संजीव शुक्ल 'सचिन' Tag: कविता 319 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next संजीव शुक्ल 'सचिन' 13 Sep 2019 · 1 min read मनोरम छंद (बीभत्स रस) विधान ? 【 २१२२ २१२२ 】 ************************* युद्ध भीषण हो रहा था। मनुज मति तब खो रहा था।। मांस के चिथड़े पड़े थे। आँख गिद्धों के गड़े थे।। पिशित मानुष... Hindi · कविता 1 264 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Sep 2019 · 1 min read गणेश वंदना गणेशोत्सव की आप सभी को आनंतशः अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएं।।?????✍️✍️✍️✍️✍️✍️ गणेश वंदना ************************** जय गणेश गणपति गणनायक। मंगलकर्ता हे सुखदायक।। रिद्धि सिद्धि के तुम हो दाता। हे गणनायक भाग्यविधाता।। तीहुँ लोक... Hindi · कविता 2 283 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 22 Aug 2019 · 1 min read सावन #सादर_समीक्षार्थ सावन आस लाता है, सुखद बरसात लाता है। गमों के पीर से बोझिल, विरह की रात लाता है। समझ पाता नहीं कोई, सावन की है क्या- मंशा - कही... Hindi · कविता 298 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Aug 2019 · 1 min read तिलका छंद शिल्प? सगण, सगण (११२ ११२) ६ वर्ण दो - दो चरण समतुकान्त घनश्याम भजो। सब पाप तजो।। उर ज्ञान भरो। भव पार करो।। जय श्याम हरे। घनश्याम हरे।। मन मीत... Hindi · कविता 1 747 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Aug 2019 · 1 min read तिलका छंद शिल्प .? सगण, सगण ११२ ११२ छः वर्ण (दो दो चरण समतुकान्त) शिव को जप लो। तुम भी तप लो।। उर में भर लो। भव से तर लो।। शिव शंकर... Hindi · कविता 2 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Aug 2019 · 1 min read हंसगति छंद #स्वैच्छिक_छंद_लेखन #तिथि - ३/८/२०१९ #दिवस - शनिवार ******************************** छ्न्द – हंसगति ( २0 मात्रा ) शिल्प विधान — 11,9= 20 प्रथम चरण ११ मात्रा ,चरणान्त २१ से अनिवार्य । (इस... Hindi · कविता 2 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 24 Jul 2019 · 1 min read चौपाई दिवस - बुधवार तिथि - २४/७/२०१९ विधा - चौपाई विषय - चित्राधारित ***************************** जय शिवशंकर डमरू धारी। जय नंदीश्वर जय त्रिपुरारी।। तीहु लोक के तुम हो स्वामी। हे जगदीश्वर अंतर्यामी।।... Hindi · कविता 1 404 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 22 Jul 2019 · 1 min read एकावली छंद शिल्प -- ५-५ पर यति, १० मात्रिक छंद, दो - दो चरण समतुकान्त!! लोभ से, दूर हो । धर्म मेंँ, चूर हो।। त्याग का , भान हो। तभी तो मान... Hindi · कविता 1 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jun 2019 · 1 min read प्रेम प्रेम ^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^ है प्रेम पलता चहुँदिशा में, स्वार्थ से यह दूर है। जो स्वार्थसाथक प्रेम करता, प्रेम से वह दूर है। मिथ्या नहीं यह बात सच, गर हो सके तो... Hindi · कविता 1 237 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jun 2019 · 2 min read ताटंक छंद आधारित गीत (हास्य व्यंग) #विधा - ताटंक छंद आधारित गीत #विषय - मन्नत नेता जी की ******************************************** मन्नत नेताजी की ******************************************** मांग रहा हूँ भोले तुम से, नेता मुझे बना देना। छप्पन... Hindi · कविता 1 254 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jun 2019 · 1 min read चांद बिना श्रृंगार अधुरा ******************************************* नभ में गर जो चाँद न होता, सुंदरता किसकी लि खते? चाँद बिना क्या नभ में तारे, चमकीले ऐसे दिखते? विरहन इक श्रृंगार से वंचित, दिखती है हमको जैसे।... Hindi · कविता 1 269 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jun 2019 · 1 min read सार ललित छंद ------------------------------------------------------------------------------------- विषय : मेरे शब्द विधा : सार ललित छंद ------------------------------------------------------------------------------------------- ऐसे शब्द कहाँ से लाऊं, जो पीड़ा दर्शायें। इस पीड़ा के वशीभूत सब, नेह सुधा बरसायें।। शब्द शब्द में... Hindi · कविता 1 537 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jun 2019 · 1 min read ताटंक छंद राम नाम ही सत्य है ********************* राम नाम का रस पीते जा, मिथ्या दुनियादारी है। आया है जो भी इस जग में, सब पे यही उधारी है।। मोहपाश में बँधकर... Hindi · कविता 1 336 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jun 2019 · 1 min read बबूल / कीकर विषय : बबूल/ कीकर विधा :- मुक्त छंद ******************************************** रोगों से लड़ने में इसकी, नही है कोई सानी। कीकर की महिमा को यारो, जग ने है पहचानी।। मरूथल में भी... Hindi · कविता 1 313 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 May 2019 · 1 min read प्रेम (सार छंद) प्रेम ^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^************* है प्रेम पलता चहुँदिशा में स्वार्थ से यह दूर है। जो स्वार्थ साधक प्रेम करता द्वेष उर भरपूर है।। मिथ्या नहीं यह बात सच गर हो सके तो... Hindi · कविता 1 515 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 29 Mar 2019 · 1 min read चुवानी समर #विधा - #तांटक_छंद #विषय - स्वच्छंद ? #सादर_समीक्षार्थ ****************************** चुनावी समर ************ महा समर झूठे वादो का, नेता रंग जमायेंगे। जीते तो घपले घोटाले, कर के हमें दिखायेंगे।। नागनाथ भी... Hindi · कविता 1 426 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 24 Mar 2019 · 1 min read कैसे लिख दूं जीवन गीत (पुनीत छंद) आप सभी मित्रों से करबद्ध प्रार्थना है हमारे प्रिय अनुज के दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना करें।। ????????????? ????????????? ?कैसे लिख दूं जीवन गीत? **************************** चला गया है... Hindi · कविता 1 598 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Mar 2019 · 1 min read वर्तमान राजनेता #शीर्षक - वर्तमान राजनेता #विधा-- सार (ललित) छंद ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ #वर्तमान_राजनेता ````````````````````````````````````````````````````````` रंग बदलते गिरगिट जैसे, मेढक ये बरसाती। बाप मान लें गदहे को भी, शर्म इन्हें न आती।। जनाधार के... Hindi · कविता 2 282 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Mar 2019 · 1 min read बहुत बुरा है राष्ट्र का हाल *********************** बहुत बुरा है राष्ट्र का हाल। जनता होने लगी कंगाल।। नेता हो गए मालामाल। नित ही चलें ये उलटी चाल।। विवश है जनता जंगल राज। मातम पसरा बज रहा... Hindi · कविता 1 1 611 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Mar 2019 · 1 min read सृजक आत्ममंथन सृजक आत्ममंथन ------------------------ जब से कलम उठाया मैंने लक्ष्य एक ही साधा था, मान प्रतिष्ठा मिले जगत में आश यहीं बस बाँधा था। तब से लेकर आज अभी तक कलम... Hindi · कविता 234 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Mar 2019 · 1 min read वसंत **************************** वसंत ^^^^^^^^^^ ऋतुओं का राजा वसंत। ले आया खुशियाँ अनंत। पीले सरसों फूल दिख रहे- पीत वस्त्र में लिपटे संत। पतझड़ का मौसम है भागा। हर हृदय उमंग है... Hindi · कविता 1 622 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Mar 2019 · 1 min read आली वर्ण पाद छंद विधा - अली वर्ण पाद छंद प्रथम प्रयास?सादर समीक्षार्थ ''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''' '''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''' नयना तरसे बदरा गरजे तोहे बिन देखे अँखियाँ बरसे रूठ गये काहे आन मिलो तुम। वीरह वेदना सह न... Hindi · कविता 1 597 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Mar 2019 · 1 min read मधुमालती छंद #नमन_मंच #विधा - मधुमालती छंद *************************** ?#प्रथम_प्रयास_सादर_समीक्षार्थ? मेरा कहाँ अब नाम है। मुझसे भला क्या काम है।। तेरे लिए चलता रहा। मैं गम लिए जलता रहा।। नजदीकियां मिटने लगी। अब... Hindi · कविता 1 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Mar 2019 · 1 min read निवर्तमान परिवेश #विधा - सरसी छंद *************************************** निवर्तमान परिवेश """""'''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''""" विषधर जैसे कुछ मानव हैं, औ है इनका वंश। चाहे जितना दूध पिला दो, मारेंगे ये दंश।। बाह्य दिखावा ऐसा जैसे, दिखता... Hindi · कविता 1 270 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Mar 2019 · 1 min read वतनपरस्तों तुझे सलाम #नमन_मंच #विधा - छंद मुक्त --------------------------------------- वतनपरस्तों तुझे सलाम *********************** वतनपरस्ती में दम निकले, सोचते हैं सिपाही। इनकी गाथा रुधिर से लिखूँ, रक्त बनेगी स्याही। वतन के खातिर मर मिटते... Hindi · कविता 208 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Mar 2019 · 1 min read शक्ति छंद #विधा - शक्ति छंद *****#प्रथम_प्रयास_सादर_समीक्षार्थ**** फैसले की घड़ी *************************** घड़ी फैसले की अभी है अभी। अजी देखलो सोचना फिर कभी। चुनावी समर का बिगुल है बजा। किसे ताज देनी किसे... Hindi · कविता 235 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Mar 2019 · 1 min read राधिका छंद - फागुन #विधा - राधिका छंद ****************************** यह फागुन का है मास, लगे मनभावन। हर हृदय हुआ है मस्त, छटा है पावन।। अब गोरी खेले फाग, रंग बरसाये। है पीट... Hindi · कविता 1 455 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 15 Mar 2019 · 1 min read मित्रता विधा.. कलहंस/हंसगति प्रदत्त शब्द -- सलामत, हिफाजत अदावत ?????????????? ??मित्रता?? ********************************* रहे सलामत यार, दुआ हम करते। मित्र ईश वरदान, साथ को मरते।। पड़े मुसीबत मित्र, हिफाजत करते। बहुबाधित भयभीत,... Hindi · कविता 296 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 15 Mar 2019 · 1 min read आयो वसंत #विधा---------सरसी छंद ।। आयो वसंत ।। =============================== कोयल कूक रही बागों में, नाचे झींगुर मोर। ऋतुओं का राजा आया है, सभी मचायें शोर।। कण कण में मस्ती छाई है, आया... Hindi · कविता 561 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 5 Feb 2019 · 1 min read आज के राजनेता राजनेता ````````````````````````````````````````````````````````` रंग बदलते गिरगिट जैसे, मेढक ये बरसाती। बाप मान लें गदहे को भी, शर्म इन्हें न आती।। जनाधार के खातिर करते, जन की खातिरदारी। पाँच वर्ष न सुने... Hindi · कविता 238 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Feb 2019 · 1 min read विरह गीत दिगपाल छंद ???सादर समीक्षार्थ विरह गीत """""""'''''''''''''''''' है गीत ये मिलन की, गाओ मुझे सुनाओ। चितचोर दिल लगाकर, यूँ दूर अब न जाओ।। तेरे लिए सजी हूँ, मनमीत मै बता... Hindi · कविता 1 240 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 1 Feb 2019 · 1 min read वसंत ऋतु वसंत ^^^^^^^^^^ ऋतुओं का राजा वसंत। ले आया खुशियाँ अनंत। पीले सरसों फूल दिख रहे- पीत वस्त्र में लिपटे संत। पतझड़ का मौसम है भागा। हर हृदय उमंग है जागा।... Hindi · कविता 435 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 1 Feb 2019 · 1 min read सृजक आत्ममंथन सृजक आत्ममंथन ------------------------ जब से कलम उठाया मैंने लक्ष्य एक ही साधा था, मान प्रतिष्ठा मिले जगत में आश यहीं बस बाँधा था। तब से लेकर आज अभी तक कलम... Hindi · कविता 522 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Dec 2018 · 1 min read भोग से योग की ओर विधा ---- स्वतंत्र बोली --- ठेठ भोजपुरी ************************** सुख साधन पा गइल बाबू, भोगे लगल भोग। विषय विकार में लिप्त रह, तन के लागल रोग।। तन के लागल रोग, पुरूषार्थ... Hindi · कविता 1 319 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Dec 2018 · 1 min read परिवर्तन की बयार परिवर्तन का बयार ***************** कैसी ये उल्टी बयार बढ रहा है पापाचार हर तरफ है अत्याचार साथ चलते जाइये जोर है पाश्चात्य का शोर है सर्वनाश का तोड़ क्या बेइमान... Hindi · कविता 1 252 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Dec 2018 · 1 min read अवतरण दिवस की बधाई जन्मदिन है आज हमारे प्रिय भाई #रवि "राही" का करो प्रबंध प्यारे भाई सबके लिए मिठाई का, सदा रहो खुश भाभी हो संग गम आये न जुदाई का तभी तो... Hindi · कविता 11 6 15k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 19 Dec 2018 · 1 min read हो सके तो देख लेना गाँव में दिखता नहीं अब गाँव ***********?********* हो सके तो देख लेना, आज आकर गाँव, खो गई है आज सारी, प्रेम वाली भाव। पेड़ सारे ठूंठ होकर , मिट रही... Hindi · कविता 1 251 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 Nov 2018 · 1 min read जीवन संग्राम सहन करो आघात प्राण को अर्पण कर दो बहे नहीं एक बार अश्रु को तर्पण कर दो चलो भरो हुंकार भाव को जागृत कर लो मरो नहीं सत् बार भला... Hindi · कविता 9 1 362 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Nov 2018 · 1 min read माँ की महिमा माँ की महिमा ***************** जिसकी बाहें सुख देती है, जैसे कोई पलना। उंगली पकड़ जिसका हमने,सीखा पग-पग चलना।। जिसके पैरों में जन्नत की, बात सभी करते हैं। जिसके उर में... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 83 104 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 26 Sep 2018 · 1 min read विपदा की घड़ी विपदा की घड़ी ****************** कभी कुछ थीं खुशियां घरों में हमारे, जीये जा रहे थे उसी के सहारे। विपदा ये कैसी प्रभु आज आई, प्रकृति ने कैसी कयामत ढहाई। नहीं... Hindi · कविता 11 1 482 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 19 Sep 2018 · 1 min read सुख के आश """"साहित्य-दीप"""" आयोजन - लोकवाणी लेखन दिनाँक - १६ से १७/ ०७ / २०१८ विषय - स्वछंद विधा - कविता ^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^^ सुख के आशा ************** कहिया ले मन के छली ई... Hindi · कविता 9 596 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 10 Sep 2018 · 1 min read नटखट बंशीवाल विषय.. कृष्ण विधा..सार छंद ****************** नटखट वंशीवाला ❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄❄ रुप मधुर श्रृंगार है सुंदर, करते माखन चोरी। पकड़े जाने पर मनमोहन, करते क्यों बलजोरी।। पूछ रही है मैया तो से, बोलो... Hindi · कविता 9 295 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 10 Sep 2018 · 1 min read माता?पिता #विधा - - - - - - - #तंत्री_छन्द #तिथि - - - - - - - ०४.०९.२०१८ #वार - - - - - - - - #भौमवार #स्वरचित_मौलिक ???????????... Hindi · कविता 9 1 340 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 10 Sep 2018 · 1 min read ✍कलमकार✍ #विधा....#सार_छंद ✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍ ?✍कलमकार✍? ******************* मन के भावों को प्रदर्शित, कलमकार करता है। सत्य के खातिर मृत्यु से भी, नहीं कभी डरता है।। ??? दमनकारियों के आगे वह, कहाँ कभी झुकता... Hindi · कविता 7 327 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 1 Sep 2018 · 1 min read मधुकर "व" मकरंद ~~ मधुकर "व" मकरंद~~ ????????? डोल रहा मधुकर पुष्पों पर, नयन बड़े हैं कामी। ऐसा लगता पुष्पों का वह बहुत बड़ा अनुगामी।। भय से कलियां देख रही हैं, भौरे की... Hindi · कविता 5 233 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 31 Aug 2018 · 1 min read श्रीकृष्ण जन्म #विधा - #हरिगीतिका_छंद ??????????????? ? श्रीकृष्ण जन्म? ****************** श्री कृष्ण जन्में जेल में तब, रात काली थी घनी। भादो बदी तिथि अष्टमी को, शुभ घड़ी वह थी बनी।। वसुदेव ने... Hindi · कविता 5 785 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 30 Aug 2018 · 1 min read भूख विषय / उन्वान ? #भूख विधा ?..छंद मुक्त (कविता) ......... भूख ******** भूख और भगवान का भैया गहरा नाता। बिना भुख समझेगा कैसे कौन विधाता।। भूख कही है धन दौलत... Hindi · कविता 4 561 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 30 Aug 2018 · 1 min read पत्नी महिमा (हास्य) पत्नी महिमा चंचरी छंद (हास्य) **************** पत्नी का हाव - भाव, ? रहता है काँव - काँव, ?हरपल दिखाती ताव, ? कैसे समझायें। करती है तभी प्यार, ?मिलते पैसे हजार,... Hindi · कविता 4 275 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 30 Aug 2018 · 1 min read प्रभु हमें वह शक्ति दो दिनांक? ~~ २९/८/२०१८ दिवस?~~ बुधवार विधा?~~ हरिगीतिका छंद ??????????????? प्रभु हमें वह शक्ति दो ^^^^^^***^^^^^^^***^^^^^^^ आई विपत्ती नीर बन कर, अब धरा जलमग्न है। यह हाल ऐसा देखता मनु, मूक... Hindi · कविता 4 510 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 27 Aug 2018 · 1 min read तरूणी #नमन_ख़याल_परिवार विधा ? #कविता (छंद मुक्त) ???????? तरूणी ******************* गजगामिनी हे दामिनी, तू कामिनी भवभामिनी। तेरे गात जैसे मद्य भरे, शोभित सजल कुन्तल घने।। कारे नयन जस मेघ से, विचलित... Hindi · कविता 4 378 Share Previous Page 2 Next