Shashi kala vyas 601 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shashi kala vyas 6 May 2021 · 4 min read *" गर्मियों की छुट्टी में दादी / नानी के गाँव में"* *"संस्मरण"* *"गर्मी की छुट्टियां दादी/नानी के गाँव"* परीक्षा समाप्त होते ही दो महीने की लंबी छुट्टी होती हम खुशी से उछल पड़ते थे अब तो पढ़ाई से छुटकारा मिल गया... Hindi · कहानी 3 2k Share Shashi kala vyas 2 Apr 2020 · 2 min read *"रामायण का महत्व"* *रामायण का महत्व* रामायण जीवन जीने की संपूर्ण कलाओं को बुद्धि विवेक को जागृत करने की कल्याणकारी ग्रँथ है जिसमें सारे जीवन का सार छुपा हुआ है रामायण हमें धर्म... Hindi · लेख 1 3k Share Shashi kala vyas 15 Jul 2021 · 1 min read *"मेघ आये बन ठन के"* *"मेघ आये बन ठन के"* धरा ने ओढ़ ली चुनरिया दुल्हन बनके , व्योम दूल्हा बने हैं, देखो सेहरा पहन के। उमड़ घुमड़ कर बदरा छाये , चमक दामिनी चमकत... Hindi · कविता 7 8 1k Share Shashi kala vyas 24 Nov 2018 · 2 min read *** बिटिया की सगाई *** *** ॐ *** ।। श्री परमात्मने नमः ।। हमारी प्यारी सी बिटिया की हो रही सगाई बधाई ! बधाई ! बधाई ! दिन है सुहाना छेड़े तराना नये जमानो के... Hindi · कविता 5 2 1k Share Shashi kala vyas 7 Aug 2021 · 3 min read *"शिव और शक्ति "* *"शिव और शक्ति"* *चैतन्य शाश्वतं शान्तं व्योमातीत निरजंन।* *नाद बिंदु कलातीत तस्मै श्री गुरुवे नमः।।* *"नाद बिंदु"* ;- चराचर जगत में नाद स्वरूप है *बिंदु शक्ति व नाद शिव जी*... Hindi · लेख 5 2 1k Share Shashi kala vyas 11 Jun 2019 · 2 min read ***सादगी में सुंदरता *** ।। ॐ परमात्मने नमः ।। *" सादगी में ही सुंदरता " करवा चौथ के दिन महिलाएँ अपने पति परमेश्वर के लिए घर का कार्य करते हुए भूखे प्यासे निर्जला व्रत... Hindi · कहानी 1k Share Shashi kala vyas 7 Jul 2021 · 4 min read *"बुढ़ापे की लाठी"* *"बुढ़ापे की लाठी"* चौरासी लाख योनियों में जन्म मरण का चक्कर चलता ही रहता है एक आत्मा से दूसरी आत्माओं में प्रवेश करने के लिए ये मानव शरीर मिलता है।... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 5 6 1k Share Shashi kala vyas 22 Mar 2021 · 1 min read *"झूठी दुनिया झूठे लोग"* *"झूठे दुनिया झूठे लोग"* झूठी शान रहन सहन ठाठ बाठ, दिखावटी अजीब लोग। सारे रिश्ते नाते छूटे काम क्रोध लोभ क्षोभ। सामने तो मीठी बातें करते पीठ पीछे बुराई करते... Hindi · कविता 2 1 1k Share Shashi kala vyas 19 May 2021 · 1 min read *"चातक पक्षी"* *"चातक पक्षी"* स्वाति नक्षत्र की है आस , चातक पक्षी की है ये प्यास, एक बूंद को है तरसता , एकटक टकटकी निहारता , तनमन आस लगाए है। ???????? अमृत... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 4 1k Share Shashi kala vyas 4 May 2023 · 1 min read जय श्री कृष्णा राधे राधे जय श्री कृष्णा राधे राधे जब हम *प्रसन्न* है यह स्थिति *उत्तम* है परंतु यदि कोई हमारे कारण *प्रसन्न* है तो यह स्थिति *सर्वोत्तम* है...! 🌹🙏🚩✨🌟⭐ Quote Writer 1 1k Share Shashi kala vyas 7 Jan 2021 · 5 min read *"पराधीन सपनेहुँ सुख नाही"* *"पराधीन सपनेहुँ सुख नाही"* पराधीन अर्थात दूसरों पर निर्भर आश्रित रहना दूसरे पर आधीन रहकर व्यक्ति कभी सुख का आनंद नही ले सकता है।पराधीन एक अभिशाप है ,जो मनुष्य को... Hindi · लेख 2 1 1k Share Shashi kala vyas 26 Apr 2022 · 2 min read *ओ भोलेनाथ जी* "अरदास" *"अरदास"* दे दो सहारा तेरी शरण में आई ओ भोलेनाथ जी। कृपा करो दया करो हमपे ओ भोलेनाथ जी। *ओ भोलेनाथ जी शंभू नाथ जी...! !* मूरत मन मंदिर में... Hindi · कविता 3 1 1k Share Shashi kala vyas 18 Feb 2021 · 1 min read *"नमामि देवी नर्मदे "* *"नमामि देवी नर्मदे"* नमामि देवी नर्मदे हर हर कहते तुम्हें नमन। शिव के पसीने से प्रगटी हो करें आत्मचिंतन।नर्मदा जल पवित्र पावन हो जाये जब दर्शन। सुख देने वाली जलधारा... Hindi · कविता 1k Share Shashi kala vyas 3 Mar 2021 · 1 min read *"उड़ते परिंदे "* *"उड़ते परिंदे'* ?️?️?️?️?️?️?️?️ सूर्य उदित हो उजली किरणें दो परिंदे हसीन वादियों में , हौसलों की उड़ान भरते , स्वछंद आकाश की ओर अंनत यात्रा की ओर चले। *शांति दूत... Hindi · कविता 4 1 985 Share Shashi kala vyas 11 Jun 2019 · 3 min read ***दादी माँ की लाडली *** ।। ॐ परमात्मने नमः ।। *** दादी की लाडली *** जीवन सफर में संवारते पलों के साथ जीवन साथी का बिछोह बहुत ही दुखदायी होता है।अचानक से ही दुःखद घटनाओं... Hindi · कहानी 1 933 Share Shashi kala vyas 18 Sep 2019 · 6 min read ***"कर्म बंधन से मुक्तिबोध"** ***" कर्म बंधन से मुक्तिबोध "*** भागवत गीता अनंत ज्ञान का वृहद भंडार है इसे समझना बहुत ही कठिन है लेकिन भागवत गीता में कृष्ण अर्जुन संवादों को सरल भाषा... Hindi · लेख 2 928 Share Shashi kala vyas 14 Mar 2021 · 3 min read *"जियो और जीने दो"* *"जियो और जीने दो"* एक मछुआरा था जो रोज तालाब के किनारे जाकर रोजाना मछली पकड़ता और मछलियों को तालाब के किनारे पटक दिया करता था जिससे मछलियाँ मर जाती... Hindi · कहानी 1 875 Share Shashi kala vyas 27 Jul 2021 · 1 min read *"कागज की नाव"* *"कागज की नाव"* बारिश के पानी में भींगते जाते , छप छप करते पांव थिरकते , रंग बिरंगी छतरी हाथों में लेते , इधर उधर गोल घुमाते रहते। बारिश में... Hindi · कविता · बाल कविता 5 5 864 Share Shashi kala vyas 11 Jun 2019 · 2 min read ***" पापा की याद में "*** ????? ।। श्री परमात्मने नमः।। *** पापा की याद में *** यूँ तो दुनिया के सारे गम हँसकर झेल लेते हैं।दर्द कैसे बयां करूं आपके चले जाने का , हौसला... Hindi · कविता 969 Share Shashi kala vyas 25 Jul 2021 · 5 min read *"गुरु दीक्षा"* *"गुरु दीक्षा"* सुल्तानपुर आश्रम में हर साल गुरु महाराज जी गुरु पूर्णिमा पर्व पर आते ,तीन दिन रुकते प्रवचन सत्संग करते हुए गुरु दीक्षा देकर वापस अपने आश्रम लौट जाते... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 5 6 827 Share Shashi kala vyas 4 Apr 2021 · 1 min read *"रविवार"* *"रविवार"* सोमवार से शनिवार तक काम मे ही बीत जाता। रविवार छुट्टी के दिन का इंतजार सभी को रहता। दैनिक दिनचर्या के बाद कुछ नया सृजनात्मक कार्य में व्यस्त रहता।... Hindi · कविता 3 1 758 Share Shashi kala vyas 19 May 2022 · 1 min read *"पिता"* *"पिता"* जीवन का अनमोल तोहफा दिया कड़ी मेहनत करते वो पिता है। गम के अंधेरे में उम्मीद का दामन थाम लिया करते वो पिता है। *वो आदर्श पिता है.....! !... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 9 930 Share Shashi kala vyas 1 Feb 2021 · 1 min read *"परदा "* *"परदा"* आड़ लेकर एक दूसरे से ,झीना सा परदा बीच में रहता। जाने अनजाने भेद छुपाये ही रखता। लोकलाज मान मर्यादाओं में घूंघट में ,आड़ लेकर लाज बचाये रखता। अनजाने... Hindi · कविता 3 4 862 Share Shashi kala vyas 4 Mar 2021 · 2 min read *"यशोदा जयंती"* *"यशोदा जयंती "* हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को यशोदा जयंती मनाई जाती है. यह दिन भगवान श्री कृष्ण की मैया... Hindi · लेख 2 2 754 Share Shashi kala vyas 22 Apr 2021 · 2 min read *"माँ वसुंधरा "* *"माँ वसुंधरा"* हरी भरी वसुंधरा ,ये नीला नीला आसमां। जिधर देखूँ उधर ही ,लगती है तू प्यारी माँ। पुकार कर ये कह रही ,हाथ जोड़ कर खड़ी। प्रदूषण को रोक... Hindi · कविता 3 1 782 Share Shashi kala vyas 2 May 2020 · 4 min read *"सीता माता का प्रागट्य'* *"सीता जी का प्रागट्य "* रामायण के रामकथाओं में "सीता माता" के चरितार्थ मुख्य पात्र है सीता मैया मिथिला में जन्मी थी। धार्मिक ग्रन्थों के अनुसार वैशाख शुक्ल पक्ष की... Hindi · लेख 6 3 738 Share Shashi kala vyas 16 Aug 2019 · 3 min read ***कृष्ण भक्ति*** *"श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी ..हे नाथ नारायण वासुदेवाय'* *"सच्चिदानंद रूपाय विश्वोतपया दिहेतवे तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयं नमः "* *कृष्णम वन्दे जगत गुरु * कृष्ण जी बाल स्वरूप में... Hindi · लेख 3 813 Share Shashi kala vyas 29 Nov 2018 · 3 min read *** इच्छा शक्ति *** * ॐ * ।। श्री परमात्मने नमः ।। #*#* इच्छा शक्ति #*#* लघु कथा - एक महात्मा जी विदेश में किसी परिवार के घर में गये थे।जिनके घर रुके हुए... Hindi · लघु कथा 4 2 719 Share Shashi kala vyas 10 Oct 2020 · 1 min read *"क्षमादान"* *"क्षमा"* क्षमा याचना बड़प्पन भाव से सदैव राग द्वेष दूर मिटाए। क्षमा गुणों की खान वीरों का आभूषण ,अंहकार विकार दूर कर जाएं। क्षमा वाणी एक महान कार्य ,आत्मिक सुख... Hindi · कविता 2 770 Share Shashi kala vyas 22 Jul 2020 · 1 min read *"आओ तीज मनाएं"* *"आओ तीज मनाए"* ???????? सावन की अठखेलियां, उमड़ घुमड़ कर बदरा छाये। भींगा भींगा सा सावन मास , रिमझिम सितारों सी चमकती जाए। वन में मोर पपीहा नाचे ,काली कोयलिया... Hindi · कविता 6 3 786 Share Shashi kala vyas 28 Feb 2023 · 6 min read *जीवन जीने की कला* *जीवन जीने की कला* वर्तमान समय में हर पल सबसे महत्वपूर्ण है सबसे महत्वपूर्ण है अपना अस्तित्व...हम कैसे है कैसा बर्ताव सद व्यवहार कर रहे हैं,कितनी सामर्थ्य शक्ति है,कैसा चिंतन... Hindi · लेख 941 Share Shashi kala vyas 17 May 2021 · 1 min read *"बारिश का पानी "* *"बारिश का पानी"* बूंदो की पड़ी फुहार ,रिमझिम सा बरसता वो बारिश का पानी। तनमन को भिंगोने आया ,आँगन में टपकता वो बारिश का पानी। मन की उम्मीदों को जगाने... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 10 735 Share Shashi kala vyas 8 Jun 2019 · 2 min read **अपेक्षा ही उपेक्षा का मूल कारण है * *"अपेक्षा ही उपेक्षा का मूल कारण है"* हम सामाजिक परिवेश में रहते हुए पारिवारिक सदस्यों के बीच अनेक रिश्तेदारी में बंधे ही रहते हैं और कुछ न कुछ कारणों से... Hindi · लेख 1 682 Share Shashi kala vyas 27 Jul 2021 · 1 min read *"बिल्ली रानी"* बिल्ली रानी बड़ी सयानी , चूहे को देखके झपटने आई। बिल से निकल जब चूहा भागा , बिल्ली ने देख तब दौड़ लगाई। पकड़म पकड़ाई खेल खेलते , चूहा बिल्ली... Hindi · कविता · बाल कविता 5 3 706 Share Shashi kala vyas 11 Jun 2019 · 3 min read ***अंतर्मन की आवाज *** ।। श्री परमात्मने नमः ।। ***"अंतर्मन की आवाज "*** रामनरेश शर्मा जी बैंक में अधिकारी के पद पर कार्यरत रहे हैं वे शहर में रहते हैं उनका पैतृक गांव शिवपुर... Hindi · कहानी 734 Share Shashi kala vyas 30 Jun 2020 · 1 min read *"बादल"* "बादल" लुका छिपी खेल खेलता, काली घनघोर घटाओं में। उमड़ घुमड़ कर गरज गरज कर शोर मचाता बादलों में। बिजली चमकती जैसे आतिशबाजी सा ,नजारा फिजाओं में। पुरवैया चली ठंडी... Hindi · कविता 5 2 762 Share Shashi kala vyas 25 Oct 2020 · 1 min read *"जीवन के रंग"* *जीवन के रंग* जीवन के रंग प्रकृति के संग , ❤️लाल रंग एक दूजे को आकर्षित कर जाता। ?पीला रंग मन को बहुत ही लुभाता। ?सतरंगी रंग बसंत बयार पतझड़... Hindi · कविता 2 1 715 Share Shashi kala vyas 15 Dec 2020 · 1 min read *"कोरोना"* *"काव्य प्रतियोगिता"* विषय - *"कोरोना"* *"इंतजार"* इंतजार की ये घड़ी,देहलीज जो पार की, घिरोगे फिर रोग से आफत आ जायेगी। आफत कोरोना आई, ये दुनिया बदल गई, चारों ओर घिर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 31 670 Share Shashi kala vyas 26 Apr 2023 · 1 min read ईश्वर की कृपा दृष्टि और बड़ों के शुभ आशीर्वाद के बिना कुछ भी ईश्वर की कृपा दृष्टि और बड़ों के शुभ आशीर्वाद के बिना कुछ भी संभव नहीं होता है......जय श्री राधे Quote Writer 900 Share Shashi kala vyas 12 Nov 2018 · 3 min read ।। जीवन दान ।। ।। बेटियों ने दिया पिता को जीवनदान।। जीवन में कभी कभी हम एक ऐसे मोड़ पर खड़े हो जातें हैं जहाँ पर कुछ समझ नहीं आता है कि क्या करें... Hindi · कहानी 1 695 Share Shashi kala vyas 3 Apr 2021 · 1 min read *"पथ प्रदर्शक"* *"पथ प्रदर्शक"* नारी आंदोलन की पथ प्रदर्शक, हस्तकलाओं को पुनर्जीवित सुदृढ़ करने वाली। समाज सुधारक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, रंगमंचीय कलाकार ,अंतर्राष्ट्रीय पहचान बनाने वाली। तीन अप्रैल उन्नीस सौ तीन मेंगलोर... Hindi · कविता 1 2 697 Share Shashi kala vyas 27 May 2023 · 1 min read *झूठी दुनिया झूठे लोग* *"झूठी दुनिया झूठे लोग"* झूठी शान शौकत दिखावटी अजीब से लोग, सारे रिश्ते नाते छूटे ,काम क्रोध मद मोह लोभ, सामने मीठी बातें करते ,पीठ पीछे बुराई करते लोग। झूठी... Poetry Writing Challenge 3 1 959 Share Shashi kala vyas 7 Jun 2019 · 2 min read ***" बुढ़ापा "* ।। ॐ श्री परमात्मने नमः ।। *"बुढ़ापा"* हर व्यक्ति बुढ़ापा के चंगुल में आ ही जाता है ये प्रकृति चक्र है फिर भी मन में डर सा बने रहता है... Hindi · कहानी 707 Share Shashi kala vyas 15 Jan 2019 · 2 min read *** वो उड़ती हुई पतंग *** ।। श्री परमात्मने नमः ।। ***लघु कथा *** *** वो उड़ती हुई पतंग*** बचपन के वो सुहाने दिनों की याद करते हुए जब मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने की होड... Hindi · लघु कथा 689 Share Shashi kala vyas 13 Jun 2019 · 1 min read ***" कान्हा वो कान्हा "*** ***कान्हा वो कान्हा *** कान्हा वो कान्हा तेरे दीदार को येअँखियाँ तरसी है । अब तो आके झलक दिखा जा मिलने की तमन्ना में बरसी है। तुझको देखे बिना करार... Hindi · गीत 1 708 Share Shashi kala vyas 11 Nov 2018 · 1 min read नमामि देवी नर्मदे ।।? ।। ।।नमामि देवी नर्मदे ।। *नमामि देवी हर हर नर्मदे करते तुम्हें नमन ! ! शिव के पसीने से प्रगटी हो माँ करें आत्म चिंतन *नर्मदा जल पवित्र पावन... Hindi · कविता 3 1 676 Share Shashi kala vyas 3 Jul 2020 · 1 min read *"भूली बिसरी यादें"* *"भूली बिसरी यादें'* बीते हुए लम्हों को भूली बिसरी यादों स्मृति में ढूढ़ते। एक दूजे का साथ निभाते सीमित दायरों में बंध जाते। सपने संजोये उन यादों को फिर से... Hindi · कविता 2 2 658 Share Shashi kala vyas 10 Jun 2021 · 1 min read *"वट सावित्री व्रत अखंड सौभाग्य शाली"* *"वट सावित्री"* ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि, वट सावित्री का व्रत ,सदा सुहागन वरदान है पाती। बरगद वृक्ष के नीचे दीप प्रज्वलित, सत्यवान ,सावित्री की मूर्ति रख, सुहाग... Hindi · कविता 4 5 730 Share Shashi kala vyas 28 Aug 2020 · 2 min read *"दशावतार"* *"दशावतार"* हमारे पौराणिक शास्त्रों में दशावतार व्रत के संबंध में बतलाया गया है कि यह व्रत भाद्रपद शुक्ल पक्ष दशमी तिथि को दशावतार व्रत किया जाता है। इस व्रत को... Hindi · लेख 2 1 774 Share Shashi kala vyas 9 Oct 2020 · 1 min read *"कैसी है ये दिल्लगी"* *"कैसी है ये दिल्लगी"* कभी हंसाये कभी रुलाये , कभी नफरत कभी गुस्सा दिलाये, कभी खुश होकर प्यार जताये , दिल दुखाये फिर दर्द की दवा बन जाये , *कैसी... Hindi · कविता 3 1 749 Share Page 1 Next