Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
69 posts
Page 2
मैं अपराजिता हूँ, मैं मृतुन्जय हूँ
मैं अपराजिता हूँ, मैं मृतुन्जय हूँ
Taposh Kumar Ghosh
पुरानी किताब के बीच गुलाब क्या दिखा
पुरानी किताब के बीच गुलाब क्या दिखा
Taposh Kumar Ghosh
जीवन काल मेँ मोक्ष प्रॉति
जीवन काल मेँ मोक्ष प्रॉति
Taposh Kumar Ghosh
पुत्र अंत्येष्टि में, शोककित
पुत्र अंत्येष्टि में, शोककित
Taposh Kumar Ghosh
ग़ुज़रें हैं हम , देखते देखते
ग़ुज़रें हैं हम , देखते देखते
Taposh Kumar Ghosh
ज़िंदगी में तोल मोल
ज़िंदगी में तोल मोल
Taposh Kumar Ghosh
शिक़वाए ग़ुस्सा
शिक़वाए ग़ुस्सा
Taposh Kumar Ghosh
रिश्ताए फुर्र , पैसा ही मौला
रिश्ताए फुर्र , पैसा ही मौला
Taposh Kumar Ghosh
हाले नाज़ुक ; रिश्ते नदारत
हाले नाज़ुक ; रिश्ते नदारत
Taposh Kumar Ghosh
कभी वक़्त था , वक़्त का ....
कभी वक़्त था , वक़्त का ....
Taposh Kumar Ghosh
अहं के भर्म में
अहं के भर्म में
Taposh Kumar Ghosh
बन्दे माँ तरम, बन्दे माँ तरम, यह भारत देश हमारा
बन्दे माँ तरम, बन्दे माँ तरम, यह भारत देश हमारा
Taposh Kumar Ghosh
फूल खिलते नहीं बहार से पहले
फूल खिलते नहीं बहार से पहले
Taposh Kumar Ghosh
सन्नाटा ही सन्नाटा
सन्नाटा ही सन्नाटा
Taposh Kumar Ghosh
ज़माना बदल गया
ज़माना बदल गया
Taposh Kumar Ghosh
मेरे जवान जवाँ दोस्त रत्नादीप सक्सेना से नोंक झोक
मेरे जवान जवाँ दोस्त रत्नादीप सक्सेना से नोंक झोक
Taposh Kumar Ghosh
न तो मैं शायर हूँ ; न शायरी आती है
न तो मैं शायर हूँ ; न शायरी आती है
Taposh Kumar Ghosh
जीवन एक क्षण है....
जीवन एक क्षण है....
Taposh Kumar Ghosh
मैं मैं हूँ, तुम तुम हो.....
मैं मैं हूँ, तुम तुम हो.....
Taposh Kumar Ghosh
Page 2
Loading...