Satish Srijan Tag: कविता 241 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Satish Srijan 28 Jan 2024 · 1 min read मेरी कविताएं पढ़ लेना फिक्र सताए हो अशांत मन, अपने थोड़े पल कढ़ लेना। जब सुकून की ख़्वाहिश हो तब, मेरी कविताएं पढ़ लेना। गीत में मेरे राग मिलेगा, थोड़ा सा अनुराग मिलेगा। कुछ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 174 Share Satish Srijan 28 Jan 2024 · 2 min read सजनी पढ़ लो गीत मिलन के अक्सर आकर दस्तक देती यादें अपने बचपन की, सजनी पढ़ लो गीत मिलन के कसमें तुमको यौवन की । मेरे संग तुम होते थे तो दिन खुशियों में गाता था,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 141 Share Satish Srijan 24 Jan 2024 · 1 min read तेरे जन्म दिवस पर सजनी घड़ी-घड़ी हर घड़ी तुम्हारी, धन वैभव सुख लाये। मन में जो अभिलाषा उपजे, जीवन में सब पाये। हर रातें हो पूनम जैसी, दिन हो ज्यों मधुमास। अपनो सपनों का संग... Hindi · कविता · जन्मदिन विशेष 217 Share Satish Srijan 23 Jan 2024 · 1 min read सौदागर हूँ सौदागर हूँ तुलसी सुर कबीर विधा को, करता नित्य उजागर हूँ। स्वर व्यंजन का व्यापारी हूँ, मैं शब्दों का सौदागर हूँ। स्वर सुरा सुराही पैमाना, व्यंजन मेरी मधुशाला है। साकी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 178 Share Satish Srijan 23 Jan 2024 · 1 min read चल अंदर चल अंदर सूरज बाहर,तारे बाहर, पवन अगन जल चंदा बाहर। महल अटारी, नौकर चाकर, धन और दौलत का धंधा बाहर। बप्पा बाहर अम्मा बाहर, नाना नानी मम्मा बाहर। बेटी बेटा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 132 Share Satish Srijan 23 Jan 2024 · 1 min read सृजन तेरी कवितायें जो तू लिखता, किसके मन को भाती हैं। सृजन तेरी कविताएं क्या क्या गाती हैं। हंसी ठिठोली करती हैं क्या? पायल छम छम करती है क्या? सुत संग जननी की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 214 Share Satish Srijan 23 Jan 2024 · 1 min read गुमनाम रहने दो मुझे। हूँ मिजाजी सूफियाना, एक्दम सच कहता तुझे। नामवर बनना नहीं, गुमनाम रहने दो मुझे। दिल में ख़्वाहिश न रही अब, मेरे भी चर्चे बने। इश्तहारी के लिए बेनाम के पर्चे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 183 Share Satish Srijan 23 Jan 2024 · 1 min read विजय या मन की हार विजय या मन की हार एक विजेता होता सदैव, समाधान का अंग। निर्बल मन हारे मानव में दुविधा चलती संग। सफल मनुज रखता है युक्ति, उलझन में भी सुलझन की।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 108 Share Satish Srijan 23 Jan 2024 · 1 min read यायावर यायावर अभिलाषा रहती है मन में, दुनिया भर में मैं जाऊं। यायावरी स्वभाव हमारा, एक जगह न रह पाऊं। कभी समंदर के साहिल पर, कभी विपिन में मैं होता हूँ।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 114 Share Satish Srijan 23 Jan 2024 · 1 min read दशमेश के ग्यारह वचन दशमेश के ग्यारह वचन ग्यारह अनमोल वचन अमृत, आओ सँगतजी चित लायें। दशमेश पिता गोविंद गुरू, किरपा करके जो बतलायें। जीविका कमाएँ मेहनत की, उसमें दशांश का दान करें कंठस्थ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 135 Share Satish Srijan 23 Jan 2024 · 1 min read चल विजय पथ चल विजय पथ ------------------ कुशलतम प्रज्ञान है गर, सार्थक अभियान है गर, फिर कहीं रुकना नहीं तू, विघ्न में झुकना नहीं तू। अनवरत चलता रहे रथ, सफल होंगे बस यही... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 179 Share Satish Srijan 1 Jan 2024 · 1 min read नौ वर्ष(नव वर्ष) 02.01.24 (02+01+24=9 ) नौ वर्ष(नव वर्ष) एक एक के साथ में, दो को भी नौ वर्ष। एक एक के संग संग, दो को भी करो हर्ष। नव वर्ष में नौ... Hindi · कविता 152 Share Satish Srijan 24 Dec 2023 · 1 min read राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान मिट्टी पानी से वह खेले, जाड़ा गर्मी बरखा झेले। दरअसल फसल की आश है, लेकिन कृषक बहुत निराश है। होता पस्त जुताई बुवाई में, समय खपता सिंचाई निराई में। कभी... Hindi · 23 दिसम्बर · कविता · राष्ट्रीय किसान दिवस 233 Share Satish Srijan 23 Dec 2023 · 1 min read गीता जयंती गीता ऐसा ग्रन्थ है जिसे उचरा भगवान। पढ़कर सुनकर देख लो, मिले अलौकिक ज्ञान। मिले अलौकिक ज्ञान, दिशा पाओ उजियारी। मिटे तीन सन्ताप, है गीता इतनी न्यारी। हरि की शिक्षा... Hindi · कविता · गीता जयंती 264 Share Satish Srijan 16 Dec 2023 · 1 min read दशमेश पिता, गोविंद गुरु दशमेश पिता गोविंदगुरु तेरे चरणों में शत कोटि नमन। तेरे उपकार से उऋण नहीं, भारत अवनी का हर जन जन। तुम सत्यपुरुष के प्रिय पुत्र, आये थे जीवों को तारन।... Hindi · कविता · दशमेश 260 Share Satish Srijan 7 Dec 2023 · 3 min read हरमन प्यारा : सतगुरु अर्जुन देव दो मई पन्द्रह सौ तिरसठ, पंजाब धरा गोइंदवाल। गुरु रामदास माँ भानी घर, सचखंड से उतर एक लाल। सब धर्मों से था प्यार उसे, सिख पंथ का घर घर प्रचारी।... Hindi · कविता · हरमन प्यारा 1 1 306 Share Satish Srijan 18 Nov 2023 · 1 min read छठ पूजा छठ पूजा छठ की पूजा की सारी महिमा शास्त्र हमें बतलाते हैं। छठ देवी का अर्चन कर जन मनवांछित फल पाते हैं। वैदिक काल से चला आ रहा है यह... Hindi · कविता · छठ पूजा विशेष 242 Share Satish Srijan 15 Nov 2023 · 1 min read चंडीगढ़ का रॉक गार्डेन प्राणहीन चट्टानों को मुस्काते देखा। मूक राग अनकहे तराने गाते देखा। कोई अपनी प्रियसी को टहलाय रहा है। बिना हंसी के कोई बस मुस्काय रहा है। किसी का जन्म दिवस... Hindi · कविता · चंडीगढ़ विजिट विशेष 297 Share Satish Srijan 8 Nov 2023 · 1 min read करवाचौथ हे! प्यारी माताओं बहनों, पूरा अपना फर्ज करो। करवा चौथ का पूजन करके, श्री गनपत से अर्ज करो। भक्ति करो राम को सेवो, सद्गुण को अपनाओ। पति को ऊंचा दर्जा... Hindi · करवाचौथ · कविता 233 Share Satish Srijan 28 Oct 2023 · 1 min read शरद पूर्णिमा पर्व है, शरद पूर्णिमा पर्व है, जो है वरद पूर्णिमा। विष्णु जी को मनायकर, पूजिये लक्ष्मी मां। खीर बनाकर रात में, रख शशिप्रभा तले। प्रातः जो सेवन करे, व्याधि विपद सब टले।... Hindi · कविता · शरदपूर्णिमा विशेष 309 Share Satish Srijan 26 Oct 2023 · 1 min read वही पर्याप्त है वही पर्याप्त है ~~~~~~~ उलझन में दिन, अनिद्रा में रात है। क्योंकि मानव मन में, लोभ का सन्ताप है। झूठी शान में, परेशानी इंशान में। खुशी का राज छिपा, रोटी... Hindi · कविता 225 Share Satish Srijan 17 Oct 2023 · 1 min read थोड़ा थोड़ा एक दिन सब कुछ तज के जाना, अभी से थोड़ा थोड़ा छोड़। मन मर्कट भागे बेतहाशा, इसको थोड़ा थोड़ा मोड़। बचपन में खूब खेला कूदा, जीवन क्या कुछ पता नहीं।... Hindi · कविता 362 Share Satish Srijan 15 Oct 2023 · 1 min read शक्ति की देवी दुर्गे माँ शक्ति की देवी दुर्गे माँ ------------------------- हे!शक्ति की देवी दुर्गे माँ, मेरी विपदा अज्ञान हरो। स्तुति करते श्रीचरणों में, शत बार नमन स्वीकार करो। नाहर है तेरा वाहन मां, हीरा... Hindi · कविता · नवरात्रि विशेष 350 Share Satish Srijan 24 Sep 2023 · 1 min read ऑन लाइन पेमेंट पत्नी भोली न रहीं, हो गईं अब तो चंट। ऑन लाइन शॉपिंग करें, ऑन लाइन पेमेंट। ऑन लाइन पेमेंट, बजट होता है टाइट। अगर पति कुछ कह दिया, तुरत शुरू... Hindi · कविता · हास्य 274 Share Satish Srijan 20 Sep 2023 · 1 min read शमशान घाट निर्जन वन के कोने में, सब वहीं है। जमघट है, पर कोई एक नहीं है। वह तो अब अग्निमय है। प्रत्येक का इस पथ पर, चलना तय है। सन्नाटा नीरवता... Hindi · कविता 2 284 Share Satish Srijan 19 Sep 2023 · 1 min read चुल्लू भर पानी में बेशर्मी की कहानी हो उलाहने की बानी हो। अपनी बात से ठह देते हैं, और लोग कह देते हैं। लानत है ऐसी जिंदगानी में इससे अच्छा तो डूब मरो, चुल्लू... Hindi · कविता 678 Share Satish Srijan 23 Aug 2023 · 1 min read "विक्रम" उतरा चाँद पर ''विक्रम' उतरा चाँद पर, मगन है भारत देश। चार चांद लगा वतन में, गौरवान्वित परिवेश। गौरवान्वित परिवेश, 'प्रज्ञान' आएगा बाहर। परचम फहरा चाँद पर, बात हूई जग जाहिर। दुनिया जो... Hindi · कविता · विक्रम के सफल लैंडिंग विशेष 2 2 282 Share Satish Srijan 11 Aug 2023 · 1 min read तुकबन्दी, सुर लय साज में हो पाबन्दी, गीत काव्य यदि न तुकबन्दी। बात करो न खाली पीली, तुकबन्दी नहीं है मामूली। तुकबन्दी जब साज में होती, कर्णप्रिय आवाज में होती। तुकबन्दी... Hindi · कविता 1 1 283 Share Satish Srijan 27 Jul 2023 · 1 min read सेकेंड हैंड मेम सचिन फंस गया प्यार में खेल के पफ जी गेम। पाक से भाग के आ गयी, एक सेकेंड हैंड मेम। एक सेकेंड हैंड मेम, साथ लाई बच्चे दो जोड़ी। सचिन... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 1 146 Share Satish Srijan 20 Jul 2023 · 1 min read सृजन के जन्मदिन पर आज सृजन का जन्म दिन, 'विश' करे सकल मुहल्ला। इतना नहीं हुआ जन्म पर, जितना अब हो-हल्ला। बचपन में सालगिरह पर, करते केवल पूजा। बाबू लड्डू बांटते, और न उत्सव... Hindi · कविता 1 2 594 Share Satish Srijan 7 Jul 2023 · 1 min read न दिया धोखा न किया कपट, न दिया धोखा न किया कपट, न था विचार करूं छीन झपट। कभी दीनता थी कभी हीनता थी, पर कभी नहीं गमगीनता थी। कभी मला गया कभी छला गया, बस... Hindi · कविता 233 Share Satish Srijan 4 Jul 2023 · 1 min read मोहे हिंदी भाये पैंट शर्ट चश्मा टाई में, इत उत डोलूँ, बचपन में दिल करता था, अंग्रेजी बोलूं। थैंक यू,सॉरी,शटअप, व्हाट, बट, व्हाई,क्वेरी। सब देखें तारीफ करें, खुब जम कर मेरी। मर मर... Hindi · कविता 176 Share Satish Srijan 3 Jul 2023 · 1 min read गुरु कृपा सागर धरा पताल गगन में, नहीं हितु सन्त समान। मानव जन्म सफल करना तो, गुरु वचन नित मान। वेद पुराण रामायण गीता में है हरि गुणगान। दोहा छंद श्लोक चौपाई,... Hindi · कविता · गुरु पूर्णिमा विशेष 284 Share Satish Srijan 3 Jul 2023 · 1 min read गुरु महादेव रमेश गुरु है, गुरु महादेव रमेश गुरु है, ब्रह्मा व विघ्नेश गुरु है। आदिशक्ति जगदम्बा सतगुर, राम गुरु व श्याम गुरु है। आदि गुरु है अंत गुरु है, हाथी पग वत सन्त गुरु... Hindi · कविता · गुरु पूर्णिमा विशेष 318 Share Satish Srijan 2 Jul 2023 · 1 min read फितरत से बहुत दूर रिश्ते रिसते जा रहे हैं, जाने कैसे पिसते जा रहे हैं। अनपढ़ लोग संभाल कर रखते थे, आज अक्लमंदों से घिसते जा रहें हैं। सोचता हूँ कभी... अपनों से मुलाकात... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 164 Share Satish Srijan 29 Jun 2023 · 1 min read सच्ची बकरीद झूठी तस्सली में न बहना, कुछ बिगड़ जाए तो न कहना। महज दिखावा से रब नहीं मिलता, उसे पाना है तो हुकुम में रहना। इब्राहीम ने बेटे की कुर्बानी दी।... Hindi · ईद उल अजहा पर · कविता 172 Share Satish Srijan 27 Jun 2023 · 1 min read शिमले दी राहें हैं शिमले दी राहें सुहानी अनोखी, पहाड़ों की रानी को जा करके देखी। डगर कहीं सीधी कहीं थी मरोड़ी घिरी बादलों से हरित शाल ओढ़ी। वो कुफरी की मस्ती, और... Hindi · कविता · शिमला विजिट 1 2 184 Share Satish Srijan 23 Jun 2023 · 1 min read डीजल पेट्रोल का महत्व डीजल पेट्रोल का महत्व दिल्ली जाओ मुम्बई जाओ या जाओ कश्मीर, सारे वाहन तभी चलेंगें जब मिले इराक का नीर। डीजल पेट्रोल न हो तो सब वाहन बेकार, इसके बल... Hindi · कविता 379 Share Satish Srijan 19 Jun 2023 · 1 min read प्रेम विवाह करने वालों को सलाह प्रेम विवाह करने वालों को सलाह रहना अटल विचार से अपने, यह परिणय अवसाद हरे। तुम दोनों में प्यार हो ऐसा, घर समाज तुम्हें याद करे। निज इच्छा से संगी... Hindi · कविता 338 Share Satish Srijan 18 Jun 2023 · 1 min read कहां गए तुम पिता दिवस पर पिता को खोजूं, लेकिन पिता का पता नहीं। एक दिन उठकर चल दिए घर से, कहाँ गए तुम बता नहीं। पिता के कारण जीवन सजता, खुशियां पल... Hindi · कविता · पिता दिवस पर 18/06/23 261 Share Satish Srijan 9 Jun 2023 · 1 min read मैंने फत्ते से कहा मैंने फत्ते से कहा क्यों करते हों डाई। उम्र पचासा हो गयी चेहरे पर है झांई। रंग रोगन से क्या बने, जब गायब आधे बाल। देह झुक गयी बीस अंश... Hindi · कविता · हास्य 408 Share Satish Srijan 9 Jun 2023 · 1 min read जन्मदिन की शुभकामना सुख शांति मिले मुख कांति मिले, आरोग्य कीर्ति धन मान मिले। सद्कर्मों में जीवन बीते, सन्तों का निश दिन ज्ञान मिले। तेरा जन्म दिवस खुशियां लाये, आगे का पथ हो... Hindi · कविता · जन्मदिन शुभकामना विशेष 213 Share Satish Srijan 7 Jun 2023 · 1 min read अपराह्न का अंशुमान कभी था प्रभात का बाल सूर्य, लालिमा रश्मि कोमल सुंदर। धीरे धीरे चढ़ता ही गया, प्रकाश उदित अतिशय अंदर। यौवन पल में परिपूरित था निदाघ में मेरे वेग प्रबल। मध्याह्न... Hindi · कविता 1 316 Share Satish Srijan 5 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण दिवस पवन, अरण्य जल, विरवे, सागर नदी व ध्वनि का तरंग। सकल धरा पर जो कुछ निर्मित, पर्यावरण का अंग। एक दूजे के पूरक है ये, सब हैं बहुत जरूरी। अगर... Hindi · कविता · पर्यावरण दिवस विशेष 452 Share Satish Srijan 4 Jun 2023 · 1 min read उसकी दोस्ती में मित्रता तो पूर्णिमा है न कि अमावस है। मित्रता बसन्त,शरद, सावन का पावस है। कोमल मनुहार है, प्रेम की पुकार है। मित्र न हो जीवन में, नहीं पन साकार है।... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कविता 1 2 199 Share Satish Srijan 26 May 2023 · 1 min read दाना दाना ----- माना दाना छोटा होता, बिन दाना नहीं दाना। बरगद पीपल पाकड़ महुआ, जन्म देत एक दाना। तना डाल पत्ते जड़ कलियां, फूल फली फिर दाना। लम्बा गोल लघु... Poetry Writing Challenge · कविता 396 Share Satish Srijan 25 May 2023 · 1 min read ले चल मुझे उस पार यहां बहुत दिन खोजा लेकिन, नहीं दिखता कहीं प्यार। जिज्ञासा मेरे मन में जागी, देखूँ वह संसार। रे नाविक ले चल मुझे उस पार। यहां लोग कहते तो कुछ हैं,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 401 Share Satish Srijan 25 May 2023 · 1 min read मां के आँचल में बड़े हो गए नहीं है शिशुपन, सोचकर ऐसा न घबराना। मन अधीर कभी जब हो जाये, मां के आँचल में छिप जाना। अपना सिर माँ की गोदी में, रख कर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 254 Share Satish Srijan 16 May 2023 · 1 min read बिंदी बिंदी ------- सजनी माथे पर जब धारे, पिय प्रेम और श्रृंगार बने। रंगरेज बिखेरे कपड़े पर, चुनर का रूप संवार बने। अति सूक्ष्म रूप औकात वृहद, समुचित स्थल पर भार... Poetry Writing Challenge · कविता 156 Share Satish Srijan 14 May 2023 · 1 min read तू होती तो * मां तेरी पहचान कहां अब, तेरे पग का निशान कहां अब। स्वर्ग गमन की बलि वेदी पर मली गयी, बिना बताए तू उस दिन मां चली गयी। आँचल की... Poetry Writing Challenge · कविता 412 Share Previous Page 2 Next