Mugdha shiddharth Tag: ग़ज़ल/गीतिका 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mugdha shiddharth 14 Dec 2020 · 1 min read भाड़ में जाओ तुम एक ही शख्स था दिल के सोहबत में ठोकरें लगी उसी के उल्फत में क्या तकल्लुफ करुं ये कहने में भाड़ में जाओ तुम, खुद ही संभलते हैं हम खल्वत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 455 Share Mugdha shiddharth 13 Dec 2020 · 1 min read दिल की दिलजोई न करेंगे मुश्किल है मगर अब हम दिल की दिलजोई न करेंगे नमनाक आंखों से हसेंगे छुप छुप के आहें भी भरेंगे कौन रोकेगा भला अब मुझ को इस दयार में हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 251 Share Mugdha shiddharth 9 Dec 2020 · 1 min read जानाॅं तुम्हें खोजते रहना और खुद को ही खो देना बस यही इक काम अब रह गया है मेरा जानाॅं सावन के अंधे को ज्यूॅं सब हरा हरा ही दिखता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 341 Share Mugdha shiddharth 4 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक रातों के दलदल में न जाने कब मेरे नींद धंस गए हम जागते में भी तेरे ख़्वाबों के जंगल में फंसे गए जाने किस किस से कब तलक झूठ बोलेंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 428 Share Mugdha shiddharth 4 Dec 2020 · 1 min read चश्म ए नमनाक की ये तो बाजीगरी हैं चश्म ए नमनाक की ये तो बाजीगरी हैं जब भी उनके दर से लौटे है आँसू गिरी है ये दिल है मेरा ... कि है आबला ए समन्दर फूटे न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 262 Share Mugdha shiddharth 23 Oct 2020 · 1 min read गुल पत्थरों से मिल कर संगसारी करती है उड़ने का हौसला नहीं अब दीवार अच्छी लगती है जीस्त ए सफर में अब उदासी संग संग चलती है हमारे रंगीन लिबास में ही ढूंढो अब एहले खुशी ऑंखों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 197 Share Mugdha shiddharth 16 Oct 2020 · 1 min read इक जाॅं है जो बेकरार है तेरी इंतजारी में तेरी एक चुप ने टूटे हुए को और कितना तोड़ा क्या कभी जान पाएगा ? मैंने तिनका तिनका था खुद को जोड़ा बस तेरे दीदार को महफ़िल में चली आती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 191 Share Mugdha shiddharth 15 Oct 2020 · 1 min read जागी पलकों पे भी हम उसके राधे थे कितनी रातें जाग के काटी थी मैंने कितने दिन रहे मुझ पे सवाली थे कितने चांद सितारे ऑंखों से नोचे थे मैंने फिर भी दिल का आंगन खाली का खाली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 187 Share