Dr Tabassum Jahan 24 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Tabassum Jahan 25 Jul 2024 · 1 min read जो अपने दिल पे मोहब्बत के दाग़ रखता है। जो अपने दिल पे मोहब्बत के दाग़ रखता है। चराग़ से भी ज़्यादा चराग़ रखता है। मिला है अब के एक ऐसा पढ़ा लिखा महबूब जो मेरे दिल के बराबर... Quote Writer 3 201 Share Dr Tabassum Jahan 6 Apr 2024 · 1 min read पड़ जाएँ मिरे जिस्म पे लाख़ आबले 'अकबर' पड़ जाएँ मिरे जिस्म पे लाख़ आबले 'अकबर' पढ़ कर जो कोई फूँक दे अप्रैल मई जून ---अकबर इलाहाबादी Quote Writer 1 235 Share Dr Tabassum Jahan 29 Mar 2024 · 1 min read कविता -नैराश्य और मैं कविता -नैराश्य और मैं डॉ तबस्सुम जहां नैराश्य परछाई-सा अतीत की गहराई-सा बचपन तरुणाई-सा बहती पुरवाई -सा यौवन कुम्हलाई-सा कली मुरझाई-सा। इश्क़ अंगड़ाई-सा हुआ रुसवाई-सा विवाह रसमाई-सा जग हँसाईं-सा रिश्ता... Quote Writer 231 Share Dr Tabassum Jahan 20 Feb 2024 · 1 min read लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी ज़िंदगी शमा की सूरत हो ख़ुदाया मेरी! दूर दुनिया का मेरे दम से अंधेरा हो जाए! हर जगह मेरे चमकने से... Quote Writer 2 1k Share Dr Tabassum Jahan 20 Feb 2024 · 1 min read मुझे पतझड़ों की कहानियाँ, मुझे पतझड़ों की कहानियाँ, न सुना-सुना के उदास कर। तू खिज़ाँ का फूल है, मुस्कुरा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया। - बशीर बद्र Quote Writer 294 Share Dr Tabassum Jahan 18 Feb 2024 · 1 min read वो मुझे "चिराग़" की ख़ैरात" दे रहा है वो मुझे "चिराग़" की ख़ैरात" दे रहा है उसे बताओ मैं "चांद" ठुकरा के आई हूँ.!! डॉ तबस्सुम जहां Quote Writer 302 Share Dr Tabassum Jahan 16 Feb 2024 · 1 min read जीवन में ठहरे हर पतझड़ का बस अंत हो जीवन में ठहरे हर पतझड़ का बस अंत हो बसंत हो डॉ तबस्सुम जहां Quote Writer 1 350 Share Dr Tabassum Jahan 14 Feb 2024 · 1 min read मित्रता स्वार्थ नहीं बल्कि एक विश्वास है। जहाँ सुख में हंसी- मित्रता स्वार्थ नहीं बल्कि एक विश्वास है। जहाँ सुख में हंसी-मज़ाक से लेकर संकट में साथ देने की जिम्मेदारी निभाई जाती है। यहाँ झूठे वादे नहीं बल्कि सच्ची कोशिशें की... Quote Writer 1 324 Share Dr Tabassum Jahan 14 Feb 2024 · 1 min read ले चल मुझे भुलावा देकर ले चल मुझे भुलावा देकर मेरे नाविक ! धीरे-धीरे । जयशंकर प्रसाद Quote Writer 1 205 Share Dr Tabassum Jahan 14 Feb 2024 · 1 min read मेरे मालिक मेरी क़लम को इतनी क़ुव्वत दे मेरे मालिक मेरी क़लम को इतनी क़ुव्वत दे ज़मीं पर अभी हूँ आसमां छुआ तो नहीं है। डॉ तबस्सुम जहां Quote Writer 1 845 Share Dr Tabassum Jahan 13 Feb 2024 · 1 min read जीवन में कोई भी युद्ध अकेले होकर नहीं लड़ा जा सकता। भगवान राम जीवन में कोई भी युद्ध अकेले होकर नहीं लड़ा जा सकता। भगवान राम को भी युद्ध में जीत के लिए अनेक लोगों की सहायता लेनी पड़ी थी। केवल संभावना है... Quote Writer 2 1k Share Dr Tabassum Jahan 12 Feb 2024 · 1 min read मन होता है मेरा, मन होता है मेरा, एक कहानी लिखूं दबे जो दिले दर्द, वो ज़ुबानी लिखूं। तड़प उठे लफ्ज़, वो लासानी लिखूं। ज़ख्म खुलेंगे फिर, जो रवानी लिखूं। होंगे कितने बेज़ार, जो... Quote Writer 2 181 Share Dr Tabassum Jahan 12 Feb 2024 · 1 min read कहते हैं कि मृत्यु चुपचाप आती है। बेख़बर। वह चुपके से आती है कहते हैं कि मृत्यु चुपचाप आती है। बेख़बर। वह चुपके से आती है और अपनी आगोश में समा लेती है। डॉ तबस्सुम जहां कहानी अंश- "मौत बे आवाज़ आती है" Quote Writer 1 480 Share Dr Tabassum Jahan 11 Feb 2024 · 1 min read जीवन में सबसे मूल्यवान अगर मेरे लिए कुछ है तो वह है मेरा आत् जीवन में सबसे मूल्यवान अगर मेरे लिए कुछ है तो वह है मेरा आत्मसम्मान। इसके लिए न किसी से समझौता किया है न आगे समझौता करेंगे। डॉ तबस्सुम जहां Quote Writer 2 283 Share Dr Tabassum Jahan 11 Feb 2024 · 1 min read हम मोहब्बत की निशानियाँ छोड़ जाएंगे हम मोहब्बत की निशानियाँ छोड़ जाएंगे मर भी गए तो कहानियाँ छोड़ जाएंगे डॉ तबस्सुम जहां Quote Writer 310 Share Dr Tabassum Jahan 11 Feb 2024 · 1 min read तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है मत कर गुमां ए इंसा, कि तू खुदा तो नहीं है डॉ तबस्सुम जहां Quote Writer 2 1k Share Dr Tabassum Jahan 7 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल- तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है- डॉ तबस्सुम जहां तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है मत कर गुमां ए इंसा, कि तू खुदा तो नहीं है मेरे अपने ही बेगाने बने बैठे हैं मैं कैसी... Hindi 2 226 Share Dr Tabassum Jahan 7 Feb 2024 · 1 min read लघुकथा- "कैंसर" डॉ तबस्सुम जहां लघुकथा- "कैंसर" डॉ तबस्सुम जहां भोला आज अकेला रह गया था। रह-रह कर बिशनु की याद आ रही थी। एक ही तो दोस्त था उसका। देवी मैया ने उसे भी... Hindi 2 968 Share Dr Tabassum Jahan 3 Feb 2024 · 3 min read छोटी कहानी - "पानी और आसमान" कथा- "पानी और आसमान" डॉ तबस्सुम जहां। सुमन ने पानी से भरे गड्ढे में झांक कर देखा। नन्ही मछलियां तैर रही हैं। इससे पहले उसने खाने की प्लेट मे ही... Hindi 1 144 Share Dr Tabassum Jahan 3 Feb 2024 · 11 min read कहानी - "सच्चा भक्त" कहानी - "सच्चा भक्त" डॉ तबस्सुम जहां। "हमें बहुत अफ़सोस है पण्डिताइन जी। हमनें अपनी तरफ से बहुत कोशिश की पर दिल का दौरा इतना इतना ज़बरदस्त था और शुगर... Hindi 1 2 200 Share Dr Tabassum Jahan 1 Feb 2024 · 2 min read लघुकथा - "कनेर के फूल" लघुकथा- "कनेर के फूल " "तुझे पता है सुमन पहले ज़माने में कनेर के फूल पैसों के बदले चलते थे। इन फूलों से जो चाहे ख़रीद सकते थे।" ग्यारह वर्षीय... Hindi 1 148 Share Dr Tabassum Jahan 30 Jan 2024 · 2 min read कविता- "हम न तो कभी हमसफ़र थे" कविता- "हम न तो कभी हमसफ़र थे" डॉ तबस्सुम जहां हम ना तो कभी हमसफ़र थे और ना बन सकें कभी मंजिल फिर भी बीते हुए लम्हों में इक अनजाना-... 3 2 142 Share Dr Tabassum Jahan 27 Dec 2023 · 7 min read कहानी- "हाजरा का बुर्क़ा ढीला है" कहानी- "हाजरा का बुर्क़ा ढीला है" डॉ तबस्सुम जहां। कॉलेज लाइब्रेरी के ठीक सामने बैडमिंटन खेलती हाजरा बार-बार मुझे अपनी ओर आकर्षित करती। वजह कि अपनी प्रतिद्वंद्वी के सामने उसका... Hindi 2 2 954 Share Dr Tabassum Jahan 24 Dec 2023 · 2 min read लघुकथा- धर्म बचा लिया। लघुकथा-"धर्म बचा लिया" डॉ तबस्सुम जहां भोला चौराहे पर खड़ा था एकाएक ज़ोर का रेला आया और भोला को अपने साथ ठेलता हुआ ले गया। रेले में लोग कूद रहे... Hindi 2 175 Share