Shobha Yadav 150 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shobha Yadav 18 Nov 2022 · 4 min read रेजांगला युद्ध #_रेजांगला_यादव_शौर्य_दिवस #18_नवम्बर_को_रेजांग_ला_दिवस_पर_कुछ_शब्द भारत भूमि सदा वीर यदुवंशियों के संरक्षण में गौरवान्वित रही है. यहाँ समय-समय पर एक-से-एक वीर पैदा होते रहे हैं जिन्होंने अपने साहस, बलिदान और वीरता के बल... Hindi 1 169 Share Shobha Yadav 6 Sep 2022 · 1 min read सिक्का सिक्का दोनों का होता है हेड का भी ओर टेल का भी पर वक़्त उसी का आता है जो पलट कर ऊपर आता है | Hindi 284 Share Shobha Yadav 29 Jun 2022 · 1 min read मानवता मानव को मार कर धर्म की रक्षा करने से बेहतर है, धर्म को मार कर मानव की रक्षा करें क्योंकि मानवता हीं सबसे बड़ा धर्म है! शोभा यादव BMP Hindi 127 Share Shobha Yadav 25 Jul 2021 · 2 min read नारीशक्ति कि मिशाल फूलन देवी आज मैं #किसानपुत्री_शोभा_यादव बात करूँगी एक साधारण नारी की जो बाद मे डकैत, सासंद , चंबल कि रानी ,और महिलाओं कि मिशाल बनी। सबसे पहले आज उस बिरंगाना को कोटि-कोटि... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 5 2 500 Share Shobha Yadav 15 Jul 2021 · 1 min read मेरे इश्क़ पर न उठायें दुनिया उँगली मेरे अशआर नापसंद हो जाये इससे तो न लिखना ही अच्छा है दामन पर एकादा लग जाने दो दाग़ इश्क़ में दाग़ अच्छा है सुना था मोहब्बत में इंसान पाता... Hindi · कविता 2 1 231 Share Shobha Yadav 20 Jun 2021 · 1 min read कभी अभिमान तो कभी स्वाभिमान हैं पिता “कभी अभिमान तो कभी स्वाभिमान है पिता कभी धरती तो कभी आसमान है पिता जन्म दिया है अगर माँ ने जानेगा जिससे जग वो पहचान है पिता….” “कभी कंधे पे... Hindi · कविता 5 3 1k Share Shobha Yadav 14 Jun 2021 · 1 min read जीवन है जी लो न माना मन में मायूसियों का डेरा है माना हर ओर छाया अंधेरा है चोखट पर लटके तालों को मन के भीतर लटके जालों को जाने दो नं जीवन है जी... Hindi · कविता 2 1 421 Share Shobha Yadav 13 Jun 2021 · 1 min read बरसात बरसात के दिन आए सबके खेत पटाए -1 तपती धूप छन भर में जाए फिर लौटाऐ -2 सबके साथ खेले आँख मिचौली इ बरसात -3 पेड़ों की डाली खूब झूमके... Hindi · हाइकु 359 Share Shobha Yadav 9 Jun 2021 · 1 min read वट सावित्री पूजा . संपूर्ण भारतवर्ष में विवाहित महिलाओं द्वारा अपने सुहाग की लंबी आयु को मद्देनजर रखते हुए वट सावित्री पूजा को पूर्ण श्रद्धा एवं विश्वास के साथ आयोजित किया जाता है... Hindi · लेख 1 1 390 Share Shobha Yadav 5 Jun 2021 · 1 min read मेरा हिसाब कर दे ए जिंदगी चल आज मेरा हिसाब कर दे कितना कमाया और गवाया कितना तैयार तू आज सारे कागजात कर दे ले आ एक तराजू तोल दोनों पलडो में कुछ वजन... Hindi · कविता 2 346 Share Shobha Yadav 15 May 2021 · 1 min read सांस टूट रही थी और अस्पताल दूर था सांस टूट रही थी और अस्पताल दूर था हम मर गए, इसमें भी हमारा क़सूर था मिल न पाई दवा, और ब्लैक में थी हवा आप बदनाम हों, ये इरादा... Hindi · कविता 4 329 Share Shobha Yadav 14 May 2021 · 1 min read भगवान परशुराम परशुराम त्रेता युग में एक ब्राह्मण ऋषि के यहां जन्मे थे। जो विष्णु के छठा अवतार है। पौरोणिक वृत्तान्तों के अनुसार उनका जन्म महर्षि भृगु के पुत्र महर्षि जमदग्नि द्वारा... Hindi · लेख 2 417 Share Shobha Yadav 13 May 2021 · 1 min read कातिल बिमारी पूरी क़ायनात में एक कातिल बीमारी की हवा हो गई, वक़्त ने कैसा सितम ढा़या कि दूरियाँ ही दवा हो गई Hindi · दोहा 2 291 Share Shobha Yadav 13 May 2021 · 1 min read हँसना हँसना-मुस्कुराना. बित गए वो दिन जब हँसना आम था, ढूंढते थे बहाना, फिर हँसना और हँसाना वक्त बदला, जिसे बदलना ही है पर वक्त के साथ इंसान और मानसिकता भी... Hindi · कविता 1 272 Share Shobha Yadav 10 May 2021 · 1 min read ये प्रश्न किसका है अख़बार पढ़ते हुए सोचती हूँ - " कितने मरे ? " ये प्रश्न गणित का है या मानवता का। ये प्रश्न है हमारी खोखली तरक्की का। ये प्रश्न है सरकारों... Hindi · कविता 1 271 Share Shobha Yadav 9 May 2021 · 1 min read मां बच्चों कि दीवानी मां मैं क्या लिखूँ खुद से आपके के लिए आपको दीवानी लिखूँ या भगवान पाला है जिस तरह से क्या भीगा विस्तर लिखूँ माथ का टीका लिखूँ याआंख का काजल... Hindi · कविता 1 254 Share Shobha Yadav 9 May 2021 · 1 min read मां का प्यार तुम एक गहरी छाव है अगर तो जिंदगी धूप है माँ धरा पर कब कहां तुझसा कोई स्वरूप है माँ अगर ईश्वर कहीं पर है उसे देखा कहां किसने धरा... Hindi · कविता 1 286 Share Shobha Yadav 6 May 2021 · 1 min read ये कैसा आभास है मेरे घर पर कोई आता जाता नही दहलीज़ पर कोई शोर मचाता नही ये कैसा आभास है मेरे घर की घण्टी उदास है।। बच्चें खेल नहीं पाते ये उधम नही... Hindi · कविता 1 228 Share Shobha Yadav 5 May 2021 · 1 min read एक अलग पहचान बनाने निकले हैं। हम खुद को इंसान बनाने निकले हैं। एक अलग पहचान बनाने निकले हैं। हर मुश्किल आसान बनाने निकले हैं। तुम्हें बग़ावत लगे बग़ावत समझो तुम, हम खुद को इंसान बनाने... Hindi · कविता 3 593 Share Shobha Yadav 5 May 2021 · 1 min read नारीशक्ति .बिजली चमकती है, तो आकाश बदल देती है। आंधी उठती है, तो दिन रात बदल देती है। जब गरजती है नारी शक्ति , तो इतिहास बदल देती हैं.। Hindi · तेवरी 823 Share Shobha Yadav 5 May 2021 · 1 min read जीवन की चिंता है विकट ये प्रश्न हमारा अपने आप से करती हूँ , जीवन के खाली जगहों को बेवजह ही भरती रहती हूँ । जीवन किसका कितना होगा अपना भी तो ज्ञात... Hindi · कविता 1 1 545 Share Shobha Yadav 5 May 2021 · 1 min read खुनी है अस्पताल समुद्र मन्थन सा लग रहा है कोरोना काल इतना विष निकल रहा है धरा भी है लाल बस्ती बीरान है सड़के सुनी है सभ्यतायें बंधक है और अस्पताल खुनी है... Hindi · कविता 2 453 Share Shobha Yadav 4 May 2021 · 1 min read चेहरे बदल गए हैं हम कैद में हैं अब भी, बस पहरे बदल गए हैं बस जुल्म करने वाले चेहरे बदल गए हैं अब तक हमारी चीखों की दास्तां वही है हम अनसुने है,... Hindi · शेर 1 289 Share Shobha Yadav 4 May 2021 · 1 min read वो एक मजदूर है चिलचिलाती धूप भी जिसकी आंखों में झांक नहीं पाती , वो एक मजदूर है जिसके हिस्से में कभी छांव नहीं आती , वो थकता है , सांस लेता है ,... Hindi · कविता 1 265 Share Shobha Yadav 4 May 2021 · 1 min read नाराज़ है कलम नाराज़ है कलम, और ये हाथ भी नाराज़ है, अल्फ़ाज़ भी हैं रूठे से, काग़ज़ का भी बिगड़ा मिजाज़ है, दौर है ये कश्मकश का, मुठ्ठी भर कीमत और ख्वाहिशों... Hindi · कविता 1 373 Share Shobha Yadav 4 May 2021 · 1 min read वक्त है ,गुजर जाएगा वक्त है, गुज़र जायेगा! माना गर्दिश में सितारे हैं, और हम सब ख़ुद से हारे हैं, हम टूट चुके हालातों से, एक वब़ा के ज़ख़्म के मारे हैं, कितनी जाने... Hindi · कविता 3 278 Share Shobha Yadav 4 May 2021 · 1 min read आँखों में कुछ- कुछ मेरी आँखों में कुछ कुछ सुरमई सा लग गया है तेरी आँखों में मैंने कुछ,ज़्यादा गहरा देख लिय. Hindi · शेर 1 255 Share Shobha Yadav 2 May 2021 · 2 min read बंगाल चुनाव 2021 प. बंगाल में केन्द्र की नफ़रत की राजनीति को हराने वाली जागरुक जनता, जुझारू सुश्री ममता बनर्जी जी व टीएमसी के समर्पित नेताओं व कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई! ये विपक्षियों... Hindi · लेख 1 401 Share Shobha Yadav 1 May 2021 · 1 min read मानवता का खून महामारी का ये दौर जल्द ही बीत जाएगा। लेकिन लूटने वालों को हमेशा याद रखा जाएगा। चंद पैसों के लिए मानवता का खून न करें। हराम और लूट कर की... Hindi · मुक्तक 1 414 Share Shobha Yadav 1 May 2021 · 1 min read गुरु तेगबहादुर आज गुरुतेगबहादुर के प्रकाश चार सौ वर्ष पूर्ण हो रहे है ।औरंगजेब मुगल बादशाह ने गुरुतेगबहादुर के भाई मतिदास को आरे से चीरवा दिया उनके भाई दियाला को खौलते तेल... Hindi · लेख 1 435 Share Shobha Yadav 1 May 2021 · 3 min read मुल्क के मुक़द्दर संवारते मज़दूर मुल्क के मुक़द्दर संवारते मज़दूर प्रणाम। भारत के हरियाणा प्रदेश के भाटी माइन्स में काम करने वाले मज़दूर हों या बिहार के कैमूर की तपती पहाड़ी के नीचे पत्थर काटने... Hindi · लेख 1 276 Share Shobha Yadav 28 Apr 2021 · 1 min read मंजिल से पहले "जिसपे तेरा इख़्तियार ना हो उसे जाने दे, जो हो सकता है खुद से, वो हो जाने दे, रवायतें है उदासी की,उससे दूर चला चल, मंजिल से पहले इरादों को... Hindi · शेर 1 266 Share Shobha Yadav 28 Apr 2021 · 1 min read थके नहीं हैं थके नहीं हैं, न हारे हैं. हम योद्धा हैं, बेचारे नहीं हैं. वक़्त का क्या, हर पल बदले; साँसें जब तक, आस तभी तक छट जाएगा अंधेरा आएगा उजियारा मानवता... Hindi · मुक्तक 1 451 Share Shobha Yadav 28 Apr 2021 · 1 min read कुदरत "कुदरत" तेरा रूठना भी जरूरी था! इंसान का तक़ब्बुर टूटना भी जरूरी था! हर कोई खुद को खुदा समझ बैठा था ! ये शक दूर होना भी जरुरी था !. Hindi · शेर 1 348 Share Shobha Yadav 28 Apr 2021 · 1 min read महामारी पर चंद सवाल इधर शव जल रहे थे उधर भाषण चल रहे थे महामारी पर चंद सवाल आका को खल रहे थे नया किला जीतने के अरमान मचल रहे थे ऑक्सीजन नहीं था... Hindi · कविता 1 253 Share Shobha Yadav 27 Apr 2021 · 1 min read हनुमान दुनिया की सबसे बड़ी दवाई हनुमान ने लाई इसलिए ही हमने हनुमान तुझ पर आस लगाई श्री हनुमते नमः Hindi · दोहा 1 230 Share Shobha Yadav 27 Apr 2021 · 1 min read मिट्टी के घर धूप लगती थी मिट्टी के घर में मगर चुभती ना थी, तेरे शहर की बिल्डिङ्गों ने तो पसीने निकाल दिये।। Hindi · शेर 262 Share Shobha Yadav 27 Apr 2021 · 1 min read संवेदनहीन राजा आपदा को अवसर बनाया। आंक्सीजन और दवा बिदेशों मे बेच खाया। देश की लाचार बिमार पीडित जनता को शमशान पहुंचाया। अच्छे दिन के सपने दिखाकर आंक्सीजन के लिए तड़पाया। वोटो... Hindi · कविता 2 252 Share Shobha Yadav 26 Apr 2021 · 1 min read पहचान जरूरी है हर वो ख्वाब पुरी होगी पर पहचान जरूरी होगी आपका मंज़िल हो जाएगी मेरी मंजिल अगर तुम्हारा साथ मिला सब कुछ हाँसिल हो जाएगा अगर तुम्हारा साथ मिला और कहूँ... Hindi · कविता 1 264 Share Shobha Yadav 26 Apr 2021 · 1 min read नहीं है आँक्सीजन का इंतजाम जब तक करोगे अंधभक्ति मत सोचो, भूल जाओ धंधा और काम चुनावी रैलियां होती रहेंगी सूबह शाम मगर कैंसल कर दिए जाएंगे आपके एग्जाम कहा थे आप जब किसानों को... Hindi · कविता 1 243 Share Shobha Yadav 22 Apr 2021 · 2 min read प्रधानमंत्री *माननीय प्रधानमंत्री जी वैसे तो पहले ही बहुत देर हो चुकी है, लेकिन अब और देर मत करिए सर। कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए जितने भी कठोर कदम उठाए... Hindi · लघु कथा 1 686 Share Shobha Yadav 22 Apr 2021 · 1 min read अपने संघर्ष अपने संघर्षों से तारीखों को आबाद रखेंगें, लड़ाई वो होगी जो विरोधी याद रखेंंगें..✍️ Hindi · शेर 2 246 Share Shobha Yadav 22 Apr 2021 · 1 min read लाशों का हिन्दुस्तान लाशों का हिंदुस्तान बनाओगे क्या, अपनों को अपनों से अंजान बनाओगे क्या, उम्मीदें दफ़न हो रही सारी बचने वाली, अब इस देश को शमशान बना दोगे क्या !! ऐसा मंजर... Hindi · कविता 2 382 Share Shobha Yadav 22 Apr 2021 · 1 min read सवाल सवाल ये नही की शहर के शहर जल गए सवाल ये है कि उस पागल के हाथ तीली किसने थमाई ... Hindi · शेर 2 250 Share Shobha Yadav 22 Apr 2021 · 1 min read वादी ए कश्मीर "गुमान था कि प्लाट मिलेंगे वादी-ए-कश्मीर में अनुभव ये रहा बेड तक ना नसीब हुए अपने ही शहर के अस्पताल में" Hindi · शेर 1 414 Share Shobha Yadav 20 Apr 2021 · 1 min read टूटती जा रही डोर जब साँस की हालात को समझे????? नेता नहीं है हम, स्वयं अनुसाशन अपनाए लो, जलाए सभी में ही हम आस की, टूटती जा रही डोर जब साँस की। मूंद लें आँख, पर सच... Hindi · कविता 1 199 Share Shobha Yadav 20 Apr 2021 · 1 min read हमसफर हमसफर किसी ने बड़े कमाल की बात कही है जिंदगी हम सफर के बिना कट नहीं सकती,कट सकती तो हमसफर की इतनी अहमियत नहीं होती एक छोटी सी कविता है,... Hindi · कविता 2 1 525 Share Shobha Yadav 19 Apr 2021 · 1 min read ऊँची उड़ान भरो आशा है तुम खूब तरक्की करो पंछियों से भी ऊंची उड़ान भरो । वहां जाओ जहां मैं न जा सकी वह करो जो मैं न कर सकी। तुमसे जुड़ी हम... Hindi · कविता 2 1 493 Share Shobha Yadav 13 Apr 2021 · 1 min read मां शैलपुत्री पर्वतराज हिमालय के घर बेटी एक आई दाएं हाथ में त्रिशूल बाएं हाथ में कमल लाई वृषभ है वाहन इसका इसलिए वृषारूढ़ा कहलाई प्रथम नवरात्रि पर जगत ने शैलपुत्री की... Hindi · कविता 1 291 Share Shobha Yadav 12 Apr 2021 · 1 min read गंगा गंगा गंगा स्नान भारत की रिवाज पुरानी बात -1 भारत की नदी धरा पर बहती मां कहलाती -2 पाप नाशती निर्मल गंगाजल अनगिनत -3 बहुत नाम भागीरथ, ज्हान्वी पवित्र गंगा-4... Hindi · हाइकु 1 310 Share Page 1 Next