डॉ.सीमा अग्रवाल 494 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read माँ सच्ची संवेदना... माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास। मेरे जीवन-पुष्प में, माँ खुशबू का वास।। रंग भरे जीवन में जिसने, महकाया संसार। पाला पोसा जानोतन से, दिया सुघड़ आकार। खुश रहे जो... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा · मुक्तक 1 116 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read कर्मवीर भारत... भारत सदा से ही रहा है कर्मवीरों की थली। दम पे इन्हीं के सभ्यता अनुदिन यहाँ फूली फली। नित काम में रत हैं मगर फल की न करते कामना। सौ... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 2 95 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read पग न अब पीछे मुड़ेंगे... कस कमर जो चल पड़े हैं, पग न वे पीछे मुड़ेंगे। तुम जियो आजाद होकर, अब न तुम पर भार हूँ मैं। कर्म अपने साथ लेकर, जी रही अधिकार हूँ... Poetry Writing Challenge-2 · नवगीत 2 136 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read दिन सुखद सुहाने आएंगे... बीतेंगी रातें गम की दिन, सुखद सुहाने आएंगे। आज नहीं तो कल वो तेरे, नाज उठाने आएंगे। कचरे पर जो बैठे अकड़े, कूड़ा तुझको समझ रहे। वही कभी जूड़े में... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 122 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... हंसगति छन्द मुक्तक... छंद हंसगति मिले हार या जीत, नहीं कुछ जानूँ। जग में सच्चा मीत, तुम्हें ही मानूँ। जब प्रभु करूँ पुकार, विनय सुन लेना। देकर तनिक दुलार, कष्ट हर लेना।... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · हंसगति छंद 1 119 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... छंद हंसगति आज खुशी की रात, दिवाली आयी। सजी दीप की पाँत, छटा मन भायी।। देख सफल वनवास, देव हरषाए। हर्ष मगन रनिवास, सुवन घर आए।।१ रूप छटा घन श्याम, सहज मन... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · हंसगति छंद 1 92 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... छंद मनमोहन १- शीश झुकाकर करूँ नमन। करो प्रभो सब पाप शमन।। द्वेष-दंभ सब करें गमन। रहे देश में सदा अमन।। २- सर-सर सर-सर चले पवन। नर्तन करते धरा - गगन।। मन... Poetry Writing Challenge-2 2 167 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read दोहे एकादश... नैनों में प्रिय तुम बसे, अधर तुम्हारा नाम। एक इशारा तुम करो, चलूँ तुम्हारे धाम।।१।। धंधा करते झूठ का, दावे करते नेक। सिर्फ एक या दो नहीं, देखे यहाँ अनेक।।२।।... Poetry Writing Challenge-2 · दोहे 2 101 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read सजल...छंद शैलजा अच्छे बच्चे- छंद शैलजा... {२४ मात्राएँ .१६-८ पर यति,अंत- दीर्घ (गा)} रोज सवेरे शाला जाते, अच्छे बच्चे। सदा बड़ों को शीश नवाते, अच्छे बच्चे। पढ़ते-लिखते नाम कमाते, आगे जाते, मात-पिता... Poetry Writing Challenge-2 · सजल 1 105 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक...छंद-रूपमाला/मदन १- ढूँढते हैं प्राण पागल, धूप में भी छाँव। चाँदनी नीचे बिछी पर, जल रहे हैं पाँव। शांत नीरव रात में भी, मचा मन में शोर। चाँद गुपचुप नैन खोले,... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 2 127 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक...छंद पद्मावती १- तुमसे ये जीवन... मन की सब बातें, रस-बरसातें, रात-दिवस हम करते थे। सुख-दुख भी आकर, बनते चाकर, कंटक मग के हरते थे। तुमसे ये जीवन, जैसे उपवन, हरा-भरा नित... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 1 129 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Jan 2024 · 1 min read कुसुमित जग की डार... हंसगति छन्द... 1- गजानन श्री गणेश, सदा सुखकारी। शिव शंकर हैं तात, उमा महतारी। प्रथम पूज्य श्रीपाद, अमंगल हारी। चरण नवाऊँ माथ, हरो अघ भारी। 2- ये हैं गण के... Poetry Writing Challenge-2 · हंसगति छंद 2 113 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jan 2024 · 1 min read राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस... कर रहे शुभकामना.... पर्व है गणतंत्र दिवस का, राष्ट्र की आराधना। अखंड भारत देश रहे ये, कर रहे शुभकामना। सबके सुख-दुख अपने सुख-सुख, भाव मन में पुष्ट हो। भेद-भाव की... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 1 82 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 24 Jan 2024 · 1 min read चंद मुक्तक- छंद ताटंक... अपनी भाषा अपनी संस्कृति, किसे न मोहित करती है ? अपनी माँ या अपनी मासी, किसे न प्यारी लगती है ? पर अपना ये देश अनूठा, पर संस्कृति पर मरता... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 1 94 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Jan 2024 · 1 min read बड़ी ही शुभ घड़ी आयी, अवध के भाग जागे हैं। बड़ी ही शुभ घड़ी आयी, अवध के भाग जागे हैं। प्रफुल्लित जन अहोभागी, दुखों के दैत्य भागे हैं। कहीं पर दुंदुभी बजती, कहीं बजते नगाड़े हैं। जनकपुर औ अयोध्या में,... Quote Writer 2 136 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Jan 2024 · 1 min read सजी कैसी अवध नगरी, सुसंगत दीप पाँतें हैं। सजी कैसी अवध नगरी, सुसंगत दीप पाँतें हैं। गगनचुंबी इमारत हैं, तनी अद्भुत कनातें हैं। बड़ी शुभदा घड़ी पावन, विराजें राम आसन पर, पखारें पाँव प्रभुवर के, भरी जल की... Quote Writer 1 110 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Jan 2024 · 1 min read लला गृह की ओर चले, आयी सुहानी भोर। लला गृह की ओर चले, आयी सुहानी भोर। बजें नगाड़े - दुंदुभी, गुंजित नभ के छोर।। पलक-पाँवड़े मग बिछा, खड़ा सज्ज हो द्वार। राम-दरश की कामना, करता हर परिवार।। ©... Quote Writer 1 80 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 20 Jan 2024 · 1 min read बनी दुलहन अवध नगरी, सियावर राम आए हैं। बनी दुलहन अवध नगरी, सियावर राम आए हैं। उठा नजरें जरा देखो, अलख सौगात लाए हैं। सरोरुह से नयन कोमल, सरल व्यौहार है इनका, सखी आओ चलें देखें, सुखों के... Quote Writer 1 135 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Jan 2024 · 1 min read क्या यही संसार होगा... चरम पर व्यभिचार होगा। बढ़ रहा अँधियार होगा। सात्विकता क्षीण होगी, तमस का विस्तार होगा। गालियों से बात होगी, अस्मिता पर वार होगा। ध्वस्त होंगीं सभ्यताएँ, मूल्य मन पर भार... Hindi · गीतिका · सजल 2 113 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jan 2024 · 1 min read नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा। नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा। नमामि राम का संयम, नमामि राम की गरिमा। 🙏🙏 भावमगन जन अवध पुरी के, राजकुँवर घर आएँगे। सागर सुख के लहराएँगे, घट... Quote Writer 3 129 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jan 2024 · 1 min read नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा। नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा। नमामि राम का गौरव, नमामि राम की गरिमा। 🙏🙏 जनकपुरी से अवधपुरी में, आया पाग-सनेस। उत्साहित हैं मिथिलावासी, मन में हर्ष विशेष।... Quote Writer 2 124 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Jan 2024 · 1 min read रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी। रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी। राम-नाम अधरों पर होगा, राम-नाम में निष्ठा होगी। लूट मचेगी राम-नाम की, राम-नाम की ईप्सा होगी। राजा राम बनें अग-जग... Quote Writer 3 137 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Jan 2024 · 1 min read आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ आने वाले साल से, कहे पुराना साल। रहे अधूरे काम जो, आकर उन्हें सँभाल।। आने वाले साल से, कहे पुराना साल। तेरा भी इक साल में, होगा मुझसा हाल।। तू... Hindi · Quote Writer · दोहे 2 169 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Dec 2023 · 1 min read जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ। जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ। नरता के मानक गढ़े, नमन तुम्हें नर श्रेष्ठ।। हृदय कामनागार तो, कामधेनु हैं आप। एक छुअन भर आपकी, हर ले हर संताप।। ©... Quote Writer 1 172 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Dec 2023 · 1 min read निकट है आगमन बेला निकट है आगमन बेला खुशी में झूमते पुर-जन, ठुमकते-नाचते पुर-जन। कथाएँ जो सुनीं उन की, मगन मन बाँचते पुर-जन। लला अब जल्द घर आएँ, विगत सुख लौट फिर आएँ, निकट... Quote Writer 2 159 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Dec 2023 · 1 min read रूपमाला रूपमाला फूस की है नींव जिस पर, मोम की दीवार। आँसुओं के साथ अरमां, कर रहे चीत्कार। और क्या-क्या देखना है, हे जगत-कर्तार ! देख कितना दर्द हमको, दे रहा... Quote Writer 3 3 150 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Dec 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति तज मन मूरख मोह- स्वार्थ का घेरा। जाना सब ही छोड़, नहीं कुछ तेरा। क्यों ये जोड़-बटोर ? बाँट दे सबको। अपना ही परिवार, मान ले जग को। ©... Quote Writer 2 178 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 Nov 2023 · 1 min read आज देव दीपावली... देता सुर को त्रास था, करता पाप अनंत। त्रिपुरारि कहलाए शिव, किया असुर का अंत।। त्रिपुरासुर का अंत कर, दिया इंद्र को राज। आज मुदित मन झूमता, सारा देव समाज।।... Hindi · देव दिवाली दोहे 3 158 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Nov 2023 · 1 min read तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार। तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार। रात न देती साथ तो, दिन जाता बेकार।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 2 213 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Nov 2023 · 1 min read मानव-जीवन से जुड़ा, कृत कर्मों का चक्र। मानव-जीवन से जुड़ा, कृत कर्मों का चक्र। सरल रेखवत् है कहीं, कहीं-कहीं पर वक्र।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 1 226 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Nov 2023 · 1 min read माटी तेल कपास की... जलें तेल अरु वर्तिका, दीप बने आधार। तीनों के गठजोड़ से, अँधियारे की हार।। माटी तेल कपास की, तिकड़ी बनी मिसाल। अँधियारे को बेधने, बुनती जाल कमाल।। © सीमा अग्रवाल... Hindi · दोहे 2 161 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Oct 2023 · 1 min read नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास। नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास। नेह धरा का भूलकर, बना राहु का ग्रास।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 2 101 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Oct 2023 · 1 min read आज रात कोजागरी.... शरद पूर्णिमा पर करें, कोजागर उपवास। जाग्रत रहते जन जहाँ, होता श्री का वास।। धरती ने धारण किया, मोहक हीरक हार । शीतल नूतन भाव का, कन-कन में संचार ।।... Hindi · दोहे 2 114 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Oct 2023 · 1 min read जय माँ कालरात्रि 🙏 जय माँ कालरात्रि 🙏 काला है माँ का बदन, कालरात्रि है नाम। दुष्टों का संहार कर, पहुँचाती निज धाम।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 2 146 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Oct 2023 · 1 min read अपने-अपने काम का, पीट रहे सब ढोल। अपने-अपने काम का, पीट रहे सब ढोल। फर्क न कुछ हम पर पड़े, तू भी अपनी बोल।। सिर्फ दिखावा-शान में, कहकर झूठी बात। करते साबित तुम स्वयं, ओछी अपनी जात।।... Hindi · Quote Writer · दोहे 4 419 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Oct 2023 · 1 min read ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून। ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून। बाँध सब्र का टूटता, मिलता नहीं सुकून।। और परीक्षा लो कड़ी, आएँ मुँह तक प्राण। जितनी जल्दी हो प्रभो, पा लूँ जग से त्राण।।... Hindi · Quote Writer · दोहे 3 323 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Oct 2023 · 1 min read हरकत में आयी धरा... हरकत में आयी धरा, लाजिम उसका क्रोध। हद से बढ़ते जुल्म जब, कौन न ले प्रतिशोध।। हुए तब्दील अश्म में, पल में भौतिक भोग। चित्रलिखित से देखते, हक्के-बक्के लोग।। धरती... Hindi · दोहे 3 235 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Sep 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति धेनु चराएँ श्याम, बजाएँ वंशी। बस गोकुल के ग्राम, हो चंद्र-अंशी। देते जग - संदेश, करो गौ सेवा। सभी मिटेंगे क्लेश, मिलेगी मेवा। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · हंसगति छंद 3 278 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 Sep 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति गजानन श्री गणेश, सदा सुखकारी। शिव शंकर हैं तात, उमा महतारी। प्रथम पूज्य श्रीपाद, अमंगल हारी। चरण नवाऊँ माथ, हरो अघ भारी। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · हंसगति छंद 2 225 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Sep 2023 · 1 min read विधाता छंद विधाता छंद कलम सबकी पसंदीदा, मगर पेंसिल हमें भाए। कराए सर कलम अपना,न आँसू एक भी लाए। घिसे जितना उसे कोई, नुकीली और हो जाए, खुशी के साथ जीने का,... Quote Writer 3 2 307 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Sep 2023 · 1 min read नमन तुम्हें नर-श्रेष्ठ... जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ। नरता के मानक गढ़े, नमन तुम्हें नर-श्रेष्ठ।।१।। जीवन के हर क्षेत्र में, बढ़े निडर अविराम। ज्ञान-भक्ति अरु कर्ममय, कर्मठ योद्धा राम।।२।। राम सरिस... Hindi · भक्ति दोहे 2 282 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 24 Sep 2023 · 1 min read बेटी दिवस पर बेटी दिवस पर तुम्हीं हमारी शान, मान हो बिटिया। हम सबका अरमान, जान हो बिटिया। बिटिया तुम पर नाज, हमें है भारी। महक उठी है आज, खिली फुलवारी। © सीमा... Hindi · Quote Writer · हंसगति छंद 2 104 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Sep 2023 · 1 min read एक दोहा... एक दोहा... भूलें हमें सुधारतीं, शिक्षक इनको मान। भूलों से ही सीखकर, बनता मनुज महान।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 3 271 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Sep 2023 · 1 min read गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ... हरो विनायक विघ्न सब, रख लो मेरी लाज। स्वार्थ भाव पनपे नहीं, हों परहित में काज।। मातु शिवा के लाडले, पितु शंकर का मान। वक्रतुण्ड हे गजबदन, करो जगत-कल्यान।। तुम्हीं... Hindi · भक्ति दोहे 3 242 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Sep 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति कुसुमित जग की डार, फले अरु फूले। आशा पंख पसार, उड़े नभ छू ले। सुखद सँदेशे रोज, चले घर आएँ। बरसें सुख के मेघ, खुशी सब पाएँ। © सीमा... Hindi · Quote Writer · मुक्तक · हंसगति छंद 4 271 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Sep 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति आया भादो माह, अहा अति पावन। झुकि-झुकि बरसें मेघ, सरस मनभावन। बरस रहे घनश्याम, बिजुरिया चमके। हो प्रमुदित मन-मोर, नाचता जम के। © सीमा अग्रवाल Hindi · Quote Writer · हंसगति छंद 2 148 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Sep 2023 · 1 min read श्री कृष्ण जन्माष्टमी... आज जन्मदिन आपका, मोदभरे सब लोग। लगा रहे हैं चाव से, माखन-मिश्री-भोग।। धन्य-धन्य वह जेल है, धन्य देवकी कोख। हुए अवतरित प्रभु जहाँ, हरने जग के शोक।। © सीमा अग्रवाल... Hindi · दोहा 2 342 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Sep 2023 · 1 min read अष्टम् तिथि को प्रगटे, अष्टम् हरि अवतार। अष्टम् तिथि को प्रगटे, अष्टम् हरि अवतार। सुत अष्टम् देवकी के, हर लो अष्ट विकार।। © सीमा अग्रवाल Quote Writer 2 142 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Sep 2023 · 1 min read प्रिय भतीजी के लिए... प्रिय भतीजी के लिए... उस वृंत की कोंपल तू नन्ही, जिस पर मैं भी कभी खिली। है मेरा ही प्रतिरूप तू लाडो, सूरत तेरी-मेरी कितनी मिली। रोप दी गई मैं... Hindi · कविता 3 144 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Sep 2023 · 1 min read जी करता है... जी करता है, जी भर रो लूँ। अश्कों से गम, अपना धो लूँ। आज मैं तन्हा खाली-खाली। कैसे रात कटे ये काली ! शायद मन कुछ राहत पाए, बिखरे मन... Hindi · कविता 3 255 Share Previous Page 2 Next