Ruchika Rai 88 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Ruchika Rai 21 May 2023 · 1 min read मन की खूंटी मन की खूँटी पर टाँग दी है कुछ उम्मीदें, कुछ चाहतें, अपनी मौन मोहब्बतें, ना जाने कब दरकार पड़ जाए उसकी, न जाने कब बदल जाये जिंदगी, और क़ब इंद्रधनुषी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 54 Share Ruchika Rai 21 May 2023 · 1 min read दिल की बातें जीवन की अपनी सीमाएं, दिल की अपनी मजबूरी, भाने लगा सदा ही वह, जिससे बनानी थी दूरी। मन की अपनी ख़्वाहिशें, जीवन की अपनी आजमाइशें, चाहतों को बयां नही कर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 174 Share Ruchika Rai 21 May 2023 · 1 min read किस्मत कर्म से किस्मत के लिखे को बदलते देखा है, बिगड़ी किस्मत को हमने संवरते हुए देखा है। माना कि कुछ बातें हमारे पहुँच से दूर होती, पर उनको भी कोशिशों... Poetry Writing Challenge · कविता 173 Share Ruchika Rai 10 Nov 2022 · 3 min read वायरल होने की ललक दीपिका बहुत ही सुंदर थी,मृदुभाषी ,पढ़ने लिखने में अव्वल ,कॉलेज में भाषण ,वाद विवाद प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता ,संगीत प्रतियोगिता इस तरह की सारी प्रतियोगिताओं में वह प्रथम स्थान प्राप्त... Hindi · कहानी · सामाजिक 95 Share Ruchika Rai 25 Apr 2022 · 1 min read बुजुर्ग पिता बुजुर्ग होते पिता ,मित्र बन जाते हैं अनुभव की भट्ठी में तपे हुए वो अपने अनुभव को सांझा करते हैं। नही थोपते निर्णय अपना, बस मार्ग अपने नजरिये से सुझाते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 304 Share Ruchika Rai 25 Apr 2022 · 1 min read पिता तपती जेठ की दुपहरी में शीतल मंद बयार से होते हैं पिता। हाड़ कंपकपाती ठंड में अलाव से होते हैं ये पिता। खुद सारे ताप सहते पर बच्चों के ढाल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 143 Share Ruchika Rai 19 Apr 2022 · 1 min read जीवन सफल नियमों बंधे हुए अनुशासन का पाठ पढ़ाते हैं, छोटी छोटी बातों पर भी गुस्सा हो जाते हैं। सादा जीवन की सिख हमे अक्सर दे जाते हैं, बात बात में ही... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 4 155 Share Ruchika Rai 19 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा #मेरे पापा मेरे खुशियों का किनारा, मेरे दुखों में बने सहारा, मेरी प्रार्थना में शामिल सदा, मैं बनूँ उनकी आँखों का तारा। जमाने की हर आँच से मुझे बचाया, सही... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 4 157 Share Ruchika Rai 1 Nov 2021 · 2 min read नारी और प्रेम 1.परेशान लोगों के नजरिये से बेवजह के सवालों से छीटाकशी से मगर देख उस स्त्री को झट से निकला देखो उसकी बेहयाई कैसे कपड़े,कैसा रहन सहन पीर क्यों नही समझ... Hindi · कविता 1 285 Share Ruchika Rai 23 Oct 2021 · 3 min read दिलों में दूरियाँ आज सुबह से ही सरिता बहुत व्यस्त थी,जल्दी जल्दी घर के कामों को निबटा रही थी।उसके हाथों में यूँ कहे कि मशीन लगा हुआ था।जितनी जल्दी जल्दी वह कामों को... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 1 376 Share Ruchika Rai 13 Sep 2021 · 2 min read प्रेम प्रेम ये शब्द तिलिस्म सा लगता था उसे,किताबों, कहानियों, कविताओं, शेरों शायरी इन सब में प्रेम के बारे में बहुत पढ़ा सुना था,पर उसे हकीकत की जमीन पर यह बकवास... Hindi · कहानी 1 632 Share Ruchika Rai 2 Aug 2021 · 1 min read मित्रता मित्रता का मोल भला,लगा सकेगा कौन। मित्रता अनमोल सदा,जान लीजिए मौन।। मित्रता संबंध सदा,सबसे ऊपर जान। सुख दुख सदा साथ रहे,मित्र उसे ही मान।। रहे भावना प्रेम की, सदा मित्र... Hindi · दोहा 309 Share Ruchika Rai 2 Aug 2021 · 1 min read रिमझिम फुहार रिमझिम रिमझिम पड़े फुहार,देखो छाई है बहार, काले काले मेघा गरजे,कर रही है हमें पुकार, बिजली चमक रही है चम चम ह्रदय में उठे उल्लास, देखो सजनी चली सावन में... Hindi · कविता 332 Share Ruchika Rai 2 Aug 2021 · 1 min read मित्रता मित्रता खास करते हैं विश्वास दूर या पास। है अनमोल नही करें बेमोल न कभी तौल। दुख सुख में रहते सदा साथ हो ये विश्वास। मित्र औषधि मित्र ही बने... Hindi · हाइकु 1 487 Share Ruchika Rai 2 Aug 2021 · 1 min read सावन का झूला सावन मास फिर से याद दिलाया, सावन के झूलों ने हमें है बुलाया। ऊँची ऊँची डाली तक पेंगे लगाती, मानो नभ को है छूकर वापस आती, मन आतुर बड़ा ही... Hindi · कविता 1 1k Share Ruchika Rai 12 Jul 2021 · 1 min read प्रकृति गहन तिमिर को चीरते, रश्मि किरणों का आना। आह्लादित कर देता मन को, मन में एक आस का जग जाना। प्रकृति का शाश्वत नियम यह, परिवर्तन जग का जाना जाना।... Hindi · कविता 1 403 Share Ruchika Rai 9 Jul 2021 · 2 min read मुखिया जी आज मीरा बहुत ही खुश थी,हो भी खुश क्यों न? स्कूल के समय से ही वह कक्षा में मॉनिटर रह चुकी थी।उसके स्कूल में सभी शिक्षक उसके नेतृत्व क्षमता की... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 3 581 Share Ruchika Rai 3 Jul 2021 · 2 min read सुखद एहसास रोज की तरह सीमा आज भी रोजमर्रा के काम जल्दी जल्दी निबटाते जा रही थी,और घड़ी की तरफ भी उसका ध्यान था।कही आज फिर उसे ऑफिस के लिए देर न... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 3 370 Share Ruchika Rai 3 Jul 2021 · 2 min read परिवार परिवार के नाम पर एक बूढ़ी काकी थी उसके साथ।जो उसकी फिक्र किया करती थीं।काम पर से आने के इंतजार में टकटकी लगाए रहती,उसके पर्स में टिफिन का बोतल और... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 3 320 Share Ruchika Rai 10 Jun 2021 · 1 min read उसकी बाजी उसके मोहरे हम तमाशाई बने देखते रह जाते, वह अपनी चाल चल जाता। उसके चाल को कौन यहाँ कभी बताओ समझ पाता। मोहरे हैं हम दाँव उसकी ही अक्सर होती। हम योजना... Hindi · कविता 3 2 285 Share Ruchika Rai 7 Jun 2021 · 1 min read अभिव्यक्ति भावों की मौन हैं शब्द मगर मुखर है भावनाएँ, समझ सके समझ लें गहरी सी संवेदनाएँ, विचारों की होती है गहरी अभिव्यक्ति, तब निकलती ह्रदय से बनकर कविताएँ। प्रेरणा रूप बन जाती... Hindi · कविता 2 557 Share Ruchika Rai 22 May 2021 · 1 min read बारिश की बूँदें तप्त ह्रदय को राहत पहुँचा दें, आकुल हिय को सुकून दिला दे, शीतलता तन मन हो छाई, जब हो बारिश अपनों की याद दिला दे। बारिश की बूँदें जब गिरे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 5 385 Share Ruchika Rai 21 May 2021 · 1 min read मुस्कुराना मुश्किल नही इतना भी मुश्किल नही है बात बेबात मुस्कुराना, गम के अँधेरों में भी दिल में उम्मीद के लौ जलाना, जब भी टूटने बिखरने का ख्याल आये तुझे, बस अपनों का... Hindi · कविता 1 394 Share Ruchika Rai 20 May 2021 · 1 min read बारिश की पहली बूँदें गर्मी की तपन से अकुलाया ये मन, तपती धरती और तपता वातावरण, पेड़ पौधे पशु पक्षी भी अकुलाए से, मौसम की पहली बारिश छाया उमंग। बारिश की बूंदें जब गिरी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 5 358 Share Ruchika Rai 20 May 2021 · 1 min read आँसूओं की बरसात आँसूओं के बरसात में गम बह गई दिल में जमी थी काई वह निकल गई बोझिल जो साँसें हो चुकी थी कबसे, इन आँसूओं के बहने से बोझ ढह गई।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 327 Share Ruchika Rai 19 May 2021 · 1 min read घर ईंटों से बना रिश्तों से सजा हुआ प्रेम से भरा। दिल हो जुड़ा दुख सुख में सदा घर है वही। सुकून जहाँ आराम मिले वहाँ जन्नत घर। छोटों से प्यार... Hindi · हाइकु 365 Share Ruchika Rai 18 May 2021 · 1 min read इस बरसात नफ़रतें धुल जाएं हो ऐसी बरसात नफ़रतें धुल जाएं, आपस में यूँ प्रेम के फूल खिल जाएं, पनपे दिल में पौधे परवाह ख्याल के, दिल को करार सुकून मिल जाये। इंसान को इंसान... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 5 361 Share Ruchika Rai 17 May 2021 · 1 min read बरसात हो ऐसी बरसात कि दिल पिघल जाये, मन पर जमी नाराज़गी उसमें धुल जाये। फिर से रिश्तों में प्यार की फुहार बरसे, उस प्यार में हर दिल आपस में मिल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 7 476 Share Ruchika Rai 8 Mar 2021 · 1 min read महिला दिवस दिन विशेष की माँग नही, बस इतना सा ही व्यवहार हो। मेरे वजूद को मान मिले, मेरे लिए नजरों में मान हो। देवी मानकर न पूजे हमें, बस इतना सा... Hindi · कविता 378 Share Ruchika Rai 28 Feb 2021 · 1 min read औरत की जिंदगी औरत की जिंदगी नही होती इतनी आसान, कदम कदम पर प्रश्नों के अंबार तैयार मिलते हैं, उनके शृंगार उनके कपड़े देखकर उलझ मत जाना, इसके ओट में ही तो हर... Hindi · कविता 2 1 1k Share Ruchika Rai 19 Feb 2021 · 1 min read पुराने जख्म आज फिर जख्मों को कुरेदा, आज फिर तकलीफ बहुत पाई। सवाल बहुत थे उन आँखों में, पर इन आँखों में नमी घिर आई। ये कैसी किस्मत मिली थी जो, दूसरों... Hindi · कविता 608 Share Ruchika Rai 16 Feb 2021 · 1 min read शारदे वंदना हे शारदे मॉं श्वेतवसना जगत का कल्याण कर , पथभ्रमित हो रहे हम शिशु तुम्हारे, तू हमारा उद्धार कर। अज्ञानता के तम में डूबे, तू ज्ञान का है प्रकाश भर।... Hindi · कविता 1 232 Share Ruchika Rai 13 Feb 2021 · 1 min read मंजिल उसे मिले जो करे मेहनत यहाँ बिना परिश्रम के मिलती शोहरत कहाँ। मंजिल उसे मिले जो करे मेहनत यहाँ।। राह की बाधा आसानी से दूर होती नही। करें सदा दिल से प्रभु की इबादत यहाँ।। न... Hindi · कविता 2 5 219 Share Ruchika Rai 2 Feb 2021 · 1 min read प्रेम रिश्ते का आधार प्रेम अपरिमित असीमित अपरिभाषित अनंत जिसका विस्तार है। शब्दों से न तौल सके जिसको अनंत संभावनाओं का आधार है। नही बाँध सकते इसे किसी रिश्ते में हर रिश्ते में जुड़ा... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 52 933 Share Ruchika Rai 29 Jan 2021 · 1 min read अभिमान विधा विनम्रता सीखाती है, फिर ये दर्प क्योंकर आती है, है अधजल गगरी जो वह सदा ही यूँ छलक जाती है। झूठे पद का शान रखें जो, बोली में अभिमान... Hindi · कविता 2 254 Share Ruchika Rai 27 Jan 2021 · 1 min read प्रकृति चित्रण ये देखो प्रफुल्लित हुआ मन, उल्लसित हुआ जड़ चेतन, बसंत की बहार छाई है हर तरफ, आह्लादित हुआ देख के नयन। सरसों की पीली फलियां लगे सुहावन, बागों में आम... Hindi · कविता 297 Share Ruchika Rai 27 Jan 2021 · 1 min read जब जिंदगी दस्तक देती है जब जिंदगी दस्तक देती है, मुश्किलें आसान लगती है, हौसलों को पंख लगती, मंजिलें पास लगती है। जब जिंदगी दस्तक देती है, दिल में उमंगें जगती है, फिजा खुशनुमा महसूस... Hindi · कविता 1 2 529 Share Ruchika Rai 26 Dec 2020 · 1 min read कोरोना का नही रोना मुश्किल बड़ी थी,जंग हमने लड़ी थी, शत्रु अनदेखा ,मुसीबत आन पड़ी थी, फिर भी दिखाई सबने बड़ी हिम्मत, संकट की वो दुरूह वाली घड़ी थी। प्रकृति के साथ खिलवाड़ का... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 42 53 1k Share Previous Page 2