Surjeet Kumar Tag: कविता 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Surjeet Kumar 21 Sep 2022 · 1 min read पिता चार अक्षरो से शब्द बने इन शब्दो का कोई मोल नही अनमोल हुए ये शब्द जहाॅ में कीमत इसकी कोई नही रिस्ते नाते ए बस भूल कर बस अपना धर्म... Hindi · कविता 4 1 244 Share Surjeet Kumar 20 Sep 2022 · 1 min read हरियाणी गाना(एक साखी दूसरी सखी को अपनी व्यथा सुनाती है। हमारो मन लागी न री दइयाॅ। पढाई में कैसे करू मइयाॅ।। पढाई में कैसे करू मइयाॅ।। हमारो मन लागे न री दइयाॅ।। वलम मलखानो हो मेरा चलू मे जब संग... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 2 221 Share Surjeet Kumar 18 Feb 2022 · 1 min read एक अनेक एक दिन तारो ने मिलकर एक सभा बुलाई। । फिर चन्दा मामा से खूब की लडाई आपस में टकरार किये । हमसे नफरत तुम से सब प्यार किये ।। सारी... Hindi · कविता 2 339 Share Surjeet Kumar 16 Feb 2022 · 2 min read परिस्थित नवल आज पहिल बार निकला घर से फिर एक बार फलते फूलते वट वृक्ष देखकर हर्षित होकर मन कि रेख सरिता के किनारे खडा हुआ मानव के कलह देख रहा... Hindi · कविता 3 2 556 Share Surjeet Kumar 16 Feb 2022 · 1 min read आज उनकी जय बोल जो फन्दो पर झूले कलमो से खतरो को झेले जो नही है बीच हमारे उनकी सहरानाये गायो सारे जो बीज गये है-बोल आज उनकी जय बोल।।।।।। मातृ भूमि की सेवा... Hindi · कविता 2 410 Share Surjeet Kumar 15 Feb 2022 · 1 min read पुष्प नवल आज घर से निकला कमाल आज मैने आंखो से देखा।। कोमल जिसका एक वदन काटो में लिपटा उसका मन।। जीवन क्षण भरिक उदारता उसकी अधिक।।।। कर्म पुरण होता तब... Hindi · कविता 1 2 286 Share Surjeet Kumar 15 Feb 2022 · 1 min read अगर पेड़ हो मित्र हमारे अगर पेड़ हो मित्र हमारे चिंता फिर क्या हमको प्यारे।।।।।१ संग रहू भी इनके हमेशा चलते फिरते कदम बढेगा।।।।।२ अगर भूख हमको सताये तोड फलो को इनके हम खाये।।।।।।३ धूप... Hindi · कविता · बाल कविता 441 Share Surjeet Kumar 14 Feb 2022 · 1 min read देव सरिता एक बार मैने देखा कितना कोमल कितना पावन ।।।।।। हे मंद मंद कहीं तेज कंही प्रलयकारी कंही सुखदायी।।।।।। हे कोख हिमालय से निकली कोमल कोमल विटपो की छाँव में।।।।।।।।। चलती... Hindi · कविता 257 Share Surjeet Kumar 7 Feb 2022 · 1 min read लता की श्राद्धजलि अश्क वहा रहे अम्बर धरती सुषकी देती ।।।।।।।।१ पर्वतराज खडे सिर को अपनी झपकी देती है ।।।।।।।२ सूरज तेज किये धीमे चन्दा में शीतलता कम ।।।।।।।३ जहान टिका उनके आगे... Hindi · कविता 2 216 Share Surjeet Kumar 7 Feb 2022 · 1 min read पाथ चल बटोही चल बसेरे की पहचान में। ।।।।।।। खग उडे अम्बर में फिर भी बसेरे से दूर चारो तरफ विचरण करे क्यो होवे मजबूर बढता निरन्तर वह आन में। ।।।।।।।१... Hindi · कविता 512 Share Surjeet Kumar 7 Feb 2022 · 1 min read सुन्दर बाला केश तेरे उलझे उलझे मानो कृषक बाला है।।।।। १ नयन तेरे लगते सीप में मोती डाला है ।।।।।२ होठो पे लगता मानो यह मधुशाला है।।।।।।।३ कर्ण कुण्डल शोभित जैसे हिरण... Hindi · कविता 264 Share Surjeet Kumar 5 Feb 2022 · 2 min read गुरू भक्त एकलव्य मां मुझको सुना ऐसी कहानी वीर हो यैसा जिसने दी हो गुरू के लिए कुर्बानी।। सुनो बेटा तुम ऐसी कहानी वीर एक ऐसा बलिदानी।। हस्तिनापुर के क्षुद्रो में एक वीर... Hindi · कविता 212 Share Surjeet Kumar 5 Feb 2022 · 1 min read प्रभात देखो मेरी पकरिया पर लाल गेद है उग आई। । चिडियो ने भी चिर कार लगाई काग भी बोली बोल चुके। । मुर्ग की बांग डोल चुकी उठो मेरी गुडिया... Hindi · कविता 2 284 Share Surjeet Kumar 2 Feb 2022 · 1 min read वकत की वेवफाई चल पडे हम तो अकेले गुमराह मोड पर वकत को वेवफा समझकर। । सोचकर मन से भूला बैठा जो कभी अपना सपना था।। खुद से न कभी गुज़ारिश अपने को... Hindi · कविता 388 Share Surjeet Kumar 2 Feb 2022 · 1 min read अवला में एक दुख भरी दुख दुहिता हूं कष्टो में जीवन बीता हूं। । हर बात हर कथन हमारा गुजरता जीवन दुख में सारा।। में एक सीधी साधी हूं पर सबके... Hindi · कविता 328 Share Surjeet Kumar 24 Jan 2022 · 1 min read आई बरसा रानी। । देखो मां देखो। कैसे अम्बर में घटाये छाई।। कैसी बादल ने मोती सी बूदे बिछाई। एक बूद बस एक बूद। । टप टप कर गिर रही। मां अब तो बाहर... Hindi · कविता 234 Share Surjeet Kumar 23 Jan 2022 · 1 min read चिडिया चू चू कर कलरव करती चिड़िया। सबका मन मोहती चिड़िया। । सूरज के आने से पहले। सुवह सुवह उठती चिड़िया। । आकर वह मेरे घर में। बिखरे दाने खाती है।।... Hindi · कविता 239 Share Surjeet Kumar 23 Jan 2022 · 1 min read सरहद सैनिक भागो भागो ये दुशमनो। खडे वीर हम प्रहरी बनकर। । छूने न देगे तुम्हे हम। इस धरा की मिटटी तक।। कदम हमारे डटे यहाँ। । पीछे कभी न हठे यहाॅ।... Hindi · कविता 1 235 Share Surjeet Kumar 19 Jan 2022 · 1 min read मेरा नन्हा भाईया मेरा नन्हा भाईया मागे मुझसे से खेल खिलौने।। जब न दू में उसको तब लगे वह रोने। । आई मम्मी दौडे दौडे। मार लगाई उसको मुझको चौडे। । रोकर जब... Hindi · कविता · बाल कविता 1 226 Share Surjeet Kumar 19 Jan 2022 · 1 min read उपकारी तरू प्रराथी होकर जग को। । देते शीतलता का दान। । । हे तरू महान।। उगते सीना चीर धरा का बिन पानी बिन खाद।। हो जाते इनके अधिकारी। ।भूल कर भी... Hindi · कविता · बाल कविता 248 Share Surjeet Kumar 17 Jan 2022 · 1 min read शहीद वीर काॅप उठा अम्बर भी देखो धरती अश्क वहा उठी कैसी ये मुश्किल आई चारो और पुकार पडी।। दहल गये हदय होगे। प्रकृति भी मुह मोड खडी। । सन सन करती... Hindi · कविता 298 Share Surjeet Kumar 17 Jan 2022 · 1 min read माॅ की बिन्दी माॅ तेरी बिंदिया कैसे चमक रही। मानो पूरव दिशा सिमट रही। पहले हल्की काली काली। फिर धूमिल कथ लाली बढती जाती इस पर रंग लाली माॅ तेरी बिंदिया काली काली।... Hindi · कविता 2 2 498 Share Surjeet Kumar 17 Jan 2022 · 1 min read हे अवला तुझे नमन । हे अवला तुझे नमन। केश तेरे सरके बनके पवन ।। हे अवला तुझे नमन।। बनकर केश तेरे सिरकी। काली नागिन सी फिरती। । पवनो के झोको में काली घटा सी... Hindi · कविता 291 Share Surjeet Kumar 17 Jan 2022 · 1 min read तितली रानी घर में आई । देख पुष्प पराग भरा कर परो पर मन मानी । देखो मेरे आगन में आयी कैसै तिल्ली रानी।। पंख पर झिलमिल रेखा बिन्दू बनी पानी सा देखा । लगती है... Hindi · कविता 274 Share Surjeet Kumar 16 Jan 2022 · 1 min read तिनके वटोर रही हवाये वाहे पसार रही स्नेह धाराये लग जा गले सनम मिट जाए सारी दुआये तिनके वटोर रही हवाये। आज ऐसा संजोग तेरे मेरे मिलने का योग दे खो अम्बर में रंग छाये मौसम खुशहाली लाये। नव सुमन फिर खिल आए मिलने के सब पल आये । मन मीत... Hindi · कविता 485 Share