Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 21 Sep 2016 · 2 min read विश्व शांति दिवस, अहिंसा दिवस है आज विश्व शांति दिवस, अहिंसा दिवस है आज। दिल्ली में फिर कैंची से गोद कर एक मासूम युवती की हत्या राजस्थान में लालबत्ती वाली गाड़ी वाले से फिर हिट एंड रन... Hindi · कविता 1k Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 5 Sep 2016 · 1 min read मन की अभिलाषा हिन्दी बने विश्व की भाषा। स्वाभिमान की है परिभाषा। गंगा जमनी जहाँँ सभ्यता, पल कर बड़ी हुई है भाषा। संस्कृति जहाँँ वसुधैवकुटुम्बकम्, हिन्दी संस्कृत कुल की भाषा। बाहर के देशों... Hindi · कविता 1 2 1k Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 1 min read लक्ष्य का संधान कर मान कर, सम्मान कर, संकल्प ले, अनुमान कर। कर प्रण अटल, दृढ़ निश्चय कर और लक्ष्य का संधान कर। मत भूत का संज्ञान कर, बस धन्य वर्तमान कर। बढ़ प्रगति... Hindi · कविता 938 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 1 min read बेटी घर का है उजियारा चलो साथियो, मिल के घर-घर, इक अभियान चलाएँँ। बेटी घर का है उजियारा, यह संज्ञान करायें।। माँँ की गोद हरी हो जब बेटी से, सब कहते हैं। लक्ष्मी सुख-समृद्धि लेकर... Hindi · गीत 886 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 13 Sep 2016 · 1 min read वामन अवतार आज वामन जयंती है। वामन अवतार पर रोला छंद (11-13) में कथा- ****************************************************** कश्यप-अदिति सुपुत्र, प्रथम त्रेता अवतारी। वामन रूप स्वरूप, धरा कछु सोच विचारी।। बलि दयालु प्रह्लाद पौत्र सुत... Hindi · कविता 814 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 2 min read मत कर नारी का अपमान अब भी सम्हल जा, मत कर, नारी का अपमान। है समृद्ध संस्कृति नारी से, ऐ ! नादान।। कुल देवी, कुल की रक्षक, कुल गौरव है। बहिन, बहू, माता, बेटी यही... Hindi · गीत 808 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 9 Sep 2016 · 6 min read पुरुषार्थ और परमार्थ के लिए कंचन बनो (प्रेरक प्रसंग/बोधकथा) तेजोमय बढ़ी हुई सफेद दाढ़ी से दिव्य लग रहे साधु को देख कर नदी किनारे बैठा वह युवक उठा और साधु को प्रणाम कर जाने लगा। साधु ने पीछे से... Hindi · कविता 729 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read बेटी घर का है उजियारा चलो साथियो, मिल के घर-घर, इक अभियान चलाएँँ। बेटी घर का है उजियारा, यह संज्ञान करायें।। माँँ की गोद हरी हो जब बेटी से, सब कहते हैं। लक्ष्मी सुख-समृद्धि लेकर... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · गीत · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 760 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 8 Sep 2016 · 6 min read एक अनोखा दान (नाटक) पात्र- 1- श्रीकृष्ण- पाण्डवों के पक्ष में पार्थ अर्जुन के सारथी। 2- अर्जुन- पाण्डवों का महानायक और श्रेष्ठ धनुर्धर। 3- कर्ण- कौरव पक्ष का महानायक और महासमर के सत्रहवें दिन... Hindi · कविता 583 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Apr 2017 · 1 min read नारी का मत कर अपमान (गीतिका) छंद- आल्ह [विधान - चौपाई अर्धाली (16) + चौपई (15) मात्रा संयोजन- 16 // 15] नारी ***** घर की यह आधारशिला है, नारी का मत कर अपमान. इससे घर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 613 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 24 Oct 2017 · 1 min read वफ़ा करना, न कर पाओ तो' मत आना छंद- सिंधु मापनी- 1222 1222 1222 चले जाना अभी आए अभी जाना. तुम्हे जी भर के’ भी देखा नहीं जाना*. जरा ढलने तो' दो दिन चाँद उगने दो, ज़माना जान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 598 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 11 Sep 2016 · 1 min read सरस्वती वंदना 1 वीणापाणि नमन करूँ, धरूँ ध्यान निस्स्वार्थ। यथाशक्ति सेवा करूँ, करूँ खूब परमार्थ। करूँ खूब परमार्थ, बनें जड़बुद्धि सचेतन। चले कलम अनवरत, न कोई हो निश्चेतन। ऐसा वर दो मातु,... Hindi · कुण्डलिया 606 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 1 Feb 2017 · 1 min read बसंत पदांत- हुआ वसंती समांत- अन जाने को है शरद, माघ का सावन हुआ वसंती रुत बसंत की भोर, आज मनभावन हुआ वसंती बौर खिले पेड़ों पर, लहराई गेहूँ की बाली,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 557 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 18 Sep 2016 · 1 min read वर दे, वर दे, वर दे...... (सरस्वती वन्दना) वर दे, वर दे, वर दे..... हे वीणाधारिणी वर दे. हे हंसवाहिनी वर दे . वर दे, वर दे, वर दे..... हे निर्मल बुद्धिप्रदायिनी, सद्बुद्धि सभी को प्रखर... Hindi · गीत 2 508 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 1 min read माँँ की महिमा कविता, गीत, ग़ज़ल, रूबाई, सबने माँँ की महिमा गाई। जल सा है माँँ का मन निर्मल। जलसा है माँँ से घर हर पल। हर रँग में रँग जाती है माँँ,... Hindi · गीत 564 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 8 Sep 2016 · 1 min read गणेशाष्टक जय गणेश, जय गणेश, गणपति, जय गणेश।। (1) धरा सदृश माता है, माँ की परिकम्मा कर आए। एकदन्त गणनायक गणपति, प्रथम पूज्य कहलाए।। प्रथम पूज्य कहलाए, गणपति जय गणेश। जय... Hindi · गीत 2 500 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 10 Sep 2016 · 1 min read मुझे सारा संसार हिन्दुस्तान लगता है 1 कुछ यूँ चले अम्नोवफ़ा की ताज़ा हवा शामोसहर। फ़स्ले बहाराँँ चारसू, जश्ने चराग़ााँँ शामोसहर। तालीमगाह-इल्मरसाँँ है तेरा शहर-मेरा शहर, तारीख़ बयाँँ करे सुखनवर, तुम भी बयाँँ शामोसहर। अम्नोवफ़ा- प्रेम... Hindi · मुक्तक 488 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2017 · 1 min read शीघ्र फरमान हो (हिन्दी पखवाड़े पर हिंन्दी पर रचनायें) आधार छंद- वाचिक स्त्रग्विणी मापनी--212 212 212 212 पदांत- हो समांत- आन राष्ट्र भाषा बने, राष्ट्र का मान हो. गर्व से सिर तने, विश्व... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 484 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 7 Feb 2018 · 1 min read सरहद पर ख़ुशियाँ उतरें अब डोली में भर दो खुशियाँ इक गरीब की झोली में. खेलो कभी-कभी बच्चों की टोली में, छोटी-छोटी खुशी मिलेगी तुमको ज्यों, ढूँढ़ें बच्चे खुशियाँ आँख-मिचोली में. किसको मिली खुशी है झगड़ों-टंटों से,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 497 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 2 Oct 2017 · 1 min read बापू की राह अहिंसा की छंद-द्विगुणित पदपादाकुलक (राधेश्यामी) चौपाई विधान- 16,16 आदि गुरु एवं अंत दो गुरु, द्विकल से आरंभ हो तो बाद में दो त्रिकल या दो चौकल हों तो अच्छा. पदांत- हैं समांत-... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 554 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2016 · 1 min read झूठ (दोहावली) झूठ कभी ना जीतता, कर लो जतन हजार। भले देर से ही सही, जीते सच हर बार।। ** झूठ सदा भारी पड़ा, बढ़े अधर्मी पाप। सत्य तभी निर्बल पड़ा, हुए... Hindi · दोहा 533 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 8 Sep 2016 · 1 min read भारत मेरा महान् उन्नत भाल हिमालय सुरसरि, गंगा जिसकी आन । उन्मुक्त तिरंगा शांति दूत बन, देता है संज्ञान। चक्र सुदर्शन सा लहराए, करता है गुणगान। चहूँ दिशा पहुँचेगी मेरे, भारत की पहचान।।... Hindi · कविता 483 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 7 Sep 2016 · 3 min read कोई अन्याय नहीं किया (प्रेरक प्रसंग) भिक्षा ले कर लौटते हुए एक शिक्षार्थी ने मार्ग में मुर्गे और कबूतर की बातचीत सुनी। कबूतर मुर्गे से बोला-“मेरा भी क्या भाग्य है, भोजन न मिले, तो मैं कंकर... Hindi · लघु कथा 470 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 1 min read रहो प्रेम से यार अर्थशास्त्र ******* श्रम से मजदूरी मिले, भाड़ा भवन दिलाय। पूँजी दे बस ब्याज ही, साहस भाग्य जगाय। साहस भाग्य जगाय, कर्म फिर भी प्रधान है। साहस बिना न खेल, यही... Hindi · कुण्डलिया 1 495 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 1 Oct 2017 · 1 min read हो राम सीताराम तुम... छंद- हरिगीतिका मापनी- 2212 2212 2212 2212 पदांत- तुम समांत- आम हो राम, सीताराम तुम, हो कृष्ण, राधेश्याम तुम. दशरथ सुनंदन राम तुम, वसुदेव के घनश्याम तुम. अग्रज लखन के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 456 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 1 min read पंचतत्व में रे मानव , अब भी सम्हल मौत गूँगी सही बहरी सही अंधी सही पर ! तेरे पास पहुँचने से पहले कितने संदेश तुझे भिजवाये, पर ! तू समझे तब.... बाल... Hindi · कविता 409 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2017 · 1 min read यह चमत्कार दिखलाओ (हिन्दी पखवाड़े में हिंदी पर रचनायें ) छंद- कुकुभ (16//14 अर्द्ध सममात्रिक) विधान- (अंत 2 गुरुओं से अनिवार्य-112 या 211 नहीं) पदांत- नया दिखलाओ समांत- आर हे मात शारदे हिंदी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 448 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 10 Oct 2017 · 1 min read नारी का अपमान न हो, वो सुहाग बना पदांत- बना समांत- आग जीवन का उत्कर्ष, प्रेम और त्याग बना. सर्वधर्म समभाव सब से, अनुराग बना. मोह, माया, मत्सर से, नहिं हो, तू प्रेरित, जीवन बहु-सुखाय, बहु-हिताय, प्रयाग बना.... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 450 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 5 Sep 2016 · 1 min read तिरंगा छूते मंजिल को वही,मतवाले रणधीर। हाथ तिरंगा थाम के,करते जो प्रण वीर। करते जो प्रण वीर,युगंधर कब रुकते हैं। मात,पिता,गुरु और राष्ट्रऋण कब चुकते हैं। कंटकीर्ण हो राह, हौसलों के... Hindi · कुण्डलिया 416 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 7 Sep 2016 · 1 min read कुछ न कुछ बदला जाए चलो आज से कुछ ना कुछ बदला जाए। माँ हर दम कुछ ना कुछ है करती रहती धरती अपनी धुर पर है चलती रहती ऐसे ही अब कुछ खुद को... Hindi · गीत 393 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read कहीं तुम खूँ बहाना मत (विधाता छंद) मापनी 1222 1222 1222 1222 पदांत- मत समांत- आना कभी टूटे हुए दरपन, से’ घर को तुम सजाना मत. कभी टूटे हुए तारों, से’ सब को तुम मिलाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 449 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Apr 2017 · 1 min read मौन रहेंगे विधा - गीतिका छंद- रोला (सम मात्रिक) मापनी 11 // 13 चरणांत में गुरु/वाचिक 443 या 3323 // 32332 या 3244 पदांत- मौन रहेंगे समांत- एँगे जीवन है विषकूट, पियेंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 416 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 1 Feb 2017 · 1 min read भारत माता (कुकुभ छंद) पदांत- धरती है भारत माता, समांत- आनों की। अर्द्ध मात्रिक छंद 2222 2222 // 2222 222 (16-14) (अंत में दो लघु के बाद दो गुरु अनिवार्य, अंतरा विधा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 380 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read देख सको तो देखो गीतिका (छंद- ‘सार’) मात्रिक भार - 16-12 पदांत- देख सको तो देखो समांत- अत रुके हुए पानी की हालत, देख सको तो देखो. बेघर बेचारों की आफत, देख सको तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 418 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2017 · 1 min read वो जबान है हिंदी (हिंदी पखवाड़े में हिंदी पर रचनायें) छंद सार (मापनी मुक्तमक) मात्रा भार- 16,12 = 28 पदांत- है हिंदी समांत- आन जन जन की है भाग्य विधाता, आन बान है हिंदी.... Hindi · कविता 383 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 3 min read बेटी मैं संतुष्ट हूँ माँ के चलने-उठन-बैठने खाने-पीने, नहाने-धोने यहाँ तक कि सोते समय भी उसे ध्यान रहता है मेरे होने का. मुझे पूरा विश्वास है बाहर की दुनिया में भी... Hindi · कविता 367 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read कर्मनिष्ठ बनना होगा गीतिका (लावणी छंद) कर्म पथिक जो होना है तो, कर्मनिष्ठ बनना होगा। सत्यजीत जो होना है तो, सत्यनिष्ठ बनना होगा। कंटकीर्ण होती हैं राहें, दिखे दूर गंतव्य बहुत, कुछ विशिष्ठ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 385 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 28 Jan 2017 · 1 min read गणतंत्र गीतिका ****** पदांत- का गणतंत्र समांत- अत्व आओ मनाएँ स्वतंत्रता-अपनत्व का गणतंत्र. आओ-मनाएँ, सहभागिता-समत्व का गणतंत्र. दिखलाई दे उत्सव, पर्व, त्योहार पर बंधुत्व, आओ मनाएँ कृतज्ञता-सिद्धत्व का गणतंत्र. न हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 406 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 1 min read शिक्षक जो शिक्षित करता हम उसको, शिक्षक कह सकते हैं। जो दीक्षित करता हम उसको, शिक्षक कह सकते है। दिशा दिखाये दे दृष्टांत, आगाह करे, अपनाए, प्रतिरक्षित करता हम उसको, शिक्षक... Hindi · गीत 1 343 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 12 Sep 2016 · 1 min read मधुबन माँ की छाँव है ‘आकुल’ या संसार में, माँ का नाम महान्। माँ की जगह न ले सके, कोई भी इनसान।।1।। माँ की प्रीत बखानिए, का मुँह से धनवान। कंचन तुला भराइए, ओछो ही... Hindi · दोहा 347 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 5 Sep 2016 · 1 min read हिन्दी सबको प्यारी होगी हिन्दी सबको प्यारी होगी। इसकी छवि उजियारी होगी। ना कोई लाचारी होगी। अब न यह बेचारी होगी। ना कोई रँगदारी होगी। मर्दुमरायशुमारी होगी। खड़ी फौज सरकारी होगी। भाषा अब दरबारी... Hindi · कविता 398 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 1 min read माँ माँँ आँँखों से ओझल होती। आँँखे ढूँढ़ा करती रोती। वो आँँखों में स्वप्न सँजोती। हर दम नींद में जगती सोती। वो मेरी आँँखों की ज्योती। मैं उसकी आँँखों का मोती।... Hindi · कविता 1 353 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 7 Feb 2018 · 1 min read चुप रह कर सहते है देखी चुप रह कर सहते है देखी, तटबंधों की पीर. सहमी आँखों में है देखी, सम्बंधों की पीर. झूठा-सच्चा जब-जब देखा, मौन रहे मन मार, घर की दीवारों में देखी, प्रतिबंधों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 395 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 1 min read गौरैया नित आओ मेरे घर आँगन में, गौरैया नित आओ।। ढेर परिंडे बाँधे, कई नीड़ बनवाये। विकसित किया सरोवर, कई पेड़ लगवाये। खुशबू से महके घर, मेरा नंदन-कानन, जूही, चंपा, कनेर, हरसिंगार लगाये।... Hindi · गीत 371 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2017 · 1 min read मन की अभिलाषा (हिंदी पखवाड़े में हिंदी पर रचनायें) छंद- चौपाई की अर्द्धाली मात्रा भार- 16 हिन्दी बने विश्व की भाषा स्वाभिमान की है परिभाषा। गंगा जमनी जहाँ सभ्यता, पल कर बड़ी हुई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 354 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 1 min read यह जीवन महावटवृक्ष है यह जीवन महावटवृक्ष है सोलह शृंगारों से संतृप्त सोलह शृंगारों से अभिभूत है देवता भी जिसके लिए लालायित धरा पर यह वह कल्पवृक्ष है। यह जीवन महावटवृक्ष है।। सुख-दु:ख के... Hindi · कविता 1 335 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Sep 2017 · 1 min read सजे माँ का दरबार नवरात भी छंद-शक्ति मापनी- 122 122 122 12 पदांत- भी समांत- आत सजे माँ का' दरबार नवरात भी. चढ़े माँ का' चोला व बारात भी. करें आरती रोज हो जागरण, सजे फूल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 383 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 22 Mar 2018 · 1 min read मान रख आना पड़ा मुझको तेरी मनुहार पर. छंद- गीतिका मापनी- 2122 2122 2122 212 समांत- आर पदांत- पर मान रख आना पड़ा मुझको ते’री मनुहार पर. हैं समर्पित गीतिका मेरी ते’रे शृंगार पर. शोभते मणिबंध, कंकण, उर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 349 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 1 min read कितने रावण मारे कितने रावण मारे अब तक कितने कल संहारे मन के भीतर के रावण को क्या अब तक मार सका रे तेरी अंतर्रात्मा षड्-रिपु में उलझी पड़ी हुई है इसीलिए यह... Hindi · कविता 338 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 27 Jan 2017 · 1 min read वतन फूले फले हरिगीतिका छंद गीत मापनी 221 2221 2221 2221 2 जो पर्वतों की तरह रह कर अटल सरहद पर चले. उन को डिगा सकते नहीं तूफान हों या जलजले. रखते जिगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 378 Share Page 1 Next