Usha Sharma Tag: कविता 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Usha Sharma 23 May 2022 · 1 min read "मेरे पापा " संयम,समर्पण,पितृ स्नेह का मेरे पापा सम्पूर्ण आकाश थे, माँ जो स्नेह की थी अविरल सरिता, पापा मेरे सागर थे। अपने बच्चों के पिता संग वो अनुजों के पालक भी थे,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 3 322 Share Usha Sharma 15 Nov 2021 · 1 min read #बालदिवस :अब कहाँ वो बचपन.... मंच को सादर नमन ?? ? बाल दिवस विशेष शीर्षक :अब कहाँ वो बचपन.... अब कहाँ वो बचपन खिलौने, चहक,वो गुड्डे-गुड़ियों के सात फेरे। पता नहीं क्यों अब कटता है... Hindi · कविता 2 2 509 Share Usha Sharma 28 Sep 2021 · 1 min read "पुरूष तुम ना समझोगे"..... पुरूष तुम ना समझोगे.... जहाँ तक कि इन स्त्रियों ने अपने कितने पूर्व जन्म वर्तमान और आने वाले सभी जन्म भी लगा दिये हैं...... जीवन में जिह्वा के सभी स्वादों... Hindi · कविता 3 298 Share Usha Sharma 28 Sep 2021 · 1 min read "कोई समझाता नहीं"....... कटु शब्दों से मिले बेनिशां ज़ख्म अपनों से ही मिले तो कोई बताता नहीं.... कमियाँ दूसरे की गाई जाती हैं बातों के ढोल पीट - पीट कमी अपनी हो तो... Hindi · कविता 2 2 295 Share Usha Sharma 21 Sep 2021 · 1 min read #इंसानियत काश! फूलों की हो हर ओर सियासत, भंँवरों पर रहे सख़्त हर वक़्त ही पहरा। तितलियाँ बेख़ौफ़ बिखरायें रंगीनियाँ, फूलों की ख़ुशबू से महके हर सहरा।। मकरंद चुन तितली यूँ... Hindi · कविता 1 380 Share Usha Sharma 16 Aug 2021 · 1 min read मुहावरे पर आधारित व्यंग रचना मुहावरे आधारित व्यंग रचना बूंद बूंद से सागर भरता, हो गई बात अब पुरानी। भ्रष्ट नेताजी तो पी गये, देखो! पूरा सागर पानी। सुनते हैं, हमारे देश में, शासित सर्वत्र... Hindi · कविता 1 4 480 Share Usha Sharma 14 Aug 2021 · 1 min read शीर्षक : भीतरी संपदा //भीतरी संपदा// भाव भीतर हों यदि क्षमा के बाहर क्षमा हो स्वतः परिलक्षित प्रार्थना गर भीतर रहे प्रार्थना हो बाहर भी नफरत दिल में कहीं दबी हो नफरत बाहर कटुता... Hindi · कविता 1 2 508 Share Usha Sharma 9 Aug 2021 · 1 min read दुविधा... "उम्र की तलाशी" शीर्षक : दुविधा...उम्र की तलाशी बढ़ रही है उम्र हमारी या कम हो रही जिन्दगी, दुविधा ये अब होने लगी, दिलो-दिमाग में एक कशमकश सी आजकल यही हमारे अब रहने... Hindi · कविता 2 2 313 Share Usha Sharma 9 Aug 2021 · 1 min read सुषमा जी.... पुण्यतिथि विशेष भारत की सच्ची बेटी सुषमा स्वराज जी को द्वितीय पुण्यतिथि पर कोटि - कोटि नमन व श्रद्धांजलि (6 अगस्त 2021) ? ?? ? जीवन जिनका क्षण क्षण प्रतिक्षण था राष्ट्र... Hindi · कविता 1 213 Share Usha Sharma 15 Jul 2021 · 1 min read "इबादत "... कशमकश में हो जब ज़िंदगी निर्णय के दोराहे पर हो खड़ी विचारों के चक्रव्यूह डराकर बेवजह कर रहे हों निराश सकारात्मक से कुछ बोल बोल देना तुम, यही वार्तालाप होगा... Hindi · कविता 1 335 Share