Satish Srijan 438 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read मसखरा कहीं सो गया जो आया है वह जाएगा, कोई कुछ भी न कर पायेगा। सुख के साधन चहे जितने हों, चाहने वाले भी कितने हों। रुतवा कितना हो भारी, पर मौत से किसी... Hindi · कविता 1 2 209 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 2 min read नाथू राम जरा बतलाओ नाथू राम जरा बतलाओ, गांधी को तुम क्यों मारा। वयोवृद्ध की हत्या करके, खुद बन गए एक हत्यारा। सत्य अहिंसा पथ चलते थे, नहीं करते कोई अगर मगर। तुम भी... Hindi · कविता · गांधी जी की पुण्यतिथि विशेष 1 195 Share Satish Srijan 9 Jan 2023 · 1 min read मेरे पापा...लोरी सुना दो बालमन को मेरे बहुत बहलाती है, रोज रात गाना गा मुझको सुलाती है। राग में गाओ या कोरी गुनगुना दो, मेरे पापा आज तुम लोरी सुना दो। माँ तो दुलराती... Hindi · कविता 1 102 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read मैं दर्पण हूँ मैं दर्पण हूँ न रंगभेद, न जातिवाद, हो हर्ष तुम्हें या हो विसाद। अतिरिक्त न कुछ बतलाता, जो हो तुम वही दिखाता । तुझ पर सम्पूर्ण समर्पण हूँ। मैं दर्पण... Hindi · कविता 1 74 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read मुर्गासन, विद्यालय का मुर्गा आसन, जीवन भर का था अनुशासन। जिसने किया गुरु की माना। आगे चलकर बना सयाना। धन पद ख्याति संग देही चुस्त। मुर्गासन परिणाम दुरुस्त। सभी शिक्षक को... Hindi · कविता 1 390 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read हिंदी हिंदी -------- अभिव्यक्ति का माध्यम खासा, यह न केवल है एक भाषा। महारानी मस्तक की बिंदी, वैसे प्यारी अपनी हिंदी। देवनागरी लिपि में आई है, संस्कृत की कोख से जायी... Hindi · कविता 1 407 Share Satish Srijan 11 Jan 2023 · 1 min read कठपुतली की क्या औकात मिट्टी सुतली उसकी जात, कठपुतली की क्या औकात। पल दो पल भर रहती गात, कठपुतली की क्या औकात। मालिक डोर घुमाए जैसे, पुतली नाच दिखाए वैसे। पराधीन किसी और हाथ... Hindi · कविता 1 194 Share Satish Srijan 10 Jan 2023 · 1 min read सकठ गणेश चतुर्थी माघ कृष्ण की चतुर्थी जिसके देव गणेश, सकठ चौथ कहते इसे, यह दिन बड़ा विशेष । पुत्रवती जननी सभी रखती हैं उपवास । सुतगण सब दीर्घायु हो, यही कामना आश।... Hindi · कविता 1 124 Share Satish Srijan 11 Jan 2023 · 1 min read मिजाज ए फ़क़ीर मौज में रहता खिजां में भी इश्क़ रब से हो जाए गर, मिजाज ए फ़क़ीर को न दरकार है बहारों की। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi 1 98 Share Satish Srijan 11 Jan 2023 · 1 min read ख्वाहिशों ठहरो जरा ख्वाहिशों ठहरो जरा गिन लूं अपनी साँसों को, हुई हैं खर्च कहाँ घाटा या मुनाफे में। -सतीश सृजन, लखनऊ Hindi 1 138 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read पुराने सिक्के बचपन के खजाने है, ये सिक्के पुराने है। गुजरे हुए जमाने हैं, खुशियों के बहाने है। आज करोड़ों पाते है, गीजर से नहाते है। एसी कार में जाते है, तब... Hindi · कविता 1 2 345 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read हरि घर होय बसेरा रहे सन्तुलन सुख और दुख में न बनें कभी निराश। एक भरोसा एक बल एक आश विश्वास। मैं कूकुर दरबार का पट्टा गले पड़ा। मेरा ठाकुर मेरा मालिक, निश दिन... Hindi · कविता 1 141 Share Satish Srijan 13 Jan 2023 · 1 min read THE GREAT BUTTER THIEF In the KANHAA love gopiyan weep. Their devotion so much deep. Where is natvar gopiyaan peep. In the 'cheenkaa' butter is keep. Gwal Bals stolen butter, with GREAT BUTTER THIEF.... English · Poem 1 182 Share Satish Srijan 14 Jan 2023 · 1 min read कदर करो कदर करो तीन फरिश्ते इस दुनियां में, कदर करो। धरती के भगवान ये सारे, कदर करो। प्रथम फरिश्ता अपनी माता, जो जग में हमें लाती है। दूध पिलाती लोरी गाती,... Hindi · कविता 1 125 Share Satish Srijan 14 Jan 2023 · 1 min read मकर संक्रांति सूर्य शनि की राशि में जाता मिटा के सारे बैर । दान पुण्य तीर्थ करो जीवन में हो खैर । 14 जनवरी शुभ दिवस, पौष माह दे शांति। सबको मंगलकारी... Hindi · कविता 1 262 Share Satish Srijan 14 Jan 2023 · 1 min read इरादे नहीं पाक, मेरे इरादे नहीं पाक और खामियां हैं बहुत सारी, इसलिए दामन में तू समाता नहीं है। न मैं अच्छा न मेरी बंदगी अच्छी, इसलिए सिजदे में तू आता नहीं है।... Hindi 1 179 Share Satish Srijan 19 Jan 2023 · 1 min read मैं खुश हूँ बिन कार थोड़े पैसे हुए पास तब, सोचा ले लूं ब्रेज़ा। कार हो जाये अपने घर भी, ठंडा हो जाये भेजा। लेकिन पत्नी प्लाट ले लिया, चुक गया सारा पैसा। कार योजना... Hindi · कविता 1 218 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read हमार उत्तर प्रदेश यूएसए, इंग्लैंड,पैरिस जर्मनी फ्रांस या बंगलादेश । भारत देश है सबसे अच्छा, उसमें भी उत्तर प्रदेश। इस प्रदेश की शान निराली, सकल भूमि पर है हरियाली। राम,कृष्ण अवतार लिया है,... Hindi · कविता 1 178 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read आज नहीं तो निश्चय कल आज नहीं तो निश्चय कल जीवन में दिन चार मिलें है, बीत रहे बन सांझ सवेरे । चाहे जो भी कर ले उनका, आज का पल बस हाथ में तेरे... Hindi · कविता 1 165 Share Satish Srijan 20 Jan 2023 · 1 min read सी डी इस विपिन रावत अगुवा बन कर तुम चले सदा, हिम्मत हिकमत से साजा थे। सरदार थे तुम सामन्त थे तुम, तुम ही सेना के राजा थे। रावत तेरा अर्थ बड़ा सा था। हर... Hindi · कविता 1 177 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read कभी खुद से भी तो बात करो कुछ खोना है कुछ पाना है, आये हैं तो एक दिन जाना है। अति गर्व भरी न औकात करो, कभी खुद से भी तो बात करो। संसार को तो है... Hindi · कविता 1 283 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read 'ण' माने कुच्छ नहीं पाठशाला में जब जाते थे, गुरुजी खुब समझाते थे। गिनती ककहरा का था ठाठ, पहली कक्षा का यही पाठ। क से कबूतर, ख से खरगोश, च से चरखा ज से... Hindi · कविता 1 2 537 Share Satish Srijan 23 Jan 2023 · 1 min read झरना झर झर झर झरता झरना, झरने का है ये कहना। चट्टानों की छाती पर चढ़, रोड़ों में भी निडर हो बढ़। बाधाओं में न रुक जाना, बहते जाना, सहते जाना,... Hindi · कविता 1 218 Share Satish Srijan 23 Jan 2023 · 1 min read मैं आजादी तुमको दूंगा, मैं आजादी तुमको दूंगा, कुछ लोग लहू मुझको दे दो। वो कहता सुनो देश वालों, संघर्ष करो दुश्मन खेदो। संघर्ष से आत्मविश्वास मिले, संघर्ष ही मनुज बनाता है। संघर्ष डगर... Hindi 1 160 Share Satish Srijan 23 Jan 2023 · 1 min read रहे टनाटन गात बर्गर मैगी पिज्जा ब्रेड से बढ़ जाएगा वेट | आतें दुर्बल होयेगी निकल आएगा पेट। निकल आएगा पेट शेप हो गड़बड़ तन का। केलोस्ट्रोल सुगर बढ़े, हानि हो जीवन का... Hindi 1 151 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read मुझे आने तो दो मुझे आने तो दो माँ! मुझमें बहता सार तेरा, तेरी कोख ही है संसार मेरा। स्नेह तेरा पाने तो दो, मुझे आने तो दो। मेरी सार्थकता का भान नहीं। पूरक... Hindi · कविता 1 112 Share Satish Srijan 25 Jan 2023 · 1 min read आब दाना चाहतों को न बढ़ा यूँ, सब्र का दामन पकड़। बेलिबास दुनिया में आये, बेलिबास हो रुखसती। क्या तुझे देगा नहीं वो, जितना होगा लाज़मी। जो परिंदों को है देता, आब... Hindi 1 289 Share Satish Srijan 25 Jan 2023 · 1 min read श्वान प्रेम इंसानों की क़दर खतम हुई, कुत्तों के जागे हैं भाग्य। मनुज बेचारा भटक रहा है दाने दाने को मोहताज। दो पैसे मिल जाएं जैसे, स्तर ऊंचा करना होता। कुछ भी... Hindi · कविता 1 220 Share Satish Srijan 26 Jan 2023 · 1 min read गोबरैला गांव की पशुशाला देखा है, जहाँ होते गइया बैला। वहाँ मिले एक कीट घूमता, काला सा गोबरैला। भँवरे जैसे आकृति इसकी, अपनी आदत से मजबूर। भूमि में खुद की बिल... Hindi · कविता 1 566 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 1 min read दार्जलिंग का एक गाँव सुकना हरियाली जहाँ करे अठखेली, पंछी कलरव करके गायें। विविधाकार झुंड कुंजर का, संध्या होते नित आ जाये। हरे भरे तृण बागानों में, शिखी सखी के संग आ जाता। पीहू पीहू... Hindi · कविता · दार्जलिंग की सुंदरता का अवलोकन 1 2 168 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 1 min read लव मैरिजvsअरेंज मैरिज ताल मेल की कमी बनी रहे, किया कहीं गर लव मैरिज। रोज रोज बिगड़ी रहे यूँ, ज्यों खड़ी रहे गाड़ी गैरेज। ठनी रहे, तनी रहे, अड़ी रहे ,लड़ी रहे ।... Hindi · कविता 1 186 Share Satish Srijan 30 Jan 2023 · 1 min read नशा कोई न कोई नशा, सबके हृदय में बसा। गांजा या भांग हो, या अफीम की मांग हो। शराब की अपनी अदा है, वो क्या जाने जो इससे जुदा है। पैसा... Hindi · कविता 1 144 Share Satish Srijan 30 Jan 2023 · 1 min read अच्छा है तू चला गया मुझे तेरी दरकार नहीं है, तिनका भर एतबार नहीं है। यद्यपि कोई तकरार नहीं है, फिर भी तुझसे प्यार नहीं है। वक्त के हांथों मला गया, अच्छा है तू चला... Hindi · कविता 1 157 Share Satish Srijan 31 Jan 2023 · 1 min read हे देश मेरे महबूब है तू, हे देश मेरे महबूब है तू, तुझसे ही इश्क़ लगाया है। तेरी खातिर कितनी बार लड़ा, सरहद पर लहू बहाया है। नदियों पर्वत से है प्यार मुझे, वन लगते जिगरी... Hindi · कविता 1 236 Share Satish Srijan 4 Feb 2023 · 1 min read नादान बनों बनना है तो नींव की ईंट बनो, न बनो कभी ईंट कंगूरे की। करना यदि प्रीत करो हरि से, न करो कभी प्रीत असत जग की। यदि पाना है ज्ञान... Hindi 1 220 Share Satish Srijan 2 Feb 2023 · 1 min read साहब कहता वेट घटाओ मोटे सिपाही की व्यथा वजन बढ़ा जिसका भी सुन लो, दौड़ो टहलो जिम में जाओ। पी टी करो गेम को खेलो, योग करो या ध्यान लगाओ। जो करना है करो... Hindi 1 164 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read ठग कदम कदम जीवन के प्रति पग, छल करते मिल जाते हैं ठग। जग आये तो मन था कोरा, कुछ भी न था तोरा मोरा। पहली ठगी किया पलना लोरी, माता... Hindi · कविता 1 89 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read एक आश विश्वास रहे सन्तुलन सुख और दुख में न बनें कभी निराश। एक भरोसा एक बल एक आश विश्वास। मैं कूकुर दरबार का पट्टा गले पड़ा। मेरा ठाकुर मेरा मालिक, निश दिन... Hindi · कविता 1 143 Share Satish Srijan 2 Feb 2023 · 1 min read Bieng a father, (A poem for my duoghter) Listen doughter Moral charter, Even may eat leave or wood, But dont take Non veg food. Alcohal,beer,wine Very bad, not fine. Should be these absent,... English · Poem 1 372 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read फ़र्ज़ पर अधिकार तेरा, फ़र्ज़ पर अधिकार तेरा, है नतीजा रब के पास। वो करेगा काम अपना, तू बस अपना काम कर। हो गरीबी या रईसी, शुक्र कर हर हाल में। है नशीबों की... Hindi 1 147 Share Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read पेशावर की मस्जिद में मस्जिद में आबेदीन तमाम, फिदायीन हमले के वक्त। सुर्ख हुई ज़मीं सारी, कुछ घायल कुछ मर गये। पेशावर की मस्जिद में तो, कोई भी न गैर था। कौम इक थी... Hindi 1 140 Share Satish Srijan 3 Feb 2023 · 1 min read शुक्र है मौला शुक्र मौला तेरा, करतब नहीं आता मुझको। सुना है तेरे दर पे कमअक्लों की कदर है ज्यादा। सतीश सृजन Hindi 1 188 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read क्षमा एक तुला है दूसरे की गलती, मन से देता भुला है। शांत चित्त रहता, प्रतिशोध में न घुला है। कुछ और नहीं, क्षमा एक तुला है। ईश्वर की किताब में, सब लिखा हिसाब... Hindi · कविता 1 212 Share Satish Srijan 4 Feb 2023 · 1 min read पापा पापा मेरी आस है तू, क्यों इतना उदास है तू। पापा चाहे कैसा हो, रंक या राजा जैसा हो। हर पापा का सम अभिनन्दन, हरि के जैसा होता बन्दन। समय... Hindi · कविता 1 192 Share Satish Srijan 5 Feb 2023 · 1 min read मेरे गीत जामाना गायेगा मेरा अस्त्तित्व तेरे कारण, मैं तेरी ही परछांई हूँ। पुष्पलता तेरे उपवन की, बन कर के मैं आई हूँ। मैं डैडी की नाज़ हूँ, उनकी ही आवाज हूँ। दूध पिला... Hindi · कविता · बेटी के लिये चंद पंक्तियां 1 1 242 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read बन नेक बन्दे रब के बन नेक बन्दे रब के सिफत उसी के गा। इंसान बन इंसान के हरदम तू काम आ। मौला के घर में एक ही सिक्के का है चलन । इबादत की... Quote Writer 1 313 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read काशी में नहीं है वो, काशी में नहीं है वो, न ही है मदीने में। दामन है पाक साफ तो, मिले हर एक सीने में। मालिक के महल में अगर, होना तुझे दाखिल। नेकी का... Quote Writer 1 295 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read महफ़िल से जाम से महफ़िल से जाम से कभी करना न तू जुदा, साकी रहे सलामत, सलामत हो मैकदा। उम्र ए तमाम गुजरे किसी रिन्द के मानिन्द। अदना को दिखता पीकर हर जर्रे में... Quote Writer 1 195 Share Satish Srijan 6 Feb 2023 · 1 min read जीने की तमन्ना में जीने की तमन्ना में पी लेना कहाँ तक मुनासिब। सम्भलने के लिए लड़खड़ाना जरूरी तो नहीं। सतीश सृजन Hindi · Quote Writer 1 239 Share Satish Srijan 7 Feb 2023 · 1 min read तूफां से लड़ता वही तूफां से लड़ता वही जिसे मुश्किलों का शौक़ है । डाल मत दरिया में किश्ती गर डूबने ख़ौफ है। -सतीश सृजन Quote Writer 1 324 Share Previous Page 2 Next