरा वो दोस्त दिखाई पड़ा ! फेसबुक पर मेरा वो दोस्त दिखाई पड़ा ! ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ फेसबुक पर , मेरा वो दोस्त दिखाई पड़ा ! मन में उठ रहा हर संशय अब ख़त्म हुआ ! जैसा... Hindi · कविता 9 8 805 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Sep 2021 · 1 min read कुछ सपने अधूरे ही रह जाते हैं ! कुछ सपने अधूरे ही रह जाते हैं ! ••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ जीवन की आपाधापी में सब दौड़ चले हैं ! घर - बार अपना सब यूॅं ही छोड़ चले हैं !... Hindi · कविता 8 2 681 Share Ajit Kumar "Karn" 11 Sep 2021 · 1 min read ईश्वर सदा सबकी ही सुनते हैं ! ईश्वर सदा सबकी ही सुनते हैं ! ••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ ईश्वर सदा सबकी ही सुनते हैं ! नहीं कोई भेदभाव वे करते हैं ! जो पूर्ण भक्ति भाव से चरणों में... Hindi · कविता 8 4 820 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Sep 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( ऐसा मेरा स्वभाव है ) "मुक्तक"- ( ऐसा मेरा स्वभाव है ) ••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ अपनी ज़िद हम सदैव पूरी करते हैं ! कोई ख़्वाब हम ना अधूरा रखते हैं ! बचपन से ही ऐसा मेरा... Hindi · मुक्तक 4 542 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Sep 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( कैसा रुख़ यह लेता है ) "मुक्तक"- ( कैसा रुख़ यह लेता है ) •••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कोरोना का तांडव फिर से बढ़ता जा रहा ! संक्रमितों व मृतकों का ग्राफ चढ़ता जा रहा! पता नहीं इस... Hindi · मुक्तक 5 1 552 Share Ajit Kumar "Karn" 10 Sep 2021 · 1 min read दुआ करो तुम उस रब से ! दुआ करो तुम उस रब से ! ••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ अब क्या रह गया छुपा है तुझसे । सब कुछ तो दिया बता है तुझसे । फिर भी तुझे गर विश्वास... Hindi · मुक्तक 4 446 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Sep 2021 · 2 min read घटित जब कुछ विचित्र कभी हो.... घटित जब कुछ विचित्र कभी हो.... ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ आज कुछ विचित्र सी बात हुई ! तत्क्षण, मैं काफ़ी डर गया था ! पर वो तो अच्छे के लिए ही हुई... Hindi · कविता 6 635 Share Ajit Kumar "Karn" 9 Sep 2021 · 1 min read आज की दुनिया एक तमाशा है ! आज की दुनिया एक तमाशा है ! ••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ आज की ये दुनिया एक तमाशा है। नहीं कुछ भी ख़ास इससे आशा है। कुछ लोगों की नीयत यहाॅं ठीक नहीं।... Hindi · मुक्तक 5 2 448 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Sep 2021 · 1 min read मेरा वो दोस्त क्यों नाराज़ है ?? मेरा वो दोस्त क्यों नाराज़ है ?? ••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मेरा दोस्त क्यों नाराज़ है ? बहुत दिनों से आ नहीं रही... मेरी समझ में ये बात है !! मुझे कुछ... Hindi · कविता 7 2 589 Share Ajit Kumar "Karn" 8 Sep 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( बाज़ार में सरे आम बिकते हैं ) "मुक्तक"- ( बाज़ार में सरे आम बिकते हैं ) ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ जो चीज बाज़ार में सरे आम बिकते हैं ! उस चीज़ पर निगाहें कभी नहीं टिकते हैं ! एक... Hindi · मुक्तक 5 2 370 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Sep 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( हल्के में ही ले रहे थे ) "मुक्तक"- ( हल्के में ही ले रहे थे ) •••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कुछ लोग मुझे हल्के में ही ले रहे थे ! बात - बात पर ताने मुझे दे रहे थे... Hindi · मुक्तक 4 394 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Sep 2021 · 1 min read "शेर" ( तब मेरा हृदयाॅंगन खिल सा गया ) "शेर" ( तब मेरा हृदयाॅंगन खिल सा गया ) ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ तब मेरा हृदयाॅंगन खिल सा गया । अर्से बाद जब किसी ने याद किया।। होती थी पहले छुप -... Hindi · शेर 6 2 575 Share Ajit Kumar "Karn" 7 Sep 2021 · 1 min read जब बताता हूॅं हाल उन्हें अपना ! जब बताता हूॅं हाल उन्हें अपना ! •••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मुझे ये समझ ही नहीं आता है। कोई मुझे समझ नहीं पाता है । जब बताता हूॅं हाल उन्हें अपना, तो... Hindi · मुक्तक 4 482 Share Ajit Kumar "Karn" 6 Sep 2021 · 1 min read हम परमात्मा को ढूंढ़ेंगे ! हम परमात्मा को ढूंढ़ेंगे ! ••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ किसी तरह ये ज़िंदगी कट जाए... दिन-रात मैं बस, यही सोचता हूॅं ! राहों के राही की मदद कर जाएं... ईश्वर से दुआ... Hindi · कविता 5 4 594 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Sep 2021 · 1 min read शिक्षक ( शिक्षक दिवस पर विशेष ) शिक्षक ( शिक्षक दिवस पर विशेष ) •••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ जो नित ज्ञान का दीप है जलाता ! वो इंसान ही है शिक्षक कहलाता !! खुद जलकर जो औरों का पथ... Hindi · कविता 6 2 964 Share Ajit Kumar "Karn" 5 Sep 2021 · 1 min read किसी भी हाल में ( मुक्तक ) किसी भी हाल में ( मुक्तक ) •••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ नहीं हटना चाहता किसी भी हाल में । नहीं पड़ना चाहता दुश्मन की चाल में। क्यों नहीं उन्हें उनकी औकात बता... Hindi · मुक्तक 7 2 639 Share Ajit Kumar "Karn" 3 Sep 2021 · 2 min read औरतों को खूब सम्मान दें ! औरतों को खूब सम्मान दें ! •••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ औरतों को खूब सम्मान दें ! ना कभी उनका अपमान करें ! कुछ छिटपुट घटनाएं होती रहती हैं ! आए दिन सुनने... Hindi · कविता 6 4 618 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Sep 2021 · 1 min read सही व ग़लत को पहचान लिया है ! सही व ग़लत को पहचान लिया है ! ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ पाठकों ने अब ये जान लिया है । सही व ग़लत को पहचान लिया है। उन्हें कोई बरग़ला नहीं सकता... Hindi · मुक्तक 7 4 500 Share Ajit Kumar "Karn" 2 Sep 2021 · 1 min read बड़ी मुश्किल में है ये डगर ! बड़ी मुश्किल में है ये डगर ! ••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ इस जीवन का डगर मुश्किल है इस कदर डरना नहीं है मगर बस, चलते जाना है शहर - दर - शहर... Hindi · कविता 9 4 798 Share Ajit Kumar "Karn" 1 Sep 2021 · 1 min read आज वक़्त कुछ ऐसा आ गया है ! आज वक़्त कुछ ऐसा आ गया है ! •••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ आज वक़्त कुछ ऐसा आ गया है। इंसानियत तो ख़त्म सा हो गया है। हालात तो बद - से -... Hindi · मुक्तक 5 489 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Aug 2021 · 1 min read सच्ची दोस्ती का फ़र्ज़ मुझसे अदा किया ! सच्ची दोस्ती का फ़र्ज़ मुझसे अदा किया ! ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ आज किसी से मुझे हो मुलाकात गई ! फिर धीरे-धीरे खुल मेरी जज़्बात गई ! उसने बताई मुझे ऐसी कई... Hindi · कविता 6 3 737 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Aug 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( मौत से क्या डरना.... ) "मुक्तक"- ( मौत से क्या डरना.... ) ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मौत से क्या डरना, सबको तो आना ही है। अपनों का साथ तब तक तो निभाना ही है। ज्यों - ज्यों... Hindi · मुक्तक 6 2 423 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Aug 2021 · 1 min read "मुक्तक"- ( मिलेगी जरूर मंजिल ) "मुक्तक"- ( मिलेगी जरूर मंजिल ) ••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मिलेगी जरूर मंजिल, पूरे होंगे सपने ! भले ही इस धरा पे ना हों कोई अपने ! सफलता पाने हेतु किसी से... Hindi · मुक्तक 5 2 479 Share Ajit Kumar "Karn" 29 Aug 2021 · 1 min read कारनामों से कितनी अद्भुत है वो.... कारनामों से कितनी अद्भुत है वो.... •••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ कब से ही देख रहा हूॅं मैं उसे रास्ता मेरा रोके जा रही है वो समझने को तैयार ही नहीं वो बस... Hindi · कविता 6 4 557 Share Ajit Kumar "Karn" 28 Aug 2021 · 1 min read ज़िंदगी से इस कदर कोई परेशां क्यों है ! ज़िंदगी से इस कदर कोई परेशां क्यों है ! •••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ ज़िंदगी से इस कदर कोई भी परेशां क्यों है। कहीं ऊंचा तो कहीं पे नीचा आसमां क्यों है। माना,... Hindi · मुक्तक 6 614 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Aug 2021 · 1 min read ग़ज़ल : ( साथ-साथ चलता हूॅं ) ग़ज़ल : ( साथ-साथ चलता हूॅं ) •••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ एक कदम तुम बढ़ो, एक कदम मैं बढ़ता हूॅं । इस रहस्यमई जीवन में साथ-साथ चलता हूॅं।। क्या पता, किस मोड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 606 Share Ajit Kumar "Karn" 27 Aug 2021 · 1 min read ग़ज़ल : ( कोई अच्छी सी ग़ज़ल लिखूॅं ) ग़ज़ल : ( कोई अच्छी सी ग़ज़ल लिखूॅं ) •••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ मन करता है कि कोई अच्छी सी ग़ज़ल लिखूॅं । फिर सोचता हूॅं कि आज लिखूॅं या कल लिखूॅं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 2 637 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Aug 2021 · 1 min read उसका काम तमाम करता हूॅं ! उसका काम तमाम करता हूॅं ! •••••••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ किसी तरह उसका काम तमाम करता हूॅं ! ये सुनहरी शाम आज अपने नाम करता हूॅं ! वैसे तो कभी किसी का... Hindi · मुक्तक 5 2 285 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Aug 2021 · 1 min read "मुक्तक" - मैं जल उठा ! "मुक्तक" - मैं जल उठा ! •••••••••••••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ दुनिया में हो रहे अन्याय की आग से मैं जल उठा ! अपने को ही अपनों का दुश्मन देख दिल दहल उठा... Hindi · मुक्तक 5 2 547 Share Ajit Kumar "Karn" 23 Aug 2021 · 1 min read चलो चलते हैं ! चलो चलते हैं ! ••••••••••••••• ⭐⭐⭐⭐ जब कुछ करेंगे तब हम बचेंगे ! चारों ओर से ही ऑंधी-तूफान चली है ! वैसे तो पहले से ही चेतावनी दी गई थी... Hindi · कविता 6 6 690 Share Previous Page 9 Next