Dr. Sunita Singh Language: Hindi 122 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Sunita Singh 25 Nov 2018 · 1 min read माँ डॉ सुनीता सिंह हरियाणा माँ प्रकृति सी हरी भरी मखमली गोद वाली है माँ I सीधी रेखा सी सरल स्मित मुस्कान वाली है माँ I सागर सी गहरी अनन्त आशाओं... Hindi · कविता 17 25 746 Share Dr. Sunita Singh 29 Nov 2018 · 1 min read माँ डॉ सुनीता सिंह हरियाणा माँ प्रकृति सी हरी भरी मखमली गोद वाली है माँ I सीधी रेखा सी सरल स्मित मुस्कान वाली है माँ I सागर सी गहरी अनन्त आशाओं... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 32 380 Share Dr. Sunita Singh 23 Jul 2022 · 1 min read वैदेही से राम मिले दोनों तरफ वेदना गहरी पर दोनों के होंठ सिले । लंका विजय प्राप्त कर जिस क्षण वैदेही से राम मिले ।। रूप-रूप से मुखर हुआ जब बही दृगों से जल-धारा... Hindi 5 2 486 Share Dr. Sunita Singh 12 May 2022 · 1 min read चश्मे-तर जिन्दगी ग़ज़ल एक दूजे से है बे-खबर जिंदगी घूमती फिर रही है नगर जिंदगी बाँध अपने गले में नई फाँस को कर रही पंथियों का बसर जिंदगी रोशनी में नहाई रजत-... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 350 Share Dr. Sunita Singh 9 Jul 2022 · 1 min read पायल पायल रुनझुन मद भरी ,बढ़ा रही मन- चाव । छेड़ अधर मुस्कान नव,सहलाती है घाव । सहलाती है घाव ,प्रणय सुरसरि-सी बहती । तोड़े मन-बैराग ,चपल चपला-सी हँसती ।। सुमधुर... Hindi 4 4 331 Share Dr. Sunita Singh 2 Aug 2022 · 1 min read चाहत की बाते करो तुम न हमसे अदावत की बातें। करो तुम हमेशा मुहब्बत की बातें। बहुत हो चुकी ये शरारत तुम्हारी, ज़रा कर लो अब तुम शराफ़त की बातें। करो बात हमसे... Hindi 4 2 393 Share Dr. Sunita Singh 25 Apr 2023 · 1 min read सचमुच सपेरा है नफ़रतों को बीन से जिसने बिखेरा है आदमी अब हो गया सचमुच सपेरा है रोशनी से जगमगा कोठी रही फिर भी ढो रहा दिल में घना वह तो अँधेरा है... Hindi 4 1 385 Share Dr. Sunita Singh 19 Jul 2023 · 1 min read खूब रोता मन कभी जब याद तुम आते, दृगों को घेर लेते घन । अकेले में छुपाकर तन, सिसकता खूब रोता मन ।। न कुछ अच्छा लगे जी में, उदासी का रहे पहरा... Hindi 4 200 Share Dr. Sunita Singh 16 May 2022 · 1 min read मैं भारत हूँ शुचि वेद मंत्र नित आत्म भरे मैं सत्य सनातन भारत हूँ । मैं विजय पताका धर्मों की मैं सिंधु सभ्यता शाश्वत हूँ ।। शोभित है भाल हिमालय-सा हिय में पावन... Hindi · गीत 3 2 647 Share Dr. Sunita Singh 28 May 2022 · 1 min read बेटी जब घर से भाग जाती है चुप-चुप सा परिवार है ,हुई बड़ी अब बात । भाग गई बेटी कहीं , घिरी अँधेरी रात ।।1 गली-गली चर्चे हुए ,नाम हुआ बदनाम । छोड़ गई दुख से भरा... Hindi · दोहा 3 2 1k Share Dr. Sunita Singh 2 Aug 2022 · 1 min read भली बातें हम करें भली बातें चार अनुभवी बातें जब मिला करें हम तुम रोज हो नयी बातें मोहती रहीं मुझको शोख जादुई बातें हाँ लगी बहुत प्यारी आपकी गुनी बातें सींचती... Hindi 3 1 714 Share Dr. Sunita Singh 25 Sep 2022 · 1 min read वफ़ा मानते रहे ग़ज़ल हम दिल जिगर से उनको,खुदा मानते रहे उनके ही दिल को अपना ,पता मानते रहे जो उनकी धड़कनों से ,किसी ने किया अलग अपनी नज़र में अपनी , कज़ा... Hindi 3 2 165 Share Dr. Sunita Singh 21 Mar 2022 · 1 min read कुटुंब गुच्छ कुटुम्ब* भाव भरो तुम आत्म में , व्यष्टि करो विस्तार । वसुधा सुखद कुटुंब है , रचा जिसे करतार ।। ध्वजा * ध्वजा हिंद की शान है , गायें जन... Hindi · दोहा 2 357 Share Dr. Sunita Singh 24 Mar 2022 · 1 min read मुहब्बत देखिए आप मेरे भले मत हुनर देखिए। रात-दिन की मुहब्बत मगर देखिए। *हुश्ने मतला* मत इधर देखिए मत उधर देखिए। आप तो बस हमे इक नज़र देखिए। आ रही हिचकियाँ रोज़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 140 Share Dr. Sunita Singh 17 May 2022 · 1 min read अब कोई कुरबत नहीं अब किसी को किसी की जरूरत नहीं इसलिए अब दिलों मेंं मुहब्बत नहीं प्यार ईमान की जिसमें हर ईंट हो बनती अब ऐसी कोई इमारत नहीं बाप-बेटे खिंचें एक दूजे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 390 Share Dr. Sunita Singh 31 May 2022 · 1 min read नयी बहुरिया घर आयी* नई बहू से कर रहा,चित्त उल्लसित प्रीति । ब्याह लिया बेटा-वधू ,संस्कृति की शुभ रीति ।।1 प्रीति भोज अनुपम हुआ ,छक के खाए भोज । धवल चंद्रिका-सी वधू , उसके... Hindi · दोहा 2 2 383 Share Dr. Sunita Singh 3 Jun 2022 · 1 min read मन पीर कैसे सहूँ मन पीर कैसे सहूँ ,तुम बिन कैसे रहूँ अब और क्या कहूँ ,खुद कुछ जान लो । तुम्हीं लगते जीवन ,तुम्हीं मेरे प्राणधन माना तुमको सजन ,अब पहचान लो ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 232 Share Dr. Sunita Singh 5 Jul 2022 · 1 min read पागल है ग़ज़ल 22 22 22 दिल कितना पागल है रहता बस घायल है आसार नहीं कुछ फिर काला क्यों बादल है उसको देखा जब से लगता वह रायल है आटा अब... Hindi 2 1 258 Share Dr. Sunita Singh 28 Jul 2022 · 1 min read तपिसों में पत्थर तूफां में भी दीपों को जलते देखा है अक्सर लोगों का वक्त बदलते देखा है उनको आदत होगी मखमल पर चलने की बहुतों को अंगारों पर चलते देखा है रौशन... Hindi 2 1 364 Share Dr. Sunita Singh 30 Jul 2022 · 1 min read सियासत की बातें करो तुम न हमसे अदावत की बातें। करो तुम हमेशा मुहब्बत की बातें। कि छोड़ो शरारत चलो और आगे, करो सिर्फ़ अब तुम शराफ़त की बातें। करो बात हमसे मुहब्बत... Hindi 2 290 Share Dr. Sunita Singh 23 Sep 2022 · 1 min read बात बोलेंगे ग़ज़ल खुद ब खुद अब हालात बोलेंगे हम नहीं और बात बोलेंगे क्यों डरा तुम रहे दिखा आँखें कैसे हम दिन को रात बोलेंगे राज ए दिल नहीं छुपा सकते... Hindi 2 1 234 Share Dr. Sunita Singh 14 Oct 2022 · 1 min read दिल बहलाएँ हम ग़ज़ल खाली जाम से कब तक यूँ ही अपना दिल बहलाएंँ हम ऐसे आलम में बतलाओ कैसे उठ कर जाएँ हम । कट जायेगा सारा रस्ता मंज़िल भी मिल जायेगी... Hindi 2 205 Share Dr. Sunita Singh 4 Nov 2022 · 1 min read नमन करूँ कर जोर *नमन करूँ कर जोर* तुलसी दल औषधिय है , नमन करूँ करजोर । करे प्राण रक्षा सदा , खुशियाँ दे चहुँओर ।। दीप शाम प्रज्वलित कर , अर्पित कर दो... Hindi 2 1 130 Share Dr. Sunita Singh 8 Nov 2022 · 1 min read हया आँख की हया आँख की मणि समझ,इस पर करें प्रतीति। फिर जुड़ती सद्भाव से,संबंधों की प्रीति।। Hindi 2 166 Share Dr. Sunita Singh 27 Nov 2022 · 1 min read आँखों की बरसात गीत 16-13 प्रदीप छंद ,*विरह गीत* तुम बिन साजन दिवस नुकीले सुई चुभन-सी रात है । यादों की करवट में निशिदिन आँखों की बरसात है ।। सपनों के पनघट से... Hindi 2 1 170 Share Dr. Sunita Singh 2 Jan 2023 · 1 min read प्रेम करना इबादत है ग़ज़ल 1222 1222 1222 1222 बहुत धनवान है वो पास जिसके प्रेम दौलत है मिला उनको खुदा जिनके दिलों में कुछ मुहब्बत है न मंदिर और जाओ मत कभी काबा... Hindi 2 190 Share Dr. Sunita Singh 16 Jan 2023 · 1 min read एतबार पर आया ग़ज़ल उनकी मैं इक पुकार पर आया प्यार के एतबार पर आया आरजू ले भटक रहा था दिल बाद कुछ इंतजार पर आया रात-दिन की बेताबियाँ सहकर दर्द-ए -दिल करार... Hindi 2 1 170 Share Dr. Sunita Singh 9 May 2023 · 1 min read देह खड़ी है *गीत* कौन किसी का सोच रहा अब अपनी-अपनी आज पड़ी है । छोड़ भवन तृष्णाएँ भागीं दर्द घना ले देह खड़ी है ।। द्वंद्व भरा चौसर जीवन में, वंचक की... Hindi 2 164 Share Dr. Sunita Singh 13 May 2023 · 1 min read आर-पार की साँसें गीत आर-पार की साँसें भी अब फँसी हुईं मझधारों में । ज्वार मचलता है मानस तक घिरी हुई प्रतिकारों में ।। हाथ लिए हथियार खड़े हैं काट रहे नित नेह... Hindi 2 300 Share Dr. Sunita Singh 5 Jun 2023 · 1 min read दीवारों में दीवारे न देख *ग़ज़ल* काम तू दिन रात कर ,आकाश के तारे न देख मंजिलों को देख दीवारों में दीवारें न देख कश्ती तूफ़ानों से तुझको पार ले जानी है तो बाजुओं को... Hindi 2 1 201 Share Dr. Sunita Singh 26 Jul 2023 · 1 min read गैर का होकर जिया आदमी था इसलिए वो आदमी होकर जिया ज़िंदगी भर आँसुओं को आँख में रोक कर जिया बीज बोया प्यार का परिवार अपनों के लिए नफ़रतों में आत्म का सम्मान है... Hindi 2 122 Share Dr. Sunita Singh 1 Aug 2023 · 1 min read मुस्कुराते रहे ज़ाम भर भर ऩजर से पिलाते रहे मुझको दीवाना अपना बनाते रहे नाज़ नखरे दिखा कर इशारों में ही दूर से पास अपने बुलाते रहे हाल पूछा न गुजरा भला... Hindi 2 200 Share Dr. Sunita Singh 11 Mar 2022 · 1 min read धैर्य कबीर -सा दुर्वचनों का सामना ,करें धैर्य के साथ । उत्तेजित उर भावना ,रोक नवा दें माथ ।1 देह बनी स्यंदन सरिस,इंद्रिय घोड़े जान । बुध्दि सारथी खींचती ,मन को कविका मान... Hindi · दोहा 1 1 348 Share Dr. Sunita Singh 24 Mar 2022 · 1 min read अर्थ का महत्व आकांक्षा की पूर्णता ,मूलभूत बाहुल्य । अर्थ आत्मनिर्भर करे ,बड़ा अर्थ का मूल्य ।।1 अर्थ प्रभावी सिध्द हो ,स्वयं दिलाए मान । श्वासों के संकट हरे ,कभी बने भगवान ।।2... Hindi · दोहा 1 1k Share Dr. Sunita Singh 24 May 2022 · 1 min read विद्या पर दोहे तन मन को उज्ज्वल करे, विद्या ज्ञान स्वरूप । निर्मल धारा सी बहे , भरती अंधा कूप ।। विद्या भरती ज्ञान से ,मन में सरस विचार । उत्तम होते कार्य... Hindi · दोहा 1 3k Share Dr. Sunita Singh 26 Jun 2022 · 1 min read प्रेयसी तुम्हीं मेरी कविता हो ,तुम्हीं भाव कल्पना हो शब्द का आधार तुम्हीं,छंद का उल्लास हो । तुम्हीं नयनों की भाषा ,तुम्हीं प्रेम परिभाषा तुम्हीं मेरे मन प्राण ,चाहतों की प्यास... Hindi 1 528 Share Dr. Sunita Singh 2 Jul 2022 · 1 min read बाजार आजकल जीना हुआ है अब तो यूँ दुश्वार आजकल। मँहगा है किस कदर यहाँ बाजार आजकल। हिंसा की आग में यूँ जला जा रहा शहर, यह सोचना कि कौन है मुख्तार... Hindi 1 119 Share Dr. Sunita Singh 3 Jul 2022 · 1 min read मकतब से चलना यार अदब से इज्जत पाओ सब से आये हैं परदेशी अपने देश अरब से खुद आँखों से देखो, सोचो मत मज़हब से बात बनेगी ये तब, मिलना हो साहब... Hindi 1 2 280 Share Dr. Sunita Singh 8 Sep 2022 · 1 min read नित यौवन यौवन तो बस युद्ध है ,लड़ते तन-मन रोज घिरा हुआ जीवन यहाँ ,अपने को नित खोज ।। अपने को नित खोज ,सभी हैं सब अनुरागी । जीवन झंझा चित्त ,धरे... Hindi 1 152 Share Dr. Sunita Singh 16 Sep 2022 · 1 min read हमनवा कोई न था *ग़ज़ल* इक तुम्हारी याद जैसा क़ाफ़िला कोई न था। बस तुम्हें यूँ छोड़कर अब रास्ता कोई न था। साथ पल दो पल दिया और कुछ चले भी दूर तक, पर... Hindi 1 166 Share Dr. Sunita Singh 21 Sep 2022 · 1 min read आघात दोहा नहीं सहन करते यहाँ, छोटी सी भी बात संबंधी करते स्वयं ,संबंधों पर घात ।।1 काज पड़े जब पूछते, दिन में बारंबार । बने काज पर कौन तू ,हूँ... Hindi 1 232 Share Dr. Sunita Singh 3 Oct 2022 · 1 min read ज़मज़म देर तक नहीं रहता ग़ज़ल झूठ का हसीं परचम , देर तक नहीं रहता यूँ दिखावे का ज़मज़म , देर तक नहीं रहता मत डरा करो तूफां ,तेज बारिशों से तुम गर्जता हुआ मौसम... Hindi 1 156 Share Dr. Sunita Singh 3 Oct 2022 · 1 min read माता प्राकट्य माता के नौ रूप का ,पूजन अर्चन भक्ति । जीवन नित मजबूत कर, प्राप्त करे मन शक्ति ।।1 पूजन कर नौ रात्रि का ,करें मनोरथ पूर्ण । महा अष्टमी आज... Hindi 1 201 Share Dr. Sunita Singh 4 Oct 2022 · 1 min read परिणय के बंधन से प्राण प्रिये बँध जाएँ आओ हम परिणय के बंधन में । जीवन की समरसता भर लूँ आओ प्रिय आलिंगन में ।। दूर गगन है रात अँधेरी खाली मन का कोना... Hindi 1 1 225 Share Dr. Sunita Singh 18 Oct 2022 · 1 min read जीवन एक चुनौती है जीवन एक चुनौती है , मैंने यह स्वीकार किया । पग-पग अंगारों पर चल , नव- प्रभात उजियार किया जूझ रहा तन-मन जीवन धूल- धूसरित नित काया । निरद्वंद्व श्वास... Hindi 1 189 Share Dr. Sunita Singh 29 Oct 2022 · 1 min read कुछ समझ लिया कीजै अब किसी से भी क्या गिला कीजै खुद ही कुछ -कुछ समझ लिया कीजै है उठी एक लहर दुनिया में जल रही आग है हवा कीजै बेखबर दिल हुआ है... Hindi 1 156 Share Dr. Sunita Singh 7 Nov 2022 · 1 min read राजनीति हलचल राजनीति की बढ़ रही,संप्रति हलचल खूब । उबरेंगे रँगरेज कुछ ,कुछ जाएँगे डूब ।।1 पीट रहे डंका सभी ,होगी अबकी जीत । स्वर्ग उतारेंगे धरा ,गाएँगे मिल गीत ।।2 बाबू... Hindi 1 1 335 Share Dr. Sunita Singh 12 Nov 2022 · 1 min read बदला हुआ ज़माना है वफ़ा मिले न मिले फिर भी मुस्कुराना है यहाँ सभी से मुझे प्यार अब निभाना है प्रतीक शांति के हैं जो सफेद हारिल उन कबूतरों को फलक पर हमें उड़ाना... Hindi 1 1 178 Share Dr. Sunita Singh 3 Dec 2022 · 1 min read दोहा परनिंदा तो खूब हो ,अपना हो गुणगान । तन-मन में मिसरी घुले ,चाह रहे हैं कान ।।1 साधू संन्यासी कई ,साध रहे हैं योग । रहे बचे कुछ संत जो... Hindi 1 161 Share Dr. Sunita Singh 5 Dec 2022 · 1 min read नज़र से नज़र इल्तिज़ा कर रही है वफ़ा प्यार की बस नज़र से नज़र तुम मिलाते रहो डा. सुनीता सिंह 'सुधा' वाराणसी ,©® Hindi 1 213 Share Page 1 Next