संतोष सोनी 'तोषी' 53 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid संतोष सोनी 'तोषी' 22 Oct 2024 · 1 min read *दिनचर्या* फजर से स्याह रात तक का सफर हो आसान इसलिए रोज उठाती हूँ कलम दोपहर का आराम फिर शाम का वही अफसाना जिसे जीती हूँ मैं अपने तरीके से तब... 367 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read मेरी आँखो से... खुल रहे हैं कुछ पन्नें देखो मेरी आँखो से छुपे है जिनमें करारे हर्फ और ढेर सारा दर्द बनकर कुछ शब्दों की माला पसंद आये तुम्हें जो कविता नज़्म या... Poetry Writing Challenge-2 3 460 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read मैं अवनि... मैं अवनि.... सदियों से ढ़ो रही हूँ भार नहीं आई कभी शिकन माथे पर अपने गर्भ में पालती रही हूँ मैं मनुज की उम्मीदों के फल समय समय पर देती... Poetry Writing Challenge-2 2 332 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read गठरी अहसानों के बोझ तले छोड़ गया आज वो अपने *अहसास* ले गया मन में कुछ सवाल निर्मल भावनाओं के लांघी थी कइयों ने उसके *मन की* *सीमा रेखा* आज.... उसकी... Poetry Writing Challenge-2 347 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल हटा उपल रास्ता बनेगा, तुम्हारे संँग काफ़िला बनेगा। चले सफर में ले साथ सबको, तभी सफल फ़लसफ़ा बनेगा। जतन से पाला उसी को तोड़ा, लगा जो गुल आसरा बनेगा। छिटक... Poetry Writing Challenge-2 313 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल क़िस्मत ने दिल्लगी की किसका कसूर माने। ओ आसमान वाले तेरा ही नूर मानें। खेले अजब अनोखे सब खेल जिंदगानी, हम खेल में अनाड़ी खुद को लंँगूर माने।। तेरे जहां... Poetry Writing Challenge-2 349 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल गुलों से सजा वो हसीं इक शहर है न जाने लगी उसको कैसी नजर है। उखड़ने लगी सांस सड़कों की देखो न आया है राही न कोई खबर है। छुपा... Poetry Writing Challenge-2 377 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल गीत हो या ग़ज़ल आप स्वर दीजिए, साधना को नई एक लहर दीजिए। साथ में बैठकर दो घड़ी बोल लें, आप अपने हमें दो पहर दीजिए। नींद को बेच कर... Poetry Writing Challenge-2 281 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read मुलाकात आज हम फिर इक मुलाकात करते हैं, जीवन जो बीता अनुपात करते हैं, स्वर घात और प्रतिघात के छोड़ कर- चल आज फिर नई शुरूआत करते हैं। *********************************** संतोष सोनी... Poetry Writing Challenge-2 282 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read अखिला कुमुदिनी कल-कल तटिनी के तट पर कल, अखिला कुमुदिनी रहती थी, पल-पल मधुरिम स्वर में तब ही, कूका कुहुकिनी करती थी, यादों में तट कालिंदी के, उभरे दर्शन सारे आज- छल-छल... Poetry Writing Challenge-2 1 280 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ हैं दीपमाला सी, ज्योत ऋचा आदि शक्ति की, है दीपिका दीपावली सी, होली रंग है मुक्ति की, महि सिंधु शून्य है समेटती, अंतस अयन से जो सदा - माँ... Poetry Writing Challenge-2 1 321 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read अलसुबह सुनो मुक्त परिंदो का चह चहाना अल सुबह, सप्त सुर संँग छेड़ रहा रवि तराना अल सुबह, मुदित हो रही कली प्रभास के प्रथम् मिलन से- अहा! देखो गुलाब का... Poetry Writing Challenge-2 188 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read मुक्तक प्रथम् अरूणोदय अर्घ्य से अंबर जहाँ प्रफुल्लित होता है, नमन हे ! भारत भूमि तेरा सौंदर्य देख देव हर्षित होता है, नित नूतन अवतरण ले ईश्वर मेरे देश में रमण... Poetry Writing Challenge-2 218 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read हायकू हो जाते हैं चार लोग इकठ्ठे क्या है मसला?? रंगत लाये खुशबू मन भाये वो है केसर!! वो जब आये रंक राजा कहाये दौलत नशा!! सांझ के बाद आसमान हो... Poetry Writing Challenge-2 325 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read हायकू बूंदे गिरती, बनकर ज्यौं मोती, धरा प्रसन्न!!.... मधुर स्वर, मधुकर की गूंज, पल्लव हर्षे!!..... ओस की बूंद, आनंदित पादप, मिली खुशियां!!.... सींचते जल, तरू खींचते मन, प्रकृति नमः!!..... तरू तरसा,... Poetry Writing Challenge-2 228 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read कुंडलियां साल दिसंबर गर्भ से, उदय हुआ नव वर्ष। नवल भामिनी जनवरी, आई लेकर हर्ष।। आई लेकर हर्ष, ऋचा शुभ नव्य नवेली। लाई है उत्कर्ष, हवाएँ ऋतुज सहेली।। कहती तोषी बात,... Poetry Writing Challenge-2 240 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read कैद परिंदें पिंजरें में कैद परिंदों को दाना-पानी मिलता है इसका मतलब ये तो नहीं कि उनको उड़ना पसंद नहीं। ऊँची उड़ान का मज़ा कैसा होता है!.. ये आकाश में उड़ते उस... Poetry Writing Challenge-2 308 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read तोटक छंद सबकी अपनी-अपनी करनी, सबकी अपनी-अपनी भरनी। किसने किसको कितना समझा, उतना विरथा भ्रम में उलझा। अपनेपन का दिखता तन जो, वह भीतर से कपटी मन हो। शुभ दीपक जो जलता... Poetry Writing Challenge-2 316 Share संतोष सोनी 'तोषी' 17 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल ताल-बेताल से निभाती हूँ, मैं वो नादां जहां से आती हूँ। है ख्यालों के सब परिंदें जो, आज उनको चलो उड़ाती हूँ। क़ायदे छोड़ मन चला अपनी, वो जो राहें... Poetry Writing Challenge-2 249 Share संतोष सोनी 'तोषी' 10 Feb 2024 · 1 min read मनहरण-घनाक्षरी घाव में नमक भरें, नहीं साथ उसे रखें, भले नैन निर्झर, झरें जल क्षार है। भावना हैं कोरी-कोरी बातें करता चटोरी, यार प्यार सदा से दो धारी तलवार है रात... Poetry Writing Challenge-2 1 262 Share संतोष सोनी 'तोषी' 10 Feb 2024 · 1 min read नेह के परिंदें पिंजरें में कैद परिंदों को दाना-पानी मिलता है इसका मतलब ये तो नहीं कि उनको उड़ना पसंद नहीं। ऊँची उड़ान का मज़ा कैसा होता है!.. ये आकाश में उड़ते उस... Poetry Writing Challenge-2 235 Share संतोष सोनी 'तोषी' 10 Feb 2024 · 1 min read सुनो बंजारे सुनो बंजारे तुम्हें भागती-दौड़ती जिंदगी के पीछे दौड़ना पसंद है और मुझे ठहराव पसंद है नहीं, मैं नहीं चाहती हूँ दिमाग़ खर्च करके इन फजूल बातों के पीछे भागना मुझे... Poetry Writing Challenge-2 269 Share संतोष सोनी 'तोषी' 4 Feb 2024 · 1 min read क्षणिकाएँ उपकार बंजर थी जमीं/ आसमानी इश्क ने/ कर दिया हरा-भरा / इश्क का उपहार / ज़मीं-आसमां पर/ ये था उपकार! हाथों की खाली लकीरें मेहंदी लगते ही सुहागन हो गई... Poetry Writing Challenge-2 242 Share संतोष सोनी 'तोषी' 4 Feb 2024 · 1 min read मुक्तक शबरी हर्षित राम निलय आएँ, सँग में भ्राता श्री लक्ष्मन आएँ, मेहप्रिय मृग वन में नृत्य करें, आएँ रघुकुल सरसिज घन आएँ, बेर प्रेम के चख श्रमणा देती, लक्ष्मण प्रीत... Poetry Writing Challenge-2 306 Share संतोष सोनी 'तोषी' 4 Feb 2024 · 1 min read कुंडलियां नैन समंदर हो गए, भर के खारी बूंद। प्रिय प्रियतम के प्रेम पर, विषमय लगी फफूंद।। विषमय लगी फफूंद, मार्ग में स्याह घनेरे। पथ में सिमटे फूल, शूल मग को... Poetry Writing Challenge-2 177 Share संतोष सोनी 'तोषी' 4 Feb 2024 · 1 min read प्रेरणा घोर अँधेरा मत रुकना मन, पथ पर दीप बनेंगे तारे, माँझी थामें पतवारों को, आते चल फिर आप किनारे, उतरें सागर में जो मोती, माणिक लेकर आते बाहर- खड़ा वही... Poetry Writing Challenge-2 218 Share संतोष सोनी 'तोषी' 3 Jul 2023 · 1 min read दोहे नमन मंच 🙏🏻🌹🙏🏻 गुरु पूर्णिमा पावन पर्व की अनंत मंगलमय बधाई 🌹🙏🏻🌹 पटल के सभी श्रेष्ठी को यथायोग्य सादर प्रणाम 🙏🏻🙏🏻 गुरु की ऊर्जा सूर्य सी, अम्बर सा विस्तार। गुरु... 1 730 Share संतोष सोनी 'तोषी' 13 Jun 2023 · 1 min read अबोध अंतस.... अबोध अंतस बह रहा सपनों में तेरे संग ढूंढ रहा तुझे आत्मसात करने शब्दों से परे इशारों की दुनिया मौन स्वर में स्वाभिमान की सरिता में आत्मनिष्ठ शब्दों को व्यक्त... 2 284 Share संतोष सोनी 'तोषी' 11 Jun 2023 · 1 min read क्षमा देव तुम धीर वरुण हो...... क्षमा देव तुम धीर वरूण हो, किल्विष का मैं पर्ण गुच्छ हूँ सुधा देव गंभीर अरूण तुम, धरा गर्भ मैं पला पुष्प हूँ रूप सरस सौंदर्य देव जब, बरसाते तुम... Poetry Writing Challenge 550 Share संतोष सोनी 'तोषी' 9 Jun 2023 · 1 min read सविता की बहती किरणें... पसरा सन्नाटा सड़कों पर, धूप ने डेरा डाला। सविता की बहती किरणों ने, फिर प्राणों को उबाला।। अर्घ्य दिया भानु को लेकिन है, गुस्से का खारा बड़ा। तेंवर सप्त तुरंगी... Poetry Writing Challenge 2 677 Share Page 1 Next