Satish Srijan 418 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Satish Srijan 8 Feb 2023 · 1 min read कठपुतली का खेल दुनिया में सुनो भाई इतनी है कहानी, बचपन जवानी जरा, यही जिंदगानी। यार दोस्त भाई बहन कुल परिवारा। नाटक का खेल यहाँ जग में है न्यारा। जीवन के मैदान में... Hindi · कविता 825 Share Satish Srijan 16 Jan 2023 · 1 min read मटका मिट्टी खोदा चूर चूर कर, पानी से फिर माड़ा। गूंथ गूंथ कर किया मुलायम, ककड़ पत्थर काढ़ा । उस मिट्टी को चाक पर रखकर, डंडा मार घुमाया। कुंभकार निज हाथ... Hindi · कविता 710 Share Satish Srijan 21 Apr 2023 · 1 min read बड़े हौसले से है परवाज करता, बड़े हौसले से है परवाज करता, न झुकता न रुकता न डरता जहां में। नहीं काम छोटे परिन्दे का है ये, कोई बाज़ उड़ता खुले आसमां में। अगर नाम करना... Quote Writer 606 Share Satish Srijan 8 Feb 2023 · 1 min read जलजला जलजला तुर्की में आया आशियाने ढह गये। हर तरफ मातम का मंजर, मर गए कितने वहाँ। कुदरत से कोई लड़ न पाया, वक्त ताकतवर है रोज़। है फकीरों ने कहा... Hindi · Quote Writer 2 744 Share Satish Srijan 23 Feb 2023 · 1 min read बोलने से सब होता है बोलने से सब हुआ- ---------------------- अंधे का पुत्र अंधा..... महाभारत का मैदान। भीष्म प्रतिज्ञा....पिता का मान। दो डग धरती,...वामन को दान। राम वन गमन....कैकेई का वरदान। ----------------------------- बोलने से सब... Hindi · कविता 854 Share Satish Srijan 9 Feb 2023 · 1 min read जालिम बिन खता के कैद में था, जालिम कोविड ए दौर में। पड़ा रहता मैं पलंग पर, रोगी था बिन मर्ज के। बज्ज निकम्मे जितने बच्चे, आला तालिब सब हुए। बिन... Hindi · Quote Writer 1 916 Share Satish Srijan 1 Mar 2023 · 1 min read वैष्णों भोजन खाइए, वैष्णों भोजन खाइए, पीजै शीतल नीर। नेक पाक जीवन जियो, नित भजिये रघुवीर। नित भजिये रघुवीर, फ़क़त दारा संग रहिये। परनारी को मात या, भगनी दुहिता कहिए। अंड मांस मछली... Hindi · कुण्डलिया 493 Share Satish Srijan 26 Jan 2023 · 1 min read गोबरैला गांव की पशुशाला देखा है, जहाँ होते गइया बैला। वहाँ मिले एक कीट घूमता, काला सा गोबरैला। भँवरे जैसे आकृति इसकी, अपनी आदत से मजबूर। भूमि में खुद की बिल... Hindi · कविता 1 549 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read 'ण' माने कुच्छ नहीं पाठशाला में जब जाते थे, गुरुजी खुब समझाते थे। गिनती ककहरा का था ठाठ, पहली कक्षा का यही पाठ। क से कबूतर, ख से खरगोश, च से चरखा ज से... Hindi · कविता 1 2 525 Share Satish Srijan 8 Feb 2023 · 2 min read थैला काला पीला हरा गुलाबी, श्वेत लाल या मटमैला। कपड़ा,टाट,या कृतिम बना हो, बड़े काम है थैला। जीवन के हर पन में पल में, उबड़ खाबड़ या समतल में। सब सामान... Hindi · कविता 536 Share Satish Srijan 22 Apr 2023 · 1 min read रेणुका और जमदग्नि घर, रेणुका और जमदग्नि घर, जन्मा एक तेजस्वी बालक। भृगु पौत्र में अद्भुत आभा थी, जो भया अवनी का संचालक। भृगु ने रखा था नाम राम, माँ बाप आँख का तारा... Quote Writer 531 Share Satish Srijan 9 Feb 2023 · 1 min read माँ बहन बेटी के मांनिद माँ बहन बेटी के मांनिद गैर की खातून हैं। एक शादी एक बीबी, राम की तालीम में। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 1 473 Share Satish Srijan 9 Apr 2023 · 1 min read आवारगी मिली गलियों में उनकी जाकर, मैं बन गया दीवाना निकले वो मुस्कराकर। लहराये काले गेसू जब भी हवा चली। मैंने किसी को चाहा तो, आवारगी मिली। नज़रें मिली थी एक दिन... Hindi 473 Share Satish Srijan 14 Feb 2023 · 1 min read क्या बात है फौजी मजहब ईमान कौम और जात से फौजी। मजबूत इरादे फौलादी गात से फौजी। रहता है जज्बा उसमें रहे मुल्क सलामत। मेरे देश की वह शान वाह! क्या बात है फौजी।... Hindi · Quote Writer 446 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 4 min read चार साहबजादे चार साहिबज़ादे गोविंद गुरु थे शहंशाह, जन पालक बन कर आये थे। उनके जाये सुत वीर चार, साहिबज़ादे कहलाये थे। बाबा अजीत, ज़ूझार सिंह, संग वीर जोरावर और फतह। उन... Hindi · कविता · प्रबन्ध काव्य · वीर बालदिवस विशेष 2 652 Share Satish Srijan 8 Mar 2023 · 1 min read हैप्पी होली मोबाइल न होता तो कैसे निभाते, इतने लोगों को कैसे कह पाते। होली दीवाली दशहरा या राखी, मोबाइल पर सबको 'हैप्पी हो'भाखी। व्हाट्सएप तेरा है घना रोल, तेरे बिना त्यौहारों... Hindi · Quote Writer 1 517 Share Satish Srijan 10 Apr 2023 · 1 min read आश पराई छोड़ दो, आश पराई छोड़ दो, जो करना वो खुद करो। वक्त बदल चुका, ईमान बदल चुका, इंसान बदल चुका , बेईमान बदल चुका, शैतान से बस थोड़ा कम । इसीलिए कहता... Hindi · कविता 1 376 Share Satish Srijan 22 Mar 2023 · 1 min read हे!शक्ति की देवी दुर्गे माँ, हे!शक्ति की देवी दुर्गे माँ, मेरी विपदा अज्ञान हरो। स्तुति करते श्रीचरणों में, शत बार नमन स्वीकार करो। नाहर है तेरा वाहन मां, हीरा सा चमकता पाहन मां। निज भक्तों... Hindi · Quote Writer 501 Share Satish Srijan 12 Jan 2023 · 1 min read ऐ! दर्द मेरी जुबां पे तेरा नाम आया, बेइंतहां दर्द में आराम पाया। सुकूँ मिला जब देखा तुझको, किया दीदार लगा खुदा का पैगाम आया । इस्तकबाल तेरा दिल की दहलीज पर,... Hindi 430 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read नया जमाना बहुएं तो हैं जय और वीरू, लेकिन सास न गब्बर। एक के बदले बीस सुनाती, दिखती जैसे बब्बर। बहुओं को कोई जला न पाएं, मिट गया सारा खतरा। बहू बैठी... Hindi · कविता · हास्य 414 Share Satish Srijan 20 Apr 2023 · 1 min read कुंती कान्हा से कहा, कुंती कान्हा से कहा, दीजै मोको दुःख । दुख ही नाम जपाये के, देता बेहद सुख । ऐसा करो गोविंद जी, दुख हो मूसलाधार । दुख ही एकल माध्यम, दुख... Hindi · कविता 440 Share Satish Srijan 10 Feb 2023 · 1 min read किराएदार दिन की बहार हूँ, बस एक किरायेदार हूँ। न राजा न साहूकार न ही जमींदार हूँ। जो कुछ मिला रब से, करता अंगीकार हूँ। दो दिन की बहार हूँ, बस... Hindi · Quote Writer · कविता 502 Share Satish Srijan 3 Mar 2023 · 1 min read मां बाप के प्यार जैसा कहीं कुछ और नहीं, मां बाप के प्यार जैसा कहीं कुछ और नहीं, मुरशिद की दर के सिवा कहीं है ठौर नहीं । दिखावटी प्यार के पीछे भाग रहें अब तो लोग। सच्ची मुहब्बत... Quote Writer 1 396 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read तब मैं कविता लिखता हूँ ....तब मैं कविता लिखता हूँ जब बछड़े को दूध पिलाती कोई गैया। चोंच में चूजे को दाना ले जाती गौरैया। कोई बन्दरी छाती पर बच्चा चिपटाकर ढोती। नन्हीं चींटी चीनी... Hindi · कविता 438 Share Satish Srijan 28 Apr 2023 · 1 min read अगन में तपा करके कुंदन बनाया, अगन में तपा करके कुंदन बनाया, सुबासन भरा शीतल चंदन बनाया। कदम दर कदम पर बहुत है निहोरा, रंगा तूने रचके नहीं रखा कोरा। शुकर शुकर शुकर है तुम्हारा, सब... Quote Writer 458 Share Satish Srijan 27 Feb 2023 · 1 min read मैकदे को जाता हूँ, मैकदे को जाता हूँ, जाम भी लगाता हूँ। शौक अभी बाकी है, तराने सुर में गाता हूँ। सतीश सृजन Quote Writer 2 376 Share Satish Srijan 4 Mar 2023 · 1 min read सर्वंश दानी भारत की धरती ऋणी सदा, जन जन का है आभार बहुत। करूं चरण बन्दना मैं मन से, दसमेश पिता कई बार बहुत। आगे भी खूब दानी होंगे, उनमें कई भरेगे... Hindi · कविता 450 Share Satish Srijan 9 Apr 2023 · 1 min read मुसाफिर हो तुम भी सफर पर हो तुम भी सफर पर हैं हम भी। किसी का नहीं है, लफानी बसेरा । मुसाफिर हो तुम भी मुसाफिर हैं हम भी। मुकम्मल ठिकाना, न तेरा न... Hindi · कविता 387 Share Satish Srijan 11 Jan 2023 · 2 min read तेरे नाम पर बेटी आँखे हैं भीग जाती, तेरे नाम पर बेटी। तेरी याद बहुत आती , सुबह शाम को बेटी। तेरे खिलौने हैं धरे, कपड़े भी हैं धरे। डिब्बे में छुट्टे पैसे, आज... Hindi · गीत 365 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read मुर्गासन, विद्यालय का मुर्गा आसन, जीवन भर का था अनुशासन। जिसने किया गुरु की माना। आगे चलकर बना सयाना। धन पद ख्याति संग देही चुस्त। मुर्गासन परिणाम दुरुस्त। सभी शिक्षक को... Hindi · कविता 1 382 Share Satish Srijan 1 May 2023 · 1 min read कुछ तो ऐसे हैं कामगार, कुछ तो ऐसे हैं कामगार, कम मेहनत में हैं दामदार। कुछ श्रमिक हैं बुद्धिबल में, निपटा देते पल दो पल में। भविष्य के साथ निधि भी है, जीने की सुंदर... Quote Writer 423 Share Satish Srijan 10 Feb 2023 · 1 min read बचपना देखते देखते हम जवां हो गये, कब कहाँ उड़ा गया प्यारा सा बचपना। बिना पैसों के सम्राट रहते थे हम, सदा खुशियों में होते न था कोई गम। आज लाखों... Hindi · Quote Writer · कविता 421 Share Satish Srijan 26 Jan 2023 · 1 min read लहू का कतरा कतरा यूँ तो बेशुमार वतन परस्त है पूरे हिन्दोस्तां में। सच्चे वफादार कभी जताते नहीं अपने मुँह से। बयानबाजी तो हर कोई कर सकता है जितना जी चाहे, मगर परवान वतन... Hindi · कविता 353 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read लड़खड़ाने से न डर जज्बा क़ायम जिंदगी में, मुश्किलों की क्यों फिकर। गर सम्भलना सीखना है, लड़खड़ाने से न डर। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi · शेर 380 Share Satish Srijan 7 Feb 2023 · 1 min read खुद पर यकीं जुनून हो बड़ा और अमादा बड़ा हो, हो खुद पर यकीं खुद से वादा बड़ा हो। हो जज्बा जेहन में मशक्कत का तुझमें, खयालों में तेरे इरादा बड़ा हो। हुनर... Hindi · Quote Writer 549 Share Satish Srijan 11 Feb 2023 · 1 min read मां के आंचल में बड़े हो गए नहीं है शिशुपन, सोचकर ऐसा न घबराना। मन अधीर कभी जब हो जाये, मां के आँचल में छिप जाना। -सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 446 Share Satish Srijan 15 Feb 2023 · 1 min read गेसू सारे आबनूसी, गेसू सारे आबनूसी, मूंगे जैसे ये अधर। कमल की पंखुड़ियां आंखें, सब फना हो जाएंगे। बस सलामत नाम होगा, होगा खालिक एक खुदा। दरिया के पार लेकर जाए, वह मुरशिद... Quote Writer 1 393 Share Satish Srijan 10 Feb 2023 · 1 min read हूँ इंसा एक मामूली, हूँ इंसा एक मामूली, सब्र की है कमी मुझमें। मुकर्रर कर दो वो साअत, तेरा दीदार कब होगा। सतीश सृजन Quote Writer 1 385 Share Satish Srijan 1 Mar 2023 · 1 min read प्यार हो जाय तो तकदीर बना देता है। प्यार हो जाय तो तकदीर बना देता है। लैला को मजनूं की तस्वीर बना देता है। प्यार जागा तो जहर पी गयी हंस कर मीरा। प्यार शहंशाह को फकीर बना... Quote Writer 1 330 Share Satish Srijan 14 May 2023 · 1 min read तू होती तो * मां तेरी पहचान कहां अब, तेरे पग का निशान कहां अब। स्वर्ग गमन की बलि वेदी पर मली गयी, बिना बताए तू उस दिन मां चली गयी। आँचल की... Poetry Writing Challenge · कविता 370 Share Satish Srijan 20 Feb 2023 · 1 min read ख्वाहिशों के कारवां में अपनों को पकड़ों तो सपने छूट जाते हैं, सपनों का पीछा करो अपने छूट जाते हैं। कश्मकश कुछ ऐसी रही, दोनों से दूर रहा। ख्वाहिशों के कारवां में शुकूँ कहां... Hindi · Quote Writer 347 Share Satish Srijan 7 Feb 2023 · 1 min read जुबाँ चुप हो अगर दूर जाना तो न चल अकेले, कोई हमनवां कामिल को साथ ले ले। कदम दर कदम वह दिखायेगा राहें। कहीं लड़खड़ाया पकड़ लेगा बाहें। बस चलता चला जा जिधर... Hindi · Quote Writer 382 Share Satish Srijan 7 Feb 2023 · 2 min read मेरी अम्मा तेरी मॉम पहले समय में अम्मा होती, अब होती हैं मॉम। अम्मा तो थी निरा देहाती, मॉम का है बड़ा नाम। अम्मा अपना दूध पिलाती, गाल बाल सहलाती। बुकवा तेल की मालिश... Hindi · कविता 400 Share Satish Srijan 8 Feb 2023 · 1 min read बुलन्दी शोहरत हो कितनी, बुलन्दी शोहरत हो कितनी, अदब का साथ न छोड़ें। बदलता शम्स का कैसे, मर्तवा रोज दिन भर में। सतीश सृजन Quote Writer 1 500 Share Satish Srijan 8 May 2023 · 1 min read परशुराम का परशु खरीदो, परशुराम का परशु खरीदो, शम्भू का पैना त्रिशूल। रण चंडी कृपाण हो घर मे, इसमें न करना कुछ भूल। आज बुद्ध अवरुद्ध बनेगा, गुरु गोविंद सिंह ध्याओ। मिलकर रहो पंच... Quote Writer 414 Share Satish Srijan 18 Jan 2023 · 2 min read क्षितिज के उस पार धरती अम्बर जहाँ मिलते उस जगह का सार क्या है। कोई तो मुझको बताए क्षितिज के उस पार क्या है। एक साथ बैठ करके परस्पर बतिया रहे हों। अपलक देखा... Hindi · कविता 341 Share Satish Srijan 12 May 2023 · 1 min read पीर पराई पीर पराई पर सन्ताप न राजा जाने, न दुख समझे वैश्या । यमराजा भी कभी न जाने, किसी का दुख हो कैसा । इन्हें भी कुछ न लेना देना, अग्नि,... Hindi 420 Share Satish Srijan 28 Apr 2023 · 1 min read जब तक नहीं है पास, जब तक नहीं है पास, थोड़ा कष्ट तो सहूंगा। भले बे 'कार' हूँ अब तक हमेशा नहीं रहूंगा। चढ़ूंगा अपनी खरीदी गाड़ी में, खुद से फ़क़त यही कहूँगा। सतीश सृजन Quote Writer 463 Share Satish Srijan 25 May 2023 · 1 min read ले चल मुझे उस पार यहां बहुत दिन खोजा लेकिन, नहीं दिखता कहीं प्यार। जिज्ञासा मेरे मन में जागी, देखूँ वह संसार। रे नाविक ले चल मुझे उस पार। यहां लोग कहते तो कुछ हैं,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 352 Share Satish Srijan 26 Apr 2023 · 1 min read दरोगा तेरा पेट जब से मिली वर्दी घूँस बहूत पावत, मुफ्त में यहां वहां जहां तहां खावत। मोटापा तौ होवत है रोगन कै दावत, दरोगा तेरा पेट बहुत बाहर है आवत। न करौ... Hindi · कविता · हास्य 357 Share Page 1 Next