Satish Srijan 441 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Satish Srijan 2 Jul 2023 · 1 min read फितरत से बहुत दूर रिश्ते रिसते जा रहे हैं, जाने कैसे पिसते जा रहे हैं। अनपढ़ लोग संभाल कर रखते थे, आज अक्लमंदों से घिसते जा रहें हैं। सोचता हूँ कभी... अपनों से मुलाकात... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 117 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read दस्तक बसा ली है दुनिया कहीं दूर जाकर, नहीं पास कोई भी बच्चे हमारे। कहाँ अब रही गीत गज़लों की रातें, बुढ़ापे की दस्तक हुई तन के द्वारे। दवाई बिना नागा... Hindi · कविता 3 167 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read मैं बुद्ध के विरुद्ध न ही.... मैं बुद्ध के विरुद्ध न ही युद्ध के विरुद्ध हूँ। दधीचि सा परमार्थ है, संतोष भरा स्वार्थ है। मैं कर्ण मैं ही पार्थ हूँ, निःस्वार्थ सा पुरुषार्थ हूँ। मैं मर्म... Hindi · कविता 3 256 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read कलाम को सलाम सच्चे मुसलमान, पक्का ईमान। एक जैसी श्रद्धा थी, गीता या कुरान । जेहन में सराफत, किसी से न नफरत। सीधा साधा बाना, सूफियों सी फितरत। कोमल मिजाज थे, इरादे एजाज... Hindi · कविता 3 151 Share Satish Srijan 27 May 2023 · 8 min read दोस्त न बन सकी कक्षा ७ का परीक्षा परिणाम आ गया था। सारे सहपाठी खुश थे। फतह बहादुर और उसके दोस्त भरत कुमार का मन बैठ गया, दोनों का परिणाम एक सा था,भरत तीन... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 1 372 Share Satish Srijan 7 Jan 2023 · 1 min read बाइस्कोप मदारी आज की पीढ़ी को क्या मालूम क्या होती है राब। बहुत सी चीजें लुप्त हो गयी बन गयी एक दम ख्वाब। सनई पटुआ जोंधरी बर्रे, मोटरी हो गयी गायब। कोदौ... Hindi · कविता 2 76 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 2 min read कुत्ते का श्राद्ध फतेह बहादुर नाम है मेरा एस पी का हूँ बाबू । सारा आफिस मेरे अंडर, साहब भी मेरे काबू। जो मैं कहता वैसे करते, रॉन्ग हो या राइट। आय व्यय... Hindi · सारे नाम काल्पनिक हैं · हास्य-व्यंग्य 2 84 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read सेब का आठवां भाग घर में कभी कभार ही खरीदकर आता था। सेब का आठवां भाग, हिस्से में पाता था। खाता था, ललचाता था, पछताता था। काश! थोड़ा और मिलता। अब किसी चीज न... Hindi · कविता 2 74 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read मेरा हैप्पी बर्थडे माघ पूस सावन भादों या कातिक चैत कुवारा। अम्मा जरा बता दो मुझको, कब का जनम हमारा। रामउ, ननकू बबलू फत्ते, सब हैं जनम मनाते। मेरा हैप्पी बड डे कब... Hindi · कविता · हास्य 2 232 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 2 min read बिखरे अल्फ़ाज़ सितारों की जमात में आ गए तुम, फलक पर खास मुकाम पा गए तुम, जमीं पर पसरी चांदनी कहती, तविन्दा चाँद के मानिंद छा गए हो तुम। एहसानफरामोश हैं वे... Hindi 2 241 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read ...तो हम दोनों थे ब्याह के आयी थी, तो हम दोंनो थे। रात शरमाई थी, तो हम दोनों थे। फलक से उतर कर, बिस्तर पर सहमा सा बैठा । घूंघट में चांद देखा था,... Hindi · कविता 2 108 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read सम्राट अशोक कर्तव्य का भी भान था, शिवा शिवम का ध्यान था। जब हाथ में कृपान था, अशोक तब महान था। त्रिपुंड लगा भाल में, रुद्राक्ष गले माल में। गृह रुद्र का... Hindi · कविता 2 94 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 4 min read चार साहबजादे चार साहिबज़ादे गोविंद गुरु थे शहंशाह, जन पालक बन कर आये थे। उनके जाये सुत वीर चार, साहिबज़ादे कहलाये थे। बाबा अजीत, ज़ूझार सिंह, संग वीर जोरावर और फतह। उन... Hindi · कविता · प्रबन्ध काव्य · वीर बालदिवस विशेष 2 673 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read उल्लू आज रात में उल्लू देखा, जेहन में उभरी विस्मय रेखा। किश्मत से बिल्कुल बेचारा, यहां वहां फिरता आवारा। सब खग रात में करें बसेरा, इसको भाग्यहीनता घेरा। डाली डाली भाग... Hindi · कविता 2 127 Share Satish Srijan 16 Jan 2023 · 1 min read कृष्णा को कृष्णा ही जाने सुर मुनि शारद ब्रह्मा ध्यावें, शिव गनपत थाह न पावत हैं। वहीं गोपियां प्रेम से छछियांभर, माखन दे नाच नचावत हैं। कृष्णा को कृष्णा ही जाने, दूजे के बस की... Hindi · कविता 2 336 Share Satish Srijan 17 Jan 2023 · 1 min read पेड़ों से बतियाता हूँ पक्षी तितली जुगनू भँवरे, पुष्पों के संग मैं गाता हूँ। वन पर्वत खेत नदी सागर, मैं पेड़ों से बतियाता हूँ। न ऊंच नीच न जाति धरम, मिल करके गले लगाते... Hindi · कविता 2 2 146 Share Satish Srijan 29 Jan 2023 · 2 min read महाराणा प्रताप भारत देश महान हमारा, क्योंकि भूमि है वीरों की। बलिदान धैर्य व त्याग भरा, है स्वर्ण कथा शमशीरों की। महाराणा था अतुलित योद्धा, अद्भुत सी शौर्य कहानी थी। शक्ति अदम्य... Hindi · कविता 2 165 Share Satish Srijan 23 Jan 2023 · 1 min read ड़ माने कुछ नहीं चलो लिखें एक कविता टेढ़ी, भले हो जाये पंगा। क ख ग घ बढ़िया हैं पर, व्यर्थ है अक्षर 'ड़'। व्यंजन के सारे अक्षर का होगा तो प्रयोग कहीं, तो... Hindi · कविता 2 255 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read बालिका दिवस जो मांगे समान दो, बेटा जैसा मान दो। कोई कोताही न करो कभी, खुला खुला आसमान दो। टक्कर का जमाना है, जीतकर मंजिल पाना है। माता पिता की परी है... Hindi · कविता 2 177 Share Satish Srijan 25 Jan 2023 · 1 min read हे! ज्ञानदायनी स्तुति करते तेरे चरणों में, मन में फैला अंधकार हरो। हे!ज्ञानदायनी शारद मां, शत बार नमन स्वीकार करो। प्रतिवर्ष पंचमी शुक्ल माघ, माँ तेरा जन्म मनाते हैं। अपनी श्रद्धा सामर्थ्य... Hindi · कविता · सरस्वती वंदना 2 233 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 1 min read अश्क़ अगर तू चाहता न हो, अश्क़ कभी तेरी आँखों में। पोंछ आँसू जो रोया है, न बन जरिया रुलाने का। -सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi 2 222 Share Satish Srijan 29 Jan 2023 · 1 min read आँसू आँसू आस हैं, आँसू प्यास हैं, आँसू एहसास हैं, आँसू विश्वास हैं। नैनों के झरोखे में किसी की तलाश हैं। निर्मल तुषार जैसे, आँसू बहुत खास हैं। बिछुड़न की याद... Hindi · कविता 2 177 Share Satish Srijan 31 Jan 2023 · 1 min read ख्वाहिशों का अम्बार आसुदा मिला कहाँ चाहतों से किसी को अब तक। बसर जितने में हो उतनी ही दरकार है। सोचता हूँ सब्र का दामन पकड़ के रखूं क्योकि, क़ल्ब में तमाम ख्वाहिशों... Hindi 2 145 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read पत्नीजी मायके गयी, पत्नी जी मायके गयी, संग सुत गया ननिहाल। सूना सूना लग रहा, घर आँगन चौपाल। घर आँगन चौपाल सकल घर में सन्नाटा। पता अब लगा भाव क्या, नोन तेल या... Hindi · हास्य 2 2 314 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read न हिन्दू बुरा है न हिन्दू बुरा है न मुसलमान बुरा है, मजहब हो चाहे जो भी हर बेईमान बुरा है। जिसमें नहीं रहम, न ही प्यार का अहद। मरे ख्याल से वह हर... Quote Writer 2 1 288 Share Satish Srijan 7 Feb 2023 · 1 min read जज़्बा क़ायम जिंदगी में जज्बा क़ायम जिंदगी में, मुश्किलों की क्यों फिकर गर सम्भलना सीखना है, लड़खड़ाने से न डर । -सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 2 186 Share Satish Srijan 10 Feb 2023 · 2 min read तुम क्या जानो" वो मेरा जमाना कैसा था, तुम क्या जानो। क्या क्या कठिनाई होती थी, तुम क्या जानों। बैलों को भरना था सानी, व गइया को चारा पानी, दरवाजे का झाड़ू करना,... Hindi · कविता 2 295 Share Satish Srijan 8 Feb 2023 · 1 min read जलजला जलजला तुर्की में आया आशियाने ढह गये। हर तरफ मातम का मंजर, मर गए कितने वहाँ। कुदरत से कोई लड़ न पाया, वक्त ताकतवर है रोज़। है फकीरों ने कहा... Hindi · Quote Writer 2 785 Share Satish Srijan 11 Feb 2023 · 1 min read मोदी क्या कर लेगा जब तक हम एकत्र न होंगे, केवल मोदी क्या कर लेगा। उसकी भी अपनी एक सीमा, कुछ हद तक कुछ गम हर लेगा। भारत का इतिहास साक्षी, बिखरे थे अब... Hindi · कविता 2 252 Share Satish Srijan 18 Feb 2023 · 1 min read शिवरात्रि उमा महेश का शुभ विवाह है, दूल्हा बने शिव भोला। बेल धतूर मदार को खाते, और खाते भंग गोला। मन की आंख खोल कर देखो, शिव हैं पास न दूर।... Hindi · कविता 2 239 Share Satish Srijan 27 Feb 2023 · 1 min read मैकदे को जाता हूँ, मैकदे को जाता हूँ, जाम भी लगाता हूँ। शौक अभी बाकी है, तराने सुर में गाता हूँ। सतीश सृजन Quote Writer 2 382 Share Satish Srijan 18 Mar 2023 · 1 min read वही पर्याप्त है उलझन में दिन, अनिद्रा में रात है। क्योंकि मानव मन में, लोभ का सन्ताप है। झूठी शान में, परेशानी इंशान में। खुशी राज छिपा, रोटी कपड़ा मकान में। अधिक की... Hindi · कविता 2 2 156 Share Satish Srijan 23 Mar 2023 · 1 min read अमर शहीद भगत सुखदेव राजगुरू सुखदेव राजगुरु भगत सिंह त्रिदेव थे ये आजादी के। जिनके कारण दिन शुरू हुए, अंग्रेजों की बर्वादी के। था जिगर बड़ा दीवानों का, ओढ़ा था बसन्ती चोला। थे निकले आजादी... Hindi · कविता · बलिदान दिवस 2 2 134 Share Satish Srijan 17 Apr 2023 · 1 min read कैसे कह दूं पंडित हूँ कैसे कह दूं पंडित हूँ ------------------------ मद काम क्रोध में पड़ा हुआ, मैं मृगतृष्णा से भरा हुआ। छल प्रपंचों की नहीं कमीं, कोई न कोई रही गमीं। मैं स्वयं ही... Hindi · कविता 2 222 Share Satish Srijan 20 Apr 2023 · 1 min read खिचड़ी खिचड़ी जितनी सरल बनाने में है, उतनी सरल है खाने में। लघु लागत में ये बन जाती, है आसान पचाने में। पत्नी के मायके जाने पर, खिचड़ी की नहीं सानी।... Hindi · कविता 2 224 Share Satish Srijan 2 Jul 2023 · 1 min read फितरत न कभी सीखा पिछली सदी का शख्स मैं शराफत में जिया हूँ। दिल से निभाया मैंने वायदा जो किया हूँ। सबको गले लगाते, वाजिब हर बात मानी। फितरत न कभी सीखा, सादी थी... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 2 2 231 Share Satish Srijan 31 Jul 2023 · 1 min read गिलहरी तीन लकीरें पीठ पर इसके, चुस्त दुरुस्त छरहरी। दिखने में प्यारी भोली सी, नन्ही प्रिय गिलहरी। अन्न फूल सब्जी फल खाती, आम अनार व केले। लम्बी पूंछ बदन पर रोंये,... Hindi · बाल कविता 2 2 355 Share Satish Srijan 23 Aug 2023 · 1 min read "विक्रम" उतरा चाँद पर ''विक्रम' उतरा चाँद पर, मगन है भारत देश। चार चांद लगा वतन में, गौरवान्वित परिवेश। गौरवान्वित परिवेश, 'प्रज्ञान' आएगा बाहर। परचम फहरा चाँद पर, बात हूई जग जाहिर। दुनिया जो... Hindi · कविता · विक्रम के सफल लैंडिंग विशेष 2 2 215 Share Satish Srijan 28 Jan 2024 · 1 min read कितने पन्ने कितने पन्ने फाड़े मैंने, तुझ पर गीत बनाने को। समुचित उपमा ढूंढ न पाया, रूप तेरा दर्शाने को। दशन दाड़िम से प्यारे तेरे, अधर मुधर सी लाली है। बोली लिख... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 109 Share Satish Srijan 18 Mar 2024 · 2 min read सब अनहद है जिसने सूरज चाँद बनाया, धरा गगन ब्रह्मांड बनाया। जिसने सुमन सुंगन्ध भरा है, जिससे तरु तृण हरा हरा हैं। अनन्तक्षितिज तक जो भी हद है। और नहीं कुछ सब अनहद... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 65 Share Satish Srijan 18 Mar 2024 · 1 min read एक ही राम आब ए जम-जम पीकर देखा, गंगाजल भी पान किया। उसका रूप मिला जैसा भी, जी भर के गुणगान किया। वाहेगुरु,रब,राम,यहोवा, सबका एक सा काम मिला। अंदर झाँका एक नूर था,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 88 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read बरगद का दरख़्त है तू न किया पहचान निज का, तो बड़ा कमबख्त है तू। तिनकों से तुलना क्या तेरी, बरगद का दरख़्त है तू। आज तो है कल नहीं तृण, वायु से या जल... Hindi 1 148 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read Life is Precious Mobile, a machine, To make a easy life, Misuse of hand set Like a shrap knife. U can find, what you do wish. But Always mind, drawbacks of this! It... English · English Poem 1 229 Share Satish Srijan 6 Jan 2023 · 1 min read गौ संरक्षण जरूरी कई लोग तो कूकुर पालें, कुछ जन पाले गैया। कुत्ता केवल भौ भौ करता, दूध देत गौमैया। सागर मंथन से हुआ उद्भव कामधेनु है नाम। जिनका ढूध पिया इन सबने,... Hindi · कविता 1 208 Share Satish Srijan 7 Jan 2023 · 1 min read सुभाषचन्द्र बोष एक लाल सपूत हुआ माँ का, जो चन्द्र सुभाष कहाया था। सन तैंतालीस में बोष वीर, आजादी बिगुल बजाया था। जय हिंद की नारा दिया हमें, अजाद हिन्द दल तैयार... Hindi · कविता 1 199 Share Satish Srijan 7 Jan 2023 · 1 min read दो कौड़ी की कविताएं दो कौड़ी की कविताये मैं लिखता हूँ। खुद भी तो मैं दो कौड़ी का दिखता हूँ। दो कौड़ी का व्यक्तिव मेरा। दो कौड़ी का अस्तित्व मेरा। दो कौड़ी की है... Hindi 1 55 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read बूंद भर आब बूंद भर आब से बनकर, सफर पर निकले हैं सारे। रूकेंगे खाक बनकर के, किसी मंजिल पर जाकर ये। फ़क़त मिट्टी का पुतला है, अकड़ से कुछ नहीं होगा। शुपुर्द... Hindi 1 146 Share Satish Srijan 8 Jan 2023 · 1 min read द पति हैंडसम कहो, हसबैंड कहो, पति शौहर, भरतार, आज के युग में भी पति , पत्नी का करतार। सारी बातें छोड़ कर एक बात धरो गांठ, पति है जिसके संग में... Hindi · कविता · हास्य 1 141 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read बड़ी मंजिलों का मुसाफिर अगर तू न कर मुश्किलों की तू परवाह कतई, अगर दिल में ख्वाहिश बुलन्दी को पाना। बड़ी मंजिलों का मुसाफिर अगर तू, मुसलसल चला चल कहीं रुक न जाना। बड़े हौसले से... Hindi 1 143 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read साजन आने वाले हैं कन्धे पर हथियार लिये डट दुश्मन को ललकारे है। प्रहरी बन तैनात बलमजी, सरहद के रखवाले है । मैं घर, पिया सीमा पे जागे, सुना कोना कोना है । जाने... Hindi · कविता 1 183 Share Page 1 Next