umesh mehra Tag: कविता 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid umesh mehra 2 Aug 2023 · 1 min read गज़ल जबसे मिलीं नज़र मेरी हुजूर से। झरने लगे हैं झोंके दिल में प्यार के।। गीत मोहब्बत के गाने लगे हैं रोज ही। उतरे हैं आके दिल में मेरे वो झूम... Hindi · कविता 1 150 Share umesh mehra 24 Jul 2023 · 1 min read माटी माटी की आदत है मिटने की। मिट मिट कर फिर से जुड़ने की।। है अमर तत्व यह धरती का। आधार इसी से जीवन का।। जल का भंडार छिपा इसमें। भरे... Hindi · कविता 1 431 Share umesh mehra 12 Mar 2023 · 1 min read मेरा बचपन मेरी यादें बैठ घनी अमराई में, अमियां खाते बचपन में। रोज शाम को मैदानो में,पतंग उड़ाते बचपन में।। पानी में पैरों को डालें, पत्थर फेका करते थे। भरी दुपहरिया गली गली में,चका... Hindi · कविता 1 260 Share umesh mehra 16 Apr 2022 · 1 min read आदमी आदमियों की भीड़ मे बस इंसान अभी बाकी है। जुर्म अजीम है तेरा बस इंसाफ अभी बाकी है।। दिल की नफरतों का इजहार हुआ इस तरह। नाकाबले आमाल का अंजाम... Hindi · कविता 1 402 Share umesh mehra 11 Apr 2022 · 1 min read हम लोग होश अपना कन्हा गंवा बैठे हैं लोग। क्यों बेखुदी मे जिए जा रहे हैं लोग।। जरा सी बात को दिल से लगाए बैठे हैं। रिश्तों का भी ख्याल करते नहीं... Hindi · कविता 1 369 Share umesh mehra 8 Apr 2022 · 1 min read हे राम रघुनंदन राम मेरे मन के अंतर्मन को उज्जवल कर दो राम। जिस रूप में देखूं तुम्हे उस रूप में प्रकटो राम।। अवध भूमि बड़ी ही पावनी चरण पड़े जिस रज में। भ्राता... Hindi · कविता 1 436 Share umesh mehra 5 Apr 2022 · 1 min read परदेश सजन बसे परदेश में याद ना आए गांव की। ताल तलैया याद रहे ना बरगद के छांव की।। गांव के सूने चौक चौबारे सूनी गलियां सूने द्वारे। रस्ता देख रही... Hindi · कविता 1 370 Share umesh mehra 2 Apr 2022 · 1 min read माँ की आराधना मैं अकिंचन क्या भला करूं तेरी आराधना। मैं अज्ञानी क्या भला तेरी करूं माँ वंदना।। जगतजननी तू है माता जग की पालनहारी। बीच भंवर मे नैया मेरी तू है खैबनहारी।।... Hindi · कविता 1 472 Share umesh mehra 28 Mar 2022 · 1 min read माँ के चरणो में पाप नाशिनी असुर संहारिणी काली रूप हे मां अष्ट भुजी मां सिंह बाहिनी अम्बे रूप हे मां।। देव दनुज सुर मनुज के ऊपर विपदा आन पड़े। तब हुंकार करे तू... Hindi · कविता 1 426 Share umesh mehra 27 Mar 2022 · 1 min read हम भारत के लोग हम रोज गीत गाकर खुशियां मनाने वाले। अपने ज्ञान से हम जग को जगाने वाले।। हम हिंद के वासी हैं मां भारती के प्यारे। अब क्या बताए तुमको हम हैं... Hindi · कविता 1 609 Share umesh mehra 25 Mar 2022 · 1 min read एक हैं हम धधक रहे हैं दिल में शोले, अब ये आग बुझेगी कैसे। बैर भाव पाले हैं दिल में, अमन की बात बनेगी कैसे।। कैसा घना अंधेरा आया, बरूदों का धुंआ है... Hindi · कविता 1 288 Share umesh mehra 23 Mar 2022 · 1 min read शहीद दिवस मात्र भूमि की खातिर अपनी जान गंवाने वाले। स्वतंत्रता की आग में परवानों से जल जाने वाले।। धधक उठी उर में ज्वाला, सुलग उठे आंखों में शोले। जलियाबाले बाग में... Hindi · कविता 1 316 Share umesh mehra 22 Mar 2022 · 1 min read एक नूर है एक नूर है एक ही नाम। तेरे अल्ला मेरे राम।। जाति धर्म में क्या रक्खा है। तू इंशा है मैं इंसान।। मंदिर मे हम ईद मनाएं। मस्जिद में हो गीता... Hindi · कविता 1 332 Share umesh mehra 17 Mar 2022 · 1 min read होली मोहब्बत बाली। बो जरा सी बात को, दिल से लगाए बैठे हैं। नफरतों की आग, वो दिल में जलाए बैठे हैं।। सावन बीता आई दिवाली, होली आकर चली गई। रंग लगा ना... Hindi · कविता 1 182 Share umesh mehra 24 Mar 2020 · 1 min read कोरोना गीत हम सब ने अब है ये ठाना । कोरोना को है दूर भगाना।। यहाँ वहाँ के मत नापो रस्ते । हाथ जोड़ कर करो नमस्ते ।। घर में ही रहना... Hindi · कविता 1 897 Share