Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' Language: Hindi 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 22 Mar 2018 · 1 min read मान रख आना पड़ा मुझको तेरी मनुहार पर. छंद- गीतिका मापनी- 2122 2122 2122 212 समांत- आर पदांत- पर मान रख आना पड़ा मुझको ते’री मनुहार पर. हैं समर्पित गीतिका मेरी ते’रे शृंगार पर. शोभते मणिबंध, कंकण, उर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 344 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 21 Mar 2018 · 1 min read छोटी छोटी खुशियाँ ले कर आएगी कविता (आज विश्व कविता दिवस की सभी साहित्यकार बंधुओं को शुभकामनायें) छंद- विष्णुपद (सम मात्रिक) शिल्प विधान- 16,10 अंत गुरु से. पदांत- कविता समांत- आएगी छोटी-छोटी खुशियाँ ले कर, आएगी कविता.... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 293 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 7 Feb 2018 · 1 min read सरहद पर ख़ुशियाँ उतरें अब डोली में भर दो खुशियाँ इक गरीब की झोली में. खेलो कभी-कभी बच्चों की टोली में, छोटी-छोटी खुशी मिलेगी तुमको ज्यों, ढूँढ़ें बच्चे खुशियाँ आँख-मिचोली में. किसको मिली खुशी है झगड़ों-टंटों से,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 489 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 7 Feb 2018 · 1 min read चुप रह कर सहते है देखी चुप रह कर सहते है देखी, तटबंधों की पीर. सहमी आँखों में है देखी, सम्बंधों की पीर. झूठा-सच्चा जब-जब देखा, मौन रहे मन मार, घर की दीवारों में देखी, प्रतिबंधों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 393 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 7 Feb 2018 · 1 min read उम्र हाथों से' मेरे फिसलती रही मापनी- 212 212 212 212 रात, दिन, दोपहर, शाम ढलती रही. ज़िंदगी रोज़ करवट बदलती रही. साल दर साल मौसम भी आए गए, उम्र हाथों से' मेरे फिसलती रही. वक्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 283 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 7 Feb 2018 · 1 min read प्यार करना अगर है मापनी- 212 212 212 212 प्यार करना अगर है जिगर चाहिए. पार करना हो' दरिया हुनर चाहिए. हौसले ही न काफ़ी हैं' इस राह में, ज़िंदगी को ख़ुदा की महर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 269 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 24 Oct 2017 · 1 min read वफ़ा करना, न कर पाओ तो' मत आना छंद- सिंधु मापनी- 1222 1222 1222 चले जाना अभी आए अभी जाना. तुम्हे जी भर के’ भी देखा नहीं जाना*. जरा ढलने तो' दो दिन चाँद उगने दो, ज़माना जान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 592 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 22 Oct 2017 · 1 min read ज्योत से ज्योत जली, हुए तम दूर घने. आधार छन्द- मंगलवत्थु [मापनी मुक्त] शिल्प विधान- 22 मात्रायें(11, 11) यति के पूर्व व बाद में त्रिकल, अंत 2 गुरुओं से (वाचिक) पदांत- दूर घने समांत- अम ज्योत से ज्योत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 283 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 21 Oct 2017 · 1 min read अब भाई बहिन न रूठें किसी त्योहार पर 1 कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की द्वितीया है। सर्वकामना पूर्ति का पर्व अद्वितिया है। भाई के प्रति बहिन की स्नेह अभिव्यक्ति का, यम प्रदत्त वर भाई-दूज यम-द्वितीया है।। 2... Hindi · मुक्तक 257 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 21 Oct 2017 · 1 min read अब भाई बहिन न रूठें किसी त्योहार पर 1 कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की द्वितीया है। सर्वकामना पूर्ति का पर्व अद्वितिया है। भाई के प्रति बहिन की स्नेह अभिव्यक्ति का, यम प्रदत्त वर भाई-दूज यम-द्वितीया है।। 2... Hindi · मुक्तक 264 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 10 Oct 2017 · 1 min read नारी का अपमान न हो, वो सुहाग बना पदांत- बना समांत- आग जीवन का उत्कर्ष, प्रेम और त्याग बना. सर्वधर्म समभाव सब से, अनुराग बना. मोह, माया, मत्सर से, नहिं हो, तू प्रेरित, जीवन बहु-सुखाय, बहु-हिताय, प्रयाग बना.... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 448 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 3 Oct 2017 · 1 min read समंदर अभी तक भी हारा नहीं है छंद- वाचिक भुजंगप्रयात मापनी- 122 122 122 122 पदांत- नहीं है समांत- आरा समंदर अभी तक, भी’ हारा नहीं है. उसे चाँद से कम, गवारा नहीं है. रही उसकी’ चाहत,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 259 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 3 Oct 2017 · 1 min read देवता तो बनो तुम मगर तब बनो छंद- गंगोदक (रगणX8) मापनी- 212 212 212 212, 212 212 212 212 गीत ***** स्थाई/मुखड़ा ========== देवता तो बनो तुम मगर तब बनो, आदमी से तो’ इनसान बन जाइए. मिल... Hindi · गीत 284 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 2 Oct 2017 · 1 min read बापू की राह अहिंसा की छंद-द्विगुणित पदपादाकुलक (राधेश्यामी) चौपाई विधान- 16,16 आदि गुरु एवं अंत दो गुरु, द्विकल से आरंभ हो तो बाद में दो त्रिकल या दो चौकल हों तो अच्छा. पदांत- हैं समांत-... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 536 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 1 Oct 2017 · 1 min read हो राम सीताराम तुम... छंद- हरिगीतिका मापनी- 2212 2212 2212 2212 पदांत- तुम समांत- आम हो राम, सीताराम तुम, हो कृष्ण, राधेश्याम तुम. दशरथ सुनंदन राम तुम, वसुदेव के घनश्याम तुम. अग्रज लखन के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 455 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 30 Sep 2017 · 2 min read रामचरित दोहामुक्तावली 1 राम लला के जन्म से, धन्य हुआ भू लोक. चार सुतों को देख के, दशरथ बने अशोक. क्या ऋषि-मुनि, क्या नागरिक, देवलोक भी धन्य, अवतारी के जन्म से, फैला... Hindi · मुक्तक 269 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Sep 2017 · 1 min read सजे माँ का दरबार नवरात भी छंद-शक्ति मापनी- 122 122 122 12 पदांत- भी समांत- आत सजे माँ का' दरबार नवरात भी. चढ़े माँ का' चोला व बारात भी. करें आरती रोज हो जागरण, सजे फूल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 383 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2017 · 1 min read मन की अभिलाषा (हिंदी पखवाड़े में हिंदी पर रचनायें) छंद- चौपाई की अर्द्धाली मात्रा भार- 16 हिन्दी बने विश्व की भाषा स्वाभिमान की है परिभाषा। गंगा जमनी जहाँ सभ्यता, पल कर बड़ी हुई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 350 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2017 · 1 min read हिन्दी भाषा की बने, ऐसी अब पहचान (हिंदी पखवाड़े में हिंदी पर रचनायें) आधार छंद- दोहा मात्रिक भार- 13, 11 (24). हिन्दी भाषा की बने, ऐसी अब पहचान। मेहनत से जैसे बने, कोई जब धनवान। हिन्दी को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 271 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2017 · 1 min read शीघ्र फरमान हो (हिन्दी पखवाड़े पर हिंन्दी पर रचनायें) आधार छंद- वाचिक स्त्रग्विणी मापनी--212 212 212 212 पदांत- हो समांत- आन राष्ट्र भाषा बने, राष्ट्र का मान हो. गर्व से सिर तने, विश्व... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 483 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2017 · 1 min read वो जबान है हिंदी (हिंदी पखवाड़े में हिंदी पर रचनायें) छंद सार (मापनी मुक्तमक) मात्रा भार- 16,12 = 28 पदांत- है हिंदी समांत- आन जन जन की है भाग्य विधाता, आन बान है हिंदी.... Hindi · कविता 383 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2017 · 1 min read यह चमत्कार दिखलाओ (हिन्दी पखवाड़े में हिंदी पर रचनायें ) छंद- कुकुभ (16//14 अर्द्ध सममात्रिक) विधान- (अंत 2 गुरुओं से अनिवार्य-112 या 211 नहीं) पदांत- नया दिखलाओ समांत- आर हे मात शारदे हिंदी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 445 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Apr 2017 · 1 min read मौन रहेंगे विधा - गीतिका छंद- रोला (सम मात्रिक) मापनी 11 // 13 चरणांत में गुरु/वाचिक 443 या 3323 // 32332 या 3244 पदांत- मौन रहेंगे समांत- एँगे जीवन है विषकूट, पियेंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 412 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Apr 2017 · 1 min read नारी का मत कर अपमान (गीतिका) छंद- आल्ह [विधान - चौपाई अर्धाली (16) + चौपई (15) मात्रा संयोजन- 16 // 15] नारी ***** घर की यह आधारशिला है, नारी का मत कर अपमान. इससे घर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 606 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 1 Feb 2017 · 1 min read भारत माता (कुकुभ छंद) पदांत- धरती है भारत माता, समांत- आनों की। अर्द्ध मात्रिक छंद 2222 2222 // 2222 222 (16-14) (अंत में दो लघु के बाद दो गुरु अनिवार्य, अंतरा विधा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 375 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 1 Feb 2017 · 1 min read बसंत पदांत- हुआ वसंती समांत- अन जाने को है शरद, माघ का सावन हुआ वसंती रुत बसंत की भोर, आज मनभावन हुआ वसंती बौर खिले पेड़ों पर, लहराई गेहूँ की बाली,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 555 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 28 Jan 2017 · 1 min read गणतंत्र गीतिका ****** पदांत- का गणतंत्र समांत- अत्व आओ मनाएँ स्वतंत्रता-अपनत्व का गणतंत्र. आओ-मनाएँ, सहभागिता-समत्व का गणतंत्र. दिखलाई दे उत्सव, पर्व, त्योहार पर बंधुत्व, आओ मनाएँ कृतज्ञता-सिद्धत्व का गणतंत्र. न हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 393 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 3 min read बेटी मैं संतुष्ट हूँ माँ के चलने-उठन-बैठने खाने-पीने, नहाने-धोने यहाँ तक कि सोते समय भी उसे ध्यान रहता है मेरे होने का. मुझे पूरा विश्वास है बाहर की दुनिया में भी... Hindi · कविता 364 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read कर्मनिष्ठ बनना होगा गीतिका (लावणी छंद) कर्म पथिक जो होना है तो, कर्मनिष्ठ बनना होगा। सत्यजीत जो होना है तो, सत्यनिष्ठ बनना होगा। कंटकीर्ण होती हैं राहें, दिखे दूर गंतव्य बहुत, कुछ विशिष्ठ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 381 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read वतन फूले फले हरिगीतिका छंद गीत मापनी 221 2221 2221 2221 2 जो पर्वतों की तरह रह कर अटल सरहद पर चले. उन को डिगा सकते नहीं तूफान हों या जलजले. रखते जिगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 376 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 2 min read हिन्दी 1 हिंदी के अभियान को, इतना दें सहयोग. लोगों से हर दिन कहें, इसका करें प्रयोग. जनता ही है जनार्दन, जनता ही सरकार जन जन से ही बढ़ेगा, हिंदी का... Hindi · मुक्तक 261 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read कहीं तुम खूँ बहाना मत (विधाता छंद) मापनी 1222 1222 1222 1222 पदांत- मत समांत- आना कभी टूटे हुए दरपन, से’ घर को तुम सजाना मत. कभी टूटे हुए तारों, से’ सब को तुम मिलाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 438 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read देख सको तो देखो गीतिका (छंद- ‘सार’) मात्रिक भार - 16-12 पदांत- देख सको तो देखो समांत- अत रुके हुए पानी की हालत, देख सको तो देखो. बेघर बेचारों की आफत, देख सको तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 414 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read बेटी घर का है उजियारा चलो साथियो, मिल के घर-घर, इक अभियान चलाएँँ। बेटी घर का है उजियारा, यह संज्ञान करायें।। माँँ की गोद हरी हो जब बेटी से, सब कहते हैं। लक्ष्मी सुख-समृद्धि लेकर... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · गीत · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 749 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 21 Sep 2016 · 2 min read विश्व शांति दिवस, अहिंसा दिवस है आज विश्व शांति दिवस, अहिंसा दिवस है आज। दिल्ली में फिर कैंची से गोद कर एक मासूम युवती की हत्या राजस्थान में लालबत्ती वाली गाड़ी वाले से फिर हिट एंड रन... Hindi · कविता 1k Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 19 Sep 2016 · 1 min read बगल के नासूर हैं कुसूरवार है येे मुँह पर कब तलक ताले रहेंगे नासूर हैं बगल के इन्हें कब तलक पाले रहेंगे। जब भी किया है पीठ पे वार किया है कंधार, मुंबई, संसद... Hindi · कविता 303 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 18 Sep 2016 · 1 min read भारत मेरा महान् (देशगान) उन्नत भाल हिमालय सुरसरि, गंगा जिसकी आन। उन्मुक्त तिरंगा शान्ति-दूत बन, देता है संज्ञान। चक्र सुदर्शन सा लहराए, करता है गुणगान। चहूँ दिशा पहुँचेगी मेरे, भारत की पहचान।। महाभारत, रामायण्ा,... Hindi · गीत 309 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 18 Sep 2016 · 1 min read वर दे, वर दे, वर दे...... (सरस्वती वन्दना) वर दे, वर दे, वर दे..... हे वीणाधारिणी वर दे. हे हंसवाहिनी वर दे . वर दे, वर दे, वर दे..... हे निर्मल बुद्धिप्रदायिनी, सद्बुद्धि सभी को प्रखर... Hindi · गीत 2 504 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2016 · 1 min read झूठ (दोहावली) झूठ कभी ना जीतता, कर लो जतन हजार। भले देर से ही सही, जीते सच हर बार।। ** झूठ सदा भारी पड़ा, बढ़े अधर्मी पाप। सत्य तभी निर्बल पड़ा, हुए... Hindi · दोहा 521 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 14 Sep 2016 · 1 min read हिन्दी (दोहा-ग़़ज़ल) आज हिन्दी दिवस है। इस अवसर पर हिन्दी-उर्दू एकता के लिए हमारी गंगो-जमन तहज़ीब की तरह हिन्दी-उर्दू अदबियत को समर्पित मेरी ताज़ा दोहा-ग़ज़ल- ****************************************** हिन्दी भाषा की बने, ऐसी अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 273 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 13 Sep 2016 · 1 min read वामन अवतार आज वामन जयंती है। वामन अवतार पर रोला छंद (11-13) में कथा- ****************************************************** कश्यप-अदिति सुपुत्र, प्रथम त्रेता अवतारी। वामन रूप स्वरूप, धरा कछु सोच विचारी।। बलि दयालु प्रह्लाद पौत्र सुत... Hindi · कविता 811 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 13 Sep 2016 · 2 min read माँँ ने कभी न हिम्मत हारी माँ ने कभी न हिम्मत हारी। बस कुछ न कुछ करते धरते कदमों को न देखा थकते पौ फटने से साँझ ढले तक बस देखा है उम्र बदलते हर दम... Hindi · गीत 240 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 12 Sep 2016 · 1 min read मधुबन माँ की छाँव है ‘आकुल’ या संसार में, माँ का नाम महान्। माँ की जगह न ले सके, कोई भी इनसान।।1।। माँ की प्रीत बखानिए, का मुँह से धनवान। कंचन तुला भराइए, ओछो ही... Hindi · दोहा 344 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 11 Sep 2016 · 1 min read सरस्वती वंदना 1 वीणापाणि नमन करूँ, धरूँ ध्यान निस्स्वार्थ। यथाशक्ति सेवा करूँ, करूँ खूब परमार्थ। करूँ खूब परमार्थ, बनें जड़बुद्धि सचेतन। चले कलम अनवरत, न कोई हो निश्चेतन। ऐसा वर दो मातु,... Hindi · कुण्डलिया 593 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 10 Sep 2016 · 4 min read जंंगल में भी आरक्षण की हवा शहरों की आरक्षण की हवा, जंगल में भी पहुँच गयी। जंगली जीवों में भी कोतूहल जागा। वे अपने-अपने तरीके से अफवाह फैलाने लगे। बात वनराज तक पहुँची। उन्होंने आम सभा... Hindi · लघु कथा 327 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 10 Sep 2016 · 1 min read मुझे सारा संसार हिन्दुस्तान लगता है 1 कुछ यूँ चले अम्नोवफ़ा की ताज़ा हवा शामोसहर। फ़स्ले बहाराँँ चारसू, जश्ने चराग़ााँँ शामोसहर। तालीमगाह-इल्मरसाँँ है तेरा शहर-मेरा शहर, तारीख़ बयाँँ करे सुखनवर, तुम भी बयाँँ शामोसहर। अम्नोवफ़ा- प्रेम... Hindi · मुक्तक 486 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 9 Sep 2016 · 6 min read पुरुषार्थ और परमार्थ के लिए कंचन बनो (प्रेरक प्रसंग/बोधकथा) तेजोमय बढ़ी हुई सफेद दाढ़ी से दिव्य लग रहे साधु को देख कर नदी किनारे बैठा वह युवक उठा और साधु को प्रणाम कर जाने लगा। साधु ने पीछे से... Hindi · कविता 723 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 9 Sep 2016 · 1 min read जनता जागरूक नहीं है विक्रमादित्य ने वेताल को पेड़ से उतार कर कंधे पर लादा और चल पड़ा। वेताल ने कहा- ‘राजा तुम बहुत बुद्धिमान् हो। व्यर्थ में बात नहीं करते। जब भी बोलते... Hindi · लघु कथा 275 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 8 Sep 2016 · 6 min read एक अनोखा दान (नाटक) पात्र- 1- श्रीकृष्ण- पाण्डवों के पक्ष में पार्थ अर्जुन के सारथी। 2- अर्जुन- पाण्डवों का महानायक और श्रेष्ठ धनुर्धर। 3- कर्ण- कौरव पक्ष का महानायक और महासमर के सत्रहवें दिन... Hindi · कविता 582 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 8 Sep 2016 · 1 min read गणेशाष्टक जय गणेश, जय गणेश, गणपति, जय गणेश।। (1) धरा सदृश माता है, माँ की परिकम्मा कर आए। एकदन्त गणनायक गणपति, प्रथम पूज्य कहलाए।। प्रथम पूज्य कहलाए, गणपति जय गणेश। जय... Hindi · गीत 2 498 Share Page 1 Next