इंजी. संजय श्रीवास्तव Language: Hindi 132 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid इंजी. संजय श्रीवास्तव 7 Sep 2024 · 1 min read इंतजार रात गहरी थी सुबह का सत्कार था उससे मिलने को दिल बेकरार था काली रातों के साए को चीर कर मिलन प्रेम का ले रहा आकार था कई बसंत बीत... Hindi 62 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 6 Sep 2024 · 1 min read सच्चा मीत तेरे जीवन को रोशन करना चाहता हूं, इश्क की इंतहा तक जाना चाहता हूं। प्यार दिखता है मुझे तेरी आंखों में भी, झील सी आंखों मे डूबना चाहता हूं। तुझे... Hindi 63 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 14 May 2024 · 1 min read हस्ताक्षर मां के हाथों का हस्ताक्षर देखो कच्ची मिट्टी से गढ़ा गया हूं उनकी आंखों का तारा सुदूर पूर्व से उदित हुआ हूं न जाने कितने कष्टों को झेलकर नया किरदार... Poetry Writing Challenge-3 43 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 9 May 2024 · 1 min read आस... उदित हुआ मां का एक तारा सुदूर दिशा पूर्व में हर्षित मुदित था घर ये सारा आने से उसके जग में सोलह साल बाद ब्याह के वह जगत मेंआया था... Poetry Writing Challenge-3 1 58 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 3 May 2024 · 2 min read आश्रम #आश्रम# जमाने के अजीबो गरीब इस चलन को मैने देखा है पैसों के पीछे भागते यहां हर शख्स को मैंने देखा है वो प्रेम वो मोहब्बत न जाने कहां खो... Poetry Writing Challenge-3 77 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 25 Apr 2024 · 2 min read मुझसे मेरी पहचान न छीनों... मुझसे मेरी पहचान ना छीनों... मेरा भी अस्तित्व है अपना मुझसे मेरी जान ना छीनो, किसने दिया अधिकार ये तुमको मुझसे मेरी पहचान ना छीनों जिस घर में मैंने जनम... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता 97 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 18 Apr 2024 · 1 min read चाहता हूं मोहब्बत की राहें कठिन ही सही उम्र भर साथ तेरे चलना चाहता हूं बचपन की यादें भले विस्मृत ही सही उन्हीं यादों के सहारे जीना चाहता हूं बिताए साथ तेरे... Hindi 90 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 4 Apr 2024 · 1 min read दिल दिल अक्सर मेरी रातों की नींदें चुरा लिए जाता है कोई गुलशन से जैसे बहारों को चुरा लिए जाता है कोई बड़ा सम्हाल के रखा था दिल मैने अपना लेकिन... Hindi 102 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 2 Apr 2024 · 1 min read सत्य की खोज सत्य की खोज जन्म से लेकर मरण तलक फैला असत्य का राज सत्य की बातें सब करते हैं अमल करे ना आज खोज सत्य की करने घर से, निकले राजा... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 3 2 90 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 24 Mar 2024 · 3 min read रंगों का महापर्व होली रंगों का महापर्व होली **************** विश्व में संभवतः भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहां पर प्रकृति में होने वाले प्रत्येक प्रकार के सकारात्मक बदलाव को एक उत्सव अथवा एक... Hindi 1k Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 10 Mar 2024 · 1 min read "खाली हाथ" ये दौलत ये शोहरत ये तख्त ओ ताज चला गया जब हुआ रुखसत जहां से तो कफन चला गया किस बात का गुमान है अहंकार किस बात का खाली हाथ... Hindi · Quote Writer 1 124 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 8 Mar 2024 · 1 min read प्यार की दास्तान अपने गीतों में मुझको बसा ले सनम प्यार की दास्तान नयी लिखते हैं हम अपने गीतों में मुझको बसा ले सनम मिलना हम दोनों का तय था सनम राह बाधाओं... Hindi 141 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 21 Feb 2024 · 1 min read तेरी शरण में आया हूं हे राम मेरे हे राम मेरे अब तेरी शरण में आया हूं बर्बाद किया जीवन अपना आशीष तेरा अब पाया हूं हे राम मेरे हे राम मेरे अब तेरी शरण... Poetry Writing Challenge-2 63 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 20 Feb 2024 · 1 min read डोर आस्था की डोर आस्था की आज हृदय के तार बजे हैं गुणगान तेरा ही करता हूं मन वीणा के सुर आज सजे हैं गीत तेरे ही गाता हूं हे पुरुषोत्तम हे रघुवर... Poetry Writing Challenge-2 133 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 19 Feb 2024 · 1 min read पधारे राम अयोध्या में पधारे राम अयोध्या में पधारे राम अयोध्या में खुशी बिखरी है चारों ओर पधारे राम अयोध्या में खुशी बिखरी है चारों ओर सिया भी साथ अयोध्या में खुशी बिखरी है... Poetry Writing Challenge-2 75 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 18 Feb 2024 · 1 min read कण कण में राम # कण कण में राम # राम आदि हैं राम अनंत हैं राम सत्य हैं राम शाश्वत हैं भारत के हर घर में राम है भारत के हर जन में... Poetry Writing Challenge-2 71 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 17 Feb 2024 · 1 min read सीता स्वयंवर # सीता स्वयंवर # विवाह योग्य हुई सीता राजा जनक को चिंता सताई थी सुयोग्य वर चुनने को मुनादी स्वयंवर की कराई थी दूर दूर से राजे, महाराजे, वीर और... Poetry Writing Challenge-2 75 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 17 Feb 2024 · 1 min read देने वाले प्रभु श्री राम देने वाले इस दुनिया में एक अपने प्रभु श्री राम हैं हम तुम क्या हैं इस दुनिया में उनकी ही संतानें हैं देने वाले इस दुनिया में एक अपने प्रभु... Poetry Writing Challenge-2 79 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 17 Feb 2024 · 1 min read मर्यादा पुरषोत्तम "मर्यादा पुरषोत्तम" पधारे राम धरती पर अवतार विष्णु का लेकर मर्यादित कर्म से अपने किया प्रहार दुष्टों पर निभाकर वचन पिता का बढ़ाया मान रघुकुल का निभाई रीत रघुकुल की... Poetry Writing Challenge-2 85 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 17 Feb 2024 · 1 min read रामलला फिर आएंगे # रामलला फिर आएंगे # बहुत समय से आस लगी थी रामलला कब आएंगे फिर विराजेंगे धाम में अपने फिर विराजेंगे धाम में अपने हम सब का मान बढ़ाएंगे रामलाल... Poetry Writing Challenge-2 55 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Feb 2024 · 1 min read कैसे धाम अयोध्या आऊं # कैसे धाम अयोध्या जाऊं # राग द्वेष लिए हृदय में,कैसे धाम अयोध्या आऊं हे महाप्रभु श्री राम मेरे मन ही मन सकुचाऊं राग द्वेष लिए हृदय में,कैसे धाम अयोध्या... Poetry Writing Challenge-2 156 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 15 Feb 2024 · 1 min read प्रेम प्रभु का प्रेम में अपने भिगो ले मुझको कभी अलग नही हो पाऊं मैं मैं तेरे बिन ओ मेरे मालिक हाड़ मांस का पुतला हूं ना कुछ आए ना कुछ सीखा कठपुतली... Poetry Writing Challenge-2 77 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 10 Feb 2024 · 1 min read बांध प्रीत की डोर... बांध प्रीत की डोर... बांध प्रीत की डोर राम संग जीवन मुझको जीना है अब मेरे भगवन मुझको बस तुझमें ही तो रमना है छल कपट और राग द्वेष से... Poetry Writing Challenge-2 1 161 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 10 Feb 2024 · 1 min read प्रश्नचिन्ह... राम तेरे भी हैं राम मेरे भी हैं राम तो इस देव भूमि के जन जन में हैं क्यूं लगाते हो प्रश्नचिन्ह अस्तित्व पर इनके राम तो इस जगत के... Poetry Writing Challenge-2 1 81 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 7 Feb 2024 · 1 min read प्रभु श्री राम आए हैं... उठाओ थाल पूजन के मेरे भगवान आए हैं चढ़ाओ पुष्प और चंदन चारों धाम आए हैं रहे जो दूर बरसो तक अपनों से भला कैसे चलकर आज साक्षात प्रभु श्री... Poetry Writing Challenge-2 66 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 31 Oct 2023 · 1 min read लौह पुरुष लौह पुरुष खंड खंड में बंटा राष्ट्र था मेरा एकीकरण एक अबूझ पहेली थी एक ओर था बंटवारा राष्ट्र का तो दूजी ओर उथल पुथल अंदरूनी थी किसी राज्य ने... Hindi 145 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 6 Sep 2023 · 1 min read गर्व की बात पहुंचा है देश चांद पर यह बड़े गर्व की बात है गढ़ेगा का एक इतिहास नया गौरव की बात है पुराने हुक्मरानों की नजर में हम सपेरों के देश थे... Hindi 1 255 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 16 Aug 2023 · 1 min read पुण्य भूमि...भारत वर्ष जीवन प्रेम है क्यों आपस में लड़ते और झगड़ते हो, इंद्रधनुषी जिंदगी है क्यों इसको बदरंग करते हो। वो स्नेह वो प्रेम वो चैन ओ अमन कैसे भूल गए, आपस... Hindi 164 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 19 Jul 2023 · 1 min read संबंधों का एहसास थोड़ा रुक कर जीवन जी ले कब तक यूं ही भागेगा जीवन की इस अंधी दौड़ में अकेला ही रह जायेगा वह बचपन का साथ सुहाना वह संगी साथी छूट... Hindi 234 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 15 Jul 2023 · 1 min read इबारत अमन की आग हर तरफ लगी है हर देश जल रहा है फितरत से इंसान की चैन ओ अमन खो गई है गर अमन ओ मोहब्बत है इंसा की फितरत तो फिर... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 4 167 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 13 Jul 2023 · 1 min read इंसा की फितरत पाने की तुम को लिए तमन्ना दरबदर मेरा दिल भटक रहा है इजहार ए इश्क करने को तुमसे बरसों से ये दिल मचल रहा है तुम्हारी उल्फत का जाम पीकर... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 3 1 188 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 9 Jul 2023 · 1 min read आस का पंछी... बदरा घिर आए सावन आया रे बिजुरिया चमके है सावन आया रे ऐसे में सजन तू परदेस में है सखियां चिढ़ाए मोहे सावन आया रे बूंदे सावन की तन को... Hindi · कविता 106 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 9 Jul 2023 · 1 min read अस्तित्व पर संकट फैल चुका है विष बयार में संकट अस्तित्व पर गहराया है शांति प्रिय सेना के क्रियाकलापों से जगत सारा थर्राया है कहां गई संस्थाएं सारी एमनेस्टी की बातें जो करती... Hindi · कविता 98 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 15 Jun 2023 · 1 min read प्रगति कर ली मेरे शहर ने... प्रगति कर ली मेरे शहर ने पेड़ सारे हवा हो गए हैं शीतल बयार नहीं बहती अब पक्षियों की चहचहाहट नहीं है गौरैया दिखाई नही देती अब तोते भी नजर... Hindi 244 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 31 May 2023 · 1 min read नया इतिहास रचाया है देश का गौरव नई संसद देकर स्वाभिमान हमारा बढ़ाया है भारतीय संस्कृति का परचम जग में तुम ने लहराया है जात-पात और ऊंच-नीच से उठकर तुमने काम किया है राष्ट्र... Hindi · कविता 141 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 22 May 2023 · 1 min read आपस का प्रेम मिलना जुलना यारी दोस्ती अब बीती बातें सी लगती हैं करते हैं छल अपने ही अब तो दोस्त भी छुरा घोंपने बैठा है भाई भाई का बैर आपस में सारी... Poetry Writing Challenge 1 118 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 22 May 2023 · 1 min read मायने जिंदगी के मायने जिंदगी के तेरी आंखों से छलकते हुए पैमानों की कसम जिंदगी वह नही जिसे पिए जा रहा था मैं होठों से तेरे फूटते हुए तरन्नुम की कसम जिंदगी वह... Poetry Writing Challenge 1 1 104 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 22 May 2023 · 1 min read हिंदी हिन्दी मन मेरा हिंदी तन मेरा हिंदी नाड़ी में दौड़ता रक्त भी हिंदी श्वांस मेरी हिंदी दृष्टि मेरी हिंदी हृदय के अंदर स्पंदन भी हिंदी भोर मेरी हिंदी संध्या मेरी... Poetry Writing Challenge 1 73 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 22 May 2023 · 1 min read मिलन फरवरी का मिलन फरवरी का पिरोकर बिखरे मोतियों की उसने माला एक बनाई थी, कोई कहीं था कोई कहीं थी उसने पहचान बताई थी। वो कॉलेज के दिन थे अपने वो मस्ती... Poetry Writing Challenge 96 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 22 May 2023 · 1 min read बनवास बनवास ----- अक्सर मन जब बिन तेरे उदास हो जाया करता है यादें तेरी आकर उसको सहारा दे जाया करती हैं यादों के उस पसमंजर में जब याद मैं तुमको... Poetry Writing Challenge 216 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 22 May 2023 · 2 min read बदलाव बदलाव ______ मेरा देश जल रहा है कोई नहीं बुझाने वाला जिस पर भी किया भरोसा हमने उसने है हमको छल डाला है। जिसको देखो अपनी ही खातिर रोज नए... Poetry Writing Challenge 180 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 22 May 2023 · 1 min read सावन का मौसम ये रिमझिम बारिश का मौसम तिस पर तेरा वियोग व्याकुल मन है इस वियोग में मिलने को मजबूर। तेरी विरह वेदना लेकर मैं अपना हाल सुनाता किसको, कौन होता जो... Poetry Writing Challenge 304 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 22 May 2023 · 1 min read प्रीत की डोर प्रीत की डोर -------------- क्यूं तुमने मुझसे प्रीत लगाई, क्यूं जोड़ी मुझसे नेह की डोर । क्यूं प्रेम बंधन में मुझको बांधा क्यूं आलिंगन किया मेरा तुमने। क्यूं तुमने जोड़ा... Poetry Writing Challenge 84 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 22 May 2023 · 1 min read हंसी अंदाज हंसी अंदाज मेरी सांसो में बसती हो मेरे ख्वाबों में बसती हो तुम हो मेरी जिंदगी तुम तो मेरे दिल में बसती हो मेरे हृदय की धड़कन तुम मेरी सांसो... Poetry Writing Challenge 195 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 22 May 2023 · 1 min read जानता हूं घाव मिले फिर भी मुस्कुराना जानता हूं दर्द दिल का बखुबी छिपाना जानता हूं चाहत की राहों से कतई भी अंजान नही प्यार करता हूं प्यार निभाना जानता हूं इंजी.... Hindi · Quote Writer 377 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 21 May 2023 · 1 min read बंधन बंधन ---- ये कैसा बंधन है प्रियवर? कैसा ये प्रेम भी होता है? दिखता जब मेहबूब नहीं, दिल सूना सूना रहता है। जब याद तुम्हारी आती है प्रेम प्रस्फुटित होता... Poetry Writing Challenge 136 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 21 May 2023 · 1 min read जीवन सफल हो जाए जीवन सफल हो जाए..... ============ एक चांद की तलाश में जाता था रोज छत पर, शुक्र है खुदा का आज दीदार ए चांद हो गया दीदार करने चमन में रोज... Poetry Writing Challenge 281 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 21 May 2023 · 1 min read जीना चाहता हूं जीना चाहता हूं जुल्फ के साए में तुम्हारे जीना चाहता हूं, इश्क करता हूं बस तुम्हें जताना चाहता हूं। अब तलक जो भी बसर की है जिंदगी मैंने, उस जिंदगी... Poetry Writing Challenge 1 190 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 21 May 2023 · 1 min read निगाहों ने तेरी जी भर के देखा न होता "निगाहों ने तेरी जी भर के देखा ना होता" ------------------------------------------------ दिल मेरा किसी पत्थर की मूरत ही होता गर इसमें तस्वीर ए यार ना होती तुम्हारी, गहरा मेरे दिल पे... Poetry Writing Challenge 210 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 21 May 2023 · 1 min read महकता जीवन महकता जीवन याद है मुझको तुम्हारी निगाहों का मेरी निगाहों से टकरा जाना लिखना कुछ मेज पर तुम्हारा और फिर उसको मिटा देना दबाकर दांत उंगली में ढक्कन पेन का... Poetry Writing Challenge 111 Share Page 1 Next