वीर कुमार जैन 'अकेला' Tag: कविता 101 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Oct 2021 · 1 min read मैं और मेरे टीचर अ से अनार आ से आम A for APPLE B for BOY एक से लेकर दस तक की गिनती ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार और मछली जल की रानी है.. क्या... Hindi · कविता 1 321 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 15 Oct 2021 · 1 min read दशहरा हर साल हम दशहरा मनाते हैं रावण के पुतले को जलाते हैं बुराई पर अच्छाई की जीत का खुशी खुशी जश्न मनाते हैं आज राम में राम जैसी मर्यादा नही... Hindi · कविता 1 265 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 10 Oct 2021 · 1 min read सनातनी परंपरा रसोई का चूल्हा हो या किचेन की गैस पहली रोटी गाय की और अंतिम मोती की मोती, गली का कुत्ता सबका प्यारा सबका दुलारा सबके घरों का रखवाला सबको देख... Hindi · कविता 429 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Oct 2021 · 1 min read अकेलापन तेरा यूँ घर से चले जाना मुझको अकेला कर जाना सुकूँ होगा तेरी जिंदगी में आसां नही है मेरा मर जाना उम्मीद है तेरे लौट आने की खुशियां कैसे मनाऊं... Hindi · कविता 1 2 218 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 5 Oct 2021 · 1 min read वंदन रोज सवेरे उठ कर हम प्रभु का वंदन करते हैं। वो सबका पालनहारा है उसका अभिनंदन करते हैं।। उगते सूरज को देख सभी सूर्य नमस्कार करते हैं। कितनी प्यारी सुबह... Hindi · कविता 1 1 202 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 4 Oct 2021 · 1 min read ना जाने कब..... जाने पहचाने रिश्ते ना जाने कब अनजान हो गए ना जाने कौन सी भीड़ में और कहां पर खो गए कुदरत का कहर कोरोना बन कर बरसा था ना जाने... Hindi · कविता 1 2 220 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Oct 2021 · 1 min read 2 अक्टूबर 2 अक्टूबर की छुट्टी है आज क्योंकि गांधी जयंती है आज शास्त्री जी की भी तो जयंती है शास्त्री जयंती क्यों नही मनती है माना गांधी जी बापू कहलाये शास्त्री... Hindi · कविता 516 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 30 Sep 2021 · 1 min read तुम्हारे मुस्कुराने से ये मुरझाईं कलियां खिलने को आतुर तुम एक बार मुस्कुरा तो दो। आंखों में है इंतज़ार दिल है बेकरार तुम एक बार मुस्कुरा तो दो।। आंखों में रुके अश्क बह... Hindi · कविता 2 400 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 29 Sep 2021 · 1 min read कुर्सी की लालसा ये राजनीति है साहब अच्छे अच्छो को निगल गई और मजाल डकार भी ली हो। शांत बने अनजान बैठे हैं जैसे निगलना कोई आम बात हो और मजाल हुंकार भी... Hindi · कविता 1 3 233 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 26 Sep 2021 · 1 min read कटाक्ष चलो आज बात करते हैं आज़ादी के मतवालों की क्रांति दिवस से आज़ाद होने तक वाले सालों की मंगल पांडे ने क्रांति धरा से आज़ादी का बिगुल बजाया था क्रांतिकारियों... Hindi · कविता 1 1 229 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Sep 2021 · 1 min read कान्हा बनाम द्वारकाधीश कान्हा बन राधा संग खेली प्रेम की होली ये बंसी मुई होंठों से छुई गूंजी मीठी बोली ब्रज की गलियां हों या राधा की सखियां सयानी कान्हा वो सब हैं... Hindi · कविता 1 4 372 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Sep 2021 · 1 min read ये मेरा देश ये मेरा देश जहां पूरे वर्ष त्योहार मनाए जाते हैं। जहां हर दिन होली जलती हो और हर रात दीपक जलाए जाते हैं।। जहां की माटी भी सावन में भीग... Hindi · कविता 1 174 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 14 Sep 2021 · 1 min read हिंदी हिंदी, हिन्दू, हिंदुस्तान इनकी कहीं खो गई पहचान साल में केवल एक बार मनाते हैं 14 सितंबर को है हिंदी दिवस, बताते हैं हिंदी भाषी देश में कैसी ये बेला... Hindi · कविता 2 2 229 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 10 Sep 2021 · 1 min read गणेश महाराज विघ्नहर्ता हमारे गजानन तुम्हीं हो सबके प्यारे सिद्धि विनायक तुम्हीं हो मूषक पर चढ़ तुम करते हो सवारी अपने भक्तों की सब विपदा हारी मोदक तुमको लगता है अति प्यारा... Hindi · कविता 1 2 265 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Sep 2021 · 1 min read मंच उम्र के इस पड़ाव पर मंच पर चढ़ा दिया मेरे हाथ में दोस्त ने माइक पकड़ा दिया कोई गीत कविता सुनाने की ख्वाइश की मेरे चाहने वालों ने मुझसे फरमाइश... Hindi · कविता 1 2 405 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Sep 2021 · 1 min read नही तो गर सोची तुमने बॉलीवुड में पैर जमाने की माननी होंगी सारी बातें तुम्हें आकाओं की अपने दीन धर्म को तुम्हें ताक पे धरना होगा तपते हुए अंगारों पर आंख मूंद... Hindi · कविता 2 2 456 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 4 Sep 2021 · 1 min read शिक्षक दिवस गुरुकुल के गुरु जी स्कूल के मास्टर जी अंग्रेजी माध्यम के सर है तो सभी शिक्षक ही देते हैं हमें शिक्षा अ से अनार वाली और A से apple वाली... Hindi · कविता 1 2 383 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Sep 2021 · 1 min read कविता मन का उद्गार होती है कविता शब्दों का भंडार होती है कविता कलम चले जब कागज के सीने पर अक्षरों में उभर आती है कविता किसी का प्यार होती है... Hindi · कविता 1 2 384 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 31 Aug 2021 · 1 min read ठिकाना दुनिया से चले जाने वालों का ठिकाना पता हो तो बता दो ना कहते हैं भगवान के घर चला गया उसके घर का ही पता बता दो ना वो तो... Hindi · कविता 1 2 571 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 31 Aug 2021 · 1 min read तुम आओ तो सही इंतज़ार में पलकें बिछा दी हैं तुम आओ तो सही घर की दीवारें रंगवा दी हैं तुम आओ तो सही यूँ रूठ कर मायके चली जाना पुरानी चीजें सब हटवा... Hindi · कविता 382 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 29 Aug 2021 · 1 min read नाविक डूबती नाव को किनारा मिलेगा भरोसा था मुझे इन लहरों से छुटकारा मिलेगा भरोसा था मुझे पतवार जिसके हाथों में थी वो पार लगा तो देगा उस परवर दीगार पर... Hindi · कविता 2 4 247 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 29 Aug 2021 · 1 min read कायल किसी ने गीत लिखे किसी ने कविता कही किसी ने शेर सुनाए अलग अलग बयार बही मन हुआ मेरा भी कुछ लिखूँ मन के उदगार किसी से कहूँ कोई मेरी... Hindi · कविता 2 232 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 27 Aug 2021 · 1 min read व्यथित हूँ मैं भी देश की समस्या आम जन की समस्या बन आई है अब तो महंगाई की समस्या हर जन त्रस्त है महंगाई से पस्त है खाने को रोटी नही खाली ये दोनों... Hindi · कविता 2 282 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 26 Aug 2021 · 1 min read कौन सा घर है उसका अपना मां ने बेटी को समझाते हुए कहा चूल्हा चौका रोटी गोल बनाना सीख ले जब अपने घर जाएगी तब क्या करेगी क्या माँ बाप का घर उसका अपना नही ससुराल... Hindi · कविता 2 3 283 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Aug 2021 · 1 min read स्त्री स्त्री एक पर उससे रिश्ते अनेक जन्म देने वाली स्त्री माँ कहलाती है राखी वाली स्त्री बहिन कहलाती है सात फेरों और सात वचन निभाने वाली प्यारी सी स्त्री अर्धांगिनी... Hindi · कविता 2 2 235 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Aug 2021 · 1 min read याद है ना वो उसके दबे कदमों की आहट खिड़की के काँच पर खटखटाहट उसको देखकर चेहरे की मुस्कुराहट आपसी बातों की होती फुसफुसाहट .............याद है ना चांदनी रात में उंगलियां फसाना हल्के... Hindi · कविता 1 320 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Aug 2021 · 1 min read त्योहार राखी गई अब जन्माष्टमी आने को तैयार है एक भाई बहन का दूजा कान्हा जी का त्यौहार है सावन से कार्तिक तक त्योहार ही त्यौहार है खुशियां द्वारे आई तुम्हारे... Hindi · कविता 1 419 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Aug 2021 · 1 min read उच्च आयु वर्ग दिवस आज जब अपनों से छोटों ने प्रतिदिन की भांति नमन करते हुए उच्च आयु वर्ग दिवस की बधाई दी तो मैं आवाक उन्हें देखता रहा क्षणभर वे मुस्कुराए और पूछा... Hindi · कविता 1 384 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Aug 2021 · 1 min read क्रोध और वेदना चंद मुठ्ठी भर लोगों ने ये कैसा कहर बरपाया है। हथियारों को लहराते हुए कैसे सबको डराया है।। पत्थरों का प्रहार कर शीशे सब चकनाचूर किये। अग्नि ज्वाला में भस्म... Hindi · कविता 2 657 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Aug 2021 · 1 min read एक अहसास यह तो आगाज है अंजाम अभी बाकी है सोचो समझो सुधरो समय अभी बाकी है गुजर गया यह वक्त तो हाथ मलते रह जाओगे कुछ करने की सोचोगे पर कर... Hindi · कविता 413 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 15 Aug 2021 · 1 min read चौपाई मंगल भवन अमंगल हारी। घर की बीवी किसी से ना हारी।। द्रवहु सुदसरथ अजर बिहारी। या हो तुम्हारी या हो हमारी।। कैसी भी हो लगती प्यारी। गोरी हो या हो... Hindi · कविता 401 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 12 Aug 2021 · 1 min read दर्द का सत्य दिल में छुपा अथाह दर्द पर चेहरे पर शिकन नही पैदल ही चला घर की ओर पर पावों में थकन नही बॉस की वो डांट फटकार फिर भी कोई चुभन... Hindi · कविता 1 376 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 4 Aug 2021 · 1 min read इच्छा एक बार भगवान ने इंसान बनने की इच्छा जताई भगवान की आत्मा इंसान बन कर धरती पर आई धरती पर पहला कदम पड़ते ही दिमाग चकराया इंसान बने भगवान को... Hindi · कविता 1 5 298 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Aug 2021 · 1 min read ये हो नही सकता मुसीबत में हो दोस्त और मैं साथ ना दूं ये हो नही सकता मदद को वो हाथ बढ़ाये और मैं हाथ ना दूं ये हो नही सकता बचपन में खाई... Hindi · कविता 1 1 205 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 2 Aug 2021 · 1 min read मेरी हालत उन्होंने कहा सुनो मैंने कहा कहो पड़ोस वाली भाभी जी आज डॉक्टर को दिखाने गई थी कोरोना की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी 15 दिन के लिए क्वारंटाइन हो गयी... Hindi · कविता 1 2 259 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 31 Jul 2021 · 1 min read तोहफा मेरे घर जब बेटी ने जन्म लिया ईश्वर ने अनमोल तोहफ़ा दिया चेहरे पर अजब सी मुस्कान थी मेरी बेटी मेरी शान थी गोद में जब उसको उठाया दिल में... Hindi · कविता 1 1 248 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 31 Jul 2021 · 1 min read कोरोना घर जा कोरोना घर जा कोरोना घर जा वापस जा, मत सता गोली खा, सीरप पी घर जा, सो जा रहम कर, हार मान मत ले, किसी की जान सीधे सीधे, समझ... Hindi · कविता 429 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 29 Jul 2021 · 1 min read अतीत चलो एक बार फिर से गुजरा बचपन जी लें हम और तुम उन संकरी गलियों में दौड़ भाग कर लें हम और तुम वो कटती पतंग की डोर दौड़ कर... Hindi · कविता 328 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Jul 2021 · 1 min read सौदा समंदर से मिलने जब नदी किनारे पहुंची। समंदर ने कहा ठहर ज़रा मिलने से पहले।। अब मैं सौदा करता हूँ गर मिलना है मुझसे। मिलन का कर्ज अदा कर मिलने... Hindi · कविता 1 308 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Jul 2021 · 1 min read पंच वर्षीय योजना सियासत में सुना था चुनाव जीतने के बाद सरकार सत्ता में आती है देश के विकास के लिए पंच वर्षीय योजना बनाती है ये भोली जनता है जो हराती भी... Hindi · कविता 2 199 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Jul 2021 · 1 min read नियामत बचपन में सुना था पानी और हवा भगवान की नियामत हैं कुछ खुदगर्ज लोगों ने ईश्वर के इस नियामत को बाज़ारी भाव में बेच दिया। पानी तो कब से बोतलों... Hindi · कविता 2 387 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Jul 2021 · 1 min read गुरु पूर्णिमा गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर विशेष पहले गुरु मां बाप जिन्होने उंगली थाम चलना सिखाया संस्कारित कर के जिन्होंने समाज में रहना सिखाया दूसरे गुरु हमारे शिक्षक जिन्होंने शिक्षा... Hindi · कविता 2 1 451 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Jul 2021 · 1 min read अंतर कौआ कोयल से बोला तू भी काली मैं भी काला फिर दोनों की बोली में ये अंतर क्यों कोयल बोली कव्वे से तो सुन बताती हूँ मैं मैं चहकती हूँ... Hindi · कविता 289 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Jul 2021 · 1 min read कहर का मंजर ये मालूम ना था कि अब तुमसे मिल ना पाएंगे इस कोरोना की लहर में अपनों से बिछड़ जाएंगे यह कैसा कहर बरपाया है अंजाना सा दुनिया में पता ना... Hindi · कविता 2 582 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Jul 2021 · 1 min read काँवड़ लो फिर उदास हो गई शिव भक्तों की टोलियाँ खाली फिर से रह गयी शिव भक्तों की झोलियाँ योगी के शासन में उम्मीद इस बार जगी थी जल कांधों पर... Hindi · कविता 1 398 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Jul 2021 · 1 min read बिदाई नाजों से पली ससुराल को चली बांध प्रीत की डोर अपने पिया के छोर बाबुल भी खड़े रोते क्यों ऐसे पल होते छोड़ मां का आँचल बहन भाई रहे मचल... Hindi · कविता 2 1 339 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Jul 2021 · 1 min read स्त्री एक बेटी दुल्हन के रूप में जब सजती है स्त्री किसी स्वर्ग की अप्सरा सी तब लगती है स्त्री दो परिवारों के बीच संबंधों की नींव होती है स्त्री इस... Hindi · कविता 2 312 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Jul 2021 · 1 min read कोरोना का असर पहले कहते थे घर से बाहर जाकर खेलो अब कहते हैं बाहर मत जाओ घर में खेलो पहले कंप्यूटर और मोबाइल बिगाड़ने के थे साधन आज यही सब जरूरत हो... Hindi · कविता 1 1 495 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Jul 2021 · 1 min read गुजरे जमाने का इश्क बचपन के इश्क की आज फिर बुढ़ापे में देखो चर्चा हो गई यादें पुरानी फिर से जिंदा हुई सिसकते हुए जो कभी थी सो गई वह बचपन का इश्क दहलीज... Hindi · कविता 2 2 438 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Jun 2021 · 1 min read बेटियां कुदरत की नियामत होती हैं बेटियां माँ बाप के लिये अमानत होती है बेटियां दान में महादान कन्या का दान, कन्यादान एक बाप के लिए सौभाग्य होती हैं बेटियां पायलट... Hindi · कविता 2 343 Share Previous Page 2 Next