Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2021 · 1 min read

आज वक़्त कुछ ऐसा आ गया है !

आज वक़्त कुछ ऐसा आ गया है !
••••••••••••••••••••••••••••••••••
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐

आज वक़्त कुछ ऐसा आ गया है।
इंसानियत तो ख़त्म सा हो गया है।
हालात तो बद – से – बदतर है अब,
चिन्हित लोग हाशिये पर आ गया है।।

अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 01-09-2021.
“””””””””””””””””””””””””””””
????????

Language: Hindi
5 Likes · 466 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
’जूठन’ आत्मकथा फेम के हिंदी साहित्य के सबसे बड़े दलित लेखक ओमप्रकाश वाल्मीकि / MUSAFIR BAITHA
’जूठन’ आत्मकथा फेम के हिंदी साहित्य के सबसे बड़े दलित लेखक ओमप्रकाश वाल्मीकि / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
नदी जिस में कभी तुमने तुम्हारे हाथ धोएं थे
नदी जिस में कभी तुमने तुम्हारे हाथ धोएं थे
Johnny Ahmed 'क़ैस'
First impression is personality,
First impression is personality,
Mahender Singh
चाहे हमको करो नहीं प्यार, चाहे करो हमसे नफ़रत
चाहे हमको करो नहीं प्यार, चाहे करो हमसे नफ़रत
gurudeenverma198
धर्म ज्योतिष वास्तु अंतराष्ट्रीय सम्मेलन
धर्म ज्योतिष वास्तु अंतराष्ट्रीय सम्मेलन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रसाद का पूरा अर्थ
प्रसाद का पूरा अर्थ
Radhakishan R. Mundhra
उदासियाँ  भरे स्याह, साये से घिर रही हूँ मैं
उदासियाँ भरे स्याह, साये से घिर रही हूँ मैं
_सुलेखा.
हुस्न अगर बेवफा ना होता,
हुस्न अगर बेवफा ना होता,
Vishal babu (vishu)
दलदल
दलदल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
3033.*पूर्णिका*
3033.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आज भी अधूरा है
आज भी अधूरा है
Pratibha Pandey
अपना घर फूंकने वाला शायर
अपना घर फूंकने वाला शायर
Shekhar Chandra Mitra
"इण्टरनेट की सीमाएँ"
Dr. Kishan tandon kranti
गर्जन में है क्या धरा ,गर्जन करना व्यर्थ (कुंडलिया)
गर्जन में है क्या धरा ,गर्जन करना व्यर्थ (कुंडलिया)
Ravi Prakash
**पी कर  मय महका कोरा मन***
**पी कर मय महका कोरा मन***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जब जब भूलने का दिखावा किया,
जब जब भूलने का दिखावा किया,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
'मरहबा ' ghazal
'मरहबा ' ghazal
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
आज आप जिस किसी से पूछो कि आप कैसे हो? और क्या चल रहा है ज़िं
आज आप जिस किसी से पूछो कि आप कैसे हो? और क्या चल रहा है ज़िं
पूर्वार्थ
कर दिया
कर दिया
Dr fauzia Naseem shad
हम इतने सभ्य है कि मत पूछो
हम इतने सभ्य है कि मत पूछो
ruby kumari
मेरे सिवा अब मुझे कुछ याद नहीं रहता,
मेरे सिवा अब मुझे कुछ याद नहीं रहता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हमारी जिंदगी ,
हमारी जिंदगी ,
DrLakshman Jha Parimal
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
"मां बनी मम्मी"
पंकज कुमार कर्ण
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
जिस आँगन में बिटिया चहके।
जिस आँगन में बिटिया चहके।
लक्ष्मी सिंह
मत भूल खुद को!
मत भूल खुद को!
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
‘ विरोधरस ‘---8. || आलम्बन के अनुभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---8. || आलम्बन के अनुभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...