Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 1 min read माँँ की महिमा कविता, गीत, ग़ज़ल, रूबाई, सबने माँँ की महिमा गाई। जल सा है माँँ का मन निर्मल। जलसा है माँँ से घर हर पल। हर रँग में रँग जाती है माँँ,... Hindi · गीत 557 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 2 min read मत कर नारी का अपमान अब भी सम्हल जा, मत कर, नारी का अपमान। है समृद्ध संस्कृति नारी से, ऐ ! नादान।। कुल देवी, कुल की रक्षक, कुल गौरव है। बहिन, बहू, माता, बेटी यही... Hindi · गीत 795 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 1 min read कितने रावण मारे कितने रावण मारे अब तक कितने कल संहारे मन के भीतर के रावण को क्या अब तक मार सका रे तेरी अंतर्रात्मा षड्-रिपु में उलझी पड़ी हुई है इसीलिए यह... Hindi · कविता 334 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 6 Sep 2016 · 1 min read बेटी घर का है उजियारा चलो साथियो, मिल के घर-घर, इक अभियान चलाएँँ। बेटी घर का है उजियारा, यह संज्ञान करायें।। माँँ की गोद हरी हो जब बेटी से, सब कहते हैं। लक्ष्मी सुख-समृद्धि लेकर... Hindi · गीत 879 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 5 Sep 2016 · 1 min read हिन्दी सबको प्यारी होगी हिन्दी सबको प्यारी होगी। इसकी छवि उजियारी होगी। ना कोई लाचारी होगी। अब न यह बेचारी होगी। ना कोई रँगदारी होगी। मर्दुमरायशुमारी होगी। खड़ी फौज सरकारी होगी। भाषा अब दरबारी... Hindi · कविता 395 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 5 Sep 2016 · 1 min read हिन्दी पूरब की है थाती हिन्दी पूरब की है थाती , चहूँ दिशा जानी जाती है। विस्तृत शब्दकोष है इसका, है स्वर व्यंजन से ज्ञानकोष। लिखते वैसा जैसा बोलें, हैं मिटते जिससे वाक्-दाेष। है वैज्ञानिक... Hindi · गीत 258 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 5 Sep 2016 · 1 min read तिरंगा छूते मंजिल को वही,मतवाले रणधीर। हाथ तिरंगा थाम के,करते जो प्रण वीर। करते जो प्रण वीर,युगंधर कब रुकते हैं। मात,पिता,गुरु और राष्ट्रऋण कब चुकते हैं। कंटकीर्ण हो राह, हौसलों के... Hindi · कुण्डलिया 412 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 5 Sep 2016 · 1 min read हिन्दी हिन्दी की संगत करें, फिर देखें परिणाम। हिन्दी से स्वागत करें, कर करबद्ध प्रणाम।। 1।। करना होगा पहल अब, धरना है यह ध्यान। घर-घर में परिदृश्य हो, हिन्दी से पहचान।।2।।... Hindi · दोहा 269 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 9 Sep 2016 · 6 min read पुरुषार्थ और परमार्थ के लिए कंचन बनो (प्रेरक प्रसंग/बोधकथा) तेजोमय बढ़ी हुई सफेद दाढ़ी से दिव्य लग रहे साधु को देख कर नदी किनारे बैठा वह युवक उठा और साधु को प्रणाम कर जाने लगा। साधु ने पीछे से... Hindi · कविता 722 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 17 Sep 2016 · 1 min read झूठ (दोहावली) झूठ कभी ना जीतता, कर लो जतन हजार। भले देर से ही सही, जीते सच हर बार।। ** झूठ सदा भारी पड़ा, बढ़े अधर्मी पाप। सत्य तभी निर्बल पड़ा, हुए... Hindi · दोहा 519 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 14 Sep 2016 · 1 min read हिन्दी (दोहा-ग़़ज़ल) आज हिन्दी दिवस है। इस अवसर पर हिन्दी-उर्दू एकता के लिए हमारी गंगो-जमन तहज़ीब की तरह हिन्दी-उर्दू अदबियत को समर्पित मेरी ताज़ा दोहा-ग़ज़ल- ****************************************** हिन्दी भाषा की बने, ऐसी अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 273 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 13 Sep 2016 · 1 min read वामन अवतार आज वामन जयंती है। वामन अवतार पर रोला छंद (11-13) में कथा- ****************************************************** कश्यप-अदिति सुपुत्र, प्रथम त्रेता अवतारी। वामन रूप स्वरूप, धरा कछु सोच विचारी।। बलि दयालु प्रह्लाद पौत्र सुत... Hindi · कविता 811 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 13 Sep 2016 · 2 min read माँँ ने कभी न हिम्मत हारी माँ ने कभी न हिम्मत हारी। बस कुछ न कुछ करते धरते कदमों को न देखा थकते पौ फटने से साँझ ढले तक बस देखा है उम्र बदलते हर दम... Hindi · गीत 240 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 12 Sep 2016 · 1 min read मधुबन माँ की छाँव है ‘आकुल’ या संसार में, माँ का नाम महान्। माँ की जगह न ले सके, कोई भी इनसान।।1।। माँ की प्रीत बखानिए, का मुँह से धनवान। कंचन तुला भराइए, ओछो ही... Hindi · दोहा 344 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 11 Sep 2016 · 1 min read सरस्वती वंदना 1 वीणापाणि नमन करूँ, धरूँ ध्यान निस्स्वार्थ। यथाशक्ति सेवा करूँ, करूँ खूब परमार्थ। करूँ खूब परमार्थ, बनें जड़बुद्धि सचेतन। चले कलम अनवरत, न कोई हो निश्चेतन। ऐसा वर दो मातु,... Hindi · कुण्डलिया 590 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 10 Sep 2016 · 4 min read जंंगल में भी आरक्षण की हवा शहरों की आरक्षण की हवा, जंगल में भी पहुँच गयी। जंगली जीवों में भी कोतूहल जागा। वे अपने-अपने तरीके से अफवाह फैलाने लगे। बात वनराज तक पहुँची। उन्होंने आम सभा... Hindi · लघु कथा 326 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 10 Sep 2016 · 1 min read मुझे सारा संसार हिन्दुस्तान लगता है 1 कुछ यूँ चले अम्नोवफ़ा की ताज़ा हवा शामोसहर। फ़स्ले बहाराँँ चारसू, जश्ने चराग़ााँँ शामोसहर। तालीमगाह-इल्मरसाँँ है तेरा शहर-मेरा शहर, तारीख़ बयाँँ करे सुखनवर, तुम भी बयाँँ शामोसहर। अम्नोवफ़ा- प्रेम... Hindi · मुक्तक 486 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 18 Sep 2016 · 1 min read भारत मेरा महान् (देशगान) उन्नत भाल हिमालय सुरसरि, गंगा जिसकी आन। उन्मुक्त तिरंगा शान्ति-दूत बन, देता है संज्ञान। चक्र सुदर्शन सा लहराए, करता है गुणगान। चहूँ दिशा पहुँचेगी मेरे, भारत की पहचान।। महाभारत, रामायण्ा,... Hindi · गीत 309 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 9 Sep 2016 · 1 min read जनता जागरूक नहीं है विक्रमादित्य ने वेताल को पेड़ से उतार कर कंधे पर लादा और चल पड़ा। वेताल ने कहा- ‘राजा तुम बहुत बुद्धिमान् हो। व्यर्थ में बात नहीं करते। जब भी बोलते... Hindi · लघु कथा 274 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 8 Sep 2016 · 6 min read एक अनोखा दान (नाटक) पात्र- 1- श्रीकृष्ण- पाण्डवों के पक्ष में पार्थ अर्जुन के सारथी। 2- अर्जुन- पाण्डवों का महानायक और श्रेष्ठ धनुर्धर। 3- कर्ण- कौरव पक्ष का महानायक और महासमर के सत्रहवें दिन... Hindi · कविता 582 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 8 Sep 2016 · 1 min read गणेशाष्टक जय गणेश, जय गणेश, गणपति, जय गणेश।। (1) धरा सदृश माता है, माँ की परिकम्मा कर आए। एकदन्त गणनायक गणपति, प्रथम पूज्य कहलाए।। प्रथम पूज्य कहलाए, गणपति जय गणेश। जय... Hindi · गीत 2 497 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 8 Sep 2016 · 1 min read मेरा भारत महान् (देशगान) ('पन्द्रह अगस्त छियानवे' के लिए 1996 में रचित यह रचना चरण के पहले अक्षर पर केंद्रित है, जिससे पूरा देशगान 'पन्द्रह अगस्त छियानवे' बन रहा है।) पर्वत हिमगिरि का आलिंगन... Hindi · गीत 2 252 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 8 Sep 2016 · 1 min read क्षुद्रिकाएँँ दुश्मनी ***** दु:स्वप्न सा भर के गरल आकंंठ दोनों आखों में ले तडि़त सौदामनी। संकल्प ***** संस्कार कल्प बदल दे कलेवर तन का कर ले प्रण उठा के कुलिश विकल्प।... Hindi · कविता 2 314 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 8 Sep 2016 · 1 min read विद्रू्पताएँँ 1 संस्कार होंगे राम राज्य के स्वप्न साकार होंगे 2 बेच ज़़मीर बनता है तब ही कोई अमीर 3 भ्रष्टाचार तो कैंसर है, देश जो है लाचार तो 4 भ्रूण... Hindi · हाइकु 301 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 8 Sep 2016 · 1 min read भारत मेरा महान् उन्नत भाल हिमालय सुरसरि, गंगा जिसकी आन । उन्मुक्त तिरंगा शांति दूत बन, देता है संज्ञान। चक्र सुदर्शन सा लहराए, करता है गुणगान। चहूँ दिशा पहुँचेगी मेरे, भारत की पहचान।।... Hindi · कविता 480 Share Dr. Gopal Krishna Bhatt 'Aakul' 7 Sep 2016 · 3 min read कोई अन्याय नहीं किया (प्रेरक प्रसंग) भिक्षा ले कर लौटते हुए एक शिक्षार्थी ने मार्ग में मुर्गे और कबूतर की बातचीत सुनी। कबूतर मुर्गे से बोला-“मेरा भी क्या भाग्य है, भोजन न मिले, तो मैं कंकर... Hindi · लघु कथा 464 Share Previous Page 2