Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Apr 2018 · 1 min read

प्लास्टिक का विकल्प

जब से प्लास्टिक बैन का ड़ड़ा चला है। इस्तेमाल करने वालों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।अब क्या करें सब सोच रहे हैं। समस्या अपने अंदर समाधान छुपाये रहती है जरुरत होती है खोजने की और समझने की।सब मिलकर सोचेगें तो रास्ता जरुर निकलेगा।(कुल्हड़) ग्लास का विकल्प हो सकता है। हाँ पता है आसान नही है। कुछ कहेगें क्या बेवकूफी है!! पर सोचिए।थोड़ी परेशानी से अगर समस्या हल हो सकती है तो क्युँ ना ये परेशानी उठा ली जाय। इससे रोजगार भी बढ़ेगा।बाकी के सामानों का भी विकल्प भी हो सकता है जैसे चम्मच, स्ट्रा,लिक्विड चीजों के लिए पार्सल डिब्बे वगैरह।इन सब चीजों को बनाने के लिए उस चीज का उपयोग किया जा सकता है जिनसे टोकरियाँ, सूप बनते है। पत्ते के दोने भी प्लास्टिक कटोरी का विकल्प हो सकते है। उसी तरह पत्तल प्लास्टिक प्लेट की जगह इस्तेमाल कर सकते है।ग्लास की जगह कुल्हड़।चम्मच और स्ट्रा का भी विकल्प हो सकता है।टोकरी बनाने में जो चीज इस्तेमाल होती है। उसका उपयोग इन्हें बनानेवाले कारीगर अपने दिमाग का इस्तेमाल कर ढुँढ़ सकते है।इससे रोजगार बढ़ सकता है गाँव और शहर दोनों जगह। बेरोजगारों को रोजगार मिल सकता है। हो सकता है महिलाओं को काम मिल जाएँ घर बैठे।
खुद भी सोचें दोस्तों और दुसरों को भी शेयर करें।

Language: Hindi
Tag: लेख
353 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सोई गहरी नींदों में
सोई गहरी नींदों में
Anju ( Ojhal )
वोट डालने जाना
वोट डालने जाना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
क्यों प्यार है तुमसे इतना
क्यों प्यार है तुमसे इतना
gurudeenverma198
इन चरागों का कोई मक़सद भी है
इन चरागों का कोई मक़सद भी है
Shweta Soni
भाड़ में जाओ
भाड़ में जाओ
ruby kumari
विश्व पुस्तक मेला
विश्व पुस्तक मेला
Dr. Kishan tandon kranti
कभी किसी की सुंदरता से प्रभावीत होकर खुद को उसके लिए समर्पित
कभी किसी की सुंदरता से प्रभावीत होकर खुद को उसके लिए समर्पित
Rituraj shivem verma
लोग कह रहे हैं आज कल राजनीति करने वाले कितने गिर गए हैं!
लोग कह रहे हैं आज कल राजनीति करने वाले कितने गिर गए हैं!
Anand Kumar
प्रेरणा
प्रेरणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*वो खफ़ा  हम  से इस कदर*
*वो खफ़ा हम से इस कदर*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ये मन तुझसे गुजारिश है, मत कर किसी को याद इतना
ये मन तुझसे गुजारिश है, मत कर किसी को याद इतना
$úDhÁ MãÚ₹Yá
💐प्रेम कौतुक-375💐
💐प्रेम कौतुक-375💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सावन बीत गया
सावन बीत गया
Suryakant Dwivedi
The Nature
The Nature
Bidyadhar Mantry
#शुभ_रात्रि
#शुभ_रात्रि
*Author प्रणय प्रभात*
सुबह की एक कप चाय,
सुबह की एक कप चाय,
Neerja Sharma
मुझे धरा पर न आने देना
मुझे धरा पर न आने देना
Gouri tiwari
जीवात्मा
जीवात्मा
Mahendra singh kiroula
कुछ लोग किरदार ऐसा लाजवाब रखते हैं।
कुछ लोग किरदार ऐसा लाजवाब रखते हैं।
Surinder blackpen
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ज़िंदगी में बेहतर
ज़िंदगी में बेहतर
Dr fauzia Naseem shad
कर्म ही है श्रेष्ठ
कर्म ही है श्रेष्ठ
Sandeep Pande
कभी उसकी कदर करके देखो,
कभी उसकी कदर करके देखो,
पूर्वार्थ
डरने कि क्या बात
डरने कि क्या बात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
** चिट्ठी आज न लिखता कोई **
** चिट्ठी आज न लिखता कोई **
surenderpal vaidya
आया बसंत
आया बसंत
Seema gupta,Alwar
कृष्ण सुदामा मित्रता,
कृष्ण सुदामा मित्रता,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बेटी दिवस पर
बेटी दिवस पर
डॉ.सीमा अग्रवाल
रूठा बैठा था मिला, मोटा ताजा आम (कुंडलिया)
रूठा बैठा था मिला, मोटा ताजा आम (कुंडलिया)
Ravi Prakash
2408.पूर्णिका🌹तुम ना बदलोगे🌹
2408.पूर्णिका🌹तुम ना बदलोगे🌹
Dr.Khedu Bharti
Loading...