श्रीहर्ष आचार्य Language: Hindi 63 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 श्रीहर्ष आचार्य 5 Sep 2021 · 1 min read जिदंगी जीना सिखाया (कविता) अभिनव जयदेव की अनमोल कृति ने सुख दुख मे जिंदगी जीना सिखाया देव तुम आते हो कैसे,आओगे कैसे कृति अंतर मन रचना से जाना सारा जग अपना,किताबो मे देखा कोई... Hindi · कविता 5 469 Share श्रीहर्ष आचार्य 25 Aug 2021 · 1 min read गंगाजल से थोडा नहा लेते है (कविता) मेरा कोई मोल नहीं, स्नेहवश मै बिक जाता हूँ ! दयालु ह्दय हो अनन्त समुन्दर, मै करता रहूँ मानव सेवा नित संवर ! जिदंगी कि राहों से दुखियों को पनाह... Hindi · कविता 7 2 300 Share श्रीहर्ष आचार्य 24 Aug 2021 · 1 min read क्या कहू लक्ष्मी घर मे आई (कविता) खुदा ने क्या खुब बनाई मिट न जाऊ देखे बिना पल मे देखू तुम्हे लू लाख अँगड़ाई तुमने क्या परी जैसे मूरत पाई क्या कहू लक्ष्मी घर मे आई तेरे... Hindi · कविता 6 263 Share श्रीहर्ष आचार्य 24 Aug 2021 · 1 min read बड़ी मुद्दत इबादत से पाई है (कविता) बड़ी मुद्दत इबादत से पाई है लम्हों की खूश्बू खुशनुमा मंज़र को छोटा घर है हृदय बडा तुम्हे कहाँ समाऊ दिल की धरकन मे हमेशा रहती हो तुम तेरे लिऐ... Hindi · कविता 6 334 Share श्रीहर्ष आचार्य 23 Aug 2021 · 1 min read अब लौट नहीं मे आऊँगा(कविता) अब लौट के नहीं में आऊँगा टूट चूका जीवन के सहारे टिस उठती है कई सारे वेदना गोद से माँ आँचल मे कई दिनो से रो रहा हूँ जाने कहाँ... Hindi · कविता 11 4 329 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 Aug 2021 · 1 min read उपन्यास -कहर राम सिंह और अनुज कुमार कई साल के बाद आज अपने गाँव के पुराने पिपल के छाँव के ईट से बने चौबारे पर मिले !राम सिंह उम्र लगभग इक्कीस या... Hindi · कहानी 7 2 667 Share श्रीहर्ष आचार्य 5 Aug 2021 · 1 min read जिंदगानी जियें तो जियें कैसे,ये है कैसी जिंदगानी पल पल तड्पे कैसे,बदलती है कैसी जिंदगानी रेत पे घर कैसा करिशमा,तंज कसती जिंदगानी उल्फत मोहबत गम अश्क, बेबफा है जिदगनी जिंदगी गम... Hindi · मुक्तक 5 397 Share श्रीहर्ष आचार्य 10 Jul 2021 · 1 min read शायरी आहाँ दाहर केर जेहन इश्क क देखू , हम बिहार के ऐहन डूबि नैय जायब त कहब !!?? बड़ा सक् था उन्हें अपनी ही "मुहब्बत" पर ... जब भी वक़्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 498 Share श्रीहर्ष आचार्य 6 Jul 2021 · 1 min read शायरी बड़ी नजाकत से सजाया है हमने अपने "गमों" का शहर... सुना है "खुशियों" में अक्सर नजर लग जाती है। "श्रीहर्ष" Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 323 Share श्रीहर्ष आचार्य 1 Jul 2021 · 1 min read रोये रोये आज दिल रोये (बिहार मे बाढ के समय और बाढ बाद की किसान की कहानी और दुख) रोये रोये आज दिल रोये मानसपटल सुधबुध खोऐ कल थी अब कहा, हरी भरी खलियान चहकती... Hindi · कविता 5 385 Share श्रीहर्ष आचार्य 24 Jun 2021 · 1 min read अनुपम कृति -1 माटि चानर रतन फैलबैत उजियारा श्यामल श्यामल गंगा कमला अनुपम धारा माय आंखि हर्षित नोर जल माटि कें लाल अनुपम कृति सोन जडित देवभूमि विख्याता राजा जनक जननी जानकी माता... Hindi · कविता 6 562 Share श्रीहर्ष आचार्य 24 Jun 2021 · 1 min read प्रेरणा भाग-1 (भारत के एक महाकवि विधापति जो मेरे सपने आये और मुझे क्या कहा मैने कविता माध्यम से मै आपको कहता हू जो ( विधापति सपना और मै) कविता का पहिला भाग है/) आज भी मुझे याद आता है उन्होंने आखिर किस करना मुझे जगया होगा ? एक विश्वास है अपनी संकल्प यात्रा साथ ही मुझे अपने किस कारण बढ़ाया होगा ? कुरुतियों... Hindi · कविता 5 411 Share श्रीहर्ष आचार्य 24 Jun 2021 · 1 min read मिथिलादेश जनक नंदिनी जानकी माता मैं हूं तेरा लाला एक बार में लगता है ऐसा सौ बार जन्म हो माता देवल्लायत इस धरती आया मै माता मीठी बोली सब सचे कहाँ... Hindi · कविता 7 2 442 Share Previous Page 2