डॉ.सीमा अग्रवाल Tag: मुक्तक 90 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Oct 2022 · 1 min read एक मुक्तक... १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ कृपा करना अहोई माँ, वरद निज हस्त सर रखना। न करना कोप संतति पर, न माँ टेढ़ी नजर रखना। अगर दुख दे हमें देना, न पाएँ... Hindi · मुक्तक 2 114 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Oct 2022 · 1 min read मुक्तक द्वय... 1222 1222 1222 1222 परम प्रभु श्रीराम के चरणों में सादर समर्पित... भगत का मान तुम रखते, विपद् हर निज कृपा करते। अहर्निश 'राम' अधर मेरे, यही इक नाम जपा... Hindi · मुक्तक 2 213 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read माँ सच्ची संवेदना... माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास। मेरे जीवन-पुष्प में, माँ खुशबू का वास।। रंग भरे जीवन में जिसने, महकाया संसार। पाला पोसा जानोतन से, दिया सुघड़ आकार। खुश रहे जो... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा · मुक्तक 1 107 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... हंसगति छन्द मुक्तक... छंद हंसगति मिले हार या जीत, नहीं कुछ जानूँ। जग में सच्चा मीत, तुम्हें ही मानूँ। जब प्रभु करूँ पुकार, विनय सुन लेना। देकर तनिक दुलार, कष्ट हर लेना।... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · हंसगति छंद 1 109 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... छंद हंसगति आज खुशी की रात, दिवाली आयी। सजी दीप की पाँत, छटा मन भायी।। देख सफल वनवास, देव हरषाए। हर्ष मगन रनिवास, सुवन घर आए।।१ रूप छटा घन श्याम, सहज मन... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · हंसगति छंद 1 78 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 May 2024 · 1 min read माँ तेरे आँचल तले... सर पर माँ के हाथ बिन, मिले कहाँ आराम। माँ तेरे आँचल तले, मेरे चारों धाम।। जग में ऐसा कौन जो, माँ सा करे दुलार। आँसू जब-जब देखती, लेती झट... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा · मुक्तक 1 22 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक...छंद पद्मावती १- तुमसे ये जीवन... मन की सब बातें, रस-बरसातें, रात-दिवस हम करते थे। सुख-दुख भी आकर, बनते चाकर, कंटक मग के हरते थे। तुमसे ये जीवन, जैसे उपवन, हरा-भरा नित... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 1 120 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 24 Jan 2024 · 1 min read चंद मुक्तक- छंद ताटंक... अपनी भाषा अपनी संस्कृति, किसे न मोहित करती है ? अपनी माँ या अपनी मासी, किसे न प्यारी लगती है ? पर अपना ये देश अनूठा, पर संस्कृति पर मरता... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 1 88 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 May 2024 · 1 min read हे मात भवानी... हे मात भवानी, जग कल्यानी, शुभ गुणखानी, अंबे माँ। नित भोग लगाऊँ, मन से ध्याऊँ, तुझे रिझाऊँ, अंबे माँ। मैं पाप-पिटारी, जग की मारी, भक्त तुम्हारी, कृपा करो। मुद मंगलकारी,... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 15 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Aug 2023 · 1 min read शुभ रक्षाबंधन शुभ रक्षाबंधन रहें न सीमित भाई बहन तक, व्यापक हों संदर्भ। एक सूत्र में बँधें सभी जन, लें रक्षा-संकल्प। वृक्षों को भी बाँध सूत्र ये, करें आज अनुबंध, कुदरत से... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 103 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Aug 2023 · 1 min read मेरी माटी मेरा देश.... मेरी माटी मेरा देश। निर्मल स्वच्छ रहे परिवेश। दृष्टि मलिन न डाले कोई, दूर तलक जाए संदेश। © सीमा अग्रवाल चित्र गूगल से साभार Hindi · मुक्तक 1 170 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Aug 2023 · 1 min read मिली जिस काल आजादी, हुआ दिल चाक भारत का। मिली जिस काल आजादी, हुआ दिल चाक भारत का। खुशी का पल गया करके, नयन नमनाक भारत का। किए टुकड़े वतन के दो, हजारों जन हुए बेघर, खिंची दीवार नफरत... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 278 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 May 2024 · 1 min read मुक्तक... देह ये अवदान उसका, पुण्य जो तुमने किए हैं। पाप बढ़ता देखकर भी,होंठ क्यों तुमने सिए हैं ? चाँद तारे सूर्य नभ सर, भू नदी पर्वत घटाएँ, हैं अलौकिक नेमतें... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 24 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Aug 2023 · 1 min read जीवन में अँधियारा छाया, दूर तलक सुनसान। जीवन में अँधियारा छाया, दूर तलक सुनसान। धराशायी हुईं सब खुशियाँ, लुटे सकल अरमान। बड़े अजब हैं खेल नियति के, बड़ी गजब है चाल, पलभर में हँसते मुखड़े की, छीने... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 234 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 May 2024 · 1 min read जीव-जगत आधार... धरा-व्योम-जल-वायु-अग्नि हैं, जीव-जगत आधार। पंच तत्व के सुघड़ मेल से, निर्मित ये संसार। रक्खें इनको स्वच्छ सदा हम, इन पर जीवन भार। मर्म समझ ले इतना मानव, हो जाए उद्धार।... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 18 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Aug 2023 · 1 min read दूर नज़र से होकर भी जो, रहता दिल के पास। दूर नज़र से होकर भी जो, रहता दिल के पास। अपने से भी ज्यादा जिस पर, कर सकते विश्वास। स्मृति मात्र से जिसकी तिरता, अधरों पर मृदु हास। अनगिन मित्रों... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 413 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Jun 2023 · 1 min read बनें सब आत्मनिर्भर तो, नहीं कोई कमी होगी। बनें सब आत्मनिर्भर तो, नहीं कोई कमी होगी। न होंगे होंठ ये सूखे, न आँखों में नमी होगी। भरे जब पेट सब होंगे, न सूझेंगी खुरापातें, हुलसता आसमां होगा, थिरकती... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 472 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Apr 2023 · 1 min read दिल की जमीं से पलकों तक, गम ना यूँ ही आया होगा। दिल की जमीं से पलकों तक, गम ना यूँ ही आया होगा। छलक पड़ा जो सावन बनकर, बादल बनकर छाया होगा । सरोकार क्या किसी गैर को, मेरी खुशी या... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 410 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Apr 2023 · 1 min read सुखों से दूर ही रहते, दुखों के मीत हैं आँसू। सुखों से दूर ही रहते, दुखों के मीत हैं आँसू। ढुलकते एक लय धुन पर, मधुर संगीत हैं आँसू। बरसकर आँख के रस्ते ,करें मन-बोझ ये हल्का, भले हों गम... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 323 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Apr 2023 · 1 min read तजो आलस तजो निद्रा, रखो मन भावमय चेतन। तजो आलस तजो निद्रा, रखो मन भावमय चेतन। न हो अपव्यय ताकत का, रहो मत तात यूँ उन्मन। मिला दुर्लभ तुम्हें नर तन, चला जाए अकारथ क्यों, भजो श्रीकृष्ण बनवारी,... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 185 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 May 2023 · 1 min read माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास। माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास। मेरे जीवन-पुष्प में, माँ खुशबू का वास।। रंग भरे जीवन में जिसने, महकाया संसार। पाला पोसा जानोतन से, दिया सुघड़ आकार। खुश रहे जो... Hindi · Quote Writer · दोहा · मुक्तक 1 477 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 May 2023 · 1 min read कितना सुकून और कितनी राहत, देता माँ का आँचल। कितना सुकून और कितनी राहत, देता माँ का आँचल। चुटकी में हर गम हर लेता, मेरी माँ का आँचल। सूनी आज निगाहें मेरी, बह गया आँखों का काजल, कोई लौटा... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 421 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 May 2023 · 1 min read भरे मन भाव अति पावन.... भरे मन-भाव अति पावन, करूँ नित वंदना शिव की। जपूँ शिव नाम की माला, करूँ आराधना शिव की। शिवा अर्धांगिनी शिव की, करो माता दया मुझ पर, हरो हर वासना... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 298 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 May 2023 · 2 min read किन्नर-व्यथा ... हमें भी तो जना तुमने, पिता का खून थे हम भी। कलेजा क्यों किया पत्थर, सुनें तो माँ जरा हम भी। दिखा दो एक भी ऐसा, कमी कोई नहीं जिसमें,... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 312 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Apr 2023 · 1 min read उड़ानों का नहीं मतलब, गगन का नूर हो जाना। उड़ानों का नहीं मतलब, गगन का नूर हो जाना। जिन्होंने पर दिए हमको, उन्हीं से दूर हो जाना। सजा दें माँग हम उनकी, दमकते चाँद-तारों से, यही हो ध्येय बस... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 556 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 May 2023 · 1 min read आसमान में छाए बादल, हुई दिवस में रात। आसमान में छाए बादल, हुई दिवस में रात। सूरज की किरनें अलसाईं, मुरझाए जलजात। विरहित चकवा-चकवी रोवें, कौन सुने फरियाद। गरजें-खौफ जगाएँ बदरा, हों जैसे जल्लाद। सीमा अग्रवाल Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 308 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Mar 2023 · 1 min read रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद। रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद। निहारे धरा को टुकुर-टुकुर, गोल-मटोल मटके-सा चाँद। चुपके-चुपके साँझ ढले वह, नित मेरी गली में आता। नजरें बचाकर सारे जग से,... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 331 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Jul 2023 · 1 min read महल चिन नेह का निर्मल, सुघड़ बुनियाद रक्खूँगी। महल चिन नेह का निर्मल, सुघड़ बुनियाद रक्खूँगी। तरन्नुम में सदा मधुमय, सरस संवाद रक्खूँगी। सदा ही गूँजता मन में, तराना प्रेम का अपने। कि यादों से भरा ये दिल,... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 281 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Jun 2023 · 1 min read माना तुम्हारे मुक़ाबिल नहीं मैं। माना तुम्हारे मुक़ाबिल नहीं मैं। पर इतनी भी नाक़ाबिल नहीं मैं। मुझको निरंतर चलते ही जाना, दरिया हूँ बहता, साहिल नहीं मैं। सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 363 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Jun 2023 · 1 min read सर के बल चलकर आएँगी, खुशियाँ अपने आप। सर के बल चलकर आएँगी, खुशियाँ अपने आप। सहला तेरे तप्त बदन को, हर लेंगी संताप। कर्म किए जा बस तू अपना, बिन सोचे परिणाम। ऐसी-तैसी कर दुनिया की, भली... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 241 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jun 2023 · 1 min read उगाएँ प्रेम की फसलें, बढ़ाएँ खूब फुलवारी। उगाएँ प्रेम की फसलें, बढ़ाएँ खूब फुलवारी। करें हम नेह पौधों से, हँसे वो मार किलकारी। खिलें आँगन खिलें उपवन,खिलें मुखड़े खिले जीवन, चतुर्दिक रस विकीरित हो,फलित हों कामना सारी।... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 364 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Jul 2023 · 1 min read निराशा हाथ जब आए, गुरू बन आस आ जाए। निराशा हाथ जब आए, गुरू बन आस आ जाए। गहन तम तोम जब छाए, गुरू बन ओज आ जाए। फँसे जब नाव धारा बिच, गुरू पतवार बन जाए। हमारा पथ... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 322 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 May 2024 · 1 min read नमन उस वीर को शत-शत... बिठाया है जिन्हें सिर पर, वही नीचा दिखाएंगे। दिया दिल काढ़कर जिनको, वही दिल को दुखाएंगे। भलाई का भलाई से, नहीं मिलता यहाँ बदला। जिन्हें अपना बनाओगे, वही चूना लगाएंगे।... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 13 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 May 2024 · 1 min read जीव-जगत आधार... धरा-व्योम-जल-वायु-अग्नि हैं, जीव-जगत आधार। पंच तत्व के सुघड़ मेल से, निर्मित ये संसार। रक्खें इनको स्वच्छ सदा हम, इन पर जीवन भार। मर्म समझ ले इतना मानव, हो जाए उद्धार।... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 22 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 May 2024 · 1 min read घटा घनघोर छाई है... घुमड़ आया मचल सावन, घटा घनघोर छाई है। सिहरते झूमते तरु भी, खुशी हर ओर छाई है। करें आगाज खुशियों का, किलक कचनार की कलियाँ, लता ओढ़े चुनर साड़ी, लजीली... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 26 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 May 2023 · 2 min read कुछ मुक्तक... महज दे ज्ञान पुस्तक का, नहीं पढ़ना सिखाते हैं। सहारा बन हमारा ये, हमें बढ़ना सिखाते हैं। हमारे मार्गदर्शक ये, सुझाते हैं सुपथ हमको, कहाँ है क्या हमें करना ,... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 436 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 May 2023 · 1 min read न मिलती कुछ तवज्जो है, न होता मान सीधे का। न मिलती कुछ तवज्जो है, न होता मान सीधे का। चतुर चालाक करते हैं, सदा अपमान सीधे का। वनों में देख लो जाकर, कि सीधे वृक्ष कटते हैं, गरज अपनी... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 155 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 May 2023 · 1 min read चलो क्षण भर भुला जग को, हरी इस घास में बैठें। चलो क्षण भर भुला जग को, हरी इस घास में बैठें। मिले फुरसत जमाने से, घड़ी दो पास में बैठें। लगे रहते हमीं पीछे, किसे परवा(ह) हमारी है, चलो बाहर... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 463 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jun 2023 · 1 min read उदासी से भरे हैं दिन, कटें करवट बदल रातें। उदासी से भरे हैं दिन, कटें करवट बदल रातें। नहीं करता इधर कोई, भले मन से सरस बातें। सरल भोले मधुर कितने, हुआ तब लोग करते थे। कहाँ,क्यों खो गयीं... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 653 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jun 2023 · 1 min read यही बस चाह है छोटी, मिले दो जून की रोटी। यही बस चाह है छोटी, मिले दो जून की रोटी। न सब्जी हो न तड़का हो, बनी हो नून की रोटी। मसाले तेल घी शक्कर, न मिल पाएँ न गम... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 385 Share Previous Page 2