SHAILESH MOHAN Language: Hindi 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid SHAILESH MOHAN 15 Jun 2023 · 2 min read माता सति की विवशता चले अगस्त्य मुनि आश्रम से जब सति सहित कृपाल, ध्यानमग्न श्रीराम के लोचन सजल विशाल। (१) पहुंचे दण्डक वन गहन जहाँ ना नर ना नारी, तभी उन्हें आते दिखे अनुज... Poetry Writing Challenge · कविता 1 185 Share SHAILESH MOHAN 12 Jun 2023 · 3 min read द्रौपदी त्रेता की वेदवती को जब राघव ने वर देकर कहा, द्वापर में जा काम्पिल्य में जन्मोगी तुम बन सति महा। पाञ्चाल के भूपाल के घर यज्ञ से उत्पन्न भव, करदोगी... Poetry Writing Challenge · कविता 378 Share SHAILESH MOHAN 11 Jun 2023 · 2 min read शिशुपाल वध नटवर की एक और बुआ थी, नाम था जिसका शृतशोभा, उसके गर्भ से जन्मा बालक अधम अधर्मी हठी महा।(१) जन्मा था वो तीन नेत्र और चार भुजा के साथ ही... Poetry Writing Challenge · कविता 3 3k Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read दुर्योधन को चेतावनी दुर्योधन को चेतावनी Poetry Writing Challenge · कविता 496 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read माता शबरी माता शबरी Poetry Writing Challenge · कविता 560 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read श्री रामचरितमानस में कुछ स्थानों पर घटना एकदम से घटित हो जाती है ऐसे ही एक स्थान पर मैंने यह "reading between the lines" लिखा है श्री रामचरितमानस में कुछ स्थानों पर घटना एकदम से घटित हो जाती है ऐसे ही एक स्थान पर मैंने यह reading between the lines लिखा है Poetry Writing Challenge · कविता 1 228 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read श्री रामचरितमानस में कुछ स्थानों पर घटना एकदम से घटित हो जाती है ऐसे ही एक स्थान पर मैंने यह "reading between the lines" लिखा है श्री रामचरितमानस में कुछ स्थानों पर घटना एकदम से घटित हो जाती है ऐसे ही एक स्थान पर मैंने यह reading between the lines लिखा है Poetry Writing Challenge · कविता 543 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read श्रीराम गिलहरी संवाद अष्टपदी सांवरे कुमार ने निहारिके विचार कीन्ह काहे गिलहरी एक सेतु पर धावे है ।। आती जल न्हाती तट रेनू को पुनि पुनि, तब निज छोटे वपु पे लपेट लावे है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 752 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read एक सभ्यता ऐसी एक सभ्यता ऐसी जिससे प्रेरित होता विश्व सकल, एक सभ्यता ऐसी जो है अजर, अमर, अतुलित व अटल। एक सभ्यता ऐसी जो जन जंगल जीवन साथ रखे, एक सभ्यता ऐसी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 197 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 2 min read भीम षोडशी एक दिवस जब करिवरपुर में, बैठे धर्मराज सजधज तभी लिए एक अरज पत्रिका, आए मिलने उनसे द्विज (१) बोले स्वामी अति गरीब मैं, कोई दान मुझे दीजे आप चक्रवर्ती सम्राट... Poetry Writing Challenge · कविता 1 211 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read और चौथा ??? एक पुत्र पिता पन हेतु अवध तजि चौदह बरस अरण्य रह्यो । दूजे ने धर्म स्थापना कर सिंहासन तजि पादुका धरयो । तीजे ने त्यागमूर्ति बन माँ की सीख मानी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 147 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read नितक्षण उत्सव ये "वन" मृगगण वनघन सघन जन्तुधन, रहते सब मिल-जुल वनजीवन ।१। नित्य विहार निरंतर नर्तन, करें वसुधा की गोदी पावन ।२। एक जीव का एक से बंधन, भोजन भाजन जीवन यापन ।३।... Poetry Writing Challenge · कविता 158 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read निर्दयी मानव एक छोटी सी मैना थी जो शीशम वृक्ष पे रहती थी, छोटे अभी थे अण्डे उसके जिनको रोज़ वो सेहती थी शीशम उसका रक्षक था जो दिन भर चौकस रहता... Poetry Writing Challenge · कविता 135 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read विद्या से ही संवरे जीवन मेरी गुड़िया सबसे प्यारी जापान से आई है इसकी आँखें छोटी छोटी जिनमें दुनिया समाई है सीधी सादी लड़की है ये इसमें कोई चाल नहीं कभी कोई ना नखरा करती... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 112 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read प्रारब्ध के भुट्टे सड़क किनारे बैठी मुनिया अम्मा संग भुट्टे सेके, आते जाते लोगों में वो जीवन के सपने देखे सबसे ज़्यादा उसे तो केवल एक से दृश्य ही भाते हैं, रंग बिरंगे... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 114 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read अप्पा की लाडो रानी अप्पा की लाडो रानी के मन में उठते कई सवाल, कैसे बहते झरने झर-झर, कैसे सागर अति विशाल? कैसे पक्षी इतने रंग के, कैसे पौधे कई-कई? किसने रक्खे नाम ये... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 108 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read माता की महिमा एक हाड़-मांस की पुतली का , माता जिस दिन से नाम पड़ा खुद ब्रह्म अवतरित होने को , द्वारे उसके कर बाँध खड़ा राघव माधव मानव दानव , सबको धरती... Poetry Writing Challenge · कविता 262 Share SHAILESH MOHAN 10 Jun 2023 · 1 min read चाँद खिलौना एक रात को छत पर मइया नन्हे राम को गोद लिए, देख रही थीं बाल चन्द्र को नभ की ओर नयन किए शरद ऋतु की हल्की हल्की ठण्डक तन को... Poetry Writing Challenge 256 Share SHAILESH MOHAN 26 Nov 2018 · 1 min read माता की महिमा एक हाड़-मांस की पुतली का , माता जिस दिन से नाम पड़ा खुद ब्रह्म अवतरित होने को , द्वारे उसके कर बाँध खड़ा राघव माधव मानव दानव , सबको धरती... Hindi · कविता 4 8 529 Share