sushil sarna Tag: Quote Writer 683 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next sushil sarna 17 Sep 2024 · 1 min read छीना झपटी हो रही, छीना झपटी हो रही, किस पर हो विश्वास । रहबर ही देने लगे, अपनों को संत्रास ।। सुशील सरना / 17-9-24 Quote Writer 44 Share sushil sarna 17 Sep 2024 · 1 min read भोर यहाँ बेनाम है, भोर यहाँ बेनाम है, साँझ यहाँ गुमनाम । जिस्मों के बाजार में, हमदर्दी नाकाम ।। सुशील सरना / 17-9-24 Quote Writer 44 Share sushil sarna 17 Sep 2024 · 1 min read चढ़ते सूरज को सदा, चढ़ते सूरज को सदा, करते सभी सलाम। साँझ ढले तो भानु की, बीते तनहा शाम।। सुशील सरना Quote Writer 56 Share sushil sarna 15 Sep 2024 · 1 min read गुपचुप-गुपचुप कुछ हुए, गुपचुप-गुपचुप कुछ हुए, आँखों में उत्पात । बेकाबू फिर हो गए , शर्मीले जज़्बात । सुशील सरना / 15-9-24 Quote Writer 65 Share sushil sarna 15 Sep 2024 · 1 min read कहने को खामोश थी, कहने को खामोश थी, लब से लब की बात । संकोचों में ढल गई, शर्मीली वो रात ।। सुशील सरना Quote Writer 31 Share sushil sarna 15 Sep 2024 · 1 min read किसने किसको क्या कहा, किसने किसको क्या कहा, छोड़ो भी यह बात । वक्त मिले तो पूछना , कैसी थी वो रात । सुशील सरना / 15-9-24 Quote Writer 33 Share sushil sarna 13 Sep 2024 · 1 min read पलकों में ही रह गए, पलकों में ही रह गए, सब पलकों के ख्वाब । रुखसारों पर शेष थे, अश्कों के सैलाब ।। सुशील सरना / 13-9-24 Quote Writer 58 Share sushil sarna 11 Sep 2024 · 1 min read कहते हैं लगती नहीं, कहते हैं लगती नहीं, कभी कफन में जेब । फिर भी धन की लालसा, देती उसे फरेब ।। सुशील सरना / 11-9-24 Quote Writer 71 Share sushil sarna 10 Sep 2024 · 1 min read हर रिश्ते को दीजिये, हर रिश्ते को दीजिये, अपना थोड़ा वक्त । निश्चित होगा आप पर, हर रिश्ता आसक्त ।। सुशील सरना / 10-9-24 Quote Writer 1 32 Share sushil sarna 10 Sep 2024 · 1 min read सच्चे मन से जो करे, सच्चे मन से जो करे, रिश्तों से निर्वाह । उसकी भी रिश्ते करें, जीवन में परवाह ।। सुशील सरना / 10-9-24 Quote Writer 56 Share sushil sarna 10 Sep 2024 · 1 min read रिश्ते रेशम डोर से, रिश्ते रेशम डोर से, रखो जरा संभाल । स्वार्थ बोझ से टूटती, अक्सर इनकी डाल ।। सुशील सरना / 10-9-24 Quote Writer 39 Share sushil sarna 10 Sep 2024 · 1 min read आँगन छोटे कर गई, आँगन छोटे कर गई, नफरत की दीवार । रिश्तों की गरिमा गई, अर्थ रार से हार ।। सुशील सरना / 10924 Quote Writer 55 Share sushil sarna 10 Sep 2024 · 1 min read मन में गाँठें बैर की, मन में गाँठें बैर की, आभासी मुस्कान । नाम मात्र की रह गई, रिश्तों में पहचान ।। सुशील सरना / 10924 Quote Writer 1 36 Share sushil sarna 10 Sep 2024 · 1 min read रिश्तों के माधुर्य में, रिश्तों के माधुर्य में, आने लगी खटास । धीरे-धीरे हो रही, क्षीण मिलन की प्यास ।। सुशील सरना / 10924 Quote Writer 32 Share sushil sarna 10 Sep 2024 · 1 min read सौदेबाजी रह गई, सौदेबाजी रह गई, अब रिश्तों के बीच । सम्बन्धों को खा गई, स्वार्थ भाव की कीच ।। सुशील सरना / 10924 Quote Writer 51 Share sushil sarna 9 Sep 2024 · 1 min read कल तो नाम है काल का, कल मानो तो काल है , कल का क्या विश्वास । जीवन के हर मोड़ पर, होता नहीं प्रभास ।। सुशील सरना / 9-9-24 Quote Writer 42 Share sushil sarna 9 Sep 2024 · 1 min read कल को कल ही सोचना, कल को कल ही सोचना, कल का क्या विश्वास । आज न लौटेगा कभी, जितना करो प्रयास । सुशील सरना / 9-9-24 Quote Writer 92 Share sushil sarna 9 Sep 2024 · 1 min read कल में जीवन आस है , कल में जीवन आस है , कल में इच्छा वास । कल में जीती जिंदगी, कल साँसों का दास ।। सुशील सरना / 9-9-24 Quote Writer 35 Share sushil sarna 9 Sep 2024 · 1 min read कल में कल की कल्पना, कल में कल की कल्पना, कल में कल की प्यास । कल में साँसें ले रहा, जीवन का मधुमास ।। सुशील सरना / 9-9-24 Quote Writer 47 Share sushil sarna 6 Sep 2024 · 1 min read नैनों की भाषा पढ़ें , नैनों की भाषा पढ़ें , नैन भले सौ बार । बैचैनी मिटती नहीं, बिना किये अभिसार ।। सुशील सरना / 6-9-24 Quote Writer 44 Share sushil sarna 6 Sep 2024 · 1 min read झूठी कश्ती प्यार की, झूठी कश्ती प्यार की, झूठा है इसरार । प्यार आड़ में वासना, अब होती साकार ।। सुशील सरना / 6-9-24 Quote Writer 38 Share sushil sarna 6 Sep 2024 · 1 min read दुर्लभ अब संसार में, दुर्लभ अब संसार में, मिलता सच्चा प्यार । नकली पुष्पों से सजा, हुआ यहां बाजार ।। सुशील सरना / 6-9-24 Quote Writer 58 Share sushil sarna 6 Sep 2024 · 1 min read पृष्ठ- पृष्ठ पर प्यार के, पृष्ठ- पृष्ठ पर प्यार के, अद्भुत हैं संवाद । चंचल मन की वीचियाँ, स्वप्न करें आबाद ।। सुशील सरना / 6-9-24 Quote Writer 33 Share sushil sarna 6 Sep 2024 · 1 min read अद्भुत है ये वेदना, अद्भुत है ये वेदना, अद्भुत है ये प्यार । दृगजल जैसे प्रीत का, कोई मंत्रोच्चार ।। सुशील सरना / 6-9-24 Quote Writer 40 Share sushil sarna 5 Sep 2024 · 1 min read गुरु मानो संसार में , गुरु मानो संसार में , हर शंका का काल । दूर करे अज्ञान का, यह सारा भ्रमजाल ।। सुशील सरना / 5-9-24 Quote Writer 36 Share sushil sarna 5 Sep 2024 · 1 min read केवल पुस्तक से नहीं, केवल पुस्तक से नहीं, मिलता सारा ज्ञान । जीवन के हर प्रश्न का, गुरु के पास निदान ।। सुशील सरना / 5-9-24 Quote Writer 49 Share sushil sarna 5 Sep 2024 · 1 min read बिना साधना के भला, बिना साधना के भला, कब मिलता है ज्ञान । गुरुवर अपने ज्ञान से, फूंके इसमें जान ।। सुशील सरना / 5-9-24 Quote Writer 52 Share sushil sarna 5 Sep 2024 · 1 min read गुरू वाणी को ध्यान से , गुरू वाणी को ध्यान से , सुनते सदा सुजान । करते अपने लक्ष्य का, सदा सफल संधान ।। सुशील सरना / 5-9-24 Quote Writer 34 Share sushil sarna 5 Sep 2024 · 1 min read ज्ञान पुंज गुरु मानिए, ज्ञान पुंज गुरु मानिए, गुरु बिन मिले न ज्ञान । हर भ्रम को यह तोड़ता, गुरु है ईश समान ।। सुशील सरना / 5-9-24 Quote Writer 53 Share sushil sarna 4 Sep 2024 · 1 min read निर्धन की यह झोपड़ी, निर्धन की यह झोपड़ी, जिसमें दर्द अनेक । भोर किरण हर दर्द का, नित्य करे अभिषेक ।। सुशील सरना / 4-9-24 Quote Writer 1 46 Share sushil sarna 4 Sep 2024 · 1 min read पुतले सारे काठ के, पुतले सारे काठ के, नाचें झूठा नाच । मजबूरी उनकी भला, कौन सका है बाँच ।। सुशील सरना / 4-9-24 Quote Writer 1 66 Share sushil sarna 4 Sep 2024 · 1 min read अन्तस के हर घाव का, अन्तस के हर घाव का, नयन करें अनुवाद । मौन पलों को चीरती, उस जुल्मी की याद ।। सुशील सरना / 4-9-24 Quote Writer 38 Share sushil sarna 3 Sep 2024 · 1 min read इंकारों की हो गई, इंकारों की हो गई, मनुहारों में हार । अधरपाश में खो गए, लाज भरे स्वीकार ।। सुशील सरना / 3-9-24 Quote Writer 50 Share sushil sarna 3 Sep 2024 · 1 min read करम धर्म की नींव है, करम धर्म की नींव है, करम मोक्ष की राह । कर्मों से ही जीव के, होते क्षीण गुनाह ।। सुशील सरना / 3-9-24 Quote Writer 66 Share sushil sarna 3 Sep 2024 · 1 min read कर्मों के अनुरूप ही, कर्मों के अनुरूप ही, मिलें सदा परिणाम । करम सँवारे जिंदगी, करम बिगाड़े नाम ।। सुशील सरना / 3-9-24 Quote Writer 64 Share sushil sarna 3 Sep 2024 · 1 min read काया की प्राचीर में, काया की प्राचीर में, साँसें खेलें खेल । मिट्टी की दीवार पर, इच्छाओं की बेल ।। सुशील सरना / 3-9-24 Quote Writer 57 Share sushil sarna 2 Sep 2024 · 1 min read दोहा त्रयी. . . . शृंगार दोहा त्रयी. . . . शृंगार अधर तटों पर कर गए, अधर अमर शृंगार । बंजारी सी प्यास में, हार गए इंकार । । नैन मिले जब नैन से, जागी... Quote Writer 41 Share sushil sarna 1 Sep 2024 · 1 min read छल छल छलका आँख से, छल छल छलका आँख से, जब यादों का नीर । बिलखी तनहा रात भर, प्रीत वियोगन हीर ।। सुशील सरना / 1-9-24 Quote Writer 37 Share sushil sarna 1 Sep 2024 · 1 min read खूब निभायी दोस्ती , खूब निभायी दोस्ती , खूब पिलाऐ जाम । वक्त पड़ा तो दर्द में , तनहा बीती शाम ।। सुशील सरना / 1-9-24 Quote Writer 52 Share sushil sarna 1 Sep 2024 · 1 min read खूब निभाना दुश्मनी, खूब निभाना दुश्मनी, इतना रखना याद । थोड़ा रखना प्रेम का, आपस में संवाद ।। सुशील सरना / 1-9-24 Quote Writer 47 Share sushil sarna 1 Sep 2024 · 1 min read लम्बी राहें दर्द की, लम्बी राहें दर्द की, सुख की छोटी छाँव । व्याकुल मन यह ढूँढता, कहाँ मिलेगी ठाँव ।। सुशील सरना / 1-9-24 Quote Writer 48 Share sushil sarna 1 Sep 2024 · 1 min read मनमुटाव सीमित रहें, मनमुटाव सीमित रहें, बढ़े प्रीत का सार । आपस में फूले फले, अपनों का संसार ।। सुशील सरना / 1-9-24 Quote Writer 43 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read राहें तो बेअंत हैं, राहें तो बेअंत हैं, अनगिन इसके मोड़ । कब लौटे वो मोड़ हम, जिनको देते छोड़।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 40 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read व्यर्थ बात है सोचना , व्यर्थ बात है सोचना , कौन गया कब छोड़ । जीवन में मिलता नहीं, तनहाई का तोड़ ।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 76 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read सत्य विवादों से भरा, सत्य विवादों से भरा, नहीं झूठ के पैर । किसको दोषी हम कहें, किसकी मांगें खैर ।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 50 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read नहीं जरूरी जिंदगी, नहीं जरूरी जिंदगी, राह चले उस ओर । खुशी समेटे हो जहाँ, जीवन की हर भोर ।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 44 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read दौड़ी जाती जिंदगी, दौड़ी जाती जिंदगी, ओझल है ठहराव । गिनता रहता आदमी, जीवन भर के घाव ।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 56 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read बीते कल की क्या कहें, बीते कल की क्या कहें, बीता कल गया बीत । व्यर्थ वक्त को कोसना, दुनिया की है रीत ।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 31 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read अपनी भूलों से नहीं, अपनी भूलों से नहीं, लेता जो संज्ञान । मुश्किल उसकी जिंदगी, में होता उत्थान ।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 41 Share sushil sarna 29 Aug 2024 · 1 min read थोड़ी सी बरसात हो , थोड़ी सी बरसात हो , थोड़ी सी हो बात । काबू में कैसे रहें, अन्तस के जज्बात ।। सुशील सरना / 29-8-24 Quote Writer 39 Share Previous Page 2 Next