Shobhit Ranjan 74 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Shobhit Ranjan 14 Mar 2020 · 1 min read जीवन जिसको मन अपना ना सके उसको भी अपनाना पड़ता है, जीवन की पटरी पर चलने की खातिर साथ निभाना पड़ता है। दर्द भरे हो जीवन में फिर भी, हर्ष दिखाना... Hindi · कविता 3 3 290 Share Shobhit Ranjan 13 Mar 2020 · 1 min read टूटा दर्द। तेरे आने से पहले तेरी आहट जान जाते थे, तू एक ऐसा सक्स था जिसके सारे बात हम मान जाते थे। खुदा ने क्या कारनामा दिखाया था मुझ पर, एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 448 Share Shobhit Ranjan 25 Feb 2020 · 1 min read हकीक़त अच्छा। तुम्हारे सहर का दस्तूर बदल गए हैं, तभी, वो हमारे प्यारे हमसे दूर हो गए हैं। दूरियों ने दूर कर दी हम दोनों की सेकायते, आंसू भी मिल कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 261 Share Shobhit Ranjan 27 Jan 2020 · 1 min read देश कहां तो तय था घर हर एक सर के लिए, यहां तो घर मयस्सर नहीं बेघर के लिए। यहां गरीबों को नहीं रोटी-मकान मिलता है, यहां मयस्सर है रोटी सिर्फ़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 619 Share Shobhit Ranjan 25 Jan 2020 · 1 min read मैं जिसे गाता-गुनगुनाता हूं मैं जिसे गाता-गुनगुनाता हूं, उस हसीना से आपको मिलाता हूं। कत्थई सी हैं आंखे उनकी , मैं अक्सर उसी में घुल सा जाता हूं। तू किसी समंदर से बहती जाती... Hindi · गीत 3 1 212 Share Shobhit Ranjan 7 Jan 2020 · 1 min read रोए थे। मिलने की चाहत में दिल खोल कर रोए थे, हम भी किसी के बदले लहजे को याद करके रोए थे। मिले उनसे जब भी गम छुपा लिया हमने, बैठकर तन्हाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 211 Share Shobhit Ranjan 27 Dec 2019 · 1 min read मेरी सोच - मेरी ताकत उदासी शाम है, आसमान कितना शांत बैठा है, दिल टूटा परिंदा शाम की पुल पर खामोश बैठा है। मैं अगर मर जाऊं, मुझे जलाना मत, मेरे अंदर ना जलने का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 356 Share Shobhit Ranjan 19 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल साथी कुछ पल साथ चलो तुम, कुछ दूर तलक तो चलना है, तुम तो अभी ही थक गए हो, मुझको तो नया इतिहास गड़ना है। जिंदगी मिली है दो पल... Hindi · कविता 2 2 265 Share Shobhit Ranjan 8 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल अगर यकी नहीं आता तो आजमाओ मुझे, अरे, सच में अंदर से टूट गया हूं, तू कहे तो बिखर कर दिखाऊं तुझे। अजब आग है दिन-रात जलती है लोगों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 237 Share Shobhit Ranjan 4 Dec 2019 · 1 min read शायरी सामने बैठो तो बातें ना किया करते हैं, दीवारों को तरफ मुंह मोड़ लिया करते हैं, और फिर अगर दूसरों से बातें करो तो, उस पर भी अक्सर हमने ताने... Hindi · मुक्तक 2 413 Share Shobhit Ranjan 30 Nov 2019 · 1 min read शायरी नए किरदार में ढल गया हूं, बीती गलतियां नहीं दोहराऊंगा, और, जो कहते है तुम कुछ नहीं कर सकते, वक़्त आने पर उनको भी उनकी औकात दिखाऊंगा Hindi · मुक्तक 4 233 Share Shobhit Ranjan 27 Nov 2019 · 1 min read ज़िन्दगी। खुद को ही कश्ती खुद को पतवार बना डाला, मैंने अपनी मां को ही अपना संसार बना डाला। दोसी होगा कोई और उसके कत्ल का, उसने खुद को ही खुद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 218 Share Shobhit Ranjan 25 Nov 2019 · 1 min read ग़ज़ल हसने के बहाने से ही रोएं आंखे, मगर आंसू पोछने को पास में एक रुमाल तो रक्खा जाए। घर के मंदिर में रक्खो भगवान की मूरत तुम, मगर दिल के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 392 Share Shobhit Ranjan 24 Nov 2019 · 1 min read मां दुश्मन घबरा गए हमरी कामयाबी पर, जो जाते हुए उन्हें मेरी हार दिख गई, और, मार दूंगा हर एक सक्श को मैं, अगर बेबस उसके होते हुए मुझे उसकी मां... Hindi · मुक्तक 3 233 Share Shobhit Ranjan 20 Nov 2019 · 1 min read सायरी ये नया वक़्त, दौर बनने लगा, धूप छट्टे ही आसमां सोर करने लगा, और, हौंसला इन जीनों का तो देखिए जनाब, चंद पैसे आते ही अपने आकाओं को दूर करने... Hindi · मुक्तक 2 445 Share Shobhit Ranjan 17 Nov 2019 · 1 min read शायरी समंदर की गहराई से मोती धुंड लाओ, सायारो के शेर की गहराई धुंड लाओ, और क्या कहते रहते तुम मेरे बारे में आक्सर, जाओ बाज़ार वहां से पहले तुम अपना... Hindi · मुक्तक 2 490 Share Shobhit Ranjan 16 Nov 2019 · 1 min read मां घर की वीरानी को, वो औरत दूर कर देगी, अरे, मां को घर तो ला, वो मका को घर कर देगी। Hindi · मुक्तक 2 547 Share Shobhit Ranjan 13 Nov 2019 · 1 min read मां जिसकी ओढ़नी ओढ़ कर सोया करते थे, जिसकी जिंदगी के कारण हम जिया करते थे, प्यार क्या है उसने मुझे बताया, उस खुदा के फरिश्ते को हम मां कह के... Hindi · मुक्तक 2 278 Share Shobhit Ranjan 10 Nov 2019 · 1 min read देश प्यार करना है तो वतन से करो, सनम में क्या रक्खा है, अलग ही करना है तो अपने दुश्मनी को करो, कश्मीर में क्या रक्खा है, निकाल कर फैंक दो... Hindi · मुक्तक 2 238 Share Shobhit Ranjan 9 Nov 2019 · 1 min read शायरी हर शाम परिंदों को चह-चहाते देखा है, मैंने लोगों को पैसे के लिए जान लुटाते देखा है, फिर कहां किसी को मोहब्बत की तस्वीर अच्छी लगी, जिसने भी मां को... Hindi · मुक्तक 2 252 Share Shobhit Ranjan 8 Nov 2019 · 1 min read मैं और तेरी सोच। जूते फटे पहनकर ऊपर कभी चढ़े थे, जरूरते हमारी हरदम इच्छाओं से परे थे। काम लेने से पहले हमने दाम न पूछ पाया, सोच हमारी हर दम तुम्हारी औकात से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 271 Share Shobhit Ranjan 7 Nov 2019 · 1 min read ग़ज़ल मैं हिंदू हूं मगर कुरान लिखता हूं, तुम लड़ते हो चलो, मैं तुम्हारे लड़ाई की दास्तान लिखता हूं, क्या फर्क है अपने अंदर उसे ढूंढो तुम, मैं तुम्हारे मौत का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 253 Share Shobhit Ranjan 6 Nov 2019 · 1 min read मां प्यार, यार, वादे, इरादे सब छुट जाएंगे, और आसमान, सूरज, चांद, सितारों से क्या सिकायात करू, मेरे बाद तो मुझे मेरे अपने है भूल जाएंगे, और ज़िन्दगी ने बदल दिए... Hindi · मुक्तक 2 457 Share Shobhit Ranjan 5 Nov 2019 · 1 min read मैं क्या चाहता हूं। ना मैं हुस्न की अंजुमन चाहता हूं, ना मैं धन दौलत,ना दुल्हन चाहता हूं, ना मैं चांद जैसा बदन चाहता हूं, ना मैं रोशनी की समा चाहता हूं, ना दोस्ती,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 254 Share Previous Page 2