Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Sep 2016 · 1 min read

सरस्‍वती वंदना

1
वीणापाणि नमन करूँ, धरूँ ध्‍यान निस्‍स्‍वार्थ।
यथाशक्ति सेवा करूँ, करूँ खूब परमार्थ।
करूँ खूब परमार्थ, बनें जड़बुद्धि सचेतन।
चले कलम अनवरत, न कोई हो निश्‍चेतन।
ऐसा वर दो मातु, रहें सुख से सब प्राणि।
शब्‍द ज्ञान विस्‍तार, हो सबका वीणापाणि।।

2
वर दो ऐसा शारदे, नमन करूँ ले आस।
हटे तिमिर अज्ञान का, और बढ़े विश्‍वास।
और बढ़े विश्‍वास, ज्ञान की गंगा जमुना।
बहे हवा साहित्‍य, सुधारस की किं बहुना।
कह ‘आकुल’ कविराय, मधुमयी रसना कर दो।
मिलजुल कर सब रहें, शारदे ऐसा वर दो।।

567 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यूं ना कर बर्बाद पानी को
यूं ना कर बर्बाद पानी को
Ranjeet kumar patre
3146.*पूर्णिका*
3146.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-225💐
💐प्रेम कौतुक-225💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अगर आप सही हैं तो खुद को साबित करने के लिए ताकत क्यों लगानी
अगर आप सही हैं तो खुद को साबित करने के लिए ताकत क्यों लगानी
Seema Verma
हवाओ में हुं महसूस करो
हवाओ में हुं महसूस करो
Rituraj shivem verma
महसूस कर रही हूँ बेरंग ख़ुद को मैं
महसूस कर रही हूँ बेरंग ख़ुद को मैं
Neelam Sharma
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
दिनकर की दीप्ति
दिनकर की दीप्ति
AJAY AMITABH SUMAN
मेरे भी थे कुछ ख्वाब
मेरे भी थे कुछ ख्वाब
Surinder blackpen
नव-निवेदन
नव-निवेदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
इतनी भी तकलीफ ना दो हमें ....
इतनी भी तकलीफ ना दो हमें ....
Umender kumar
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
Rekha khichi
If your heart is
If your heart is
Vandana maurya
मेरी ख़्वाहिश वफ़ा सुन ले,
मेरी ख़्वाहिश वफ़ा सुन ले,
अनिल अहिरवार"अबीर"
ज़िंदगी में बेहतर
ज़िंदगी में बेहतर
Dr fauzia Naseem shad
#दोहा-
#दोहा-
*Author प्रणय प्रभात*
बिल्ली की तो हुई सगाई
बिल्ली की तो हुई सगाई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
कौन कहता है की ,
कौन कहता है की ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
उम्र का लिहाज
उम्र का लिहाज
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कैसे बचेगी मानवता
कैसे बचेगी मानवता
Dr. Man Mohan Krishna
जला दो दीपक कर दो रौशनी
जला दो दीपक कर दो रौशनी
Sandeep Kumar
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
हम भी तो चाहते हैं, तुम्हें देखना खुश
हम भी तो चाहते हैं, तुम्हें देखना खुश
gurudeenverma198
राम है अमोघ शक्ति
राम है अमोघ शक्ति
Kaushal Kumar Pandey आस
"शिक्षक तो बोलेगा”
पंकज कुमार कर्ण
आख़री तकिया कलाम
आख़री तकिया कलाम
Rohit yadav
‘ विरोधरस ‘---5. तेवरी में विरोधरस -- रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---5. तेवरी में विरोधरस -- रमेशराज
कवि रमेशराज
आँखें दरिया-सागर-झील नहीं,
आँखें दरिया-सागर-झील नहीं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*हो न लोकतंत्र की हार*
*हो न लोकतंत्र की हार*
Poonam Matia
Loading...