डॉ.सीमा अग्रवाल Tag: मुक्तक 86 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jun 2023 · 1 min read साज सजाए बैठा जग के, सच से हो अंजान। साज सजाए बैठा जग के, सच से हो अंजान। हिंसा के पथ पर चल करता, अपना ही नुकसान। सबमें निज को निज में सबको, देख मनुज नादान। किस खातिर ये... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 3 194 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Oct 2022 · 1 min read मुक्तक द्वय... 1222 1222 1222 1222 परम प्रभु श्रीराम के चरणों में सादर समर्पित... भगत का मान तुम रखते, विपद् हर निज कृपा करते। अहर्निश 'राम' अधर मेरे, यही इक नाम जपा... Hindi · मुक्तक 2 203 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Jan 2023 · 1 min read माँ शारदे... नव चेतना मन में भरो, जड़ता हरो माँ शारदे। ऋत ज्ञान की वर्षा करो, अज्ञता हरो माँ शारदे। भरमा रही मन मृगतृषा, जग घोर छल केवल मृषा, कालुष्य हर मालिन्य-मन,... Hindi · मुक्तक 3 234 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jun 2022 · 2 min read कुछ कहमुकरियाँ... कहमुकरी एक बहुत ही पुरानी और लुप्तप्राय काव्य विधा है । अमीर खुसरो द्वारा विकसित इस विधा पर भारतेंदु जी ने भी स्तरीय काव्य सृजन किया है । यह अत्यंत... Hindi · मुक्तक 2 168 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 May 2023 · 1 min read कुछ मुक्तक... मुखड़ा है चंदा का हाला, दमक रहे सब अंग। देख रूप का उसके जादू, रह जाते सब दंग। आती इठलाती-बलखाती,पहन नौलखा हार। पकड़ किसी की कभी न आए, वह अलबेली... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 2 262 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Apr 2023 · 1 min read तजो आलस तजो निद्रा, रखो मन भावमय चेतन। तजो आलस तजो निद्रा, रखो मन भावमय चेतन। न हो अपव्यय ताकत का, रहो मत तात यूँ उन्मन। मिला दुर्लभ तुम्हें नर तन, चला जाए अकारथ क्यों, भजो श्रीकृष्ण बनवारी,... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 185 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Aug 2023 · 1 min read दूर नज़र से होकर भी जो, रहता दिल के पास। दूर नज़र से होकर भी जो, रहता दिल के पास। अपने से भी ज्यादा जिस पर, कर सकते विश्वास। स्मृति मात्र से जिसकी तिरता, अधरों पर मृदु हास। अनगिन मित्रों... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 410 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 May 2023 · 1 min read भरे मन भाव अति पावन.... भरे मन-भाव अति पावन, करूँ नित वंदना शिव की। जपूँ शिव नाम की माला, करूँ आराधना शिव की। शिवा अर्धांगिनी शिव की, करो माता दया मुझ पर, हरो हर वासना... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 293 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 May 2023 · 1 min read आसमान में छाए बादल, हुई दिवस में रात। आसमान में छाए बादल, हुई दिवस में रात। सूरज की किरनें अलसाईं, मुरझाए जलजात। विरहित चकवा-चकवी रोवें, कौन सुने फरियाद। गरजें-खौफ जगाएँ बदरा, हों जैसे जल्लाद। सीमा अग्रवाल Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 303 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Mar 2023 · 1 min read मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल। मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल। किस्मत उसके नाज़ उठाए, चूमे उन्नत भाल। सत्कर्मों की सबल करों से, रखता जो बुनियाद। रहती खुशबू सदा फिजां में, करें... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 2 162 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Oct 2022 · 1 min read मुक्तक द्वय... खुशी में झूमते पुर- जन, ठुमकते नाचते पुर- जन। कथाएँ जो सुनीं वन की, मगन मन बाँचते पुर-जन। लला अब जल्द घर आएँ, विगत सुख लौट फिर आएँ, निकट है... Hindi · मुक्तक 3 2 139 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 May 2023 · 1 min read कुछ मुक्तक... भरे जो नेह की हाला, न प्याला वो कभी फूटे। सिखाए जो सबक सच के, न शाला वो कभी छूटे। खुशी जिनसे छलकती हो, जुड़ें वे तार सब मन के,... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 3 180 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Jul 2023 · 1 min read निराशा हाथ जब आए, गुरू बन आस आ जाए। निराशा हाथ जब आए, गुरू बन आस आ जाए। गहन तम तोम जब छाए, गुरू बन ओज आ जाए। फँसे जब नाव धारा बिच, गुरू पतवार बन जाए। हमारा पथ... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 320 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Oct 2022 · 1 min read दो मुक्तक .... हमें है आन झंडे की, इसे ऊँचा उठाएँगे। बनेंगे आत्मनिर्भर हम, सभी के काम आएंँगे। हमारी संस्कृति है क्या, बताएँगे जमाने को, कुटुंबी सब धरा वासी, अलख जग में जगाएँगे।१।... Hindi · मुक्तक 2 113 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Jun 2023 · 1 min read सर के बल चलकर आएँगी, खुशियाँ अपने आप। सर के बल चलकर आएँगी, खुशियाँ अपने आप। सहला तेरे तप्त बदन को, हर लेंगी संताप। कर्म किए जा बस तू अपना, बिन सोचे परिणाम। ऐसी-तैसी कर दुनिया की, भली... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 237 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Oct 2022 · 1 min read एक मुक्तक... १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ कृपा करना अहोई माँ, वरद निज हस्त सर रखना। न करना कोप संतति पर, न माँ टेढ़ी नजर रखना। अगर दुख दे हमें देना, न पाएँ... Hindi · मुक्तक 2 114 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Aug 2023 · 1 min read मिली जिस काल आजादी, हुआ दिल चाक भारत का। मिली जिस काल आजादी, हुआ दिल चाक भारत का। खुशी का पल गया करके, नयन नमनाक भारत का। किए टुकड़े वतन के दो, हजारों जन हुए बेघर, खिंची दीवार नफरत... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 269 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Jul 2023 · 1 min read महल चिन नेह का निर्मल, सुघड़ बुनियाद रक्खूँगी। महल चिन नेह का निर्मल, सुघड़ बुनियाद रक्खूँगी। तरन्नुम में सदा मधुमय, सरस संवाद रक्खूँगी। सदा ही गूँजता मन में, तराना प्रेम का अपने। कि यादों से भरा ये दिल,... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 278 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 May 2023 · 1 min read न मिलती कुछ तवज्जो है, न होता मान सीधे का। न मिलती कुछ तवज्जो है, न होता मान सीधे का। चतुर चालाक करते हैं, सदा अपमान सीधे का। वनों में देख लो जाकर, कि सीधे वृक्ष कटते हैं, गरज अपनी... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 154 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 May 2023 · 1 min read माँ सच्ची संवेदना.... माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास। मेरे जीवन-पुष्प में, माँ खुशबू का वास।। रंग भरे जीवन में जिसने, महकाया संसार। पाला पोसा जानोतन से, दिया सुघड़ आकार। खुश रहे जो... Poetry Writing Challenge · दोहा · मुक्तक 3 149 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Aug 2023 · 1 min read मेरी माटी मेरा देश.... मेरी माटी मेरा देश। निर्मल स्वच्छ रहे परिवेश। दृष्टि मलिन न डाले कोई, दूर तलक जाए संदेश। © सीमा अग्रवाल चित्र गूगल से साभार Hindi · मुक्तक 1 166 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Aug 2023 · 1 min read जीवन में अँधियारा छाया, दूर तलक सुनसान। जीवन में अँधियारा छाया, दूर तलक सुनसान। धराशायी हुईं सब खुशियाँ, लुटे सकल अरमान। बड़े अजब हैं खेल नियति के, बड़ी गजब है चाल, पलभर में हँसते मुखड़े की, छीने... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 229 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Sep 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति कुसुमित जग की डार, फले अरु फूले। आशा पंख पसार, उड़े नभ छू ले। सुखद सँदेशे रोज, चले घर आएँ। बरसें सुख के मेघ, खुशी सब पाएँ। © सीमा... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · हंसगति छंद 4 252 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Aug 2023 · 1 min read शुभ रक्षाबंधन शुभ रक्षाबंधन रहें न सीमित भाई बहन तक, व्यापक हों संदर्भ। एक सूत्र में बँधें सभी जन, लें रक्षा-संकल्प। वृक्षों को भी बाँध सूत्र ये, करें आज अनुबंध, कुदरत से... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 102 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 24 Jan 2024 · 1 min read चंद मुक्तक- छंद ताटंक... अपनी भाषा अपनी संस्कृति, किसे न मोहित करती है ? अपनी माँ या अपनी मासी, किसे न प्यारी लगती है ? पर अपना ये देश अनूठा, पर संस्कृति पर मरता... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 1 85 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक...छंद पद्मावती १- तुमसे ये जीवन... मन की सब बातें, रस-बरसातें, रात-दिवस हम करते थे। सुख-दुख भी आकर, बनते चाकर, कंटक मग के हरते थे। तुमसे ये जीवन, जैसे उपवन, हरा-भरा नित... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 1 118 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक...छंद-रूपमाला/मदन १- ढूँढते हैं प्राण पागल, धूप में भी छाँव। चाँदनी नीचे बिछी पर, जल रहे हैं पाँव। शांत नीरव रात में भी, मचा मन में शोर। चाँद गुपचुप नैन खोले,... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 2 111 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... छंद हंसगति आज खुशी की रात, दिवाली आयी। सजी दीप की पाँत, छटा मन भायी।। देख सफल वनवास, देव हरषाए। हर्ष मगन रनिवास, सुवन घर आए।।१ रूप छटा घन श्याम, सहज मन... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · हंसगति छंद 1 74 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... हंसगति छन्द मुक्तक... छंद हंसगति मिले हार या जीत, नहीं कुछ जानूँ। जग में सच्चा मीत, तुम्हें ही मानूँ। जब प्रभु करूँ पुकार, विनय सुन लेना। देकर तनिक दुलार, कष्ट हर लेना।... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · हंसगति छंद 1 106 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read माँ सच्ची संवेदना... माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास। मेरे जीवन-पुष्प में, माँ खुशबू का वास।। रंग भरे जीवन में जिसने, महकाया संसार। पाला पोसा जानोतन से, दिया सुघड़ आकार। खुश रहे जो... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा · मुक्तक 1 102 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 2 min read किन्नर व्यथा... हमें भी तो जना तुमने, पिता का खून थे हम भी। कलेजा क्यों किया पत्थर, सुनें तो माँ जरा हम भी। दिखा दो एक भी ऐसा, कमी कोई नहीं जिसमें,... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 2 82 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Feb 2024 · 1 min read कृपाण घनाक्षरी.... १-हे प्रभु ले अवतार... अद्भुत यह संसार, समझ न आए पार, फँसी नाव मझधार, कर प्रभु बेड़ा पार। लेकर धर्म की आड़, करें सभी खिलवाड़, मेटे से मिटे न राड़,... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 2 100 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Feb 2024 · 1 min read छंद घनाक्षरी... कृपाण घनाक्षरी-श्रीकृष्ण जन्म... मैया की पीन पुकार, सुनते थे बारंबार, करने पाप संहार, आए स्वयं इस बार। छुपी प्रलय वृष्टि में, हलचल थी सृष्टि में, दृश्य अद्भुत दृष्टि में, हुए... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 3 111 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 May 2024 · 1 min read मुक्तक... देह ये अवदान उसका, पुण्य जो तुमने किए हैं। पाप बढ़ता देखकर भी,होंठ क्यों तुमने सिए हैं ? चाँद तारे सूर्य नभ सर, भू नदी पर्वत घटाएँ, हैं अलौकिक नेमतें... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 17 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 May 2024 · 1 min read घटा घनघोर छाई है... घुमड़ आया मचल सावन, घटा घनघोर छाई है। सिहरते झूमते तरु भी, खुशी हर ओर छाई है। करें आगाज खुशियों का, किलक कचनार की कलियाँ, लता ओढ़े चुनर साड़ी, लजीली... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 12 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 May 2024 · 1 min read जीव-जगत आधार... धरा-व्योम-जल-वायु-अग्नि हैं, जीव-जगत आधार। पंच तत्व के सुघड़ मेल से, निर्मित ये संसार। रक्खें इनको स्वच्छ सदा हम, इन पर जीवन भार। मर्म समझ ले इतना मानव, हो जाए उद्धार।... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 8 Share Previous Page 2