Sarita Pandey 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Sarita Pandey 1 May 2018 · 1 min read "अभिमन्यु" दर्द ने सबको सताया , खुशी और सुँकून की तलाश है। ज़िदगीं की मुश्किलें चक्रव्युह के समान, जिसे तोड़ने को एक "अभिमन्यु" की तलाश है। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 265 Share Sarita Pandey 29 Apr 2018 · 1 min read "मन" मन का मन पर विश्वास करना हो गया मुश्किल, मन का पाश ,मन का भ्रम जिससे निकलना हो गया मुश्किल। मन ही ना जाने मन क्यों बैचेन उसको समझना हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 506 Share Sarita Pandey 28 Apr 2018 · 1 min read "मौत" मौत तो कहते है एक सच्चाई है, "मौत" को देख ज़िदगीं घबराई है। जब यह आती है किसी को नही भाती है, "मौत" की यह एक कड़वी सच्चाई है। यह... Hindi · कविता 269 Share Sarita Pandey 25 Apr 2018 · 1 min read "अपराधबोध" अपराधबोध" जैसी स्थिती हमारे जीवन में कभी ना कभी उत्पन्न हो ही जाती है ।कभी हालात, कभी मनुष्य,या कभी कोई पशु या पक्षी को लेकर। आज मेरे मन में भी... Hindi · कविता 549 Share Sarita Pandey 25 Apr 2018 · 1 min read फकीर की दुआ कुछ पाना है गर तुझको तो, पाने की ख्वाहिश को जिंंदा रख। जो आग लगी है सीने मेंं, उस आग को कयामत तक जिंंदा रख। तूफांं तो कई आयेगेंं मगर,... Hindi · कव्वाली 1 989 Share Sarita Pandey 24 Apr 2018 · 1 min read "क्यों ना थोड़ा सा हँस ले!" रोते हुए पैदा होता है हर इंसा रोते हुए निकल जाती है सारी ज़िन्दगानी, तो क्या हुआ यारो, आओं,आज थोड़ा-सा हँस लेते है। बचपन गुज़रता रोते हुए दुध-खिलौनों के लिए,... Hindi · कविता 436 Share Sarita Pandey 23 Apr 2018 · 1 min read "तू" वो मेरे घर का ख़ाली-ख़ाली सा क़ोना, जहाँ तू रहती थी। वहाँ अब य़ादों ने घर बसा लिया है। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 435 Share Sarita Pandey 18 Apr 2018 · 1 min read रिश्ते रिश्तों के धागे कभी कमजोर दिखते, कभी, मजबूत नजर आते है। निर्णयों की घड़ी में कभी अपने दिखते, कभी, अपने पराये नजर आते है। जब चाहिए होता एक सबल सहारा,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share Sarita Pandey 17 Apr 2018 · 1 min read गोया सुगबुगाहट सी है किसी के क़दमों की, आज ना जाने क्यों फिर से इन फ़िजाओं में। अनजाना सा चेहरा है फिर भी ना जाने क्यूँ, पहचान लग रही मुझको सदियों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 228 Share Sarita Pandey 15 Apr 2018 · 1 min read गुनाह करते है "गुनाह" सभी एक "गुनाह" हमने भी किया, तो क्या बुरा किया। ज़मी को चाह फ़लक की फ़लक को ज़मीं पर झुकाया, तो क्या बुरा किया। रेगिस्ताँ था दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 487 Share Sarita Pandey 14 Apr 2018 · 1 min read कठुआ की परी देखो आज फिर से हवाओं में मचा कोलाहल, मानवता को "मानवरुपी पशु" ने किया हलाहल। किस की पीठ थपथपाऊँ, किस टीले चढ़ नारा लगाऊँ किसको मैं धैर्य बधाऊँ, किसका लहू... Hindi · कविता 263 Share Sarita Pandey 14 Apr 2018 · 1 min read ये नयन जब भी ये नयन मुख की भाषा बोल जाते है , बिन कहे कितने ही अनगिनत बोल, वे बोल जाते है। अधरों में कोई स्पंदन नही,कोई कंपन नही, पर ये... Hindi · कविता 460 Share Sarita Pandey 12 Apr 2018 · 1 min read "मेरी वेदना" असर्मथ हूँ आज मैं अपनी वेदना कह पाने में, कैसे समझूँ मूक और मौन की भाषा, इंसान हूँ शब्द और हाव-भाव ही पहचान पाती हूँ, तेरी तकलीफ, तेरा दर्द और... Hindi · कविता 690 Share Sarita Pandey 11 Apr 2018 · 1 min read अभिव्यक्ति मैं पीर पराई कैसे जानूँ, जब मैंने सौ-सौ नीर बहाये है। पग-पग काँटे हरपल शोले, दुनिया ने मेरे कदमों तले बिछाये है। Hindi · मुक्तक 401 Share Sarita Pandey 9 Apr 2018 · 1 min read प्लास्टिक का विकल्प जब से प्लास्टिक बैन का ड़ड़ा चला है। इस्तेमाल करने वालों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।अब क्या करें सब सोच रहे हैं। समस्या अपने अंदर समाधान छुपाये रहती है... Hindi · लेख 451 Share Sarita Pandey 9 Apr 2018 · 1 min read रंग हास्य के "रंग" मैं बिखेर नही सकती, मुझको गम की काली चादर से इश्क है। होगा उनको नाज़ अपनी खोखली मुस्कुराहटों पर, मुझको अपने नमकीन अश्कों पर फ़क्र है। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 1 612 Share Sarita Pandey 8 Apr 2018 · 1 min read "राहत" माना की दर्द का इलाज अाँसू तो नही है, मगर रो लेने दो आँखों को गर राहत मिले। भटका किये उम्रभर हम श्मशानों में, बैठ जाने दो पास गर रूह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 293 Share Sarita Pandey 7 Apr 2018 · 1 min read सुनो सखी !! सुनो सखी एक बात सुनाऊँ, ध्यान लगाकर सुनना, जरा कान लगाकर सुनना। धमनियों में अब कहाँ यहाँ रक्त बहता है, भष्ट्राचार हर एक नस-नस में पलता है, आरक्षण भी अब... Hindi · कविता 393 Share Sarita Pandey 7 Apr 2018 · 2 min read आजी (2) समय के साथ मैंं और पदमा अब कुछ-कुछ बदल गये थे ।पदमा बहुत गंंभीर हो गई थी। नंंदा भी अब कम मस्तियाँँ किया करती ।बेरहम समय ने मेरी सहेली के... Hindi · कहानी 300 Share Sarita Pandey 7 Apr 2018 · 2 min read आजी (1) बरबस ही उसका चेहरा आँँखोंं के सामने आ गया।नाम कुछ अच्छी तरह से याद नही शायद "शांंताबाई कांंबळे"? हाँँ यही था। लेकिन हम उसे आजी कहा करते थे।हमारे पड़ोस मेंं... Hindi · कहानी 601 Share Sarita Pandey 4 Apr 2018 · 1 min read आग इक आग तेरे सीने में भी है, तपिश मैंने महसूस की है, तुझे माचिस की क्या ज़रुरत। #सरितासृजना Hindi · मुक्तक 600 Share Sarita Pandey 3 Apr 2018 · 1 min read "चल मन चल" चल मन चल हिमालय की सैर कर आएँँ अपने दुखोंं को , अपने तनावोंं को , और निगौड़ी,अपनी समस्याओंं को , हिमालय के शिखर पर ही कहींं छोड आएँँ ,चल... Hindi · कविता 251 Share Sarita Pandey 2 Apr 2018 · 1 min read सलीका मैं हूँ बेतरतिब मुझको जीने का सलीका सीखा दो, बेरंग तस्वीर मेरी उसमें रंग भरने का तरीका सीखा दो। एक अधुरा गीत गुनगुनाती हूँ रोज़ अकेले में, महफ़िल में पेशकश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 427 Share Sarita Pandey 31 Mar 2018 · 1 min read "देखो ये बचपन" कितना बेफिकरा है "देखो ये बचपन" अगल-बगल मेंं क्या घटता ,क्या बढ़ता मुझको क्या लेना-देना कहता है ,देखो ये बचपन। जब मर्जी सो जाऊँँ ,जब मर्जी उठ जाऊँँ समय की... Hindi · कविता 1 1 253 Share Sarita Pandey 27 Mar 2018 · 1 min read "वह पगली" पता नही कहाँँ से आई थी "वह पगली", सबकी आँँखोंं को बड़ी ही भायी थी "वह पगली"। बडी अजीब थी, मलिन चेहरा ,मरियल सी देह, कांंतिविहिन काया की धनी थी... Hindi · कविता 294 Share Sarita Pandey 22 Mar 2018 · 1 min read "मुश्किल" सब्र हो जाय हर चीज़ में मुमकिन तो नही, बेसब्री दीवानगी बन जाय ये मुश्किल तो नही। चलो करते है शामिल इस एक लफ्ज़ को, शब्दों मेँ भाव मिल जाय... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 266 Share Previous Page 2